कैसे स्क्रीनप्ले (screenplay) लिखिए

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क्या आप कभी किसी मूवी थियेटर से बाहर यह कहते हुये निकले हैं, “मुझे लगता है कि मैं शायद इससे बेहतर कुछ लिख सकता था”? दरअसल, मूवी के लिए बढ़िया विचार लाना कठिन काम हो सकता है, मगर स्क्रीनप्ले (screenplay) लिखना उससे भी कहीं अधिक कठिन हो सकता है। स्क्रीन के लिए, और वह भी बड़े पर्दे के लिए कुछ लिखने का अर्थ है कि आप विज़ुयल माध्यम के लिए कुछ लिख रहे हैं। और हालांकि इस काम को बढ़िया तरीके से कर पाना कठिन हो सकता है, मगर एक शानदार स्क्रीनप्ले में आपके दर्शकों में परिवर्तन लाने की क्षमता होती है।

विधि 1
विधि 1 का 3:

लिखने की तैयारी करना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 स्क्रीनप्ले के फ़ारमैट से परिचित हो जाइए:
    उपन्यास या लघु कथाओं से अलग, स्क्रीनप्ले भाषा या विवरण के नहीं, बल्कि डायलॉग के चारों ओर आधारित होता है। स्क्रीनलेखन का सबसे महत्वपूर्ण नियम है: आप आँखों से लिख रहे हैं। मूवीज़, छवियों की एक श्रंखला होती हैं, इसलिए आपके स्क्रीनप्ले में छवियों को मर्मभेदी और आकर्षक होना चाहिए।[१]
    • दूसरा बड़ा नियम: एक्शन लाइनों का प्रत्येक पैराग्राफ़ चार या उससे कम लाइनों का होना चाहिए। इसका अर्थ है, कि यह विवरण कि प्रत्येक पात्र ने क्या पहना हुआ है, या वह किसी दृश्य में कैसे अभिनय कर रहे हैं, वह तीन लाइनों से अधिक नहीं होना चाहिए। घटना या सेटिंग का विवरण कम से कम शब्दों में दीजिये और डायलॉग को ही "बातें" करने दीजिये।[२]
    • विवरण दिये जाने के विपरीत, चरित्र की बैकस्टोरी (backstory) तथा प्रेरणा, उस चरित्र के एक्शन तथा डायलॉग से सामने आने चाहिए। सबसे बढ़िया स्क्रीनलेखक, अपनी अधिकांश स्क्रिप्ट में, किसी एक्शन के विवरण को प्रति पैराग्राफ़, दो लाइनों से अधिक नहीं रखते हैं। मगर तब भी डायलॉग की क्षमता के ज़रिये, काफ़ी विवरण दे दिया जाना चाहिए।
    • सभी लेखन वर्तमान काल में रखिए। इससे चीज़ें आपके स्क्रीनप्ले में चलती रहती हैं, जैसा कि आपके स्क्रीनप्ले में वास्तव में होना चाहिए: एक्शन तथा चरित्रों का आगे बढ़ना।
    • सभी चीजों की तरह, टेक्स्ट के प्रति दृश्य के लिए तीन विवरण लाइनों या उससे कम वाले इस नियम के भी अपवाद हैं। उदाहरण के लिए, जे सी कंडोर लिखित और रॉबर्ट रेडफ़ोर्ड अभिनीत, 2011 की फ़िल्म “All is Lost” के स्क्रीनप्ले में पूरी स्क्रिप्ट में केवल 4-5 पृष्ठ डायलॉग के हैं। मुख्य चरित्र के अधिकांश एक्शन्स उस चरित्र के विभिन्न एक्शन्स के लंबे विवरणों द्वारा प्रदर्शित किए गए हैं।[३] हालांकि इस प्रकार के स्क्रीनप्ले कम ही होते हैं, और इन्हें ठीक से निबाहना भी कठिन होता है।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 स्क्रीनप्ले के फ़ारमैट के आदी हो जाइए:
    स्क्रीनप्ले का फ़ारमैट अन्य प्रकार के लेखन से भिन्न होता है। स्क्रीनप्ले का फ़ारमैट बहुत खास होता है और अगर आप किसी वर्ड प्रोसेस करने वाले डॉकयुमेंट पर काम कर रहे होंगे तब इसमें बहुत बार टैब (tab) और एंटर (enter) दबाना पड़ सकता है। आप किसी ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपके लिए फ़ारमैट कर सके, जैसे कि फाइनल ड्राफ़्ट, स्क्राइवेनर (Scrivener) और मूवी मैजिक।[४] आप मुफ़्त ऑनलाइन स्क्रीनप्ले फ़ारमैट करने वाले प्रोग्राम्स के बेसिक वर्ज़न्स तक भी पहुँच सकते हैं।[५] स्क्रीनप्ले फ़ारमैट के इन अवयवों पर ध्यान दीजिये:[६]
    • स्लगलाइन (slugline): किसी दृश्य की शुरुआत में यह सभी कैपिटल (capital) अक्षरों में प्रदर्शित होता है जिसमें लोकेशन तथा दिन के समय का विवरण संक्षेप में दिया गया होता है। जैसे कि: INT. DINER – NIGHT। कभी कभी स्लगलाइनों का संक्षिप्तीकरण कुछ साधारण चीजों की तरह ऐसे कर दिया जाता है जैसे “LATER” या “BEDROOM”।
    • INT/EXT: INT का अर्थ होता है किसी सेटिंग के अंतर्गत, जैसे कि INT HOUSE, और EXT का अर्थ होता है बाहर या किसी सेटिंग से हट कर या बाहर, जैसे कि EXT HOUSE।
    • ट्रांज़ीशन्स (Transitions): ये स्क्रीनप्ले में आपको एक दृश्य से दूसरे दृश्य में जाने में मदद करता है। ट्रांज़ीशन के उदाहरणों में फ़ेड इन (FADE IN) तथा फ़ेड आउट (FADE OUT) शामिल हैं, जिनका अर्थ होता है कि धीरे-धीरे खुलना और धीरे-धीरे किसी नए दृश्य पर जाना, और कट टु (CUT TO), जिसका अर्थ है शीघ्रता से किसी नए दृश्य पर पहुँच जाना। आप डिसॉल्व टु (DISSOLVE TO) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि एक दृश्य फ़ेड आउट होता है, और उसकी जगह दूसरा दृश्य फ़ेड इन होता है।
    • क्लोज़ अप (CLOSE UP) या टाइट ऑन (TIGHT ON): यह स्क्रीन पर किसी व्यक्ति या वस्तु पर क्लोज़ अप का संकेत देता है। जैसे कि: “मिआ के चेहरे पर CLOSE UP” करिए।
    • फ़्रीज़ फ़्रेम (FREEZE FRAME): इसी जगह पर पिक्चर मूव करना बंद कर देगी और स्क्रीन पर एक ठहरी हुई पिक्चर बन जाएगी।
    • बीजी (b.g.): इसका अर्थ होता है “बैकग्राउंड (background)” जिसमें यह बताया जाता है कि किसी मुख्य गतिविधि के बैकग्राउंड में कुछ एक्शन हो रहा है। स्क्रिप्ट में इसे नोट करने के लिए आप “b.g.” या “background” का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे कि: “बीजी में दो चरित्र लड़ रहे हैं।”
    • ओएस (O.S.) या ओसी (O.C.): इसका अर्थ होता है ऑफ-स्क्रीन (off-screen) या ऑफ-कैमरा (off-camera)। इसका मतलब होता है कि चरित्र की आवाज़ कैमरे के बाहर से या सेटिंग के किसी और भाग से आ रही होगी। जैसे कि: “हैरी, सैली पर चिल्लाता है ओएस ।”
    • वीओ (V.O.): इसका अर्थ होता है वॉइस ओवर, जो कि तब होता है जब कोई अभिनेता दृश्य के ऊपर, दृश्य के बारे में बताते हुये, कोई स्क्रिप्ट पढ़ता है। वॉइस ओवर डायलॉग के पहले, चरित्र के नाम के नीचे आता है।
    • मोंटाज (Montage): किसी थीम, विरोधाभास, या समय बीत जाना दिखाने के लिए दिखाई जाने वाली इमेजेज़ (images) की एक श्रंखला। स्क्रीन पर थोड़े समय में, बहुत समय के बीत जाने को दिखाने के लिए इनका इस्तेमाल होता है।
    • ट्रैकिंग शॉट (Tracking shot): ट्रैकिंग शॉट का अर्थ होता है कि कैमरा किसी व्यक्ति या वस्तु के पीछे चलता है। जब तक कि कैमरा किसी एक स्थान पर ही ट्राईपॉड पर स्थिर नहीं होता है और स्वयं ही एक सबजेक्ट (subject) होता है, वह एक ट्रैकिंग शॉट होता है।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 स्क्रीनप्ले के उदाहरणों को देखिये:
    बहुत से ऐसी स्क्रीनप्ले हैं जिन्हें लगभग परफेक्ट (perfect) माना जाता है, जैसे कि 1942 की क्लासिक मूवी “Casablanca” का स्क्रीनप्ले[७]। अन्य स्क्रीनप्ले के उदाहरण आपको ऐसे तरीके बताते हैं जिनमें आप फ़ॉर्म के साथ थोड़ा खेल सकते हैं। उदाहरण के लिए:
    • “His Girl Friday”, चार्ल्स लेडरर लिखित स्क्रीनप्ले।[८]
    • “Pulp Fiction”, क्वेंटिन टेरेंटिनों द्वारा लिखित स्क्रीनप्ले।[९]
    • “When Harry Met Sally”, नोरा एफरोन लिखित स्क्रीनप्ले।[१०]
    • “Thelma & Louise”, कैली खौरी लिखित स्क्रीनप्ले।[११]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 उदाहरण के लिए...
    उदाहरण के लिए दिये गए स्क्रीनप्लेज़ में टाइटल कार्ड्स देखिये। टाइटल कार्ड्स में, कभी विशिष्ट और कभी आम टाइमस्टैम्प्स के साथ दृश्य की सेटिंग दिखाई जाती है।
    • “Thelma & Louise” में, पहले दृश्य में स्लगलाइन है: INT. RESTAURANT- MORNING (PRESENT DAY)।[१२]
    • “When Harry Met Sally” में, पहले दृश्य की स्लगलाइन में किसी खास जगह या सेटिंग का संदर्भ नहीं है: “DOCUMENTARY FOOTAGE”। इससे यह संकेत मिलता है कि फ़िल्म की शुरुआत किसी खास सेटिंग के स्थान पर डॉक्युमेंट्री फुटेज से होने वाली है।[१३]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 सेटिंग तथा चरित्रों के विवरण पर ध्यान दीजिये:
    ये अवयव कम से कम शब्दों में किए जाने चाहिए, मगर बहुत बारीकी से।
    • “Thelma & Louise” में, हमें लुईस के संबंध में एक परिचयात्मक पैराग्राफ़ दिया गया है:[१४]

