कैसे बच्चों को डाँटें या झिड़क लगायें

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अगर हम एक आदर्श दुनिया की बात करें तो बच्चों को डाँटने की और उनकी पिटाई लगाने की कभी जरूरत ही न पड़े। लेकिन फिर भी कुछ माता-पिता ये मानते है कि कभी-कभार ऐसा करना जरूरी हो जाता है। ये लेख न तो बच्चों को डाँटने और उनकी पिटाई करने का समर्थन करता है और ना ही ऐसा करने से इंकार। बल्कि इस लेख का मकसद है मार-पीट से जुडी सच्चाइयाँ बताना और माता-पिता को अवगत करवाना कि बच्चे की पिटाई करने की जरुरत पड़ने पर किन बातों का रखना होगा उन्हें ख़ास ख्याल ! बच्चों की पिटाई करनी चाहिए या नहीं, ये तो एक वाद-विवाद का अहम मुद्दा बनता जा रहा है। बहुत से मनोवैज्ञानिक बच्चों में अनुशासन लाने के लिए किसी भी तरह की मार-पीट करने की सलाह नहीं देते। लेकिन कुछ माता-पिता अपने अनुभव से बताते है कि कैसे कभी-कभी प्यार और निष्पक्ष रूप से अपनाया गया ये तरीका बच्चों में अनुशासन लाने का एक असरदार तरीका है।

विधि 1
विधि 1 का 3:

