कैसे पेट की मसाज से कब्ज़ में आराम पायें

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कब्ज़ एक ऐसी आम समस्या है जिससे सभी लोग उम्र के किसी भी पड़ाव में प्रभावित हो सकते हैं | जिन लोगों को कब्ज़ होता है, उनमे बोवेल मूवमेंट बहुत कम हो जाते हैं जैसे; वे हर तीन दिन में केवल एक बार ही मलत्याग के लिए जाते हैं या उनका मल (stool) काफी कठोर, ड्राई, छोटा, पीड़ायुक्त होता है या मलत्याग में कठिनाई होती है |[१] कब्ज़ आमतौर पर खतरनाक नहीं होता और कई लोगों को यह केवल थोड़े समय के लिए ही अनुभव होता है |

विधि 1
विधि 1 का 2:

कब्ज़ में राहत पाने के लिए अपने पेट की मसाज करें (Kneading Your Belly)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 पेट की मसाज के फायदें जानें:
    अगर आपको कब्ज़ है तो आपको परेशानी हो सकती है बल्कि पेट में दर्द भी हो सकता है | पेट की मसाज करने से न केवल कब्ज़ में आराम मिलता है बल्कि इससे कई और लाभ भी मिलते हैं | इनमे शामिल हैं:[२]
    • लम्बे समय तक लक्सेटिव का इस्तेमाल न करने की जरूरत नहीं होती
    • गैस में आराम मिलता है
    • कब्ज़ के कारण होने वाली ऐसी स्थितियों की नौबत को कम किया जा सकता है जिनके कारण डॉक्टर को दिखाने की जरूरत पड़ती है |
    • आपके पेट की मसल्स को आराम मिलता है जिससे बोवेल्स (bowels या आंतें) रिलैक्स हो सकती है |[३]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 मसाज के लिए कोई आरामदायक जगह चुनें:
    पेट की मसाज के लिए आपको लेटना पड़ेगा | इससे आपको और आराम मिलेगा और खड़े होक्र मसाज कराने की तुलना में यह स्थिति ज्यादा आरामदायक होगी | मसाज करने और आरामदायक स्थिति में आने के लिए खुद को कम से कम 30 मिनट दें | जल्दबाजी से स्ट्रेस और बढ़ सकता है जिससे कब्ज़ में आराम नहीं मिल पाता |[४]
    • एक आरामदायक और शांत वातावरण में खुद की मसाज करें जैसे; बेडरूम में | ज्यादा आराम पाने के लिए लाइट्स बंद कर दें और कम से कम शोर रहने दें |
    • गर्म पानी में लेटने के बारे में सोचें | गर्म पानी से ज्यादा आराम मिलता है जिससे कब्ज़ को रिलीज़ करने में मदद मिल सकती है |[५]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 पेट की मसाज करना शुरू करें:
    आंतें आपके पेट के निचले हिस्से में कूल्हे की हड्डियों (hip bone) के बीच होती हैं | आप अपने पेट की मसाज किसी भी मोशन या पैटर्न में अपनी पसंद के अनुसार कर सकते हैं | लेकिन सर्कुलेशन मोशन से कब्ज़ में बेहतर रूप से राहत मिल सकती है |
    • अपनी तर्जनी (index finger) की टिप्स से छोटी आंत पर नाभि के आस-पास क्लॉकवाइज सर्कुलर मोशन में मसाज करें | इन सर्कल्स के रोटेशन को 3 से 5 बार रिपीट करें |
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 मसाज सीक्वेंस को जारी रखें:
    इससे शरीर की गंदगी मूवमेंट के जरिये आँतों में आ जायेगी | मसाज सीक्वेंस को निम्नलिखित मोशन्स के साथ जरी रखें:
    • अपने पेट पत बायीं से दांयी ओर स्ट्रोक (stroke) दें |
    • अपने हाथों और अँगुलियों को नाभि पर थपथपाएं (vibrate करें) |
    • अपनी नाभि के बिलकुल नीचे केवल एक हाथ से सर्कुलर मोशन करें और फिर तुरंत दूसरे हाथ से फिर से सर्कुलर मोशन करें |
    • एक हाथ के बाद दूसरे हाथ से लगातार काउंटर-क्लॉकवाइज (counter clockwise) मोशन रिपीट करते रहें |
    • छोटे सर्कुलर मोशन्स में मसाज करने के लिए फिंगरटिप्स का इस्तेमाल करें |
    • अपने पेट की साइड्स से अंदर और नीचे की ओर मसाज करें |
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 स्ट्रोकिंग (stroking) मूवमेंट्स रिपीट करें:
    अपनी आँतों को उत्तेजित करने के लिए आपको पेट पर 10 से 20 मिनट तक मसाज करना होगी | मोशन के सीक्वेंस 10 से 20 मिनट जरी रखें और फिर बंद कर दें | अगर आपको मलत्याग के लिए जाना पड़े तो थोड़ी देर रुकें और फिर शुरू करें | अगर मलत्याग के लिए न जाना पड़ें तो फिर से मसाज करें |[६]
    • बहुत ज्यादा स्ट्रोक देने या प्रेस करने से बचें क्योंकि इससे मल सघन (compact) हो सकता है और आँतों से उसे निकालना और मुश्किल हो सकता है |[७]
    • भले ही आपको आराम पाने के लिए किसी अन्य मेथड का इस्तेमाल करने की जरूरत हो तो भी हर दिन कब्ज़ से मुक्ति पाने के लिए पेट की मसाज जारी रखें | डेली बेसिस पर पेट की मसाज करने से कब्ज़ या गैस बनने से रोका जा सकता है |
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 अपने पैर हिलाएं:
    अपने पैरों को पेट की ओर हिलाने से आँतों के कुछ हिस्से दबते हैं | अल्टरनेटिवली हर घुटने को अपने पेट या बेली की ओर या पेट की साइड्स में मसाज करने के समान लायें | इससे आंतें और सक्रीय हो जाती हैं और कब्ज़ से राहत मिलती है |[८]
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 मलत्याग की इच्छा को अनदेखा न करें:
    मसाज के दौरान भी आपको मलत्याग करने की जरूरत हो सकती है | अगर ऐसा हो तो इंतज़ार न करें या उस इच्छा को दबाएँ नहीं | बाथरूम जाएँ और समय देकर मलत्याग करें |[९] मलत्याग इक इच्छा को दबाने या मलत्याग न करने से हो सकते हैं:
    • मल कठोर हो सकता है
    • जोर लगाना पड़ सकता है
    • पाइल्स (बवासीर) हो सकता है
    • दर्द हो सकता है |[१०]
विधि 2
विधि 2 का 2:

अन्य नेचुरल रेमेडीज के साथ मसाज करें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 खूब पानी पियें:
    कब्ज़ का सम्बन्ध बड़ी आंत में होने वाले डीहाइड्रेशन से भी होता है | एक दिन में 8 बार 8 औंस पानी पियें जो 2 लीटर के बराबर होता है तब आप खुद को फिर से हाइड्रेटेड कर सकते हैं और कब्ज़ से निजात पा सकते हैं |[११]
    • नल का पानी या बोतलबंद पानी पियें: कार्बोनेटेड और फ्लेवर्ड पानी पीने से बचें क्योंकि ये दोनों ही गैस और ब्लोटिंग कर सकते हैं |[१२]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 फलों का रस पियें:
    अगर पानी से कब्ज़ दूर न हो तो फलों का रस पियें | अपने भोजन के साथ 2 से 4 औंस (60 से 120 मिलीलीटर) आलूबुखारे (prune) का रस या सेव का रस पियें | अगर कोई फर्क न दिखाई दे तो ज्यादा भी पीना पड़ सकता है |[१३]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 फाइबर से भरपूर खाना खाएं:
    पानी और/या फ्रूट जूस पीने के साथ ही फाइबर से भरपूर फूड्स खाएं | इससे मल भी ढीला होगा और आंतें अपना काम ठीक तरह से करेंगी | आपके द्वारा ली जाने वाली प्रत्येक 1000 कैलोरी के लिए 14 ग्राम फाइबर खाने का लक्ष्य बनायें |[१५] कुछ फूड्स में फाइबर काफी मात्रा में पाए जाते हैं और ये कब्ज़ से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं, विशेषरूप से अगर इन्हें मसाज के साथ अतिरिक्त रूप से लिया जाये | इन फूड्स में शामिल हैं:[१६]
    • मटर
    • आलूबुखारा
    • नाशपाती
    • बेर
    • आडू (peaches)
    • ब्रोकॉली
    • बीन्स
    • ब्रुसेल्स स्प्राउट्स (brussels sprouts)
    • फ्लेक्ससीड्स (flaxseeds)
    • गाजर
    • पाइनएप्पल
    • साबुत अनाज
    • ब्रान फ्लैक्स (bran flakes)
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपने शरीर को हिलाएं:
