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अधिकांश लोगों को ट्रैक करने वाली डिवाइसेज़ के नाम से क्रिमिनल इन्वेस्टीगेटर्स का ही ध्यान आता है, मगर अधिकतर कोई संदेह करने वाला पार्टनर या कोई एक्स ही उसका दोषी होते हैं। वे आदतन इस तरह के सस्ते ट्रैकर्स इस्तेमाल करते हैं, जो भूसे के ढेर में हाथी की तरह साफ़ नज़र आ जाते हैं। फिर भी आपको अक्सर छोटी डिवाइसेज़ भी मिल सकती हैं, मगर उनके लिए, आपको उन्हें खोजना पड़ेगा।
चरण
- अपनी फ़्लैशलाइट और ओनर्स मैनुअल ले लीजिये: सबसे सस्ते ट्रैकर्स काफ़ी बड़े मैग्नेटिक बॉक्स होते हैं। मगर, सभी डिवाइसेज़ इतनी ऑब्वियस नहीं होती हैं। कुछ मामलों में इनका संकेत केवल किसी ऐसे तार से मिलता है, जो ऐसी जगह दिखता है, जहां उसे नहीं होना चाहिए। अगर आप अपनी कार से बहुत फ़ैमिलियर नहीं हों, तब अपना मैनुअल हैंडी रखिए, ताकि ऐसा न हो कि आप कोई ज़रूरी पार्ट खींच कर निकाल बाहर करें।
- अंडरकैरिज को चेक करिए: पीठ के बल लेट जाइए और फ़्लैशलाइट की सहायता से कार के अंडरसाइड में देखिये। अधिकांश ट्रैकर्स, जीपीएस से लिंक्ड होते हैं, और आपकी कार के नीचे ऐसी जगह पर काम नहीं करेंगे, जहां पर की धातु से कनेक्शन ब्लॉक होता होगा।[१] अंडरसाइड के पेरीमीटर पर फ़ोकस करिए, और देखिये कि क्या वहाँ पर कोई संदेहास्पद बॉक्स है, टेप किया हुआ कोई ऑब्जेक्ट है, और कोई एन्टेना है।
- अगर आपको लगे कि कोई चीज़ ऑड है, तब उसे हल्के से खींचिए। अधिकांश ट्रैकिंग डिवाइसेज़ मैग्नेटिक होती हैं और वे आसानी से अलग हो सकती हैं।
- सबसे पहले गैस (पेट्रोल/डीज़ल) टंकी देखिये। चूंकि उसकी धातु की सतह काफ़ी बड़ी होती है, इसलिए उस पर मैग्नेटिक डिवाइस आसानी से अटैच की जा सकती है।
- व्हील वेल (wheel well) को देखिये: प्रत्येक व्हील वेल के प्लास्टिक गार्ड के नीचे चेक करिए, खास तौर से उस समय जबकि वह ढीला या मुड़ा हुआ लगे। यहाँ पर लगा हुआ कोई भी ट्रैकर ऑब्वियस होगा – आपकी कार में इस लोकेशन पर तो कोई बॉक्स नहीं ही लगा हुआ होगा।
- अगर किसी को आपकी कार तक बहुत समय के लिए एक्सेस मिली हुई हो, तब आप टायर निकाल कर उनके पीछे भी चेक कर सकते हैं, मगर यह लोकेशन बहुत संभाव्य नहीं होती है। अगर आप वहाँ देखते ही हैं, तब यह जान लीजिये कि कुछ ब्रेक्स के पीछे वायर किए हुये सेंसर होते हैं, जिन्हें कि वहाँ होना ही चाहिए।[२]
- बम्पर्स के अंदर की ओर देखिये: सामने और पीछे वाले बम्पर्स ऐसी अंतिम कॉमन एकस्टीरियर लोकेशन होती है, जहां सस्ते ट्रैकर लगाए जाते हैं।[३] उनके पीछे, ऐसी सभी जगहें देखिये जहां कोई भी डिवाइस को खिसका सकता हो।
- सामने वाले बम्पर में लगी डिवाइस शायद कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम से वायर की हुई हो सकती है। आप किसी भी चीज़ को निकालें, उसके पहले वायरिंग को मैनुअल से कंपेयर (compare) करके देख लीजिये।
- छत को इंस्पेक्ट करिए: यह केवल दो परिस्थितियों में फीज़िबल (feasible) लोकेशन हो सकती है। पहली तो यह कि केवल एसयूवी या कोई अन्य ऊंची वेहिकल में ही डिवाइस को बिलकुल खुले आम छत पर लगाया जा सकता है। दूसरी यह कि सनरूफ़ में रीट्रैक्शन स्लॉट में किसी छोटी डिवाइस को छुपाया जा सकता है।
- हुड को सबसे अंत में देखने के लिए छोड़ दीजिये: कार के सामने का हिस्सा, एक गरम, सॉलिड धातु का बॉक्स होता है जिसे नियमित रूप से ड्राइवर द्वारा इंस्पेक्ट किया जाता है। इसके कारण, यह ट्रैकर लगाने के लिए बहुत घटिया स्पॉट होता है। यह असंभव तो नहीं है, मगर साधारण जेलस (jealous) पार्टनर या पैरानोइड (paranoid) पड़ोसी द्वारा इसकी कोशिश करने की संभावना कम ही होती है। इस पर एक उड़ती हुई नज़र डालिए, और इंटीरियर की ओर बढ़ जाइए।
