कैसे बच्चों के साथ धैर्य बनाये रखें

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चाहे आप बच्चों की परवरिश करें, देखभाल करें, पढ़ाएं, बच्चों के साथ काम करें या स्वयंसेवा करते हों, कोई भी हो, एक समय पर आकर अपना धैर्य खो ही देता है | लेकिन धैर्य खोने से बच्चों के साथ आपके रिश्ते खराब होते हैं और आप बच्चों के सामने एक गलत उदाहरण पेश करते हैं | बच्चों की देखभाल करते समय या उनके साथ रहते हुए गडबडियों, निराशा और अनिवार्य रूप से होने वाली गलतियों के बावजूद इनसे मुक्त होने की कला सीखना एक महत्वपूर्ण कौशल है |

विधि 1
विधि 1 का 3:

उस समय होने वाली बेसब्री का सामना करें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 कुछ गहरी सांस लें:
    धीरे-धीरे सांस भरें और छोड़ें जिससे आपकी बॉडी को रिलैक्स होने के सिग्नल मिल सकें और अगर आप अस्वस्थ और स्ट्रेस फील कर रहे हों तो आपका संतुलन बना रहे | इससे आपको सिचुएशन का आंकलन करने और प्रतिक्रिया देने के तरीके को चुनने का अतिरिक्त समय भी मिल जाता है |[१]
    • अपने इमोशन को कण्ट्रोल करने और जरूरत पढने पर खुद को शांत करने के लिए रेगुलर मैडिटेशन की प्रैक्टिस करें |
    • 5 सेकंड तक सांस भरें और इसे 5 सेकंड तक रोककर रखें | और इसके बाद 5 सेकेंड में बाहर निकालें | यह साधारण मानक लय है लेकिन आप एक्सपेरिमेंट करके देखा सकते हैं कि आपके लिए क्या बेहतर है |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 संभव हो तो एक कदम पीछे चले जाएँ:
    अगर आपको चिंता हो कि आपकी तुरंत प्रतिक्रिया धैर्य का उदाहरण नहीं होगी तो सिचुएशन से अपना एक कदम पीछे कर लेने से आप उस सिचुएशन से खुद को दूर कर सकते हैं | इससे आपको अगले कुछ पलों का सामना करने का हौसला मिल जायेगा |[2]
    • आप पीछे हटते हुए धीरे-धीरे दस तक गिनें या गहरी सांस लें जिससे आप ज्यादा जल्दी अपनी स्थिति में वापस आ पायें |
    • दूर जाने पर आप अपनी निराशा तकिये पर चिल्लाते हुए निकाल सकते हैं |
    • जब आपको दूर जाना पड़े तो बच्चे पर अपनी नगरानी बनाये रखें | बेबी मॉनिटर का इस्तेमाल करें या किसी वयस्क व्यक्ति से उन पर नजर रखने के लिए कहें |
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 आपको जो भी कहना हो, उसे गाकर कहें:
    गाने से आपको अपना धैर्य खोना या गुस्सा निकालना मुश्किल हो जायेगा क्योंकि इससे सिचुएशन आसानी से हास्यात्मक हो जाती है | आपको सिर्फ वही कहना है जिसकी जरूरत है लेकिन इससे आपको ज्यादा बेहतर रिजल्ट हासिल होगा और आपको ऐसा नहीं लगेगा कि आप अपना धैर्य बहुत ज्यादा खो पाओगे |[3]
    • आपका गाना बच्चों के लिए एक सरप्राइज की तरह हो सकता है जिससे वे आपकी बातों पर ज्यादा ध्यान देंगे |
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 बच्चों के साथ बात करें:
    अपने दिमाग में एक कनेक्शन और आपसी समझ रखने की कोशिश करें | उन्हें लेक्चर न दें और प्रतिक्रिया देने की बजाय चिंतनशील बनें |[4]
    • बोलने से पहले बच्चों को सुनें और उन पर बरसने की बजाय उनसे बात करें |
    • सिर्फ यह कहने कि,“बच्चों, मेंरे सब्र का बाँध टूट रहा है,” से भी मदद मिल सकती है क्योंकि यह बच्चों के साथ खुला संवाद होता है कि आप कैसा फील कर रहे हैं और फिर उन्हें इसके प्रति प्रतिक्रिया देने दें |[5]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 कोई मन्त्र दोहराते रहें:
    मन्त्र को दोहराने की प्रवृत्ति काफी सुखकर और निर्मल होती है जो सच में उस समय बहुत मदद कर सकती है जब आपका धैर्य खो रहो हो | मंत्र से आपको उस सिचुएशन को परिप्रेक्ष्य में रखने में भी मदद मिल सकती है |[6]
    • अपना धैर्य बढाने के लिए, दोहराए, “यह समय भी गुजर जायेगा और मैं इसे सही कर सकती हूँ |”[7]
    • परिप्रेक्ष्य को शामिल करने के लिए कहें, “मैं अपने बच्चों को अपनी सबसे ख़ास चीज़ से भी ज्यादा प्यार करती हूँ” और प्लेट, दीवार या गार्डन जैसी चीज़ों के बारे में होने रहने वाली सिचुएशन को इसमें शामिल करें |
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 बच्चों के सामने हार मान लें:
    बच्चों के नजरिये से उस सिचुएशन को देखने की कोशिश करने | इससे आपको उनकी भावना या समझ आर उनके द्वारा समझने के बाद उनके रिएक्शन का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी |[8]
    • आप इसकी जितनी ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे, भविष्य में बच्चे के नजरिये को समझना उतना ही आसान हो जायेगा | इसका मतलब यह है कि भविष्य में होने वाली सिचुएशन्स में आपके धीरज खोने की सम्भावना कम होगी |
विधि 2
विधि 2 का 3:

लम्बे समय तक अपने रिएक्शन्स मैनेज करते रहें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 बच्चों के लिए अच्छी मिसाल सेट करें:
    किसी ऐसी सिचुएशन में खुद अपने व्यवहार, शब्द और रिएक्शन्स पर ध्यान दें जहाँ अपना धैर्य बनाये रखना बहुत मुश्किल हो | हर पारस्परिक बातचीत से उन्हें व्यवहार के बारे में सीखने मिलेगा, फिर भले ही वो बातचीत अच्छी हो या बुरी |[9]
    • उदाहरण के लिए, बच्चों को चिल्लाने से रोकने के लिए उन पर चिल्लाने से उन्हें कुछ समझ नहीं आएगा और वे ये सीखेंगे कि असहनशीलता से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है और भी ज्यादा असहनशील बन जाना |
    • हालाँकि हर समय अच्छी मिशाल पेश करना बहुत मुश्किल हो सकता है और इससे ऐसा लग सकता है कि आप किसी सिचुएशन के लिए पहले से ही जरूरत से ज्यादा धीरज रखने के लिए ढल गये हैं | याद रखें, बच्चे हमेशा ही जरूरत से ज्यादा धीरज रखने के लायक नहीं होते लेकिन उन्हें इसकी जरूरत होती है |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 दूसरे लोगों और...
    दूसरे लोगों और सिचुएशन्स के प्रति छिपे हुए किसी इमोशन का पता लगायें: दूसरे इमोशन के झलकने और उन्हें डील न कर पाने के कारण बेसब्री या अधीरता बनती है | चीज़ें मन से बाहर आने दें और और स्पष्ट रूप से संवाद स्थापित करें जिससे बाहरी कारणों से आप बच्चों के प्रति धीरज न खो पायें |[10]
    • अगर आप सीधे तरीके से सिचुएशन को डील न कर पायें तो एक पेपर के टुकड़े पर अपने एक्शन प्लान को लिखें और जैसे ही मौका मिले, फिर से विजिट करें |
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपनी लाइफ में...
    अपनी लाइफ में धैर्य बनाये रखने वाली हैबिट्स की प्रैक्टिस करें: आप अपनी लाइफ में कई ऐसे हेल्दी बदलाव ला सकते हैं जिनसे आपका स्वाभाविक धीरज बने और आपको शांत रहने में मदद मिल सके | खुद की अच्छी देखभाल करें और ऐसी लाइफस्टाइल अपनाएँ जिससे हेल्दी और धैर्ययुक्त माइंडसेट बन सके |[11]
    • हर रात कम से कम 7 से 8 घंटे सोयें | नींद हमारी फिजिकल और इमोशनल दोनों ही स्वास्थ्य के लिए जरुरी है जिसमे धीरज रखना भी शामिल है | देर रात तक जागने से आने वाले कल की ऊर्जा, आनंद और धीरज बर्बाद हो जाते हैं |
    • हर दिन 6 से 8 गिलास पानी पियें | डिहाइड्रेटेड रहने से धीरज रखना और भी मुश्किल हो जाता है क्योंकि इससे पहले से ही मूड ख़राब रहता है | [आणि पीने से आपको स्पष्टता के साथ सोचने और ऊर्जावान फील करने में मदद मिलती है |
    • हमेशा पहले से प्लान बनाकर रखें | सबसे ख़राब मौकों के लिए, स्ट्रेसफुल काम और तनावयुक्त दिनों के लिए प्लान बनाकर चलें और इनकी एक लिस्ट अपने पास रखें जिससे आप आने वाली मुसीबतों का सामना करने के लिए पहले से तैयार रहें |
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपनी लाइफ के हर एरिया में धीरज की मिशाल पेश करें:
    अगर आप अपनी लाइफ के हर एरिया में धीरज बनाये रखते हैं तो बच्चों के प्रति धीरज बनाये रखना बहुत आसान हो जाता है | चूँकि धीरज आपके जीवन को सामंजस्यपूर्ण बनाता है जिससे बच्चों के लिए अच्छी मिसाल पेश करना बहुत आसान हो जाता है |
    • अगर आपके बॉस या सहयोगियों के साथ बातचीत करने पर आपका धीरज खोने लगता है तो काम पर भी धैर्य बनाये रखने की प्रैक्टिस करें | गहरी सांस लें और अपनी फीलिंग्स को स्पष्टता के साथ जाहिर करें |
    • अपने पार्टनर और फैमिली के प्रति भी धीरज रखने पर काम करें | सबसे पहले अपनी छिपी हुई समस्याओ पर गौर करें जिससे हर व्यक्ति एक-दूसरे के प्रति ज्यादा धैर्य अनुभवव कर सके |
विधि 3
विधि 3 का 3:

बच्चों को मददगार कौशल सिखाएं

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 बच्चों को सेल्फ-कण्ट्रोल...
    बच्चों को सेल्फ-कण्ट्रोल और देर से संतुष्टि होने के बारे में सीखने में मदद करें: बच्चे स्वाभाविक रूप से अधीर या बेसब्र होते हैं जिसके कारण आप भी अधीर बन सकते हैं और यह चक्र लगातार चलता रहता है | उन्हें सेल्फ-कण्ट्रोल और देर से संतुष्टि होने के बारे में सिखाएं जिससे वे धीरज की वैल्यू को अच्छी तरह से समझ पाएंगे |[12]
    • प्रलोभन हटाना, धीरज पर काम करने का सबसे अच्छा तरीका है | किसी भी चीज़ की लालसा या प्रलोभन से छिपने का मतलब यह है कि बच्चे इसीलिए धीरज नहीं खोएंगे क्योंकि वो जो पाना चाहते हैं, उसे देख ही नहीं सकते | चीज़ों को उनकी नजर से हटाने से सच में वो चीज़ उनके दिमाग से भी हट जाती है |
    • उनकी अधीरता को बढ़ने से रोकने के लिए पॉजिटिव डिस्ट्रेक्शन का इस्तेमाल करें | कोई गाना गायें या उनके साथ खेलने का ऑफर दें जिससे उनका ध्यान हेट और वे धीरज के साथ इंतज़ार करने की प्रैक्टिस कर पायें |
    • बच्चों के नखरे दिखाने पर भी शांत बने रहें |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 नियम और सीमायें सेट करें:
    इससे आपिक अपेक्षाएं स्पष्ट और अनवरत बनी रहेंगी जिससे भविष्य में धीरज को टेस्ट करने वाली सिचुएशन्स कम होती जाएँगी | नियम और सीमायें तय करने से बच्चों में स्थिरता और संरचनात्मकता आती है जिस पर वे भरोसा कर सकते हैं | [13]
    • नियम और सीमायें, बच्चों को सिचुएशन के अनुसार उचित और सुरक्षित तौर-तरीके विकसित करने के लिए बनाये जाते हैं जिससे ये इनके अनुसार काम करें और इन्हें अपने जीवन में ढालें |
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 जरूरत पड़ने पर माफ़ी मांगे:
    हालाँकि धीरज रखने के प्रति काम करना और उसकी प्रैक्टिस करने से काफी बदलाव आएगा लेकिन आप भी एक मनुष्य हैं और समय समय पर आप से भी गलतियाँ होंगी | आपसे भी गलतियाँ हो सकती है लेकिन बच्चों से माफ़ी मांगने और फिर से आजमाने के लिए धीरज बनाये रखने से सिचुएशन काफी महत्वपूर्ण बन जाती है |[14]
    • माफ़ी मांगने से बच्चे जान पाएंगे कि आप समझते हैं कि आप उस सिचुएशन को उतनी अच्छी तरह से हैंडल नहीं कर पाए जितना कर सकते थे और अब आप अगली बार फिर से ट्राय करेंगे और बेहतर करेंगे | इस तरह माफ़ी मांगने से आप उनके प्रति गलत होने पर भी बेहतर उदाहरण पेश कर सकते हैं जिससे वे सीख पाएंगे कि ऐसा भी कैसे करना है |