      लुईस एक कॉफी शॉप में वेट्रेस है। वह अभी 30 वर्ष के आसपास की आयु की है, मगर यह करने के लिए उसकी उम्र अधिक है। वह बहुत सुंदर और अपनी शिफ़्ट के अंत में भी भली-भांति सजी संवरी है। वह काउंटर से कॉफी के गंदे कप उठा कर काउंटर के नीचे एक बस ट्रे (bus tray) में पटक रही है। उससे बहुत शोर गुल हो रहा है, मगर वह उससे बेख़बर है। बीजी में कंट्री मुज़ाक (COUNTRY MUZAK) चल रहा है जिसे वह साथ में गुनगुना रही है।

    • उसके व्यवसाय के ज़रिये स्क्रीनलेखक स्पष्ट रूप से यह उपलब्ध करा देता है कि लुईस कौन है (“कॉफी शॉप में वेट्रेस”), उसके कपड़े और एपियरेंस (appearance) (“30 वर्ष के आसपास की आयु की है, मगर यह करने के लिए उसकी उम्र अधिक है,” “सुंदर, भली भांति सजी संवरी”) और उसकी गतिविधियां (“कॉफी के गंदे कप पटक रही है,” शोरगुल से “बेख़बर”)। आवाज़ों को शामिल करने से (जो स्क्रिप्ट में भी कैपिटल अक्षरों में दी गई होती हैं), जैसे कि कंट्री मुज़ाक, बहुत थोड़े शब्दों में स्पष्ट सेटिंग का चित्रण हो जाता है।
    • “Pulp Fiction” में, हमें सेटिंग के संबंध में एक परिचयात्मक पैराग्राफ़ दिया गया है:[१५]

      एक सामान्य डेनीज़, लॉस एंजिल्स में स्पायर्स - जैसी कॉफी शॉप। सुबह का लगभग 9:00 बजा है। हालांकि अभी, जगह पूरी तरह भरी नहीं है, मगर पर्याप्त संख्या में लोग कॉफी पी रहे हैं, बेकन और अंडे खा रहे हैं।
      इनमें से दो लोग, एक नवयुवक और एक नवयुवती हैं। नवयुवक का लहज़ा थोड़ा सा काम-काजी इंगलिश है, और वह अपने देशवासियों की तरह वह धड़ल्ले से सिगरेट फूँक रहा है।
      यह बताना कठिन है कि नवयुवती कहाँ की है या उसकी आयु क्या है; वह जो भी करती है वह उसके प्रतिकूल होता है जो उसने पहले किया था। लड़का और लड़की एक बूथ में बैठते हैं। उनकी बातचीत डायलॉग "HIS GIRL FRIDAY" की तरह बहुत जल्दी जल्दी बोली जानी है।

