कैसे एक अच्छी कहानी लिखें (Write a Good Story)

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सभी इंसान अच्छे कहानीकार (स्टोरीटेलर्स) होते हैं और अगर नहीं हैं, तो बन भी सकते हैं। लेकिन बात जब एक अच्छी कहानी लिखने की होती है, तब फिर चाहे आप कितनी भी अच्छी कल्पना क्यों न कर लेते हों और आपके पास में हजारों अच्छे आइडिया ही क्यों न हों, लेकिन फिर भी हो सकता है, कि आप एकदम कन्फ़्यूज हो जाएँ। आपको कुछ एकदम ओरिजिनल बनाना है, न कि किसी की नकल करना है! एक अच्छी कहानी लिखने के लिए आपको प्रेरणा की तलाश करनी होगी, अपना कंटेन्ट तैयार करना होगा और फिर अपने द्वारा किए हुए काम को तब तक रिवाइज करते रहना (दोहराना) है, जब तक कि आप आपकी क्षमता के हिसाब से बेस्ट कहानी न लिख डालें। अगर आप एक अच्छी कहानी लिखना चाहते हैं, तो बस इन आसान से स्टेप्स को फॉलो करें।

विधि 1
विधि 1 का 4:

प्रेरणा पाना (Getting Inspired)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 दुनिया की तरफ...
    दुनिया की तरफ और अपने आसपास के माहौल पर ध्यान दें: अगर आप एक अच्छी, छोटी (शॉर्ट) या फिर एक बड़ी कहानी लिखने में कामयाब होना चाहते हैं, तो फिर आपको हमेशा अपनी आँखों और कानों को खुला रखना होगा और दुनिया की बातों को सुनें और इसे आपको प्रेरित करने दें! कुछ ही वक़्त के बाद में आप खुद ही एक अच्छी कहानी लिखने के लिए एक अच्छे टॉपिक को पा लेंगे! अब चूंकि आपकी ये कहानी बाहर निकलकर काफी सारे लोगों के बीच पहुँचने वाली है, इसलिए अपनी कहानी को सिर्फ अपने खुद के विचारों बस पर आधारित मत होने दें, इसके लिए आपको दूसरे लोगों से भी उनके आसपास के माहौल के बारे में मौजूद विचारों के बारे में पूछना चाहिए। आप कभी भी अपनी कहानी में बहुत ज्यादा वक़्त, मेहनत या बहुत सारी डिस्क्रिप्शन नहीं दे सकते हैं। यहाँ पर कुछ जानकारियाँ इकट्ठे करने के तरीके दिए हुए हैं, जो सीधे आपको एक अच्छी शॉर्ट स्टोरी पाने में मदद कर सकते हैं:
    • एक बुक पढ़ें। अनुभव से ही मदद मिलती है। पढ़ना दिमाग के लिए भी अच्छा होता है, ये आपको इस बारे में जानकारी देगा, कि आखिर एक पब्लिश हुई बुक कैसी नजर आती है। बेशक, आपको न जाने कितनी सारी बुक्स मिल जाएंगी, लेकिन जहां तक हो सके, अपनी लोकल लाइब्रेरी जाकर तलाशने की कोशिश करें और वहाँ से ही एक ऐसी बुक तलाश करें, जो आपकी रुचि के हिसाब से एकदम फिट बैठती हो। हर एक बुक और इंसान अलग होते हैं। हो सकता है, कि एक बुक से आपको अच्छे सेंटेन्स स्टार्टर्स (शुरुआत करने लायक वाक्य), प्रेरणा और आप जिस तरह के टेक्स्ट को लिखना चाहते हैं, वही मिल जाए। अपनी वोकेबुलरी (शब्दावली) को बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरह की बुक्स को पढ़ने की पुष्टि कर लें। अगली बात जो आप जानते हैं, वो ये, कि अब आपके पास एक कहानी का आधार होगा।
    • कुछ रोचक किरदारों की खासियत पर ध्यान दें। हो सकता है, आपने कभी भी आपके पड़ोसी को उसके पौधों के साथ में बात करते हुए सुना हो या फिर उसे उसकी बिल्ली को हर सुबह वॉक पर ले जाते हुए देखा हो। ये, फिर से, अपने आसपास के लोगों के ऊपर ही ध्यान देना होता है। क्या आपकी सिस्टर बहुत ज्यादा इंटेलिजेंट (गीकी) टाइप है? हो सकता है, आपका अगला इंटेलिजेंट किरदार उसी की पर्सनालिटी पर आधारित हो। इस तरह के लोगों की ज़िंदगी के अंदर झाँककर देखने की कोशिश करें और देखें अगर कोई कहानी बन पाए।
    • अपने आसपास के माहौल पर ध्यान दें। एक वॉक पर चले जाएँ या फिर किसी पार्क में बैठकर, वहाँ पर नजर बनाकर कुछ वक़्त बिताएँ और देखें अगर आपको कुछ मिल जाए। हो सकता है, कि आपको किसी गटर के ठीक सामने, गुलाबों से सजा हुआ एक बुके नजर आ जाए या फिर एक पार्क बेंच पर एकदम नए स्नीकर्स दिख जाएँ। खूबसूरत वो वहाँ पर कैसे पहुंचे? अब अपनी खुली आँखों से सपने देखना शुरू कर दें!
    • लोग जब बात करें, तब उन्हें सुनें। बस आते-जाते सुना हुआ एक दिलचस्प वाक्य भी आपको एक पूरी कहानी लिखने को प्रेरित कर सकता है। हो सकता है, कि आप किसी को ऐसा कहते हुए सुने, "कोई मुझे नहीं समझता......" या "मेरा डॉग मेरे घर में आने वाले सभी लोगों को बहुत परेशान करता है..." क्या ये एक कहानी लिखने के लिए काफी है? बेशक!
  2. Step 2 "ऐसा होता, तो क्या होता (What if).."
    सिनारियो के ऊपर विचार करें: ये भी एक कहानी लिखना शुरू करने की एक बहुत अच्छी शुरुआत है। जब आप दुनिया की ओर ध्यान देते हैं, तब आपको न सिर्फ दुनिया की वास्तविकता अकेले पर ध्यान देना चाहिए, बल्कि आपको दुनिया में मौजूद कुछ संभावनाओं की तरफ भी अपना ध्यान देना चाहिए। जब आप आपके द्वारा सुनी हुई किसी कहानी की तरफ या आपके द्वारा देखी हुई किसी तस्वीर की ओर ध्यान देते हैं, तब खुद से पूछें, "लेकिन अगर इसकी जगह पर वो हुआ होता, तो कैसा होता?" या "अगर...हो जाता, तो वो क्या करता" इस तरह की लाइंस के ऊपर विचार करने से, आप अपने दिमाग में चल रही उस उलझन को सुलझाने की तरफ बढ़ जाएंगे, जो आपको काफी वक़्त से परेशान कर रही है।
    • आप जब कहानी लिखना शुरू करते हैं, तब जरूरी नहीं है, कि आपको आपकी कहानी का अंत मालूम ही होना चाहिए। असल में, कहानी लिखना शुरू करते वक़्त ही, कहानी के बारे में सब-कुछ नहीं मालूम होना, आपको और भी क्रिएटिव संभावनाएं खोजने में मदद कर सकता है और ये आपकी कहानी को और भी मजबूती भी देगा।
    • ये जो "ऐसा होता, तो क्या होता" सिनारियो है, ये कुछ प्रैक्टिकल (असलियत से जुड़ा) भी हो सकता है या फिर ये एकदम कुछ अजीब सा भी हो सकता है। आप चाहें तो खुद से पूछ सकते हैं, कि "कैसा हो, अगर मेरा डॉग मुझ से बात करने लग जाए?" या "कैसा हो, अगर मेरे डॉग पर हमेशा नाराज होने वाला मेरा पड़ोसी, किसी दिन उसका किड्नैप (अपहरण) कर लें?"