सलाह

  • एक और तरह का धैर्य होता है जिसे बनाये रख पाना बहुत मुश्किल हो सकता है वो है- बहुत ही ज्यादा जिद्दी बच्चे को डील करना | इस केस में, बेहतर ट्रिक यही है कि हास्य का भाव बनाये रखें, बच्चे के प्रति नहीं बल्कि सिचुएशन के प्रति | बच्चे को उनके जिद्दीपन से बाहर निकालकर बहलाने और आप जो भी कर रहे हैं उसमे शामिल करने के लिए मनोरंजक, मजेदार और खुश करने वाली चीज़ें आजमायें |
  • कई बार जब बच्चे को बहुत ज्यादा आघात (hurt) पहुंचा हो तो उस समय बहुत ही ज्यादा धैर्य की जरूरत होती है | युद्ध, भुखमरी या किसी तरह की हिंसा जैसे डरावने या कठिन अनुभवों से गुजरने वाले बच्चों को जो लोग अपनाते हैं या गोद लेते हैं, उन्हें बच्चे को फिर से भरोसा करना सीखने तक धीरज के साथ इंतज़ार करना पड़ता है जिससे बच्चा खुद के बनाये हुए सुरक्षा कवच से बाहर निकलता है और फिर उसे अहसास होता है कि उसे फिर से केयर करने वाले लोग मिल गये हैं और उनका आदर करना है | इस तरह का धीरज, विशेष प्रकार का एक आत्मसंयम होता है लेकिन अगर बच्चा फिर से भरोसा करना सीख जाए तो पूरी तरह से ज़ायज होता है |

चेतावनी

  • अगर अधीरता आपके जीवन को चलाने लगे और आपके रिश्ते ख़राब करने लगे तो किसी प्रोफेशनल की मदद लें जिससे आपको अपने सवालों के जबाव के रूप में कोई नजरिया मिल सके | अत्यधिक अधीरता का मूल कारण कोई मनोवैज्ञानिक समस्या हो सकती है जिस पर सही मदद और सपोर्ट के जरिये सफलतापूर्वक काम किया जा सकता है |

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Wits End Parenting
सहयोगी लेखक द्वारा:
पेरेंटिंग स्पेशिलिस्ट
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Wits End Parenting. Wits End Parenting एक पैरेंट-कोचिंग प्रैक्टिस है जो बर्कले, कैलिफ़ोर्निया में स्थित है, जिन्हे दृढ़ इच्छाशक्ति वाले, "उत्साही" बच्चों को आवेग, भावनात्मक अस्थिरता, "सुनने" में कठिनाई, अवज्ञा और आक्रामक बच्चों के साथ डील करने में विशेषज्ञता प्राप्त है। Wits End Parenting के काउंसलर पॉजिटिव डिसिप्लिन को शामिल करते हैं जो प्रत्येक बच्चे के स्वभाव के अनुरूप होता है, साथ ही यह दीर्घकालिक परिणाम प्रदान करता है, जिससे माता-पिता अपनी डिसिप्लिन स्ट्रेटजीस को लगातार आविष्कार करने की आवश्यकता से मुक्त होते हैं। यह आर्टिकल १,२४६ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: पारिवारिक जीवन
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