अनुशासन लाएं लेकिन बिना हिंसा के

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 छोटे रूप में शुरुआत करें:
    अगर बच्चा कोई गलती करता है तो सीधे ही उसकी पिटाई करने पर उतारू ना हो जाएँ। पहले उससे शान्ति से बात करें और कोशिश करें कि बिना हिंसा का प्रयोग किये कैसे अनुशासन लाया जा सकता है। लेकिन याद रहे पिटाई का सहारा लेना आखिरी विकल्प होना चाहिए जब बाकी बचे विकल्प असफल हो गए हों।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपने बच्चे से...
    अपने बच्चे से पूछें उसने जो किया उसका क्या कारण था: ऐसा हो सकता है कि बच्चे को खुद न पता हो कि जो उसने किया वो गलत था या फिर उसको समझने में गलती हुई हो। बातचीत से हर परेशानी का हल निकलता है। क्योंकि इससे या तो बच्चे को समझाया जा सकता है कि उसने जो किया वो सही नहीं था या फिर आपको समझ आता है कि बच्चे ने बुरा व्यवहार नहीं किया बल्कि आपको समझने में भूल हुई है।
    • अगर गुस्से की वजह से आप अपने आप पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हो तो अपने आप से कहे "मैं थोड़ी उदास हूँ, मुझे थोड़ा समय लेना चाहिए" - तुरंत कमरे से बाहर चले जाएँ और ठंडी सांस लें, अपनी प्रतिक्रियों पर काबू पाकर अंदर आए।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 बच्चे को उसके गलत करने के नतीजे बताएँ:
    बड़े बच्चे समझदार होते है, उन्हें जल्द ही महसूस हो जाता है कि क्या और क्यों गलत है। उनसे पूछे कि उनको क्या लगता है कि आपने जो किया लोग उसके बारें में कैसा महसूस करेंगे या फिर आपके साथ कोई ऐसा करे तो आपको अच्छा लगेगा ? प्यार से बात करें और कुछ इस तरह से - जब आप ................(कोई भी गलत काम) तो मुझे ऐसा लगता है ................. उदाहरण के लिए:
    • "आपको क्या लगता है कि आपकी बहन को कैसा महसूस हो रहा होगा जब आपने उसका खिलौना तोड़ा?"
    • "जब मैंने तुम्हे टॉय शॉप में अपने पास नहीं पाया तो मैं बहुत ज्यादा डर गयी थी। मैं चाहती हूँ कि तुम मेरे आस-पास ही रहो ताकि तुम सुरक्षित रहो और कही खो ना जाओ।"
    • आप इतने बड़े हो गए हो ! आपको क्या लगता है बैड पर पेशाब करना ठीक है ?
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 विचार करें कि...
    विचार करें कि क्या सचमुच आपके बच्चे को इस बात पर सजा देना ठीक है: बच्चे धीरे-धीरे सीखते हैं, हर बात में सजा के बारें में सोचना ठीक नहीं।
    • उदाहरण के लिए अगर बच्चे को समझाने के बाद वो दोबारा ऐसी हरकत नहीं करता या अपनी गलती को सुधार लेता है तो सजा की कोई जरुरत नहीं।
    • कभी-कभी आपके सीखने के लिए भी बहुत कुछ होता है। जैसे शायद आपने बच्चे की जरुरत से ज्यादा उपेक्षा कर दी हो या फिर आपने बच्चे को ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में डाल दिया हो कि वो शान्ति से उस पर प्रतिक्रिया नहीं कर पाता। बच्चे कई बार बड़ों की तरह बातों और स्थितियों को समझ नहीं पाते जिसके चलते वो जाने-अनजाने गलतियां कर जाते हैं। इस बार जाने दें लेकिन अगली बार के लिए इसे ध्यान में रखें।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 दृढ़ता और नम्रता के साथ अपने बच्चे को समझाएं:
    मार-पिटाई कभी भी पहला विकल्प नहीं होना चाहिए। दुर्व्यवहार को रोकने के और भी कई तरीके हैं जो आपके बच्चे के लिए सुरक्षित भी हैं और सही भी।[२][३][४][५]
    • दृढ़ता के साथ "न" बोले: जवाब ऐसा हो जो संक्षेप में हो और सटीक हो। आवाज़ में दम हो और आँखों में बच्चे को सुधारने का संकल्प। उदाहरण के लिए "हम कूड़ा जमीन पर नहीं फेंकते"।
    • ताली में वो गूँज हो: छोटे बच्चों के लिए तो तेज ताली मार कर चौंका देना काफी है और उसके बाद साफ़ शब्दों में "नहीं" कह दें। पर ध्यान रहे उन्हें ज्यादा भी ना चौंका दें क्योंकि ऐसा करने से वो गुस्सा दिखाने लगेंगे या फिर आगे से जवाब देंगें।
    • परिणाम पर गौर करवाएं: अगर बच्चे ने गंदगी फैलाई है तो उसे साफ़ करने को कहें या कोई चीज़ तोड़ी हैं तो वही ठीक करेगा या फिर अगर ठीक नहीं हो सकती तो इसका हर्जाना उसे ही भरना पड़ेगा (लेकिन अगर वो इसका हर्जाना भरने के लिए बहुत छोटे हैं तो कहें की आप चीज़े ठीक करने में उसकी मदद करेंगे)। ऐसा करने से बच्चे को पहले से ही पता होगा कि मेरे इस तरह के बर्ताव के क्या परिणाम हो सकते हैं।