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपने अनुभवों का इस्तेमाल करें:
    हालांकि, शॉर्ट स्टोरी राइटिंग (लघु कथा लेखन) अक्सर फिक्शन राइटिंग की केटेगरी में आती हैं, लेकिन ज़्यादातर शॉर्ट स्टोरी अक्सर ऑटोबायोग्राफी (आत्मकथा) हुआ करती हैं। अगर आप भी आपके साथ में या आपके किसी जान-पहचान वाले के साथ में असल में घटी हुई किसी घटना के बारे में लिख रहे हैं, तो इसे एक नॉन-फिक्शन राइटिंग माना जाएगा, लेकिन आपके द्वारा असल में अनुभव की हुई किसी घटना से प्रेरणा लेना और फिर उन्हें एक अलग ही नए और फिक्शनल लेवल पर लेकर जाना, शॉर्ट स्टोरी लिखने का एक अच्छा प्लान हो सकता है, खासकर कि उस वक़्त ये सच में एक अच्छा प्लान बन सकता है, जब आपके पास में "असल में कुछ लिखने लायक ही न हो।"
    • बहुत से लोग आप से कहेंगे, कि "आपको सिर्फ वही लिखना चाहिए, जिसके बारे में आपको मालूम है।" एक खयाल के हिसाब से भी माना जाता है, कि अगर आपने आपका बचपन पंजाब के खेत खलिहानों में रहकर बिताया है, या फिर आपने आपकी ज़िंदगी के 10 वर्ष कोंकण की हरियाली में पेंटिंग करने की कोशिश करते हुए बिताए हैं, तो ऐसे में आपको किसी अनजानी जगह पर किसी के जीवन के बीतने के अनुभव के बारे में लिखने के बजाय, आपके अपने इन्हीं अनुभवों के बारे में लिखना चाहिए।
    • कुछ रायटरर्स (लेखक) ऐसा कहेंगे, कि आपको उन्हीं चीजों के बारे में लिखना चाहिए, "जिन्हें आप जानते तो हैं, लेकिन पूरी तरह से नहीं।" इसका मतलब, आपको पहले आपके किसी जाने-माने क्षेत्र से शुरुआत करना चाहिए और फिर किसी ऐसी चीज़ के बारे में तलाशना शुरू करें जिसके बारे में हमेशा आपके मन में कोई उत्सुकता हो या जिसके बारे में आपको ज्यादा कुछ मालूम न हो।
    • अगर आप असल में घटित हुई घटनाओं के बारे में लिखने को लेकर बहुत ज्यादा कम्फ़र्टेबल हो जाते हैं, तो फिर आपके पास उसमें क्रिएटिविटी शामिल करने लायक जगह ही नहीं रह जाएगी। उदारण के लिए, हो सकता है, आपका कोई एक ऐसा बचपन का फ्रेंड हो, जो आपको बताए बिना कहीं दूर चला गया हो या फिर शायद आप अपने बचपन में हमेशा से ही रोलर-कोस्टर को देखकर अचंभित हुआ करते थे, और जानना चाहते थे, कि आखिर ये सब होता कैसे है। इस दुनिया पर ही गौर करें और फिर उसी से कुछ बना लें।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 आपके द्वारा सुनी हुई किसी कहानी पर गौर करें:
    हमेशा आपके फ्रेंड्स या फैमिली मेंबर्स के द्वारा आपको सुनाई हुई कहानियों पर गौर जरूर करें, इनसे आपको एक अच्छा फिक्शन मिल सकता है। अगर आपकी माँ या दादी/नानी माँ हमेशा आपको उनके बचपन की कहानियाँ सुनाया करती हैं, तो उन्हें लिखना शुरू कर दें। फिर ऐसा सोचकर देखें, कि किसी एक अलग ही वक़्त और अलग जगह पर अपना बचपन बिताने में कैसा लगेगा और सारी संभावनाओं को लिखना शुरू कर दें। अगर आपको उस वक़्त के बारे में ज्यादा कुछ नहीं भी मालूम है, तो भी सिर्फ इतनी सी वजह से अपने कदमों को पीछे न हटा लें; आप चाहें तो हमेशा उसके ऊपर रिसर्च कर कसते हैं।
    • जब आपका कोई फ्रेंड आप से ऐसा कहता है, "तुम मानोगे नहीं, लास्ट वीक मेरे साथ क्या हुआ..." उस पर ध्यान दें। यहीं पर आपको आपकी शॉर्ट स्टोरी की शुरुआत मिल सकती हैं।
    • एक कहानी किसी भी अनचाही जगह से भी आ सकती है। हो सकता है, कि एक रेडियो डीजे (radio DJ) बस कुछ ही लाइंस में उसके बचपन की यादों को ताजा कर रहा हो, और आप खुद को उसकी कही हुई बातें सुनकर, उसकी लाइफ की कल्पना करते हुए पाते हैं।
    • एक बात का ध्यान रखें: अगर आपकी पहचान एक ऐसे लेखक की तरह बन गई है, जो हमेशा ही लोगों के द्वारा सुनाई हुई कहानियाँ की "चोरी" करता है और उन से ही फिक्शन तैयार कर लेता है, तो फिर लोग आपके सामने अपनी बातें शेयर करने में कतराने लग जाएंगे।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 किसी एक सेटिंग से प्रेरणा पाएँ:
    एक कहानी किसी एक मजबूत जगह से आ सकती है। इस स्टेज से, आपको मालूम होगा, कि आप कौन सी कहानी लिखने वाले हैं। हो सकता है, कि एक अंडरग्राउंड लैब्रटोरी में एक साई-फ़ाई (वैज्ञानिक साहित्य) कहानी तैयार हो जाए या फिर किसी पुरानी झोपड़ी से एक हॉरर स्टोरी बना लें। आपको एक लुभावने बीच (beach) से या आपके द्वारा एंजॉय किए हुए किसी वेकेशन से प्रेरणा पाने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी जगह पर, किसी आम सी चीज़ से प्रेरणा पाएँ। सोचकर देखें, कि जब आप बच्चे थे, तब हर साल गर्मी की छुट्टी में अपनी दादी/नानी माँ के आम के बगीचों में बिताने में कैसा लगता था; याद करें, स्कूल टाइम में अपने बेस्ट फ्रेंड के साथ में मिलकर बातें करना कितना मजेदार हुआ करता था।
    • किसी एक जगह के बारे में लिखना, आपको एक मजेदार किरदार बनाने की दिशा में लेकर जाने मदद कर सकता है।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 लेखन अभ्यास (राइटिंग...