    • टेरेंटिनों, हमें वह बेसिक विवरण देते हैं, कि सेटिंग में कितने लोग हैं (“पर्याप्त संख्या में लोग”, नवयुवक और नवयुवती), और वह दोनों चरित्रों का ख़ास मगर संक्षिप्त विवरण भी उपलब्ध कराते हैं। वह 1940 के दशक की फ़िल्म “His Girl Friday” का भी संदर्भ लेता है, जो तेज़ी से बोले गए डायलॉग्स के लिए मशहूर है। ये सभी बारीकियाँ, विवरण का एक बेसिक भाव उत्पन्न करती हैं, जिसका विस्तार डायलॉग द्वारा होता है।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 उदाहरण वाले स्क्रीनप्लेज़...
    उदाहरण वाले स्क्रीनप्लेज़ के डायलॉग्स पर ध्यान दीजिये: अधिकांश स्क्रीनप्लेज़ में भारी भरकम डायलॉग किसी कारण से होते हैं। किसी फ़िल्म की कहानी सुनाने के लिए, डायलॉग स्क्रीनलेखक का मुख्य टूल होते हैं। ध्यान दीजिये कि किस प्रकार कोई विशेष चरित्र अपने डायलॉग में भाषा का इस्तेमाल करता है।
    • उदाहरण के लिए टेरेंटिनों ने जूल्स से “Pulp Fiction” में “What do you mean?” के स्थान पर “Whaddya mean?” जैसे अपभ्रंश का इस्तेमाल कराया है और जूल्स के डायलॉग में गालियों को भी जगह दी है। इससे जूल्स के सम्पूर्ण चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण होने में मदद मिलती है।[१६]
    • “Thelma & Louise” में, लुईस का चरित्र सभी डायलॉग में “Jesus Christ” और “for God’s sake” का इस्तेमाल करती है। यह थेलमा के डायलॉग के विपरीत है, जो कि अधिक औपचारिक और उचित थे। ऐसा करके, स्क्रीनलेखक खौरी दोनों चरित्रों को एक दूसरे से अलग बना देता है और दर्शकों को उनके डायलॉग के ज़रिये दिखाता है कि किस प्रकार प्रत्येक चरित्र सोचता और काम करता है।[१७]
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 डायलॉग में इस्तेमाल...
    डायलॉग में इस्तेमाल किए गए विवरण तथा विज़ुयल संकेतों पर ध्यान दीजिये: विज़ुयल संकेत विवरण के वे छोटे नोट्स होते हैं जो डायलॉग के बोले जाने से पहले सामने आते हैं। ये नोट्स कोष्ठक में चरित्र के डायलॉग से पहले, सामने आते हैं।
    • जैसे कि, “When Harry Met Sally” में, हैरी के डायलॉग की लाइन के पहले एफरोन ने नोट किया है “(बज़र की आवाज़ निकालता है)”। यह एक छोटा सा नोट है, मगर इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि एक चरित्र के रूप में हैरी के अंदर एक विशेष सेंस ऑफ ह्यूमर (sense of humor) और बोलने का लहज़ा है।[१८]
    • डायलॉग के बीच में विवरण के मात्र एक शब्द से भी यह किया जा सकता है। “Pulp Fiction” में टेरेंटिनों ने नोट किया है कि जब वेट्रेस किसी चरित्र से कुछ कहती है तब वह “(snotty)” थी। इससे वेट्रेस की बोली को एक तरह का एटिट्यूड (attitude) मिल जाता है और उसके डायलॉग के लिए एक संदर्भ तैयार हो जाता है।[१९]
    • जब आवश्यक हो तभी विज़ुयल संकेत दीजिये: अपनी कहानी सुनाने के लिए विज़ुयल संकेतों पर निर्भर मत रहिए। बिना विज़ुयल संकेतों के चरित्रों के डायलॉग तथा एक्शन से प्रभावी ढंग से कहानी सुनाई जा सकनी चाहिए।
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 ध्यान दीजिये कि...
    ध्यान दीजिये कि किस प्रकार, स्क्रीनप्ले एक दृश्य से दूसरे दृश्य में ट्रांज़ीशन (transition) करता है: अधिकांश स्क्रीनप्ले एक दृश्य से दूसरे दृश्य में “CUT TO:” से मूव (move) करेंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि अब एक दृश्य से दूसरे में कट होगा। किसी दृश्य में कट करके तभी जाना चाहिए जब आप किसी नए दृश्य या इमेज पर जा रहे हों, जैसे कि “Pulp Fiction” में, जहां टेरेंटिनों के दो चरित्र कार में बात कर रहे हैं और वही दो चरित्र कार का ट्रंक खोल रहे हैं।[२०]
    • आप यह नोट भी देख सकते हैं: “फ़ेड इन” या “फ़ेड आउट”। फ़ेड इन्स आम तौर पर फ़िल्म के शुरू में किए जाते हैं, जैसे कि “When Harry Met Sally” में और फ़िल्म के अंत में, जिसे कहा जाता है “फ़ेड आउट”। फ़ेड इन्स से दृश्य की धीमी शुरुआत दिखती है जिससे दर्शकों को दृश्य में सेटल होने का समय मिल जाता है।
  9. How.com.vn हिन्द: Step 9 विभिन्न प्रकार के...
    विभिन्न प्रकार के शॉट्स पर कोई नोट्स हों तो उनको देखिये, जैसे कि क्लोज़ अप या ट्रैकिंग शॉट: ध्यान दीजिये कि किस प्रकार स्क्रीनलेखक किसी चरित्र की ख़ास इमेज या पल को बनाने के लिए विशिष्ट शॉट नोट का इस्तेमाल करता है। अधिकांश स्क्रीनलेखक, शॉट नोट्स का इस्तेमाल केवल तभी करते हैं जब उनको लगता है कि वह अत्यंत आवश्यक है और वह शॉट कहानी बताने के लिए सबसे अच्छी तरह काम करेगा।
    • जैसे कि, “Pulp Fiction” में टेरेंटिनों एक दृश्य की शुरुआत ट्रैकिंग नोट से करता है:[२१]

      EXT. APARTMENT BUILDING COURTYARD – MORNING
      विन्सेंट तथा जूल्स, जिनके लगभग एक जैसे ओवरकोट, करीब-करीब ज़मीन पर लिथड़ते हुये हैं, ऐसी बिल्डिंग के आँगन में टहल रहे हैं जो हासिएन्दा स्टाइल की हॉलीवुड अपार्टमेंट बिल्डिंग लगती है।
      हम साथ साथ ट्रैक करते हैं।

