कैसे बहु‐प्रतिभाशाली या मल्टीटेलेंटेड बनें (Multi‐talented Kaise Bane)

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अपने टेलेंट्स और क्षमताओं को विभिन्न विषयों में बढ़ाने का प्रयास बेशक एक हिम्मत वाला काम है। और यह संभव भी है। दरअसल मल्टीटेलेंटेड बनना, आप जितना कठिन समझते हैं, उससे कहीं अधिक आसान होता है। उन टेलेण्ट्स की प्रैक्टिस करने से, जिनमें आप सुधरना चाहते हैं, एक पॉज़िटिव मनोभावना बनाए रखने से, और अपने दिलचस्पी और ज्ञान के आधार को बढ़ाने से आपको सभी तरीकों से टेलेंटेड बनने में सहायता मिल सकती है।

विधि 1
विधि 1 का 3:

प्रैक्टिस से अनेक टेलेंट्स को विकसित करना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 प्रैक्टिस:
    आप चाहे जिस एरिया में भी टेलेंटेड होने का प्रयास कर रहे हों, आपको पता है कि आपको प्रैक्टिस तो करना ही होगा। यह तब और भी सच होगा जबकि आप विभिन्न एरियाज़ में टेलेंट बढ़ाने का प्रयास कर रहे होंगे। सौभाग्य से, आपको उतने प्रैक्टिस की ज़रूरत नहीं है, जितना आप सोच रहे होंगे, और शायद आप एक दिन में अनेक टेलेण्ट्स की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। आप जितना समय लगाते हैं, उसका पूरा फ़ायदा उठाने के लिए आपको ध्यान इस पर देना होगा कि आप सीखना क्या चाहते हैं।
    • एक महीने के लिए, प्रतिदिन प्रत्येक को 40-45 मिनट देते हुये, दो अलग-अलग टेलेण्ट्स की प्रैक्टिस करिए।
    • अगर आपसे कभी-कभार किसी एक टेलेंट की प्रैक्टिस छूट भी जाये तो परेशान मत हो जाइएगा। अगर आप प्रत्येक टेलेण्ट की महीने भर प्रतिदिन प्रैक्टिस करेंगे, तब आप जिस टेलेंट को विकसित करना चाहते हैं, उसके सुधार के लिए आपने करीब 20 घंटे की फ़ोकस्ड (focussed) प्रैक्टिस की होगी![१]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 आप जिन टेलेंट्स...
    आप जिन टेलेंट्स को पाना चाहते हैं उनको डीकंस्ट्रक्ट (Deconstruct) करिए: जान बूझ कर और एफ़िशिएण्ट्ली (efficiently) प्रैक्टिस करने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रैक्टिस के दौरान आप पूरी तरह से फ़ोकस्ड रहें। प्रैक्टिस के समय की एफ़िशिएन्सी बढ़ाने में मदद करने का एक तरीका यह है, कि आप जिन टेलेंट्स को बढ़ाना चाहते हैं उनको विशेष टेलेण्ट्स के रूप में डीकंस्ट्रक्ट कर दिया जाये।
    • अपने आप से पूछिये; कि आप जिस भी क्षमता का विकास कर रहे हैं उसमें टेलेंटेड होने के लिए आपको किस चीज़ में अच्छा होने की ज़रूरत है?
    • जब भी आप किसी चीज़ की प्रैक्टिस करना शुरू करें तब हर बार किसी निश्चित लक्ष्य को प्राप्त करना चुन लीजिये। किसी छोटे काम या प्रोसेस को भी बार-बार तब तक दोहराइए जब तक आप उसमें मास्टर (master) न हो जाएँ।[२] जैसे कि, अगर आप किसी खेल को खेलने की अपनी क्षमता को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, तब उस खेल को खेलने के किसी बिलकुल बेसिक पक्ष चुन लीजिये और 45 मिनट केवल उसी पक्ष को सुधारने के लिए लगाइए।
      • उदाहरण के लिए, अगर आप बेहतर सौकर (soccer) खिलाड़ी बनने की आशा कर रहे हैं, तो सौकर बॉल को मैदान में एक पैर से आगे पीछे ड्रिबल करिए।
      • अगर आप बास्केटबॉल खिलाड़ी के रूप में अपने टेलेंट को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, तब केवल ले-अप्स (lay-ups) को शूट करिए।
    • एक टेलेंट को सुधारने के प्रयास को डीकंस्ट्रक्ट करने से, आपको अन्य टेलेंट सुधारने में भी मदद मिलेगी। खेल के उदाहरण को ही लेते हुये, यह कह सकते हैं कि कोई भी फ़िजिकल (physical) गतिविधि करने से आपकी शेप (shape) में सुधार होगा और आपका कोऑर्डिनेशन (coordination) सुधरेगा, जिसके कारण आमतौर पर आपकी शारीरिक क्षमताओं में सुधार होगा।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 जब तक आप...