    लेखन अभ्यास (राइटिंग एक्सर्साइज़) का विस्तार करें: लेखन अभ्यास ने काफी सारे लेखकों को उनकी क्रिएटिविटी को डेवलप करने में, अनचाही जगहों से प्रेरणा पाने में और उन्हें उस वक़्त भी लिखने के लिए फोर्स करने में मदद प्रदान की है, जब उनके पास में लिखने लायक "कोई आइडिया भी नहीं था।" आप चाहें तो अपने दिमाग को एक्टिव रखने के लिए, रोजाना बस 10-15 मिनट वार्म-अप राइटिंग एक्सर्साइज़ कर सकते हैं या फिर अपनी एक्सर्साइज़ के आधार पर एक घंटे तक भी लिख सकते हैं, फिर भले आपको उस वक़्त ऐसा करने की प्रेरणा न भी नजर आ रही हो। यहाँ पर आपके लिए शुरुआत करने के हिसाब से कुछ अच्छी राइटिंग एक्सर्साइज़ दी हुई हैं:[१]
    • इस तरह के ओपनिंग सेंटेन्स से कहानी लिखना शुरू करें: "मैंने आज से पहले ये किसी को भी नहीं बताया है।" अगर आपकी कहानी फर्स्ट पर्सन से नहीं बताई जा रही है, तो इसे इस तरह से शुरू कर सकते हैं, "उसने दरवाजा बंद कर दिया। उसके चेहरे पर आंसुओं की धार सी लग गई। क्या किसी ने उसे धोखा दिया है?"
    • किसी जगह पर लगी हुई एक खलिहान की तस्वीर पर ध्यान दें। फिर, उसे किसी ऐसे इंसान के नजरिए से डिस्क्राइब करें, जिसने अभी एक मर्डर किया है। अब फिर से किसी एक ऐसी लड़की के नजरिए से ऐसा करें, जिसने अभी-अभी अपनी माँ को खो दिया है। देखें, किस तरह अलग-अलग लोगों के विचार के द्वारा दुनिया को देखने का नजरिया बदल रहा है। आप खुद को ही उस किरदार की जगह पर रखकर देखें!
    • बस कुछ 10-15 मिनट्स के लिए लिखें। आपने अपनी गलती को सुधारने के लिए जो भी लिखा है, उसे एक बार फिर से देखें।
    • अपनी ज़िंदगी में से किसी एक ऐसे इंसान को चुन लें, जिसे आप बिल्कुल भी पसंद नहीं करते हैं। अब, उस इंसान के नजरिए से एक कहानी लिखना शुरू करें। जितना हो सके उसे पढ़ने वाले के मन में उसके लिए सहानुभूति बनाने की कोशिश करें। यार रखें-ये आपकी कहानी है!
    • किसी किरदार को आपको सरप्राइज़ (आश्चर्य) में डालने दें। एक ऐसे किरदार के बारे में लिखें, जिसे आप अच्छी तरह से जानते हैं और फिर इस इंसान को कुछ ऐसा करने दें, जिसके करने के बारे में आपको बिल्कुल भी संभावना न हो। देखें, ये आपको कहाँ तक लेकर जाता है। ये आपकी कहानी को और भी दिलचस्प बना देता है।
    • बहस (तर्क)। ऐसे दो किरदार रखें, जो एकदम अलग ही बहस कर रहे हैं, जैसे कि कौन कचरे को बाहर रखने वाला है या कौन मूवी के लिए पे करने वाला है। इस बात को स्पष्ट कर दें, कि ये जो बहस है, वो असल में किसी एक बड़ी और और ज्यादा सीरियस चीज़ के बारे में है, जैसे कि कौन रिश्ते को पहले खत्म करने वाला है या कौन बहुत ज्यादा दे रहा है, लेकिन इसके बदले में उसे कुछ भी नहीं मिल रहा है। जहां तक हो सके, डाइलॉग को ही सारा काम करने दें। हालांकि, उसे बोरिंग भी मत बनाएँ।
    • बॉडी लेंग्वेज। ऐसे करीब 500 शब्द लिखें, जो एक-दूसरे के सामने बैठे हुए दो किरदारों के बारे में डिस्क्राइब करते हों। बिना डाइलॉग यूज किए, आपके रीडर्स को खुद ही देखने दें, कि ये दोनों किरदार आखिर एक-दूसरे के बारे में क्या फील करते हैं।
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 दूसरी शॉर्ट स्टोरीज़ पढ़ें:
    अगर आप शॉर्ट स्टोरीज़ में महारथ हासिल करना चाहते हैं, तो आपको ज्यादा से ज्यादा शॉर्ट स्टोरीज़ को पढ़ने की कोशिश करना चाहिए। आपको क्लासिक्स और कन्टेम्परेरी मास्टर्स दोनों को ही पढ़ना चाहिए और दूसरों के द्वारा लिखी हुई कहानियों को अपनी खुद की शॉर्ट स्टोरी लिखने के लिए प्रेरित करने के लिए यूज करना चाहिए। यहाँ पर कुछ शॉर्ट कन्टेम्परेरी और क्लासिक स्टोरीज़ दी हुई हैं, जो आपको आपकी खुद की शॉर्ट स्टोरीज लिखने के लिए प्रेरित कर सकती हैं:
    • रोकेया सखावत हुसैन की "Sultana’s Dream"
    • प्रज्वल परजुल की "The Cleft"
    • आर.के. नारायण की "An Astrologer’s Day"
    • प्रेमचंद की "Lottery"
    • मृणाल पांडे की "Girls"
    • झुम्पा लहिरी की "Interpreter of Maladies"
    • रस्किन बॉन्ड की "A Tiger in the House"
    • शशि थरूर की "The Political Murder"
    • नयनतारा सहगल की "Rich Like Us"
    • अनीता नायर की "The Ladies Coupe"
    • अरुंधति रॉय की "The God Of Small Things"
    • झुम्पा लहिरी की "A Temporary Matter"
    • किरण देसाई की "The Inheritance Of Loss"
    • मंजु कपूर की "Difficult Daughters"
    • मीनाक्षी रेड्डी माधवन की "You Are Here"
विधि 2
विधि 2 का 4:

अपनी कहानी लिखने की कला को सुधारना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 राइटिंग क्लासेस लें:
    राइटिंग क्लासेस अच्छी बुक्स और स्टोरीज को लिखने की कला के सीखने का एक बहुत अच्छा जरिया होती हैं। किसी एक ऐसी क्लास की तलाश करें, जो जनरल या आपके रुचि के क्षेत्र में कहानी लिखने पर फोकस करती हैं। कहानी लिखने के कई प्रकार होते हैं, जिनमें बच्चों की बुक से लेकर मैगजीन में आर्टिकल लिखने तक शामिल हैं।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 लोगों को, जानवरों...