    • इससे यह संकेत मिलता है कि जब वे चलते हैं, तब कैमरा हिट मेन (hit men) के साथ-साथ चलता है, जिससे स्क्रीन पर मूवमेंट का भाव उत्पन्न होता है।
विधि 2
विधि 2 का 3:

स्क्रीनप्ले लिखना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 कहानी के विचारों के लिए ब्रेनस्टॉर्म (Brainstorm) करिए:
    यह करने का एक सबसे बढ़िया तरीका यह है कि आपने जिन चरित्रों या फिल्मों को स्क्रीन पर देख कर मज़ा लिया हो और पसंद किया हो, उनके बारे में सोचा जाये। क्या आपको कोई ख़ास विधा पसंद है, जैसे रूमानी कॉमेडी, एक्शन फिल्में, हॉरर? अपनी पसंद की विधा में मूवी स्क्रिप्ट लिखने का विचार करिए। संभावना यह है कि आपकी जिस विधा में दिलचस्पी है, आपको उसके बारे में काफ़ी कुछ पता होगा और आपका जुनून आपके लेखन में सामने आयेगा।[२२]
    • आप बचपन की किसी ऐसी याद के बारे में भी सोच सकते हैं जो बड़े होने पर भी आपके दिमाग़ में बसी हुई है, या वयस्क जीवन का कोई ऐसा अनुभव जिसके बारे में सोचने से आप खुद को रोक ही नहीं पाते हैं।
    • आपकी दिलचस्पी किसी विशिष्ट समय में भी हो सकती है, जैसे कि 50 के दशक का न्यूयॉर्क डाउनटाउन, या 70 के दशक का कैलीफोर्निया और कहानी के ऐसे ताने-बाने बुनना शुरू करिए, जिसमें पात्र किसी ख़ास समय या सेटिंग में एक दूसरे से इंटरएक्ट (interact) करते हों।
    • ऐसी भावनाओं और लोगों के बारे में लिखिए जिन्हें आप जानते हों और जिनके प्रति आपके मन में जुनून हो। इससे आपको अपनी कहानी दूसरों तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी।[२३]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 हीरो या हीरोइन को पहचान लीजिये:
    ऐसे चरित्र की कहानी का निर्माण करिए जिसके बारे में आपको लगता है कि आप लगभग 300 पृष्ठ लिख सकते हैं और जो आपके दर्शकों का ध्यान आकृष्ट किए रह सकते हैं। उन लोगों के बारे में सोचिए जिन्हें आप जानते हैं, जिनके बारे में अखबारों में पढ़ते हैं, या जिन पर आपकी नज़रें सड़क या सुपरमार्केट में ठहर जाती है। आपका हीरो या आपकी हीरोइन किसी थीम में बंधे हो सकते हैं जैसे कि युद्ध, अकेलापन या प्यार। या आपका हीरो या आपकी हीरोइन किसी विधा या थीम के स्टीरियोटाइप (stereotype) विरुद्ध प्रतिक्रिया भी हो सकता है जैसे कि अकेली, प्यार में डूबी चुड़ैल या कोई परवाह करने वाला, शिष्ट गैंगस्टर।[२४]
    • अपने मुख्य चरित्र के लिए एक चारित्रिक प्रोफ़ाइल तैयार करिए। चारित्रिक प्रोफ़ाइल प्रश्नोत्तर टाइप के लेखन प्रॉम्प्ट होते हैं, जो लेखक को अपने चरित्र को बेहतर तरीके से जानने में मदद करते हैं।[२५]
    • जो विवरण आप चारित्रिक प्रोफ़ाइल में लिखेंगे वह सब आपकी फ़िल्म स्क्रिप्ट में नहीं दिखाई पड़ेगा। मगर चरित्र के बारे में अधिकाधिक जानकारी पा लेने से आपको उनके बारे में वास्तविक व्यक्ति की तरह सोचने में मदद मिलेगी। आप स्वयं से पूछ सकते हैं: “इस दृश्य में मेरा मुख्य चरित्र क्या करेगा? इस पर मेरा मुख्य चरित्र क्या कहेगा या जवाब देगा?” और विश्वस्त महसूस करिए कि इससे आपकी स्क्रिप्ट आगे बढ़ेगी।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 एक लॉग लाइन बनाइये:
    लॉग लाइन आपकी कहानी का एक लाइन में संक्षिप्तीकरण होता है। इनका इस्तेमाल आम तौर पर मार्केटिंग टूल की तरह किया जाता है, जैसे कि जब स्टुडियो एक्ज़ीक्यूटिव आपसे अपनी सर्वश्रेष्ठ पिच (pitch) देने के लिए कहती है। आपकी सर्वश्रेष्ठ पिच आपकी लॉग लाइन होनी चाहिए। लॉग लाइन आपकी अपने लेखन के सबसे महत्वपूर्ण पक्षों पर फ़ोकस करने में सहायक हो सकती है और आपकी कहानी को पटरी पर बनाए रखती है। लॉग लाइन में आम तौर तीन अवयव होते हैं:[२६]
    • एक प्रोटागोनिस्ट (protagonist): यह आपका हीरो या हीरोइन है, जिसेक लिए आपके दर्शक जयकार लगाएंगे, या कम से कम महसूस तो करेंगे। आप एक से अधिक हीरो या हीरोइन भी रख सकते हैं, पर हर प्रोटागोनिस्ट को कुछ ख़ास होना चाहिए और प्रत्येक के कुछ विशिष्ट गुण होने चाहिए। उदाहरण के लिए, “Thelma & Louise” में, थेलमा और लुईस प्रोटागोनिस्ट हैं, मगर स्क्रिप्ट में दोनों चरित्रों को भिन्न लक्ष्य, प्रेरणाएँ और परिप्रेक्ष्य दिये गए हैं।
    • एक एंटागोनिस्ट: यह आपका एंटी-हीरो या हीरोइन है, वह व्यक्ति जो आपके प्रोटागोनिस्ट के विरुद्ध काम कर रहा है। “Thelma & Louise” में, एंटागोनिस्ट वह व्यक्ति है जो बार में थेलमा से बलात्कार का प्रयास करता है। मगर, स्क्रिप्ट में “कानून” ही एंटागोनिस्ट बन जाता है, जबकि थेलमा और लुईस उस आदमी को गोली मार कर भाग रहे हैं जिसने थेलमा से बलात्कार का प्रयास किया था।
    • एक लक्ष्य: यही वह है जो प्रोटागोनिस्ट को प्रेरित करेगा और कहानी में आगे बढ्ने के लिए धकेलेगा। आपका प्रोटागोनिस्ट क्या चाहता है? स्क्रिप्ट की शुरुआत में थेलमा और लुईस अलग-अलग चीज़ें चाहते हैं, मगर जब एक बार एंटागोनिस्ट सामने आ जाता है, दोनों ही चरित्र बस जेल से बाहर रहना चाहते हैं। दोनों ही चरित्रों का एकीकृत लक्ष्य है जो उन्हें स्क्रिप्ट में आगे को धकेलता है।
    • “Thelma & Louise” की सम्पूर्ण लॉग लाइन शायद ऐसी होगी: “अर्कान्सास की एक वेट्रेस और गृहणी एक बलात्कारी को गोली मार देती है और '66 थंडरबर्ड में भाग निकलती है।” ध्यान दीजिए कि लॉग लाइन में चरित्रों के नाम का इस्तेमाल नहीं हुआ है, बल्कि उसके स्थान पर उनके पर्सोना (persona) या चरित्र टाइप का इस्तेमाल हुआ है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 ट्रीटमेंट (treatment) लिखिए:
    स्क्रीनलेखन के व्यापार में, ट्रीटमेंट आपके स्टुडियो एक्ज़ीक्यूटिव को यह अंदाज़ा लगाने देगा कि यह विचार पैसे लगाने लायक है भी या नहीं। स्क्रिप्ट के पहले ड्राफ़्ट के लिए, ट्रीटमेंट कहानी का ढांचा तैयार करने और पहली रूपरेखा बनाने के लिए एक सहायक टूल हो सकता है। ट्रीटमेंट दो से पाँच पृष्ठों तक की समरी (summary) होते हैं जिन्हें तीन एक्ट्स में बांटा जा सकता है:[२७]