    मूवमेंट और फिजिकल एक्टिविटीज आंतों को उत्तेजित कर सकती हैं | कब्ज़ में राहत पाने के लिए थोड़ी लो-इम्पैक्ट वाली एक्सरसाइज करें | कब्ज़ से ज्यादा जल्दी छुटकारा पाने के लिए इन एक्सरसाइज के साथ पेट की मसाज भी करें |[१७]
    • जानें कि किस तरह की एक्सरसाइज या मूवमेंट से कब्ज़ में आराम मिलता है | लेकिन, केवल थोड़े इम्पैक्ट वाली एक्सरसाइज करना ही बेहतर होता है | इसके लिए, रनिंग, वाकिंग, बाइकिंग और स्विमिंग करें | योग करने से भी कब्ज़ में आराम मिलता है |[१८]
    • जितने मूवमेंट आप कर सकते हैं, उतने करें | बल्कि 15 मिनट की एक्सरसाइज भी आँतों को उत्तेजित करने के लिए काफी होती है |[१९]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 मिनरल ऑयल्स, उत्तेजक...
    मिनरल ऑयल्स, उत्तेजक लक्सेटिव्स (laxatives)और एनीमा के इस्तेमाल में सावधानी बरतें: कब्ज़ का इलाज करने के लिए नेचुरल ऑयल्स, लक्सेटिव्स और एनीमा के उपयोग के विषय में अलग-अलग मत हैं | इनके कारण लम्बे समय तक बना रहने वाला कब्ज़, बड़ी आँतों और गुदा की मसल्स में क्षति और आँतों के मूवमेंट के लिए लक्सेटिव्स की आदत हो सकती है | इनके उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह लें और अपने लिए उचित और सुरक्षित विकल्प चुनें |[२०]
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 कैस्टर ऑइल (castor oil) लें:
    कैस्टर ऑइल को घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि यह नेचुरल लक्सेटिव होता है | इसका विघटन ऐसे पदार्थों में होता है जो आँतों को उत्तेजित करते हैं जिससे कब्ज़ से मुक्ति मिल सकती है | पेट की मसाज के साथ ही कैस्टर ऑइल का इस्तेमाल करने से कब्ज़ से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है |[२१]
    • खली पेट 1 से 2 छोटी चम्मच कैस्टर ऑइल लें | इससे 8 घंटे के अंदर ही मलत्याग की इच्छा होने लगेगी |
    • कैस्टर ऑइल के साथ ऑरेंज जूस जैसी किसी मीठी चीज़ में मिलाएं | इससे कैस्टर ऑइल के ख़राब स्वाद को थोडा कम किया जा सकता है |[२२]
    • सिफारिश योग्य डोज़ से अधिक मात्रा में कैस्टर ऑइल क इस्तेमाल न करें | कास्टर ऑइल के ओवरडोज़ के लक्षणों में शामिल हैं: पेट में मरोड़, छाती में दर्द, चक्कर, भ्रम, डायरिया, सांस लेने में परेशानी, स्किन रेशेज़ और गले में जकड़ाहट | अगर आपको इनमे से कोई लक्षण हों तो नेशनल पाइजन कण्ट्रोल सेंटर पर कॉल करें | वहां उपस्थित रिप्रेजेन्टेटिव आपको बताएँगे कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए |[२३]
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 अपनी डाइट में इसबगोल की भूसी (psyllium husks) शामिल करें:
    अपनी डाइट में फाइबर सप्लीमेंट लेने से पेट की मसाज के इफ़ेक्ट को और बढाया जा सकता है | इसबगोल की भूसी इसबगोल के काफी बारीक़ फ्लैक्स होते हैं | इन फाइबर सप्लीमेंट से स्टूल (मल) नर्म हो सकता है | कब्ज़ से निजत पाने के लिए अपनी डाइट में मेटामुसिल (Metamucil), फाइबरकॉन (FiberCon) और सिट्रुसेल (Citrucel) जैसे नामों से बेचे जाने वाले इसबगोल का इस्तेमाल करने पर विचार करें |[२४]
    • इसबगोल भूसी को किसी भी नेचुरल फ़ूड या न्यूट्रीशन स्टोर से ख़रीदा जा सकता है |
    • 8 औंस पानी में ½ छोटी चम्मच इसबगोल भूसी मिलाएं और इस्तेमाल करें | आप ऐसा सुबह या शाम को कर सकते हैं | अगर जरूरत हो तो इस डोज़ को बढाया भी जा सकता है |
    • अगर आप चाहें तो इसबगोल भूसी को फ्रूट स्मूथी में मिलकर भी पी सकते हैं | फलों से भी इसबगोल और पेट की मसाज के फायदों को बूस्ट किया जा सकता है |
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 आँतों को उत्तेजित...