    लोगों को, जानवरों को, चीजों को और लैन्ड्स्कैप (जमीन) आदि को डिस्क्राइब करने की प्रैक्टिस करें: साथ ही इमोशन्स, फीलिंग्स और रिएक्शन्स को लिखने की भी प्रैक्टिस करें। एक अच्छा रायटर इन सारी ही चीजों को सबसे ज्यादा क्रिएटिव अंदाज में डिस्क्राइब करना जानता है। अपने आसपास मौजूद चीजों को डिस्क्राइब करने की प्रैक्टिस करें।
    • उदाहरण के लिए, मान लीजिए, आपके पास में पर्पल पर्दे हैं। आपके पर्दे कैसे नजर आते हैं? वो आपको किस की याद दिलाते हैं? वो आपके रूम में कहाँ पर लगे हुए हैं?
    • हालांकि, आपको बहुत ज्यादा भी स्पष्ट नहीं करना है, क्योंकि बहुत ज्यादा स्पष्ट करने की वजह से आपकी कहानी धीमी पड़ जाएगी। बस आपको अपने रीडर के मन में एक वास्तविक तस्वीर बनाने की कोशिश करना है।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 किसी कहानी को...
    किसी कहानी को आकर्षक अंदाज में लिखने के तरीके के ऊपर ध्यान दें: किसी को भी एक बोरिंग या जो जिज्ञासा ही न जगा सके, ऐसी कहानी पढ़ने में कोई मजा नहीं आएगा। कुछ यूनिक वर्ड्स यूज करें। अपनी डिक्शनरी में झाँकें और ऐसे शब्दों को पाएँ, जो आपकी नजरों को खींचते हो। मजेदार बनें और आपके रीडर्स के मन में आपके काम को और भी पढ़ने की चाह जगाएँ। यहाँ पर आपका लक्ष्य अपने रीडर्स की नजरों को खींचना और उन्हें और ज्यादा पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 ग्रामैटिकली करेक्ट रहें:
    पुष्टि करें, कि आप जो भी कुछ लिख रहे हैं, आपके रीडर्स उसे समझ पा रहे हैं। "like dis" जैसा कुछ लिखना, आपके रीडर्स को कन्फ़्यूज कर सकता है और जब आप एक पूरी किताब लिखना चाह रहे हों, तब आपको कुछ ऐसी ही पुरानी, लिखने में होने वाली गलतियों को अवॉइड करने के लिए और भी एडवांस्ड वर्ड्स का यूज करना होगा। हालांकि, अगर आपका किरदार ही "like dis" इस तरह से बातें करता है, तो फिर इसे पूरी बुक में कोटेशन मार्क ("") के अंदर ही रखें और अपने किरदार की असली बोली और मन की आवाज की तरफ भी पूरी सच्चाई दिखाएँ।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अपने दिल से लिखें:
    अगर लिखना ही आपका जुनून है, तो अपने इस जुनून को एक ऐसे सच्चे कहानीकार की तरह शेयर करें, जो पूरी तरह से कहानी में डूब गया है। आपको जो भी कुछ पसंद है और आप जिसे अपनी कहानी के लिए सही समझते हैं, उसे ही लिखें। अपने दिल से लिखना सीखें।
    • कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिज़्म (निर्माणकारी आलोचनाओं) को सुनें और समझें, कि कब आपको आपकी राइटिंग स्किल्स में सुधार करने की जरूरत है। इसके साथ, ये भी जानना सीखें, कि कब ये सिर्फ जैलसी है। प्रैक्टिस के जरिए आप इसे करना सीख जाएंगे।
विधि 3
विधि 3 का 4:

अपनी कहानी तैयार करना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 अपने नजरिए को डेवलप करें:
    ज़्यादातर कहानियाँ फर्स्ट, सेकंड या थर्ड-पर्सन के नजरिए से लिखी जाती हैं। अगर आप सिर्फ अभी शुरुआत ही कर रहे हैं, तो आपको यहाँ पर सिर्फ अपने एक नजरिए पर ही टिके रहना चाहिए। यहाँ पर तीन तरह के नजरिए और उन्हें यूज करने का तरीका दिया हुआ है:
    • फर्स्ट पर्सन: फर्स्ट पर्सन को एक ऐसे किरदार के नजरिए से व्यक्त किया जाता है, जो खुद का जिक्र करने के लिए "मैं (I)" का यूज करता है। "मैंने इससे पहले कभी किसी को इसके बारे में नहीं बताया है," ये फर्स्ट-पर्सन राइटिंग का एक उदाहरण है। अगर आप किसी एक किरदार के विचारों और नजरियों पर ही सारा ध्यान लगाना चाहते हैं, तो आपके लिए फर्स्ट पर्सन यूज करना सबसे अच्छा होगा, लेकिन अगर उस किरदार के नजरिया बहुत सीमित होगा, तो ये आपके लिए भी बहुत सीमित हो सकता है। अगर आप अभी शुरुआत ही कर रहे हैं, तो आपके लिए अभी फर्स्ट पर्सन का नजरिया बहुत आसान हो सकता है।
    • थर्ड पर्सन: थर्ड पर्सन, उस वक़्त यूज होता है, जब आप "वह" या "वो" लिखकर, बाहरी नजरिए से किसी एक किरदार के बारे में लिखते हैं, जैसे कि, कहना, "वो थक गया था।" थर्ड-पर्सन में, लेखक या तो किरदार के विचारों के एकदम करीब पहुँच जाएगा या फिर किरदार से एकदम दूरी बना सकता है।
    • सेकंड पर्सन: सेकंड पर्सन सीधे तौर पर रीडर को "तुम/आप" कहकर संबोधित करता है। जैसे कि, "आप ऑफिस तक जा रहे हैं।" ये रीडर को थामे रखने की अच्छी टेक्निक होती है, लेकिन ये कभी-कभी जरूरत से ज्यादा भी यूज हो सकता है।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपना प्लॉट (कथावस्तु) डेवलप करें:
    हर एक शॉर्ट स्टोरी में एक ऐसा प्लॉट जरूर होना चाहिए, जो रीडर को थामे रख सके, और उन्हें अब आगे क्या होगा के साथ बांधे रखेगा। इसका मतलब ये नहीं, कि आपकी कहानी में एक हाइ-स्पीड केस या फिर मर्डर ही शामिल होना चाहिए; आपके रीडर्स, सिर्फ दो लोगों के बीच, कॉफी पर होने वाली बातों में भी आगे क्या होने वाला को जानने के इच्छुक हो सकते हैं। हालांकि, हर एक शॉर्ट स्टोरी अलग होती है, यहाँ पर शॉर्ट स्टोरी के कुछ बेसिक एलीमेंट्स दिए हुए हैं:
    • राइजिंग एक्शन/एक्सपोजीशन: ये आमतौर पर शॉर्ट स्टोरी की शुरुआत में आता है, जब रीडर को मुख्य किरदारों, सेटिंग और केंद्रीय संघर्ष से अवगत किया जाता है। हालांकि, कुछ कहानियाँ एक्शन के ठीक बीच में भी शुरू हुआ करती हैं और रीडर्स के मन में, असल में पहले क्या हुआ था, जानने के लिए जिज्ञासा जगाता है।
    • संघर्ष: कहानी की असली बाजी। हर कहानी के अंदर कोई न कोई एक दांव होना ही चाहिए नहीं तो रीडर इसे पढ़ ही नहीं पाएगा, फिर चाहे आपकी कहानी की भाषा कितनी ही अच्छी क्यों न हो। हर एक कहानी में एक संघर्ष की या फिर तनाव के पल की जरूरत होती ही है; ये दो पुरुषों के, किसी एक ही महिला को पाने की लड़ाई करने या किसी लड़की के मन में, अपने फ्रेंड के द्वारा उसे पार्टी पर बुलाए जाने या न बुलाए जाने की कश्मकश के जितना ड्रामैटिक भी हो सकता है। संघर्ष किस प्रकार का है, ये कोई मायने नहीं रखता -- अगर कुछ मायने रखता है, तो वो ये कि रीडर्स के मन में आगे क्या होने वाला है, की जिज्ञासा।
    • नियति (The falling action): कहानी का समाधान। संघर्ष के समाप्त होने या उसके ऊपर चर्चा होने के बाद, कहानी को अब खत्म होना चाहिए। लेकिन ज़्यादातर कहानियों की इतनी अच्छी खुशनुमा एंडिंग नहीं हुआ करती है। ज़्यादातर कहानियाँ ऐसे किसी शब्द या इमेज पर खत्म हो जाती हैं, जो रीडर्स को सोचते हुए छोड़ देती है। अगर आपकी कहानी आखिर में अच्छी तरह से "समाप्त" हो जाती है, तो आपने रहस्य और आकर्षण को कुछ हद तक कम कर लिया है।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपने किरदारों को तैयार करें:
    आपकी कहानी में ऐसे कुछ किरदार होने चाहिए, आपके रीडर्स को जिनके बारे में परवाह हो और यहाँ तक कि वो जिसके लिए ही कहानी को पढ़ना चाहें, फिर भले वो किरदार एक अच्छा इंसान या अच्छे स्वाभाव वाला न भी क्यों न हो। आप आपके किरदारों को कई अलग तरीकों से खास बना सकते हैं और ये सारे तरीके मान्य भी होते हैं। यहाँ पर आपके रीडर्स को आपके किरदारों के बारे में एक अच्छी समझ देने के कुछ तरीके दिए हुए हैं:
    • वो क्या कहते हैं, को डिस्क्राइब करें। डाइलॉग की कुछ परफेक्ट लाइंस किसी भी किरदार के असली मकसद की पहचान करा सकती हैं -- खासकर अगर वो डाइलॉग उसकी सोच से मेल न खा रहा हो, तब।
    • वो क्या करते हैं, को डिस्क्राइब करें। क्या वो शख्स अलार्म के बिना भी रोज सुबह छह बजे उठ जाता है या फिर वो रोज सुबह उठने से पहले कई बार "स्नूज (snooze)" बटन दबाकर घंटों तक भी बिता देता है? हर एक छोटा सा काम भी उस किरदार को बनाने में मदद कर सकता है, हालांकि ये आपको शुरुआत में जरूर बेकाम का नजर आ सकता है।
    • वो कैसे नजर आते हैं, को डिस्क्राइब करें। क्या वो इंसान मार्केट जाते वक़्त बहुत अजीब ढ़ंग से तैयार हुआ करता है या फिर किसी बहुत दर्दभरे लम्हे में भी अजीब ढ़ंग से मुस्कुराता है? किसी भी किरदार का फिजिकल अपीयरेंस, उसकी मानसिक स्थिति की भी गवाही दे सकता है।
    • वो दूसरों के साथ में किस तरह से बातचीत करते हैं, के बारे में भी बताएं। क्या आपका किरदार बहुत ज्यादा शर्मीला है या फिर वो इना ज्यादा बॉसी है, कि उसके आसपास मौजूद हर एक इंसान, उसके मुँह खुल जाने को लेकर घबराता है? क्या वो इसी वजह से वेटर्स के साथ में अच्छे से पेश आता है, क्योंकि उसकी माँ भी कभी एक वेट्रेस थीं या फिर वो सभी वेटर्स के साथ में इसलिए बदसलूकी करता है, क्योंकि एक वेट्रेस ने उसका दिल दुखाया है या फिर बस उसे ऐसा करना अच्छा लगता है? किसी किरदार के बारे में जाहिर करना, उसके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकता है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपने डाइलॉग तैयार करें:
    डाइलॉग, किरदारों के द्वारा बोले जाने वाले शब्दों पर एक छाप छोड़ते हैं, जिन्हें अक्सर कोटेशन मार्क्स ("") के अंदर लिखा जाता है। डाइलॉग किसी भी किरदार के द्वारा बोली जाने वाली और न बोली जाने वाली बातों के जरिए काफी कुछ उजागर कर सकता है। आपको कुछ ऐसे डाइलॉग की तलाश करना चाहिए, जो बनावटी लगने के बजाय, असल में लोगों के द्वारा बोले जाते हों। इन्हें असली दुनिया के लोगों के द्वारा बोला जाता है या नहीं, ये जानने के लिए अपने सारे डाइलॉग को ज़ोर-ज़ोर से पढ़ें।
    • दो किरदारों के बीच में मौजूद डाइलॉग भी उनके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकते हैं।
    • जो नहीं बोला जा रहा है, उसके ऊपर भी ध्यान दें। उदाहरण के लिए, अगर कोई एक छोटा बच्चा इस बात से दुखी है, कि उसके फादर ने उसका बेसबाल गेम मिस कर दिया, लेकिन फिर भी जब वो दोनों अगली बार मिलते हैं, तो वो गेम के बारे में कोई बात किए बिना, वो उन से पूछता है, कि "आपका काम कैसा हुआ?" ये भी उसके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकता है।
    • अपने डाइलॉग को बहुत ज्यादा भी ज़ोर देना अवॉइड करें, जैसे कि "हरी ने कहा..." की जगह पर "हरी ने व्यक्त किया..." लिखना।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अपनी सेटिंग देवलप करें:
    किसी भी शॉर्ट स्टोरी की सेटिंग बहुत मुश्किल हो सकती है या फिर उसका आगे होने वाले इवेंट्स के साथ में बहुत कम ही लेना-देना हो सकता है। अगर आपकी कहानी किसी एक बहुत साधारण से घर में बनी है, जिसका कहानी से ज्यादा कुछ लेना-देना नहीं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन अगर किरदार की गर्लफ्रेंड, किरदार के उस घर में आ जाती है, जहां वो अपनी बीबी के साथ में रहता है, तो आपके लिए हर एक छोटी से छोटी डीटेल को शेयर करना बहुत जरूरी हो जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि ये किरदार के अपनी बीबी के साथ में रिश्ते को -- और उसकी गर्लफ्रेंड इसके बारे में क्या सोचती है, को उजागर करेगा। आप तय करें, कि आपके लिए कितनी सेटिंग जरूरी है और उसी हिसाब से उसे डेवलप करें।
    • फिर चाहे सेटिंग कहानी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी न भी हो, रीडर्स को कन्फ़्यूज मत करें और उन्हें ये समझ आने दें, कि ये घटना किस जगह पर घटित हो रही है, फिर चाहे ये जगह दुनिया के किसी कोने में मौजूद एक छोटी सी झोपड़ी या एक अनजाना सा स्कूल जैसा कुछ भी क्यों न हो।
    • टाइम पीरियड भी सेटिंग का एक बहुत जरूरी हिस्सा हो सकता है। अगर आपकी कहानी 1960 के वर्ष की है, तो अपने रीडर्स को इसके बारे में भरपूर संकेत दे दें या फिर आप ही इसे बार-बार बताते जाएँ, ताकि वो आधी से ज्यादा कहानी को आज के दौर की समझकर न पढ़ते जाएँ।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 अपनी एक वॉइस (आवाज) डेवलप करें:
    लेखन में, वॉइस, एक ऐसा यूनिक रास्ता होता है, जो दिखाता है, कि आपके द्वारा लिखे हुए शब्द को सिर्फ और सिर्फ आपके ही द्वारा लिखा जा सकता है। आपके शब्दों की अपनी एक धुन, खनक और ताल होनी चाहिए, जिसे कोई भी कॉपी न कर सके। शुरुआत में, शॉर्ट स्टोरी रायटर्स के द्वारा, उनके किसी पसंदीदा लेखक की नकल करने की कोशिश करना बहुत आम होता है। लेकिन जैसे-जैसे आप एक शॉर्ट स्टोरी रायटर की तरह बढ़ते जाएंगे, आप खुद ही अपने विचारों और आइडियाज को व्यक्त करने के यूनिक तरीके तलाश लेंगे।
    • वॉइस (Voice) लेखक के शब्दों के साउंड होने के तरीके को डिस्क्राइब करता है, न कि किरदार के द्वारा बोले जाने वाले शब्दों के साउंड को। शॉर्ट स्टोरी में लिखा हुए हर एक शब्द, लेखक की अपनी वॉइस की पहचान बनाने में अपना योगदान देता है।
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 शॉर्ट स्टोरीज में...
    शॉर्ट स्टोरीज में होने वाली गलतियों को अवॉइड करें: वैसे तो आपके लिए काफी सारी गाइडलाइंस मौजूद हैं, लेकिन ऐसा कोई भी नियम नहीं मौजूद है, जो किसी शॉर्ट स्टोरी को अच्छा बनाने का दावा करता हो और ऐसा क्या है, किसी शॉर्ट स्टोरी को बुरा बनाता है, के बारे में बताता हो। फिर भी आप चाहें तो शॉर्ट स्टोरी रायटर्स के द्वारा की जाने वाली कुछ कॉमन मिस्टेक्स को करने से बचते हुए, अपने द्वारा एक अच्छी शॉर्ट स्टोरी लिखने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। यहाँ पर आपके लिए अपनी शॉर्ट स्टोरी लिखने में आगे बढ़ने से पहले ध्यान देने लायक कुछ जरूरी बाते दी हुई है:
    • "जानकारियों का भंडार भरना" अवॉइड करें। अपने रीडर्स को कहानी की शुरुआत में ही वो हर एक बात न बताते जाएँ, जो आपको लगती हैं, कि उन्हें मालूम होनी चाहिए। अगर आप कुछ होने के पहले ही, सिर्फ अपने किरदारों को और घटनाओं को बताने के ऊपर तीन पेज बर्बाद कर देंगे, तो आपके रीडर्स बोर हो जाएंगे।
    • ट्रिक एंडिंग (एक चालाकी से समाप्त) करने से बचें। कोई भी इंसान किसी कहानी के आखिर में ये जानकर खुश नहीं होगा, कि अब तक जो भी हुआ, वो तो सिर्फ एक ख्वाब था या फिर इसे तो बस एक दूसरे नजरिए से पेश किया जा रहा था। ओ हेनरी (O. Henry) इसी तरह की एंडिंग के लिए फेमस हुई थी, लेकिन अब उसे एक बकवास की तरह माना जाता है।
    • इसे बहुत सिंपल रखें: हो सकता है, कि आप ऐसा सोचें, कि शॉर्ट स्टोरी लिखने के लिए एक उन्नत, बनावटी भाषा ही यूज की जाना चाहिए। अगर आप एक हाइ सोसाइटी लाइफ के बारे में कोई कहानी लिख रहे हैं, तो फिर इसे यूज करना आपके लिए ठीक रहेगा, लेकिन ज़्यादातर कान्सैप्ट के लिए, इसे छोटा और सिंपल ही रखना सही माना जाता है।
    • डाइलॉग को बहुत ज्यादा भी फैलाने से बचें। नरेशन, नॉन-डाइलॉग को आपके रीडर्स को आपकी कहानी के बारे में बेसिक जानकारी बताने के लिए यूज किया जाना चाहिए। डाइलॉग का यूज किरदार के बारे में, उसके स्ट्रगल के बारे में, उसके रिश्ते बगैरह के बारे में बताने के लिए ज्यादा से ज्यादा यूज किया जाना चाहिए, लेकिन इसे कहानी की "सच्चाई" के लिए नहीं यूज होना चाहिए। जैसे कि, एक किरदार को ऐसा कभी नहीं बोलना चाहिए, कि "मनु, मुझे लगा, कि तुम 20 साल के हो और ये तुम्हारा मुंबई में दूसरा साल है..." क्योंकि ये एक ऐसी बात है, जो कहानी के किरदारों को पहले से ही मालूम है।
    • कहानी के असली दांव को एकदम स्पष्ट रखें। किसी भी रीडर को, आपकी कहानी को पढ़ते वक़्त और उसे पूरा पढ़ लेने के बाद, इस सवाल का जवाब देते आना चाहिए, कि "इस कहानी का असली मकसद क्या है?" अगर कोई रीडर कहानी पूरी पढ़ लेता है और उसे अभी तक यही नहीं समझ आता, कि असली मुद्दा क्या है, तो फिर आपकी कहानी फेल हो चुकी है।
विधि 4
विधि 4 का 4:

अपनी कहानी को रिवाइज करना (दोहराना)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 इसे तैयार करके...