- कार की बैटरी से निकले हुये ऐसे तार, जिन्हें वहाँ नहीं होना चाहिए, आपको ट्रैक करने वाली डिवाइस तक पहुंचा सकते हैं। किसी निर्णय पर पहुँचने से पहले, वायरिंग को अपने मैनुअल के डायग्राम से कंपेयर कर लीजिये।
- अपहोल्स्ट्री के अंदर देखिये: अगर संभव हो तब सीट कुशन्स तथा हेडरेस्ट्स के ज़िप खोल लीजिये। ऐसे पार्ट्स जिन्हें निकाला जा सकता है, उनके नीचे देखिये।
- सीट और कार्पेट के नीचे चेक करिए: सीट्स के नीचे फ़्लैशलाइट की सहायता से चेक करिए। यह ध्यान रखिएगा कि कुछ सीट्स में हीटिंग मेकेनिज़्म बिल्ट इन होता है। सामने वाली दोनों सीट्स के एपीयरेंस को कंपेयर करके देखिये कि क्या उनमें कोई अंतर हैं।
- डैशबोर्ड के नीचे वाले क्षेत्र को एक्सेस करिए: अधिकांश मॉडेल्स में आप ग्लवबॉक्स कम्पार्टमेंट और उसके साथ ही स्टीयरिंग व्हील के नीचे वाले पैनल के स्क्रूज़ को खोला जा सकता है। देखिये कि क्या वहाँ पर कोई ऐसा लूज़ वायर है जो दूसरे वायर्स के साथ न तो टेप किया हुआ हो और न ही उनसे बंधा हो, और कोशिश करिए कि आप उसके स्त्रोत तक पहुँच सकें। डैश के अंडरसाइड में अपनी उँगलियों से महसूस करके देखने की कोशिश करिए कि क्या वहाँ पर कोई एन्टेना है जिसे वहाँ चिपकाया या टेप किया गया है।[४]
- पीछे देखिये: याद रखिए कि अधिकांश ट्रैकर्स, धातु में से हो कर सिग्नल नहीं प्राप्त कर सकते हैं। धातु के ट्रंक्स को चेक करने से पहले, पिछली खिड़की के ठीक नीचे वाले क्षेत्र पर फ़ोकस करिए। स्पेयर टायर को निकालिए और उस वेल की बारीकी से जांच करिए।
- किसी प्रोफेशनल को हायर करिए: अगर आपको अभी भी ट्रैकर नहीं मिला है, तब संभावना है कि शायद वो हो ही नहीं। अगर आपको अभी भी संदेह है, तब किसी को हायर करिए जो कि वेहिकल को फिर से चेक करे। इन प्रोफ़ेशनल्स को ट्राई करिये:
- कार अलार्म इन्स्टाल करने वाला जो जीपीएस ट्रैकर बेचता हो
- मेकेनिक जिसे ट्रैकर ढूँढने का अनुभव हो
- प्राइवेट इंवेस्टिगेटर
- कार को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से स्वीप करवाइए: ऐसी डिवाइसेज़ जो सक्रिय रूप से आपकी लोकेशन को ट्रांसमिट करती हैं, उनको हैंडहेल्ड डिटेक्टर्स की सहायता से पिनपॉइंट किया जा सकता है। (कुछ डिवाइसेज़ में, बाद में रिट्रीव किए जाने के लिए, जानकारी को स्टोर किया जा सकता है, और वे इन सेंसर्स से छुप सकती हैं।) अगर आप काफ़ी पैसे खर्च करने को तैयार हों, तब आप किसी ऐसी कंपनी को खोजिए जो टेक्निकल सर्वेलेंस काउंटर मेज़र्स (टीएससीएम) बेचती हो।[५]
- हो सकता है कि ट्रैकर केवल कभी-कभी ही ट्रांसमिट करता हो और/या तब, जबकि कार चल रही हो, इसलिए जब आपका मित्र किसी रिमोट जगह पर ड्राइव कर रहा हो, तभी टेस्ट करिए। (आसपास के सेल फ़ोन ट्रांसमिशन आपकी डिवाइस के साथ इंटरफ़ियर कर सकते हैं।)[६]
सलाह
- अपनी वेहिकल को हर समय लॉक करने का ध्यान रखिए, और जब उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा हो, तब उसे किसी सुरक्षित जगह पर रखिए। इससे ट्रैक किए जाने का जोखिम समाप्त तो नहीं हो जाएगा, मगर खतरा कम ज़रूर हो जाएगा।
- अधिकांश ट्रैकर्स को थोड़े-थोड़े समय के बाद रिट्रीव किए जाने की ज़रूरत होती है, या तो बैटरी को बदलने के लिए, या डेटा को निकालने के लिए। अपने पार्किंग स्पेस के निकट एक कैमरा रखिए और आप शायद दोषी को देख सकेंगे। एडवांस ट्रैकर्स का लाइफ़स्पान अधिक होता है और उनमें सक्रिय ट्रांसमीटर भी होते हैं, इसलिए यह कोई गारंटी नहीं है।
- फ़िंगरप्रिंट्स को प्रीवेंट करने के लिए दस्ताने पहनिए। अगर आपको कोई ट्रैकर मिल जाये, तब उसे छूइए मत। शायद उनको उस पर फ़िंगरप्रिंट्स मिल जाएँ।
चेतावनी
- अपनी वेहिकल के किसी भी हिस्से को तब तक, न तो काटिए और न ही उसे कोई नुकसान पहुंचाइए, जब तक कि आपको ठीक-ठीक पता न हो कि आप क्या कर रहे हैं। लगभग सभी ट्रैकर्स को, किसी भी पार्ट को डिसअसेंबल किए बिना, देखा जा सकता है।