    • फ़िल्म का टाइटल (Title): कालांतर में आपकी फ़िल्म का टाइटल बदल सकता है, मगर अच्छा यही होगा कि एक कार्यकारी टाइटल बना लिया जाये जो आपके स्क्रीनप्ले की समरी दे सके। सर्वश्रेष्ठ टाइटल आम तौर पर, सबसे सीधे-सादे और सटीक होते हैं, जैसे कि: “When Harry Met Sally” या “Pulp Fiction”। टाइटल को आपके पाठक या दर्शक को स्क्रिप्ट के संबंध में सम्पूर्णता से बताना चाहिए, मगर उन्हें ऐसे छोड़ना चाहिए कि उनकी पढ़ने या देखने में पर्याप्त रुचि बनी रहे। ऐसे लंबे और जटिल टाइटल्स से बचिए, जिनमें कोलन (colon) की आवश्यकता पड़ती हो। हालांकि यह बड़ी फ़िल्मों (विशेषकर सीक्वेल्स) के लिए सामान्य हो सकते हैं, मगर इनसे लगता है कि आपके विचार फ़ोकस्ड (focused) नहीं हैं।
    • लॉग लाइन: पिछले चरण में आपने जो लॉग लाइन बनाई थी उसे लीजिये और अपने ट्रीटमेंट की शुरुआत में उसे रख दीजिये।
    • सिनॉप्सिस (Synopsis): अपनी लॉग लाइन का विस्तार करिए ताकि उसमें चरित्रों के नाम, चरित्रों के संबंध में संक्षिप्त विवरण, और एक बेसिक विचार कि वे कहानी में बिन्दु ए से बी तक कैसे पहुँचते हैं, शामिल हो सके। जैसे कि, “Thelma & Louise” की सिनॉप्सिस शायद ऐसी हो सकती है: “दब्बू गृहणी थेलमा अपनी ज़िद्दी वेट्रेस मित्र लुईस के साथ एक सप्ताहांत के फ़िशिंग ट्रिप (fishing trip) पर जाती है। मगर तब उनकी ट्रिप कानून से भागने की एक यात्रा बन जाती है, जब लुईस एक ऐसे आदमी की गोली मार कर हत्या कर देती है, जो एक बार में थेलमा से बलात्कार का प्रयास करता है। लुईस मेक्सिको भागने का निर्णय लेती है और थेलमा उसके साथ चल देती है। रास्ते में थेलमा जेडी नामक एक सेक्सी युवा चोर के प्रेम में पड़ जाती है, और एक सहानुभूतिपूर्ण जासूस दोनों महिलाओं को समझाने की कोशिश करता है कि इसके पहले कि उनके सभी रास्ते बंद हो जाएँ, वे खुद को कानून के हवाले कर दें।”
    • ट्रीटमेंट्स में डायलॉग की झलकियाँ और विवरण भी शामिल हो सकते हैं। मगर ट्रीटमेंट का मुख्य फ़ोकस सम्पूर्ण कहानी के संक्षिप्तीकरण करने पर ही रहता है।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 स्क्रिप्ट की रूपरेखा का निर्माण करिए:
    यहाँ पर आप स्क्रिप्ट की संरचना पर फ़ोकस करेंगे। स्क्रिप्ट की रूपरेखा आपके लिए कहानी को प्रभावी ढंग से सुनाने के लिए एक दिशा निर्देश है। फ़ीचर लंबाई का स्क्रीनप्ले 50-70 दृश्यों को मिला कर बनता है। प्रत्येक दृश्य की एक सेटिंग होनी चाहिए और कुछ ऐसा कि जो होता है या चरित्रों के एक्शन के परिणामस्वरूप होता है। ये 50-70 दृश्य कहानी के लिए आवश्यक होने चाहिए। अधिकांश पूरी लंबाई के स्क्रीनप्ले 100-120 पृष्ठ लंबे होते हैं और इन्हें तीन एक्ट्स में बांटा गया होता है:[२८]
    • एक्ट 1 लगभग 30 पृष्ठ लंबा होता है और सेटिंग, चरित्रों, तथा उकसाने वाली घटनाओं का परिचय देता है। उकसाने वाली घटनाएँ या वे घटनाएँ जिनसे आपका प्रोटागोनिस्ट आगे बढ़ता है, सामान्यतः स्क्रिप्ट के 15-20 पृष्ठ बाद होती हैं।
    • एक्ट 2 करीब 60 पृष्ठों का होता है और यही कहानी का मुख्य हिस्सा या मीट (meat) होता है। यहाँ पर आपका प्रोटागोनिस्ट अपने लक्ष्य और उद्देश्यों की पहचान करता है तथा उन अवरोधों का सामना करता है जो उसके लक्ष्य या उद्देश्यों के विरुद्ध काम करते हैं। उसकी समस्या बिगड़ती जाती है, या उसका लक्ष्य पाने की कठिनाइयाँ और अधिक बढ़ती हैं। एक्ट 2 में अर्जेंसी (urgency) और तनाव होना चाहिए जो बढ़ता ही रहता है।
    • अक्सर एक्ट 3, की लंबाई एक्ट 1 से कम होती है, और इसे आम तौर पर 20-30 पृष्ठ लंबाई का होना चाहिए। यहीं पर आपकी कहानी का क्लाइमेक्स आयेगा, और प्रोटागोनिस्ट द्वारा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अंतिम प्रयास किया जाएगा। क्लाइमेक्स आपकी स्क्रिप्ट के अंत का भी निर्धारण करेगा। परीथितियां स्पष्ट होती हैं और आपकी हीरोइन एक सुखद अंत की ओर बढ़ सकती है या उसका घोड़ाडा उसको पटक कर गिरा सकता है।
    • यह ध्यान रखिएगा कि आपको तब तक यह पक्की तरह से तय करने की ज़रूरत नहीं है कि आपकी स्क्रिप्ट में कितने दृश्य होंगे, जब तक कि आपने स्क्रिप्ट का अपना पहला ड्राफ़्ट या फ़्लैश ड्राफ़्ट तैयार नहीं कर लिया होगा। मगर जब आप लिख रहे हों, तब इन संख्याओं को ध्यान में रखिएगा। संभावना यही है कि आप तीन एक्ट्स के आधार पर अधिक संरचित स्क्रिप्ट बनाने के लिए अपने ड्राफ़्ट को काटे-छांटेंगे या उसे एडिट करेंगे।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 फ़्लैश ड्राफ़्ट बनाइये:
    फ़्लैश ड्राफ़्ट स्क्रिप्ट के लिए आपका पहला प्रयास होता है, जहां आप जल्दी से लिखते हैं, आप जो लिख रहे हैं उसके बारे में अधिक विचार नहीं करते और एडिट करने से बचते हैं। कुछ स्क्रीनलेखक एक हफ्ते में या कुछ लोग बहुत दिनों में फ़्लैश ड्राफ़्ट लिखने का प्रयास करते हैं। अगर आप एक मज़बूत लॉगलाइन, एक मज़बूत ट्रीटमेंट, और एक मज़बूत कहानी की रूपरेखा से शुरुआत करेंगे तब आप एक मज़बूत फ़्लैश ड्राफ़्ट बना सकेंगे।[२९]
    • जब अपना फ्लैश ड्राफ़्ट बना रहे हों तब अपने विचार प्रकट करने पर फ़ोकस करिए। शब्दों के चयन के लिए रुक कर परेशान होने या प्रूफ़रीडिंग करने से लिखने की प्रक्रिया में बाधा पड़ सकती है। बस ब्रेन स्टॉर्म करिए और खुले मन से लिखिए
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 विज़ुयली लिखिए:
    याद रखिए कि आप विज़ुयल माध्यम के लिए लिख रहे हैं। उन चीज़ों पर फोकस करिए जो देखी और सुनी जा सकती हैं और दर्शक को जिनका स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता न हो।[३०]
    • For example, in “Pulp Fiction”, Tarantino describes drug use in a series of quick close ups that show what is being seen and heard on screen.[३१]