    • विकल्प दें: अपने बच्चे को 2 या 3 विकल्पों में से चुनने के लिए कहें। उदाहरण के लिए अगर बच्चा पढ़ाई करने में आनाकानी कर रहा है तो उससे पूछें "पहले हिंदी पढ़ोगे या मैथ्स?"
    • चीज़ों को ठीक करने के लिए कुछ अच्छा करें: जैसे अगर बच्चे ने अपनी बहन के साथ कोई गलत व्यवहार किया हैं तो उसे कुछ ऐसा करने को कहें कि उसकी बहन की नाराज़गी दूर हो जाए। अगर बच्चे को सोचने में मुश्किल हो रही हैं तो आप उसे सुझायें (आप एक अच्छा सा ग्रीटिंग कार्ड बना सकते हो)।
    • टाइम आउट: एक टाइम आउट उम्र के हिसाब से होना चाहिए मतलब 3 साल के बच्चे के लिए 3 मिनट।
    • सुविधाएं वापिस ले लें: मतलब अगर आपका बच्चा खेलते समय दूसरों को धक्का देता है या हाथ मारता है तो उससे वो खिलौना ले लें और उसे जरूर बताएं ऐसा क्यों किया गया।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 अपने आपको भी...
    अपने आपको भी टाइमआउट दें अगर आप अपने बच्चे पर गुस्सा करते हैं: पेरेंटिंग आसान नहीं है और कभी कभी परेशान होना और खीझना एक दम नार्मल है। अगर आपको लगता है आप बुरी तरह गुस्से में है तो तुरंत उस कमरे से बाहर चले जाए और अपने आपको शांत करें। आप अपने बच्चे को अनुशासन में तभी ला सकते है जब आप अपनी सीमा नहीं लांघें।
    • अपने बच्चे को बताएं कि आप उनसे गुस्सा हैं या नाराज़ हैं और आपको इसे ठीक करने के लिए थोड़ा समय लगेगा।
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 बच्चे की मदद...
    बच्चे की मदद करें अगर उसके लिए वो करना मुश्किल हो रहा है जो आपने उसे करने को कहा है: कभी-कभार जब बच्चा किसी नियम का पालन नहीं कर रहा इसका मतलब ये भी हो सकता है कि उसे ऐसा करने में कोई परेशानी हो रही है। उससे पूछे "तुम्हारे लिए ......................... करना क्यों मुश्किल है?" और ध्यान से सुनें कि वो क्या कारण बता रहा है। और फिर एक साथ मिलकर उस परेशानी का हल ढूढें। ऐसे में बच्चे को लगता है कि आप उसकी प्रॉब्लम समझते हो।
    • अगर बच्चे को अपना कमरा साफ़ करने में मुश्किल हो रही है तो उसकी मदद करें।
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 बच्चे से बात...
    बच्चे से बात करें कि कैसे अगली बार गलत व्यवहार ना करें: कभी ऐसा भी होता है कि बच्चे इसीलिए गलत व्यवहार करते है क्योंकि उन्हें नहीं पता होता क्या बेहतर तरीका है अपनी बात बोलने का। बच्चे से पूछें "क्या आपको पता है कि इसे करने का कोई और बेहतर तरीका है" या फिर सलाह दें कि वो कैसे अगली बार उसी काम को सही ढंग से कर सकता है |
    • अगर बच्चा अपनी गलती मान, आपको दुबारा ना दोहराने का वादा देता है तो सजा का सवाल ही पैदा नहीं होता। अगर आपको इसका परिणाम देना ही है तो उसे अपना फैलाया हुआ गंद साफ़ करने के लिए कहे या फिर उन्हें सॉरी बोलने को कहें जिसका उसने दिल दुखाया है महत्वपूर्ण ये है कि वो सीखें और जरूरी नहीं कि सजा देने से बच्चा सीखता है।
  9. How.com.vn हिन्द: Step 9 अपने बच्चे के अच्छे बर्ताव के लिए उसे सराहें:
    उन्हें बताएं कि जब वो अच्छा व्यवहार करते हैं तो वो काबिल-ऐ-तारीफ़ है और आपको बहुत ख़ुशी होती है। ऐसा करने से उन्हें अच्छे बने रहने की प्रेरणा मिलती है। कुछ इस तरह आप अपने बच्चे की तारीफ कर सकते हैं:
    • "मैंने देखा आज तुम झूले पर बैठने के लिए अपनी बारी आने का इंतज़ार कर रहे थे। तुमने बहुत अच्छा किया।"
    • "आज तुम अपने भाई के साथ बहुत प्यार से खेल रहे थे। और मैंने ये भी देखा कि तुमने आज उसे मारा भी नहीं। तुम बड़े हो रहे हो और एक अच्छे इंसान बन रहे हो।"
    • "थैंक यू अपने जूते जल्दी से पहनने के लिए। अब हमारे पास पार्क में खेलने के लिए और टाइम होगा क्योंकि आज हम जल्दी तैयार हो गए।"
  10. How.com.vn हिन्द: Step 10 अपने बच्चे के लिए आदर्श बनें:
    बच्चे माँ-बाप का प्रतिबिम्ब होते है तो जैसा आप करेंगे वैसा वो करेगा। वैसा व्यवहार करें जैसा आप अपने बच्चे से करवाना चाहते है | चाहे आपको लगता है कि बच्चे का ध्यान कहीं और है और मैं जो बोलना चाहूँ, जैसे बोलना चाहूँ बोल सकती हूँ - लेकिन यकीन मानिये धीरे-धीरे वही आदतें आपके बच्चे में भी आ जाएंगी।
    • ढोंग से ज़रा बच के। उदाहरण के लिए अगर आप अपने बच्चे को मारते हैं लेकिन आप ये कहते है कि मारना बुरी बात है। आपका बच्चा इस बात को समझ नहीं पायेगा |
विधि 2
विधि 2 का 3:

अगर कभी थोड़ी बहुत पिटाई की जरूरत पड़ जाए तो इन बातों का रखें ख्याल

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 बच्चे को तब...
    बच्चे को तब पीटें जब अनुशासन लाने के सारे विकल्प असफल हो गए हों: सजा जैसे टाइमआउट, सुविधाएं वापिस लेना, सफाई करवाना, अकेले में बिठाना ये सब के बाद भी अगर सफलता ना मिले तो मारना-पीटना आखिरी विकल्प होना चाहिए। 100% पक्का निश्चय हो तभी ऐसा कोई कदम उठायें।
    • बहुत से विकासशील देशों में बच्चे को मारना-पीटना गैरकानूनी है |
    • समझें कि कुछ लोग मारने-पीटने को शोषण कहते है खासकर कि तब जब बुरी तरह मारा गया हो। कभी भी ज़ोर से न मारें और न ही किसी तेज औज़ार का प्रयोग करें क्योंकि इससे बच्चे के कोमल शरीर पर नील या कोई और गंभीर चोट आ सकती है। अगर लोगों को लगता है कि किसी बच्चे के साथ ऐसा दुर्व्यवहार हो रहा है तो वे चाइल्ड प्रोटेक्टिव सर्विसेज को संपर्क करने में चूकेंगे नहीं।
    • मारने-पीटने के आलावा होने वाले विकल्पों की जानकारी प्राप्त करें |[६]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 मारने-पीटने से होने...
    मारने-पीटने से होने वाले परिणामों पर ज़रा गौर करें: उनसे जुड़े अध्यनों के बारे में पढ़ें। बहुत से अध्यनों के मुताबिक़ मारने-पीटने से व्यवहार बेहतर होने की बजाय और खराब होता है। मार-पीट के बाद बच्चा बुरा महसूस करता है, उसे लगता है कि उसे कोई प्यार नहीं करता। गलत काम से दूर होने की बजाय वो कोशिश करते हैं कि गलत काम कर पकड़े न जाएँ। [७] बच्चे जिनके साथ मार-पीट ज्यादा होती है वो इन सबका शिकार हो जाते है...[८][९][१०][११]
    • मानसिक रूप से परेशान होना
    • लर्निंग डिसेबिलिटी यानी मानसिक समस्या उत्पन्न हो जाती है
    • दिमागी समस्याएं जैसे तनाव, डिप्रेशन तथा इनसे जुडी अन्य समस्याओं का हो जाना
    • ड्रग्स और शराब की लत लग सकती है
    • लोगों से विश्वासघात करना
    • अपने पति/पत्नी का शोषण करना
    • जैसे-जैसे बड़े होते है वे आपराधिक व्यवहार की तरफ रूख कर सकते हैं
    • छोटी उम्र में मृत्यु को प्राप्त हो जाना
    • इस रिसर्च के साथ आप सोच सकते हैं कि बच्चे के साथ मार-पीट करना ठीक है या नहीं। इसलिए हमेशा अहिंसा को गले लगा अपने बच्चे को समझाएं क्या सही है और क्या नहीं। अगर आपको फिर भी लगता है कि मार-पीट ही हल है तो नीचे लिखी बातों को अपनाएँ…
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 एकांत चुनें:
    किसी ऐसी जगह को चुनें जहां आपके सिवा और कोई न हो क्योंकि जब आप बच्चे को किसी के सामने खासकर दोस्तों या रिश्तेदारों के सामने मारते हैं तो वो बहुत शर्म सी महसूस करता है। जिससे उसके व्यवहार में एक नाराज़गी, एक चिढ़ सी आ जाती है जो उसके दिमाग पर बुरा असर कर सकती है। खासकर तब जब आप बच्चे को उसके हिप्स (कूल्हों) पर मार रहे हों तो आपको प्राइवेसी की जरूरत है।
    • मारना-पीटना अपने आप में ही बहुत कठोर है ज़ाहिर है आप अपने बच्चे का ऐसा अपमान किसी और के सामने नहीं करना चाहोगे।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 आगाह करें:
    अपने बच्चे को आगाह करें कि जो वो कर रहा है उसका नतीजा पिटाई है। बच्चा नाराज़, चिढ़चिढ़ा, बेचैन और घबरा भी सकता है लेकिन आपको इन सब प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखना होगा।
    • पिटाई से पहले, दौरान और बाद में रोना बिल्कुल नेचुरल है और इसके लिए कोई सजा नहीं बनती।
    • पिटाई करने से पहले आखिरी बार चेतावनी जरूर दें जैसे "अगर 5 तक गिनती गिनने तक तुमने उसके बाल नहीं छोड़े तो तुम्हारी पिटाई होगी" इससे बच्चा थोड़ा चौंक कर रुक सकता है।
विधि 3
विधि 3 का 3:

बातें जो पीटते समय ध्यान रखनी चाहिए

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 खाली हाथ का प्रयोग करें:
    हमेशा अपने खाली हाथ का प्रयोग करें, कभी भी किसी भी प्रकार के औज़ार का प्रयोग ना करें। बच्चों की स्किन नाज़ुक होती हैं तो जरा संभल के!
    • अगर आपको लगता हैं पीटते समय आप अपने आप को कण्ट्रोल नहीं कर सकते तो उसी वक़्त वहां से चले जाएँ और बच्चे को न मारें।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपनी उँगलियाँ से...
    अपनी उँगलियाँ से सभी अंगूठियां निकाल लें क्योंकि ये बच्चे की नाज़ुक त्वचा को नुकसान पंहुचा सकती हैं: आप कभी भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहोगे जो आपके बच्चे को दर्द पहुचाये और हां आपकी जेब में भी किसी भी प्रकार का सामान न हो क्योंकि जब आप पीटने के लिए अपने बच्चे को अपनी गोद में उल्टा लिटाते हैं तो उसे असहजता हो सकती है।
    • जब आप कूल्हों पर मारते हैं तो आपको आसानी से ये पता चल जाता कि कोई क्षति तो नहीं पहुंच रही ताकि आप तुरंत रुक सकें।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपने बच्चे को घुटनों के सहारे झुकने को कहें:
    आप बैठ जाए फिर अपने बच्चे को अपनी गोद में उल्टा लिटा लें। अपने बच्चे को खड़ा होने से मना करें।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपने हाथों को रिलैक्स करें:
    एक हाथ बच्चे की कमर पर और दूसरा उसके कूल्हे (हिप) पर। ध्यान रखें कि आपका बच्चा हिले न और उसकी टांगें पूरी तरह से जकड़ी हों।
    • पीटने के दौरान कोई बातचीत न हो। अगर आपको कुछ भी कहना हैं तो बाद में।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 हल्के हाथ से थप्पड़ मारें:
    आप चाहे कितना भी गुस्सा हों या बच्चे ने कितना भी गलत काम किया हो कभी भी पूरी ताकत से मारने की कोशिश न करें। क्योंकि ज्यादा तेज मारने से चोट लगने का खतरा रहता हैं और सदमा भी लग सकता है। और ऐसा करना ही उसके लिए एक सबक होगा जरूरी नहीं वो दर्द पहुंचा कर ही किया जाए। और ये भी सुनिश्चित करें कि आप बच्चे की प्रतिक्रिया पर भी ध्यान दे रहे हैं कि कही आप ज्यादा जोर से तो पिटाई नहीं कर रहे।
    • बच्चे को किसी भी तरह की चोट न पहुंचे इसके लिए ध्यान रहे कि आप मारते समय उसके प्राइवेट पार्ट्स, किडनी या कोक्सीक्स (coccyx) से एक दूरी बनाये हुए हैं |
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 बाद में अपने बच्चे को समझाएं:
    उन्हें बताये कि आप उनसे हमेशा प्यार करते रहेंगे चाहे वो गलती भी करें। उनको बतायें कि तुम एक अच्छे बच्चे हो जिसने गलत काम किया है। कभी भी पीटने के बाद किसी और प्रकार की सजा न दें। इसके बाद सिर्फ और सिर्फ माफ़ी होनी चाहिए |
    • ऐसा होने के बाद बच्चे को लगेगा कि वो एक बुरा इंसान है और आप उसे प्यार नहीं करते। इस तरह के गलत विचार और ज्यादा बुरे व्यवहार को जन्म देते हैं। [१२]
    • बच्चे को मारने के बाद अगर वो आपके पास नहीं आता है या आपको समझाने नहीं देता हैं तो उस पर दबाव न डालें। रिसर्च बताती हैं कि पीटने के तुरंत बाद प्यार जताने से बच्चे की बेचैनी कम होने की बजाय और बढ़ जाती है।[१३] ऐसा करने से बच्चा कंफ्यूज हो जाता हैं और सोचता हैं कि पैरेंट कभी कुछ हैं तो कभी कुछ। अगर वो मार खाने के बाद अपने कमरे में जाकर छिप जाना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने दें।
    • इस तरह के वाक्यों का प्रयोग भूलकर भी न करें कि "मैं तुम्हे प्यार करता हूँ/करती हूँ इसीलिए मारती/मारता हूँ।" अगर उनके दिमाग में वो सोच एक बार आ गयी कि हिंसा प्यार का एक पहलु हैं तो बड़े होकर उन्हें लगेगा कि अपने पार्टनर को मारना नार्मल है। और ये ऐसे ही नहीं कहा गया बल्कि रिसर्च के मुताबिक़ घरेलु हिंसा कुछ इसी तरह होती हैं। [१४][१५]