    जब तक आप खुद से सही न कर सकें, तब तक प्रैक्टिस करते रहिए: इतना प्रैक्टिस करिए कि आप अपनी किसी क्षमता को करने में हुई ग़लतियों को न केवल नोटिस (notice) कर सकें बल्कि उनको ठीक भी कर सकें। (जब आप नियमित रूप से प्रैक्टिस के क्रम को पूरा कर चुकेंगे, जिसमें आपने एक महीने तक लगभग प्रतिदिन प्रैक्टिस की होगी, संभावना है कि आप इस पॉइंट (point) तक पहुँच जाएँगे।)
    • इससे आगे बढ़ते हुये, आपकी प्रैक्टिस और अधिक एफ़िशिएंट होता जाएगा। यह इसलिए होगा क्योंकि आपने ज्ञान का एक सॉलिड (solid) आधार बना लिया होगा जिससे आपका टेलेंट स्वाभाविक रूप से आगे बढ़ेगा।
    • जैसे कि, अगर आप कोई इन्स्ट्रुमेंट बजाने की अपना क्षमता को बढ़ाने की बात सोच रहे हों, तब एक ही नोट या कॉर्ड इतनी बार बजाइए कि जब आवाज़ ज़रा भी हट कर आए तब आपको अपने आप पता चल जाये कि आपसे क्या ग़लत हुआ है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 कंसिस्टेंट (consistent ) और परसिस्टेंट (persistent) बने रहिए:
    डैबल (dabble) करना और प्रैक्टिस करना दो अलग-अलग चीज़ें होती हैं। हफ़्ते में दो बार जॉग (jog) करना या पेंटिंग करना, मज़ेदार और स्वास्थ्यवर्द्धक चीज़ हो सकती है, मगर इसमें टेलेंट हासिल करने के लिए, आपको अपने सुधरने के प्रयास में अधिक डिसिप्लिन (discipline) लाने की आवश्यकता होगी। और कोई ऐसी चीज़ जो आपको परसिस्टेंट होने में मदद कर सकेगी वो है कि एक ही समय में दो भिन्न-भिन्न टेलेंट्स की प्रैक्टिस और उनको सुधारने का प्रयास किया जाये।
    • दिन-प्रति-दिन एक ही समय पर प्रैक्टिस करने की आदत डालिए।
    • आप जिन दो टेलेंट्स को एक ही समय में सुधारने का प्रयास कर रहे हों उनसे संबन्धित टेलेण्ट्स की प्रैक्टिस का प्रयास करिए। एक टेलेंट की प्रैक्टिस के तुरंत बाद दूसरे की प्रैक्टिस की आदत डाल लीजिये।
    • उदाहरण के लिए, जैसे ही आप अपनी रोज़ाना की दौड़ के बाद घर लौटें, पेंट करने के लिए बैठ जाइए। प्रैक्टिस सत्रों को एक साथ ग्रुप (group) कर लेने से आपको दोनों को कंसिस्टेंटली करने की प्रेरणा मिलेगी।
    • अपनी दिन-प्रति-दिन की गतिविधियों में वैरायटी (variety) लाने के लिए दो बिलकुल अलग-अलग टेलेंट्स पर काम करिए। इस चरण में इस्तेमाल किए गए उदाहरण के अनुसार, दौड़ने जैसी एक्टिव (active) चीज़ के साथ पेंटिंग जैसी क्रिएटिव (creative) और कंटेंपलेटिव ((contemplative), चीज़ को करना बहुत बढ़िया रहता है।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 प्रैक्टिस के दौरान...