    इसे तैयार करके एक तरफ रख दें और फिर वापस आपकी कहानी पर जाएँ: आपकी कहानी को एक ब्रेक दें -- फिर चाहे ये एक दिन का ही बस क्यों न हो। फिर, इसे एकदम एक नए नजरिए से पढ़ें और इसे एक लेखक के बजाय, एक रीडर की ओर से देखने की कोशिश करें। एक रीडर की तरह, किस वाक्य को आप गैर-जरूरी या कन्फ़्यूज करने वाला मानते हैं? ऐसे कौन से तथ्य हैं, जिनके बारे में आपको और भी ज्यादा जानकारी इकट्ठी करने की जरूरत है? कौन से प्लॉट पॉइंट्स एकदम जाने-माने या बहुत ज्यादा कोम्प्लिकेटेड हैं? अपनी खुद की बुक को एक एकदम नए नजरिए से देखने की वजह से आपको अपनी कहानी में किए जाने लायक बदलाव को समझने में मदद मिल सकती है।
    • कभी-कभी आपके द्वारा लिखी जा रही कहानी को एक वर्ड डॉक्यूमेंट में प्रिंट करके भी आपको इसे एक नए नजरिए से देखने में मदद मिल सकती है।
    • अगर आप सच में अपनी कहानी को सुधारना चाहते हैं, लेकिन अभी एकदम स्तब्ध हैं, तो उसे कम से कम एक या दो महीने के लिए एक तरफ रख दें। आप खुद ही इस वक़्त के दौरान अपने नजरिए में आए बदलाव को देखकर अचंभित हो जाएंगे।
    • अपने काम को कुछ वक़्त के लिए एक तरफ रख देना, एक अच्छा आइडिया होता है, लेकिन इसे इतने ज्यादा वक़्त के लिए भी एक साइड न रखें, कि आपकी इस पर से दिलचस्पी ही खत्म हो जाए।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 फीडबैक पाएँ:
    अगर आप अपनी कहानी को दुनिया के सामने निकालने के लिए तैयार हो चुके हैं, तो आप इसे अपने क्लोज फ्रेंड, किसी एक रायटर, इंग्लिश/हिन्दी टीचर या फिर आपके कुछ साथी राइटर्स के साथ में भी शेयर कर सकते हैं। बस इस बात की पुष्टि कर लें, कि आप आपकी कहानी के पूरे तैयार होने से पहले ही उस पर लोगों की राय न मांगें, नहीं तो आप लोगों की आलोचनाओं से परेशान हो जाएंगे। अपने ही जैसी सोच रखने वाले लोग, जो गंभीरता से अच्छी राइटिंग की तरफ प्रतिबद्ध हों, उनके साथ में एक राइटिंग वर्कशॉप जॉइन करने से आपको अपने काम की तरफ एक नया नजरिया पाने में मदद मिलेगी।
    • फीडबैक केवल तभी मददगार साबित होंगे, जब आप इन्हें अच्छे से स्वीकार करें। अगर आपको लगता है, कि आपने दुनिया की सबसे अच्छी कहानी लिख ली है, तो फिर आप असल में किसी की एक बात भी नहीं सुन सकेंगे।
    • पुष्टि कर लें, कि आप आपकी कहानी को सही रीडर्स को ही दे रहे हैं। अगर आप एक साइंस फिक्शन लिख रहे हैं, लेकिन आप आपकी कहानी को एक ऐसे राइटर फ्रेंड को पढ़ने के लिए दे रहे हैं, जिसने आज तक कभी भी साइंस फिक्शन नहीं लिखी है, तो आपको बेस्ट फीडबैक नहीं मिल सकेगा।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 कई तरह की...
    कई तरह की ट्रिक्स यूज करते हुए अपनी कहानी को रिवाइज करें: एक कहानी को रिवाइज करने के लिए काफी सारे अलग-अलग तरीके मौजूद हैं और ये सब पूरी तरह से आपके पास में मौजूद आपकी कहानी के फर्स्ट ड्राफ्ट पर और कितना काम बाकी है, के ऊपर डिपेंड करते हैं। काफी सारी कहानियों को सही बनने में 10 या इससे भी ज्यादा ड्राफ्ट्स की जरूरत पड़ सकती है, इसलिए अगर आपको लगे, कि आपको अपनी कहानी में सब-कुछ ही बदलना पड़ेगा, तो आप इसे लेकर हतोत्साहित न हो जाएँ। यहाँ पर आपके काम को रिवाइज करते वक़्त ध्यान में रखने लायक कुछ बातें दी हुई हैं:
    • नजरिए में आने वाले बदलाव को बदलने की जरूरत। हो सकता है, कि पहली बार पढ़ने पर आपको आपकी कहानी फर्स्ट पर्सन में ही सबसे अच्छी लगे, लेकिन दूसरी बार पढ़ने पर, शायद आपको ऐसा लगने लगे, कि आपके द्वारा बताई जाने वाली कहानी के लिए थर्ड पर्सन ज्यादा सही रहेगा।
    • शब्दों में कमी करना। एक नियम के हिसाब से, अपनी कहानी में से कुछ 250 (ये कम से कम 10 पेज के बराबर लंबी होनी चाहिए) तक शब्दों को कम करने के बाद आप मान सकते हैं, कि आपकी कहानी पूरी हो गई है। आप खुद ही आपकी कहानी में मौजूद गैर-जरूरी शब्दों को पाकर दंग रह जाएंगे।
    • किसी भी कन्फ़्यूजन को अलग कर दें। खुद से पूछें, कि अगर ये कहानी आपने खुद न लिखी होती, तो इसमें जो भी कुछ हो रहा है, वो आपको अच्छे समझ आता या नहीं। हो सकता है कि कहानी का जो कान्सैप्ट है, वो आपको बहुत अच्छे से मालूम हो, लेकिन आपके जो रीडर्स हैं, वो शायद इसकी वजह से बहुत ज्यादा कन्फ़्यूज भी हो सकते हैं।
    • इसमें फीलिंग्स, साउंड्स बगैरह को शामिल करने की पुष्टि कर लें। फीलिंग्स किसी भी कहानी में एक जान डाल देती हैं। आखिर, वो कहानी ही क्या, जिसमें कोई फीलिंग्स न हों?
