आर्टिकल डाउनलोड करेंआर्टिकल डाउनलोड करें
X
विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को लिखने में और इसकी गुणवत्ता सुधारने में लेखकों ने अपनी स्वेच्छा से (volunteer authors) कार्य किया।
यह आर्टिकल ५,०६९ बार देखा गया है।
भारतीय भोजन और पाकक्रिया में घी का बहुत उपयोग होता है। घी न केवल सुस्वादु होता है, इसका स्मोक पॉइंट (smoke point) भी अधिक होता है जिसके कारण तलने (फ्राइंग) के लिए अत्यन्त उपयोगी है। आयुर्वेद में अनेकों दवाओं के निर्माण में यह आधार का काम करता है। घी, खाद्य तेल (कुकिंग आयल) का बहुत अच्छा विकल्प है।
- 1क्रीम इकट्ठी करें: जब भी आप दूध को गरम करें तो उसके सबसे ऊपर जमे क्रीम को निकालकर अलग फ्रिज में रखें। तब तक इसे फ्रिज में रखें जब तक आपके पास पर्याप्त घी बनाने के लिए क्रीम इकट्ठी न हो जाय। प्रायः एक सप्ताह या दस दिन तक का क्रीम को इकट्ठा किया जाता है और फिर इससे घी बनाया जाता है।
- 2इस क्रीम में कुछ चम्मच ताजी दही डालें: पाँच कप क्रीम में तीन चम्मच दही डाल सकते हैं। इस मिश्रण को 6-7 घंटे तक खट्टा होने दें। यदि आप किसी ठण्डे प्रदेश में रहते हैं तो 10 घण्टे या पूरी रात रखने से भी कोई खराबी नहीं आयेगी।
- 3इस खट्टी क्रीम को 3 से 4 घण्टे फ्रिज में ठण्डा करें: यदि आप किसी गरम जगह पर रहते हैं तो यह विशेष रूप से जरूरी है। इससे घी बनने में आसानी होगी।
- 4इस खट्टी क्रीम को अपने ब्लेण्डर में डालें और उसमें चौथाई कप ठण्डा पानी मिलाएँ: ब्लेन्डर को एक-डेढ़ मिनट तक सबसे कम गति पर चलाएँ। आप देखेंगे कि घी और मट्ठा अलग हो रहे हैं। जब मट्ठा पर्याप्त रूप से पतला दिखने लगे और घी उपर आ जाय तो ब्लेण्डर को बन्द करके तैरते हुए घी को एक बाउल में डाल दें।
- 5बटर को इकट्ठा कर लें। इसे कड़ाही में डालकर हल्के आँच पर उबालें।
- 6गरम करने की इस प्रक्रिया में तीन स्तर दिखते हैं - सबसे ऊपर एक फोम जैसी तैरता हुआ स्तर, उसके नीचे द्रव रूप में घी और सबसे नीचे पेंदी में ठोस पदार्थ ।
- 7तब तक गरम करें जब तक इसके सभी ठोस अलग न हो जाँय। इसके बाद जो द्रव बचता है वही घी है। इसे छन्नी से छानते हुए किसी बर्तन में डाल दीजिए। इसे स्टोर कीजिए।
विकीहाउ के बारे में
सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ५,०६९ बार पढ़ा गया है।