सलाह

  • ज्यादा मार-पीट न करें। अगर आप हर समय अपने बच्चे के साथ मार-पीट करेंगे तो वो ज़िद्दी हो जाएगा और उसे कुछ समय के बाद किसी भी बात का कोई असर नहीं होगा।
  • छोटी उम्र के बच्चों के साथ कभी भी मार-पीट का सहारा न लें। बच्चा कम से कम 4 साल का हो ताकि वो उसका कारण समझ पाए।
  • सजा देते हुए लड़की या लड़का न देखें। उदाहरण के लिए, अगर लड़की ने कुछ गलत किया तो आप उससे ऐसा करने का कारण पूछने लगते हैं और जब वही गलती लड़का करता हैं तो सीधे पीटने पर उतारू हो जाते हैं। ये ठीक नहीं। बल्कि लड़को को भी उसी तरह अनुशासन में लाने की कोशिश करें जैसे लड़कियों को करते हैं।
  • हमेशा ध्यान रहे कि जब आप अपने बच्चे को पीट रहे हैं तो उन्हें ऐसी सजा का कारण जरूर पता हो।

चेतावनी

  • कभी भी अपने बच्चे को हिप्स के अलावा कहीं और न मारें खासकर सिर या धड़ पर।
  • कॉर्पोरल पनिशमेंट (दैहिक सजा) को रोकने और खत्म करने के सभी नियमों का पालन करें |
  • बड़े बच्चों को इस तरह की सजा देना उत्पीड़न कहलाता है।
  • अगर आप बच्चे के माता-पिता या फिर अभिभावक (जब तक पेरेंट्स की अनुमति ना हो) नहीं हैं तो आपको इस तरह की सजा देने का कोई अधिकार नहीं है। बेबीसिटर या आया को ऐसा नहीं करना चाहिए।
  • अपने बच्चे को गुस्से में कभी इस तरह की सजा देने की कोशिश न करें।
  • कभी भी चलते वाहन खासकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इस तरह की सजा ना दें।
  • अगर स्कूल में कॉर्पोरल पनिशमेंट का प्रयोग किया जाता है और अगर आपके बच्चे को किसी गलती की वजह से स्कूल में पीटा गया हो तो घर आकर उसे दुबारा सजा देने की गलती न करें। ये ठीक नहीं है।
  • हमेशा याद रखें हिप्स बच्चे के शरीर का यौन भाग होता हैं चाहे वो अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुआ हो। लेकिन युवा स्थिति में इस तरह की सजा देने से समय से पहले यौन इच्छाएं पैदा होती हैं।
  • और किसी भी तरह की अतिरिक्त सजा जैसे अकेले रहना या टाइमआउट का प्रयोग न करें |

विकीहाउ के बारे में

विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को पूरा करने में और इसकी गुणवत्ता को सुधारने में समय समय पर, 174 लोगों ने और कुछ गुमनाम लोगों ने कार्य किया। यह आर्टिकल ९,९४८ बार देखा गया है।
सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ९,९४८ बार पढ़ा गया है।

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