    प्रैक्टिस के दौरान उन सभी चीजों को हटा दीजिये जिनसे ध्यान बँटता हो: प्रैक्टिस के समय उचित फोकस बनाए रखने के लिए केवल अपनी विलपावर (willpower) पर ही विश्वास मत करिए। ये कुछ सुझाव हैं कि किस प्रकार आप अपने प्रैक्टिस के समय को, बीच में आने वाली बाधाओं से बचा सकते हैं:
    • समय के एक ब्लॉक को प्रैक्टिस के लिए अलग से तय कर लीजिये और उस पूरे समय अपने आप को प्रैक्टिस करने के लिए कमिट (commit) कर लीजिये। अगर आप चाहें तो एक टाइमर भी लगा सकते हैं।
    • अपने फ़ोन को साइलेंट पर कर लीजिये।
    • यह सुनिश्चित कर लीजिये कि आपके आसपास किसी स्क्रीन पर कुछ न चल रहा हो (बशर्ते कि आप उसका इस्तेमाल अपने प्रैक्टिस के लिए न कर रहे हों)।
    • अगर संगीत चल रहा हो, तब कुछ ऐसा चुनिये जिसमें कि शब्द न हों।
विधि 2
विधि 2 का 3:

एक टेलेंट-प्रेरक माइंडसेट (Mindset) बनाए रखना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 निगेटिव विचारों को नकार दीजिये:
    विभिन्न एरियाज़ में टेलेंट बनाए रखने के लिए, अपने आपको उन निगेटिव विचारों को नकारने के लिए ट्रेन करिए, जो उन विभिन्न लक्ष्यों को पाने के आपके प्रयासों की आपकी क्षमता को घटा सकते हैं, जो आपने अपने लिए तय किए हैं। अपने मन में निगेटिव विचारों को आने से रोकने के अनेक तरीके होते हैं:[३]
    • भय पर विजय पाइए: हिम्मती हैं, हाँ। मगर सोचिए कि वो क्या है जो आपके कदम जकड़े हुये है। टेलेंट हासिल करने में सबसे सामान्य बाधा आपके अपने इमोशन्स (emotions) पर आधारित होती है।[४] इसे पहचानिए और भय जैसे इमोशनल पर्सपेक्टिव्स (perspectives) को, उन टेलेंट्स को पाने के, अपने प्रयासों को बाधित करने से रोक दीजिये, जिनको आप पाना चाहते हैं।
    • निगेटिव को छाँट दीजिये। हमारी आदत होती है कि हम पॉज़िटिव को छाँट देते हैं और निगेटिव के लिए बहुत चिंतित हो जाते हैं, विशेषकर अपनी क्षमताओं और अपनी समझ को ले कर। इस मानसिक फंदे में मत फँसिए। अपने सुधार की गुंजायश के बारे में उतना ही सोचिए जितना आपको सुधार करने के लिए प्रेरित करता रहे।
    • बीच का रास्ता पहचान लीजिये। परफेक्ट होने के सिद्धान्त को छोड़ दीजिये। यह मत सोचिए कि किसी चीज़ में टेलेंटेड होने के लिए आपको उसमें परफेक्ट होने की ज़रूरत है।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 पॉज़िटिव विचारों से अपनी स्थिति मज़बूत करिए:
    केवल आशावादिता, अपने आप, आपको किसी भी चीज़ में बेहतर नहीं बनाएगी, मगर इससे सहायता मिलेगी। यह समझ लीजिये कि निष्पक्ष रूप से यह तय करना आपके नियंत्रण में है, कि किस प्रकार किसी चीज़ के बारे में सोचें, विशेषकर उन लक्ष्यों के बारे में जो आपने अपने लिए तय किए हैं और उनको पाने की अपनी क्षमता के बारे में।
    • जब निगेटिव विचार आपके मन में उठें, तब उनको ऐसे रीफ़्रेम (reframe) करिए जिससे कि उनमें वही सच तो हो मगर उसे एक अधिक पॉज़िटिव दृष्टिकोण से देखा गया हो। जैसे कि:[५]
      • यह सोचने की जगह, “मैंने यह पहले कभी नहीं किया है, और यह मुश्किल भी लगता है,” सोचिए, “यह तो सीखने का एक अवसर है, और इसको करने के तरीके भी कितने हैं।”
      • यह सोचने की जगह, “मैं तो बहुत आलसी हूँ” या “मेरे लिए यह कर पाना तो असंभव है,” अपने आप को बताइये, “मैंने अभी इसमें पर्याप्त समय नहीं दिया है, मगर कम से कम कोशिश करके देख तो सकता हूँ कि होता क्या है।”
      • अंत में, इस बात से हताश मत हो जाइएगा कि आपके टेलेंट्स में सुधार कितनी धीमी गति से हो रहा है। स्वयं को यह बताने का निर्णय करिए कि इसमें एक कोशिश तो और करनी ही चाहिए।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 सोचने वाले भाग की भी प्रैक्टिस करिए:
    अपने आपको पॉज़िटिव विचारों के लिए तैयार करने के लिए भी प्रैक्टिस की ज़रूरत होती है। और उसका परिणाम भी मिलेगा। केवल पॉज़िटिव भावनाओं को अपने आप से बार बार दोहरा कर और निगेटिव विचारों को अपने से दूर हटा कर, अपने आसपास की दुनिया की, और अपने आप की आलोचना करना कम करिए।
    • पॉज़िटिव माइंडसेट (mindset) बनाए रखने से न सिर्फ़ आपका मूड (mood) बेहतर होगा, बल्कि इससे आपको नए टेलेंट को हासिल करने के लिए कड़े परिश्रम में जुटे रहने की प्रेरणा पाने में भी सहायता मिलेगी।[६]
विधि 3
विधि 3 का 3:

आम तौर पर टेलेंट पाने के लिए अपनी क्षमताओं का विस्तार करना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 अपनी प्रगति को मॉनिटर करिए:
    यह समझ लीजिए कि फ़ोकस्ड प्रैक्टिस करने में सदैव मज़ा आता हो, ऐसा नहीं है। हालांकि अपने टेलेंट्स के विकास का एहसास होना मज़ेदार होता है। आपको जो मिलता है उसको पहचानिए और उसकी सराहना करिए – जैसे कि एक मील दौड़ने का रिकॉर्ड समय या कोई खास कठिन पेंटिंग पूरी कर पाना।
    • अगर आपकी प्रगति के कोई टैंजिबल (tangible) निशान हों (शायद जैसे कि पेंटिंग), तो उनको ऐसी जगह रखिए, जहां आप अपने आपको प्रैक्टिस करने के लिए और अपने टेलेंट्स को सुधारने की कोशिश करते समय प्रेरित होने के लिए उनको अक्सर देख सकें!
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 आराम करिए:
    अपने दिमाग़ और शरीर को फ़ोकस और एनर्जी के साथ प्रैक्टिस करने के लिए तैयार रखिए। इससे भी अधिक यह, कि सही तरह से आराम करिए। आप जो टेलेंट सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, अगर उसमें कठोर शारीरिक श्रम और मानसिक फ़ोकस की ज़रूरत पड़ने वाली हो तब आपको अपने दिमाग़ और शरीर को प्रभावी तरीके से पर्याप्त प्रैक्टिस करके उसके लिए तैयार करना पड़ेगा।[७]
    • इसमें वास्तव में ज़रूरत यह पड़ेगी कि आप सप्ताह में एक दिन छुट्टी लें। यह करना तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब इससे हफ़्ते के बाकी दिन प्रभावी रूप से प्रैक्टिस करने की क्षमता बढ़ जाती हो।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 यह मान लीजिये...
    यह मान लीजिये कि प्रैक्टिस और कठिनाई के बावजूद प्रयास करते रहने की दृढ़ता की तुलना में, आंतरिक टेलेण्ट का महत्व कम होता है: कुछ लोग जिन क्षमताओं के साथ पैदा हुये लगते हैं, उनमें भी वे टेलेंट जन्मजात होने के स्थान पर ट्रेनिंग (training) से आए हुये होते हैं।[८] यह अथलीट्स (athletes), संगीतकारों और गणितज्ञों के लिए सत्य है!
    • यह जान लीजिये कि आपको थोड़ी ग्रिट (grit) की ज़रूरत पड़ेगी। जब कभी भी सफल लोगों के गुणों की बात होती है तब मनोवैज्ञानिक “ग्रिट” शब्द का इस्तेमाल करते हैं। ग्रिट का संकेत यह होता है कि लॉन्ग टर्म (long-term) लक्ष्यों को पाने के लिए कठिनाई के बावजूद प्रयास करते रहने की भावना तथा पैशन (passion) दोनों ही उसमें शामिल हैं।[९]
    • अपने टेलेण्ट्स को विकसित करने की कोशिश में, कठिनाइयों पर विजय पाना, आम तौर पर आपके टेलेंट्स को सुधारने में, पॉज़िटिव तरह से प्रभाव डालता है। जब आपके सामने वे चुनौतियाँ हों, जिनका सामना दूसरों को न करना पड़ा हो, तब अपने आपको बताइये कि उन पर विजय पा कर आप बाकी सभी लोगों से एक कदम आगे ही बढ़ गए हैं।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 उन टेलेंट्स को सुधारिए जिनमें आपकी दिलचस्पी हो:
    वैज्ञानिकों को भी यह पक्का पता नहीं है कि टेलेंट को बढ़ाया कैसे जाये। इस सवाल का जवाब कि हम किसी भी काम में अच्छे कैसे हो सकते हैं, अभी तक मिला नहीं है। हमें बेशक यह पता है, कि जो लोग उन चीज़ों से एक्स्पोज्ड (exposed) होते हैं जिनकी ओर उनका स्वाभाविक आकर्षण होता है और फिर उन्हीं चीज़ों में डूब से जाते हैं, वे निस्संदेह उनमें अच्छे हो जाते हैं। ट्रेनिंग और प्रैक्टिस से, लोग उन चीज़ों में बढ़िया हो जाते हैं, जिनमें उनकी पहले से दिलचस्पी रही हो। इन तथ्यों के महत्व को स्वीकार कर लीजिये और उसी के अनुसार काम करिए:[१०]
    • देखिये और बिना किसी रुकावट के लगे रहिए: निस्संदेह आपको प्रेरणा मिलेगी और उत्सुकता होगी तथा आप अंततः उन टेलेंट्स के लिए काम करेंगे जिनमें आपको दिलचस्पी होगी।
    • जिस टेलेंट को पाने की आप आशा कर रहे हैं उसके तकनीकी पक्षों को इग्नोर (ignore) कर दीजिये। जब एक बार आप कमिट (commit) कर लेंगे तब अपनी क्षमताओं को परफेक्ट करने के तकनीकी पक्षों के बारे में सोच सकते हैं।
    • यह सोचने की कोशिश मत करिए कि आपकी दिलचस्पी किसी चीज़ में क्यों है।
    • इन प्रवृत्तियों से बचने से किसी चीज़ में और अधिक लिप्त होने के लिए आप अधिक क्रिएटिव तथा भावनात्मक इच्छा कर सकेंगे।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 पढ़िये:
    आप अनेक चीज़ों में किस तरह अधिक टेलेंटेड हो सकते हैं उसके लिए पढ़ाई करने से अच्छी शुरुआत और कोई नहीं हो सकती। इसका एक मुख्य लाभ यह है, कि आपकी उत्सुकता जागेगी और आपको अपने टेलेंट्स का विस्तार करने के नए तरीकों को विकसित करने की या नए टेलेंट्स के लिए काम करने की प्रेरणा मिलेगी।
    • किसी ऐसी चीज़ में दिलचस्पी हो जाना, जिसके बारे में आपने पढ़ा हो, यह संकेत देता है, कि आप उसे और भी ध्यान से पढ़ेंगे।[११] अगर आपकी दिलचस्पी किसी नई चीज़ में हो जाये, तब बस उस पर जुट जाइए।
    • पढ़ने के और भी लाभ हैं: इतिहास के जिस भी काल के लिए वह किताब प्रासंगिक रही हो, आप उस युग की भाषा और शैली के बारे में जान जाते हैं, और निस्संदेह उसमें जो सामग्री है वो तो आप जान ही लेते हैं। छपे हुये पेज पर इधर-उधर नज़र दौड़ाने और कुछ छपे हुये शब्दों का मतलब निकालने से आप तुरंत ही बहुत सी चीज़ों के बारे में अधिक जानकार हो जाते हैं!
    • बेशक, किए गए अनुभव से अधिक लाभ तो किसी और चीज़ से नहीं मिल सकता। आप जो कुछ भी ऐसा पढ़ें जो आपको अपील (appeal) करे, उसे खुद करने करने की प्रैक्टिस करिए और एक नए टेलेंट को विकसित कर लीजिये!

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Kirsten Parker, MFA
सहयोगी लेखक द्वारा:
लाइफ कोच
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Kirsten Parker, MFA. क्रिस्टीन पार्कर अपने गृहनगर लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में स्थित एक माइंडसेट और एक्शन कोच हैं। वह उच्च उपलब्धि हासिल करने वालों को तनाव और आत्म-संदेह से उबरने में मदद करती है। वह अपने कोचिंग में सकारात्मक मनोविज्ञान, सचेत आदत परिवर्तन, और आत्म-नियमन से उपकरणों को शामिल करके किसी के आत्मविश्वास और स्पष्टता को बढ़ाने में माहिर हैं। वह भावनात्मक बुद्धिमत्ता और आत्म-स्वीकृति के विज्ञान के साथ-साथ तनाव, चिंता और बुद्धिमान ऊर्जा प्रबंधन में प्रशिक्षित एक प्रमाणित हार्टमैथ प्रैक्टिशनर हैं। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ ड्रामा से स्टेज मैनेजमेंट में एमए भी किया है। यह आर्टिकल ३,३६२ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: कला और मनोरंजन
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