      CLOSEUP – THE NEEDLE
      विन्सेंट की नस में जाते हुये।
      CLOSEUP – BLOOD
      वापस सिरिन्ज में स्पर्ट (spurt) कर जाते हुये, हेरोइन के साथ मिलते हुये।
      CLOSEUP – VINCENT'S THUMB
      प्लंजर को नीचे दबाते हुये।

    • टेरेंटिनों बहुत से चटकीले विशेषणों या विवरणों का इस्तेमाल नहीं करता, मगर पृष्ठ पर इस्तेमाल की हुई स्पेसिंग (spacing) और विवरण बहुत विशद चित्रण करता है। जब आप विवरणों का इस्तेमाल कर रहे हों तब उनको खास और अरेस्टिंग (arresting) बना दीजिये जैसे कि “moving” के लिए स्पर्ट “spurt” का इस्तेमाल और “arm” की जगह “vein” का इस्तेमाल।
    • पृष्ठ पर सफ़ेद जगहों से घबराइए मत। टेरेंटिनों सफ़ेद स्थानों का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए करता है ताकि प्रत्येक दृश्य दर्शक को जल्दी से और सर्वाधिक प्रभाव के लिए हिट (hit) करे। दर्शक को ड्रग के इस्तेमाल की भावना का अनुभव होगा और वह भी बिना लंबे शॉट्स और बहुत अधिक स्क्रीन टाइम लिए।
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 अपने डायलॉग्स को...
    अपने डायलॉग्स को तीन लाइनों या उससे कम ही रखिएगा: आपके करीब 95% डायलॉग संक्षिप्त और मुद्दे पर होने चाहिए। स्क्रीनप्ले में मोनोलॉग भी महत्वपूर्ण होते हैं, और भली भांति किये जा सकते हैं (जैसे कि “Pulp Fiction” में जूल्स का अंतिम मोनोलॉग या “When Harry Met Sally” के अंत में हैरी का मोनोलॉग)। मगर आपके अधिकांश डायलॉग जल्दी-जल्दी बोले गए वार्तालाप के रूप में ही होने चाहिए। भाषण बाज़ी से बचिए। आपकी स्क्रिप्ट में वार्तालाप चीज़ों को आगे बढ़ाता है।
    • जैसे कि “When Harry Met Sally” के डाइनर वाले दृश्य में एफरोन दृश्य को आगे बढ़ाने के लिए और चरित्र को उजागर करने के लिए डायलॉग का इस्तेमाल करता है:[३२]

      हैरी
      तो, तुमने शेल्डन से संबंध कैसे तोड़ लिया?
      सैली
      तुम्हें कैसे पता कि हमारा संबंध टूट गया है?
      हैरी
      क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता, तुम मेरे साथ नहीं होतीं, तुम वंडर श्लोंग (Wonder Schlong) शेल्डन के साथ होतीं।
      सैली
      सबसे पहले, मैं तुम्हारे साथ नहीं हूँ। दूसरा, इससे तुम्हें कोई मतलब नहीं कि हम अलग क्यों हुये।
      हैरी
      तुम सही हो, सही कह रही हो। मैं नहीं जानना चाहता।
      सैली
      अगर तुम्हें जानना ही है, क्योंकि वह बहुत ईर्ष्यालु है और मेरे पास यह डेज़ ऑफ द वीक (Days of the Week) अंडरपैंट थे।
      हैरी
      (बज़र की आवाज़ निकालता है)
      जज इस पर आदेश दे रहा है। डेज़ ऑफ द वीक अंडरपैंट?
      सैली
      हाँ। उसमें हफ्ते के दिन थे, मुझे लगा कि वह एक तरह से हास्यास्पद था – और एक दिन उसने मुझसे कहा, तुम संडे कभी नहीं पहनतीं। उसे शक हो गया। संडे कहाँ था? मैंने संडे कहाँ छोड़ दिया था? और मैंने उसे बताया, मगर उसने मुझ पर विश्वास नहीं किया।
      हैरी
      क्या?
      सैली
      वे संडे बनाते ही नहीं।