    • जरूरत हो, तो और भी रिसर्च करें। अगर आप 60 के दशक में पानीपत के एक गाँव के बारे में कुछ लिखना चाह रहे हैं, और फिर आपको लगता है, कि आपको इस वक़्त के बारे में उतनी भी जानकारी नहीं है, जितनी की आपको जरूरत है, तो फिर इस वक़्त पर आपको इस एरा के बारे में एक ठोस कहानी लिखने के हिसाब से कुछ बुक्स को पढ़कर रिसर्च कर लेना चाहिए।
    • सुदृढ़ (पर्सिस्टेंस) रहें। जब भी आप परेशान हो जाएँ, तब खुद को बस एक बात याद दिलाएँ, कि कोई भी कहानी अपने पहले ड्राफ्ट में ही परफेक्ट नहीं बन जाती है -- लेकिन अगर आप एक दूसरा, तीसरा और शायद चौथा ड्राफ्ट भी लिखते हैं, तो आप में एक अमेजिंग शॉर्ट स्टोरी लिखने की क्षमता है।

सलाह

  • आप आपके मुख्य किरदारों को कैसा बनाना चाहते हैं, से अवगत रहें। अगर आपको मालूम है, कि ऐसा नहीं हो सकता, तो फिर किसी एक बेवकूफ से बच्चे को एक ऐसा कूल सेंटेन्स न दें, जो बोलना उसके स्वाभाव में ही न हो। अपने किरदारों को भी ठीक वैसे ही जानें, जैसे कि आप खुद को जानते हैं। किसी दिन अपने किरदार के अंदर ही रहें।
  • एडिट करते रहें। बेशक, विराम चिह्न (punctuation), स्पेलिंग, ग्रामर और वाक्य बोध को चेक करें--लेकिन बड़े सवालों को इग्नोर मत करें। क्या आपके किरदारों के एक्शन और रिस्पोंस मुमकिन होने लायक हैं? क्या आपने प्लॉट के लिए कोई शॉर्टकट लिया है, जो उसे सांसारिक या बनावटी बनाता है?
  • अगर आप बहुत आसानी से दूसरे लोगों की राइटिंग से प्रभावित हो जाते हैं, तो बहुत ज्यादा मत पढ़ें। सिर्फ उन्हीं बुक्स के साथ जुड़े रहें, जिन से आप अवगत हैं, और पढ़ें, की लेखक ने किस तरह से किरदारों को, प्लॉट को और लक्ष्यों को निर्धारित किया है। हालांकि, आपको अपने आप को पिंजरे में भी बंद करके नहीं रखना है।
  • आप जहां भी जाएँ, अपने साथ में हमेशा एक नोटबुक लेकर जाएँ, ताकि आप के मन में जब भी कोई आइडिया आए, तो आप उसे फौरन लिख सकें। अगर आपके पास में खाली वक़्त हो, अपनी नोटबुक को निकाल लें और आपके मन में आने वाली सबसे पहली चीज़ को लिखने लगें।
  • जब लिख रहे हों, तब ऐसी जगह पर न रुक जाएँ, जहां आप कुछ भी नहीं सोच पा रहे हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप आपकी कहानी को कभी भी खत्म नहीं कर पाएंगे। एक ऐसी जगह पर रुकें, जहां आपके दिमाग में कोई प्लान आ रहा हो।
  • एकदम फौरन अपनी कहानी की एडिटिंग करना मत शुरू करें, ऐसे में आपके द्वारा गलतियाँ और खामियों को देखे जाने की कम ही संभावना होती है। जब तक आप आपकी कहानी को एक नए नजरिए से देखने लायक न बन जाएँ, तब तक इंतज़ार करें।
  • फ़ाइनल कॉपी तैयार करने से पहले ड्राफ्ट्स जरूर तैयार करें। ये आपको एडिटिंग में बहुत मदद करने वाले हैं।
  • एक रोचक कहानी लिखने के लिए डाइलॉग और डिटेल्स बहुत जरूरी होती हैं, रीडर्स को आपके किरदारों की जगह पर रखकर देखें।
  • जब एक कहानी लिख रहे हों, तब मुख्य किरदार को फोकस करने की पुष्टि कर लें, लेकिन उसके फ्रेंड्स के बारे में भी कहानियाँ बताने की जगह जरूर छोड़ें। हर मुख्य किरदार को सामने आने के लिए टाइम की जरूरत होती है और उसके फ्रेंड्स की हिस्सेदारी भी जरूरी होती है!
  • अपने आप को बहुत ज्यादा भी गंभीरता से मत लें।
  • अपनी कहानी लिखने से पहले, किरदारों के नाम और वो किस तरह की पर्सनालिटी को दर्शाने वाले हैं, इन सब की एक लिस्ट बना लें।

चेतावनी

  • काम करते वक़्त ही एडिट मत करें। ये आपकी लिखने की स्पीड को कम कर देता है। इसकी जगह पर बार-बार ब्रेक लेते रहें और जब आप से हो, तब एडिट करें।
  • अपनी कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए, कभी किसी दूसरे के काम को चोरी न करें। एक अच्छी कहानी लिखने में हमेशा वक़्त लगता है, तो इसलिए आप अपनी तरफ से धैर्य बनाए रखें!
  • कहानी को बहुत ज्यादा भी न खींचें। किसी भी सब्जेक्ट को बहुत ज्यादा भी न खींचें। उसके लिए केवल उतनी ही जानकारी दें, जो उसे समझने और रुचि बनाने के हिसाब से सही हो।
  • किसी भी चीज़ को पूरी तरह से उल्लेख करने पर आप कभी इसे खत्म नहीं कर पाएंगे
  • अपने वाक्यों की लंबाई के अलग-अलग होने की पुष्टि कर लें।
  • अपनी फैमिली के जैसे, किसी जाने-माने इंसान के बारे में बहुत करीब से जानकारी देना बहुत आसान होता है। या तो अपने परिवार को अपमानित करने से बचने के लिए किरदारों को पर्याप्त रूप से अलग बनाएँ या फिर आगे जो होने वाला है, उसके लिए तैयार रहें।
  • बार-बार बहुत बड़े, भारी-भरकम शब्दों का यूज न करें। ये कुछ इस तरह से अनप्रोफेशनल लगते हैं, जैसे कि आपने आपके कंप्यूटर से आपके लिए इन्हें लिखने को कह दिया है, आपको कोशिश यही करना है, कि बार-बार बोरिंग प्लेन शब्दों का कम ही यूज करें।
  • राइटर्स ब्लॉक बहुत कॉमन होता है। आप परेशान जरूर हो सकते हैं, लेकिन कभी भी हार नहीं मान सकते हैं; ब्रेक्स लेते रहें और अपने मन को आराम दें। BIC, Bum In Chair को याद रखें, बस इसी पर डटे रहें और ये सब बस BIC के ही बारे में है!

रेफरेन्स

  1. http://mysite.du.edu/~bkiteley/exercises.html
  2. Include Exciting Vocabulary: Use a Thesaurus to Find New Words!
  3. Use a Wide Range of Punctuation.
  4. For example, , ! () :
  5. Check, Check and Check again for mistakes!
  6. Engage The Reader with Action, Description or Dialogue!
  7. Use Conjuctions to move your plot along.
  8. Don't Include too many Characters.

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How.com.vn हिन्द: विकीहाउ स्टाफ
सहयोगी लेखक द्वारा:
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इस आर्टिकल के सहायक लेखक (co-author) हमारी बहुत ही अनुभवी एडिटर और रिसर्चर्स (researchers) टीम से हैं जो इस आर्टिकल में शामिल प्रत्येक जानकारी की सटीकता और व्यापकता की अच्छी तरह से जाँच करते हैं।

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