    आँतों को उत्तेजित करने के लिए फ्लेक्ससीड (flaxseed) या अलसी का इस्तेमाल करें: फ्लेक्ससीड्स के साथ-साथ फ्लेक्ससीड ऑइल और फ्लेक्ससीड युक्त खाना (meal) भी कब्ज़ से मुक्ति दिलाने में मदद कर सकता है | कब्ज़ के कारण शरीर में आई पोषक तत्वों की कमी को भी ये पूरा कर देते हैं | आँतों को उत्तेजित करने के लिए पूरे दिन अपने खाने में फ्लेक्ससीड वाले प्रोडक्ट्स को शामिल करें | हर दिन 50 ग्राम (या 5 बड़ी चम्मच) साबुत फ्लेक्ससीड से ज्यादा मात्रा में इन्हें लेने से बचें |[२५] आप फ्लेक्ससीड को निम्नलिखित रूप में ले सकते हैं:
    • गर्म या ठन्डे ब्रेकफास्ट सीरियल्स (cereals) के लिए एक बड़ी चम्मच पिसे हुए फ्लेक्ससीड्स (flaxseed) मिलाएं |
    • सैंडविच के लिए मस्टर्ड या मेयोनेज़ (mayonnaise) में एक छोटी चम्मच फ्लेक्स सीड डालकर मिलाएं |
    • 8 औंस दही में एक छोटी चम्मच पीसे हुए फ्लेक्स सीड डालकर हिलाएं |
    • कूकीज, मफिन्स और ब्रेड जैसी बेक्ड चीज़ों में पिसे हुए फ्लेक्स सीड्स (flaxseed-अलसी) का इस्तेमाल करें |

चेतावनी

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Muhammad Khan, MD, MPH
सहयोगी लेखक द्वारा:
बोर्ड प्रमाणित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Muhammad Khan, MD, MPH. डॉ मुहम्मद खान एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट हैं, जिनके पास 10 से अधिक वर्षों का अनुभव है। डॉ खान बाल चिकित्सा गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हेपेटोलॉजी और पोषण में माहिर हैं, और चिकित्सीय एंडोस्कोपी में विशेष ध्यान केंद्रित करते हैं। इन्होंने यूटा विश्वविद्यालय से बैचलर, मास्टर और डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। डॉ. खान ने ईस्टर्न वर्जीनिया मेडिकल स्कूल में अपना रेजीडेंसी प्रशिक्षण पूरा किया, जहां उन्हें प्रतिष्ठित अल्फा ओमेगा अल्फा ऑनर सोसाइटी में शामिल किया गया। इसके बाद इन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ल्यूसिल पैकार्ड चिल्ड्रन हॉस्पिटल में अपना फेलोशिप प्रशिक्षण पूरा किया। ये सोसाइटी ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी (ASGE) और नॉर्थ अमेरिकन सोसाइटी फॉर पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हेपेटोलॉजी, और न्यूट्रिशन (NASPGHAN) दोनों के फेलो हैं। यह आर्टिकल ७,०६८ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: स्वास्थ्य
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