  9. How.com.vn हिन्द: Step 9 अपने चरित्रों के डायलॉग अलग-अलग बना लीजिये:
    आपके चरित्र जीते जागते व्यक्ति हैं इसलिए उनके डायलॉग, उनके पालन पोषण, उनके बैकग्राउंड, और जीवन में उनके दृष्टिकोण के अनुरूप होने चाहिए। उदाहरण के लिए एक युवा जिसका बचपन ब्रोंक्स में बीता होगा, के बोलने का पैटर्न और अपभ्रंशों का इस्तेमाल उस बूढ़ी स्त्री जैसा नहीं होगा जिसका बचपन 60 के दशक के इंग्लैंड में बीता हो। डायलॉग को ऐसा लगना चाहिए जो कि वास्तविक व्यक्ति दुनिया के उस स्थान पर उस जीवंत समय में कहते।[३३]
    • अगर किसी दृश्य में एक से अधिक पात्र बोल रहे होंगे (जैसा कि अधिकांश अच्छे स्क्रीनप्लेज़ में होगा) तब तो पात्रों के डायलॉग अलग-अलग होना और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाएगा। “Thelma & Louise” में, खौरी प्रत्येक चरित्र को, जब वे एक ही दृश्य में उपस्थित होते हैं, उनके अलग दृष्टिकोण तथा विचार दिखाने के लिए, विशिष्ट बोली के पैटर्न और अपभ्रंश देता है।
    • जो डायलॉग ऑब्वियस (obvious) हों उनको छोड़ दीजिये: डायलॉग को सदैव ही एक ही समय में एक से अधिक चीज़ें करनी चाहिए। अगर कोई डायलॉग, पाठक को, केवल किसी चरित्र के संबंध में केवल कोई पिछली कहानी बताता है या केवल किसी पात्र के प्रश्न का जवाब देता है, तब वह उस जगह के लिए काफ़ी नहीं है। “When Harry Met Sally” का डाइनर डायलॉग केवल पात्रों की बातचीत करने का तरीका नहीं है। उसकी जगह, जो कहानी सैली, हैरी को सुनाती है, सम्बन्धों के बारे में उसका दृष्टिकोण और घनिष्ठता और ईमानदारी के बारे में उसके विचारों को दिखाती है।
    • अगर आप अपनी स्क्रिप्ट में मोनोलॉग का इस्तेमाल करने वाले हैं तब पूरी स्क्रिप्ट में एक या दो ही रखिए और उन्हें महत्वपूर्ण बना दीजिये। उन्हें विलक्षण होना चाहिए और आपकी कहानी के और/या आपके चरित्रों के विकास लिए आवश्यक भी होने चाहिए।
    • आपमें, प्राचीन भाषा का इस्तेमाल करके अपने पात्रों को "फ़ैन्सी" बनाने का लालच हो सकता है, विशेषकर तब, जब आप कोई पीरियड (period) या ऐतिहासिक फ़िल्म लिख रहे हों। इसलिए, याद रखिए कि तब भी आपके पात्रों को आधुनिक दर्शकों के लिए वास्तविक व्यक्तियों की तरह बातचीत करते हुये लगना चाहिए। भारी भरकम भाषा में इतने मत उलझ जाइएगा कि आपके चरित्रों का आकर्षण ही समाप्त हो जाये।
  10. How.com.vn हिन्द: Step 10 दृश्य में देर से घुसिए और जल्दी निकल जाइए:
    चरित्रों के वर्णन के बारे में या दृश्य की सेटिंग के संबंध में लफ़्फ़ाज़ी करने के लालच से बचिएगा। स्क्रीनलेखन का उद्देश्य सुंदर बारीकियाँ बताना उतना नहीं है जितना दृश्य को जल्दी से समाप्त करके दर्शक को आगे देखते रहने का कारण देना। इसकी एक अच्छी तरकीब है कि दृश्य के पहले और अंतिम वाक्य को काट दिया जाये। अगर दृश्य उन दोनों वाक्यों के बिना भी काम कर सकता है तब उसे वैसा ही रहने दीजिये।[३४]
    • उदाहरण के लिए, “Pulp Fiction” में, टेरेंटिनों बहुत से दृश्यों को निर्णायक पल पर समाप्त कर देता है, जैसे कि दो हिट मेन किसी लक्ष्य को समाप्त करते हैं या कोई फ़ाइटर किसी को हराता है। फिर वह उस निर्णायक पल से कट करके सीधे नए दृश्य पर चला जाता है। इससे कहानी का एक्शन चलता रहता है और दर्शक बंधा रहता है।
  11. How.com.vn हिन्द: Step 11 अपने चरित्रों को...
    अपने चरित्रों को बड़े स्टेक्स (stakes) और बड़े लक्ष्य दीजिये: फ़िल्म लेखन का एक बड़ा ड्राव (draw) यह है कि आप बड़ी घटनाओं और इमेजेज़ को बड़े फ़ारमैट में दिखा सकते हैं, जिन्हें “सेट पीसेज़ (set pieces)” कहा जाता है। सेट पीसेज़ आम तौर पर ऐसे उच्च प्रभाव वाले सीक्वेंस होते हैं जो चित्ताकर्षक होते हैं और अधिकांश एक्शन फ़िल्मों में, भव्य भी। मगर ऐसी फ़िल्मों में भी जिनमें दो लोग एक दूसरे से भिन्न सेटिंग में बातें कर रहे हों (“When Harry Met Sally”) या दो महिलाएं भाग रही हों (“Thelma & Louise”), चरित्रों के लिए सदैव बड़े स्टेक्स और बड़े लक्ष्य होने ही चाहिए।[३५]
    • हैरी और सैली दोनों ही प्रेम और साथ की तलाश में हैं, और एक दशक की दोस्ती के बाद, एहसास करते हैं कि दोनों ने एक दूसरे में वह पा लिया है। तो स्टेक्स ऊंचे हैं क्योंकि अगर उनके रूमानी संबंध काम नहीं करेंगे, तब उनकी दोस्ती समाप्त हो जाएगी, और लक्ष्य ऊंचे हैं क्योंकि दोनों का ही सार्वभौमिक लक्ष्य है: प्रेम।
    • थेलमा तथा लुईस दोनों के भी उच्च स्टेक्स और लक्ष्य हैं। घटनाक्रम दोनों ही पात्रों को ऐसी परिस्थिति में धकेल देता है जहां वे जेल जा सकती हैं, जो कि उच्च स्टेक्स है। तो उनका बड़ा लक्ष्य है कानून से बचना और किसी तरह से परिस्थिति से निकल कर अपनी आज़ादी बनाए रखना।
  12. How.com.vn हिन्द: Step 12 सुनिश्चित करिए कि...
    सुनिश्चित करिए कि आपके स्क्रीनप्ले की एक शुरुआत, मध्य और अंत हो: सब कुछ वापस तीन एक्ट के ढांचे पर वापस आ जाता है। आपका स्क्रीनप्ले, चाहे जितना भी खास हो या विषयवस्तु चाहे जितनी भी दिलचस्प हो, उसे तीन एक्ट्स में फिट होना ही चाहिए। एक एक्ट 1 होना चाहिए जिसमें घटना उकसाई जाये, एक एक्ट 2 जिसमें प्रोटागोनिस्ट के लक्ष्य और उभरता हुआ एक्शन अथवा लक्ष्य के लिए अवरोध सामने आयें, और एक एक्ट 3 जिसमें क्लाइमेक्स तथा समापन हो।
विधि 3
विधि 3 का 3:

स्क्रीनप्ले को दोहराना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 अपनी फ़ारमैटिंग की जांच करिए:
    आपके स्क्रीनप्ले का कम से कम एक ड्राफ़्ट बन चुका है, या अनेक ड्राफ्ट बन चुके हैं। मगर आप उसे किसी और को पढ़ कर सुनाएँ अथवा उन स्टुडियो एक्ज़ीक्यूटिव्स को भेजें जिनकी उसमें दिलचस्पी हो, उसके पहले आपको यह देखना चाहिए कि वह उचित ढंग से फ़ारमैट हुआ है अथवा नहीं।[३६]
    • जाँचिए कि आपकी स्क्रिप्ट “फ़ेड इन”, एक टाइटल कार्ड, और स्टिंग के विवरण से शुरू होती है अथवा नहीं।
    • पुष्टि करिए कि आपकी स्क्रिप्ट में प्रत्येक चरित्र के विवरण के लिए लाइन है या नहीं, विशेषकर तब, जबकि स्क्रिप्ट में वह चरित्र पहली बार सामने आ रहा हो।
    • ध्यान रखिए कि सभी चरित्रों के नाम और सभी आवाज़ें कैप्स (caps) में हों।
    • पुष्टि करिए कि सभी विज़ुयल संकेत कोष्ठक में हों।
    • परिवर्तनों पर ध्यान दीजिये, जैसे दृश्यों के बीच में “Cut to”, “Fade to”, या “Dissolve to”।
    • पुष्टि करिए कि अगर पेज ब्रेक किसी डायलॉग या दृश्य के बीच में आ रहा हो तब पृष्ठ के बॉटम में नोट्स हों जिन पर (MORE) या (CONTINUED) लिखा हो।
    • पृष्ठ के टॉप पर दाईं ओर पृष्ठ संख्या लिखी होनी चाहिए।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 स्क्रीनप्ले को बोल कर पढ़िये:
    मूवी व्यवसाय में, जब आप स्क्रिप्ट बेच देंगे तब यह रीड-थ्रू (read-through) एक गोल मेज़ पर हो सकता है जहां वे अभिनेता तथा अभिनेत्री भी होंगे जो आपके चरित्रों की भूमिका निबाहेंगे।[३७]
    • चाहे अभी आपने अपने मन पसंद स्टुडियो को अभी अपनी स्क्रिप्ट नहीं भी बेची हो, तब भी स्क्रीनप्ले का रीड-थ्रू महत्वपूर्ण होता है। कुछ दोस्तों से कहिए कि वे किसी दृश्य के विभिन्न चरित्रों की भूमिकाएँ निबाहें। ध्यान दीजिये कि किस प्रकार से डायलॉग कहानी को आगे बढ़ाने में काम कर रहे हैं और दृश्यपरिवर्तन किस प्रकार से काम कर रहे हैं। सुनिए कि आपके चरित्र किस तरह बोल रहे हैं, और स्वयं से पूछिये कि क्या यह बड़े पर्दे पर काम करेगा।

सलाह

  • 'We' कहने से बचिए; यह गैरव्यावसायिक लगता है। ऐसे निर्देश मत दीजिये "वी पैन आउट अवे फ़्रोम (We pan out away from)..." और "वी सी हिम रनिंग डाउन द स्ट्रीट (We see him running down the street)"।
  1. http://www.dailyscript.com/scripts/whenharrymesally.pdf
  2. http://www.dailyscript.com/scripts/thelmaandlouise.html
  3. http://www.dailyscript.com/scripts/thelmaandlouise.html
  4. http://www.dailyscript.com/scripts/whenharrymesally.pdf
  5. http://www.dailyscript.com/scripts/thelmaandlouise.html
  6. http://www.imsdb.com/scripts/Pulp-Fiction.html
  7. http://www.imsdb.com/scripts/Pulp-Fiction.html
  8. http://www.dailyscript.com/scripts/thelmaandlouise.html
  9. http://www.dailyscript.com/scripts/whenharrymesally.pdf
  10. http://www.imsdb.com/scripts/Pulp-Fiction.html
  11. http://www.writersstore.com/how-to-write-a-screenplay-a-guide-to-scriptwriting/
  12. http://www.imsdb.com/scripts/Pulp-Fiction.html
  13. http://www.creative-writing-now.com/write-a-movie-script.html
  14. http://www.bbc.co.uk/worldservice/arts/features/howtowrite/screenplay.shtml
  15. http://www.creative-writing-now.com/write-a-movie-script.html
  16. http://www.creative-writing-now.com/writing-character-profiles.html
  17. http://thewritepractice.com/screnplay-process/
  18. http://thewritepractice.com/screnplay-process/
  19. http://www.creative-writing-now.com/screenplay-structure.html
  20. http://thewritepractice.com/screnplay-process/
  21. http://www.writersdigest.com/online-editor/7-ways-writing-a-screenplay-is-different-than-writing-a-novel
  22. http://www.imsdb.com/scripts/Pulp-Fiction.html
  23. http://www.dailyscript.com/scripts/whenharrymesally.pdf
  24. http://www.writersdigest.com/online-editor/7-ways-writing-a-screenplay-is-different-than-writing-a-novel
  25. http://www.writersdigest.com/online-editor/7-ways-writing-a-screenplay-is-different-than-writing-a-novel
  26. http://www.writersdigest.com/online-editor/7-ways-writing-a-screenplay-is-different-than-writing-a-novel
  27. http://www.writersstore.com/how-to-write-a-screenplay-a-guide-to-scriptwriting/
  28. http://thewritepractice.com/screnplay-process/

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Lucy V. Hay
सहयोगी लेखक द्वारा:
प्रोफेशनल स्क्रीनराइटर
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Lucy V. Hay. लूसी V. हे एक लेखक, स्क्रिप्ट एडिटर और ब्लॉगर हैं जो राइटिंग वर्कशॉप, कोर्सेज और अपने ब्लॉग Bang2Write के जरिये दूसरे राइटर्स की मदद करती हैं | लूसी दो ब्रिटिश थ्रिलरस और उनके डेब्यू क्राइम नॉवेल, The Other Twin की प्रोड्यूसर हैं जो हाल ही में Free@Last TV जो Emmy-nominated Agatha Raisin निर्माता हैं, के द्वारा स्क्रीन पर आने वाला है | यह आर्टिकल ९,९३७ बार देखा गया है।
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