कैसे मृत्यु के भय पर विजय प्राप्त करें (Overcome the Fear of Death)

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थनाटोफोबिया (Thanatophobia), कहें या "मृत्यु का भय (fear of death)” इसने दुनियाभर के लोगों को प्रभावित किया हुआ है। कुछ लोगों के मन में, इसकी वजह से चिंता और सनकपन जैसे विचार आने लगते हैं।[१] जबकि थनाटोफोबिया मृत्य का भय होता है, और/या किसी की अपनी ही मृत्यु की कल्पना, मरने वाले इंसान का डर या मरी हुई चीज़ों को "नेक्रोफोबिया (necrophobia)" के नाम से जाना जाता है, जो कि थनाटोफोबिया से बिल्कुल अलग होता है। ये दोनों ही डर, हालाँकि, कहीं ना कहीं से मृत्यु से संबंधित एक अनजाने पहलू से जुड़े हुए होते हैं, जिसे “ज़ेनोफोबिया (xenophobia)” कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें, तो ये पहले से मालूम चीज़ों से परे, किसी आशंका के सामना करने की संभावना है।[२] ये अक्सर उन लोगों के साथ होता है, जो अपनी लाइफ के अंतिम चरण में होते हैं, क्योंकि मृत्यु की प्रक्रिया के आसपास अनिश्चितता और भी बढ़ सकती है क्योंकि उनके लिए मृत्यु की वास्तविकता अधिक निकट हो जाती है।[३] अपनी लाइफ के अनजाने अंत को और भी ज्यादा कम्फर्टेबल बनाने के लिए, आपको पहले आपके इस फोबिया को समझना होगा, और इसकी पकड़ को कम करने के लिए काम करना होगा।

विधि 1
विधि 1 का 5:

अपने फोबिया को समझना (Understanding Your Phobia)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 उस समय को...
    उस समय को लिखकर रख लें, जब आप मृत्यु के बारे में सोचते हैं: मृत्यु के डर से निपटने के लिए, आपको जो पहली चीज़ करना है, वो है कि आपका ये डर आपको कैसे – और कितना – प्रभावित करता है। हम लोग अक्सर ही अपने आसपास के माहौल से डर और चिंता के असल कारण को जल्दी नहीं पहचान पाते हैं। उन परिस्थितियों के बारे में लिखकर रखना, जिनमें ये उभरकर आता है, ये आपके लिए इस समस्या से जूझने में मदद कर सकता है।[४]
    • खुद से बस इतना पूछकर शुरुआत करें, “मेरे आसपास उस वक्त ऐसा क्या हो रहा था, जिसकी वजह से मुझे इतना डर और चिंता सताने लगी?” न जाने कितने ही कारणों से, शुरुआत में इस सवाल का जवाब देना बहुत कठिन हो सकता है। बेसिक्स से शुरुआत करें। पिछले कुछ बीते हुए दिनों के बारे में सोचें, और हर उस डिटेल को याद कर के लिखने की कोशिश करें, जब आपको मृत्यु से संबंधित विचार आये। याद करने की कोशिश करें, जब ये विचार आपके मन में आये, तब आप क्या कर रहे थे।
    • मृत्यु का डर एक बहुत आम बात है। इंसानों की पूरी हिस्ट्री में, लोग मृत्यु के विचार और मरने के विचार से जुड़ी हुई बातों को लेकर परेशान रहा करते हैं। ये कई कारणों से हो सकता है, जिसमें आपकी उम्र, आपकी सभ्यता, आपकी चिंता का स्तर, किसी को खोने का अनुभव और ऐसे ही और भी बहुत सारे कारण शामिल हैं। उदाहरण के लिए, अपनी लाइफ के किसी बदली हुई परिस्थिति के दौरान, आपको मृत्यु का ज्यादा भय सता सकता है। लोगों को 4-6, 10-12, 17-24, और 35-55 की उम्र के बीच में बहुत ज्यादा मृत्यु का डर सताता है।[५] विद्वानों ने काफी लंबे समय से मृत्यु की इस संभावना का दर्शन किया है। अस्तित्ववादी (Existentialist) फिलॉसफर जीन-पॉल सार्टे (Jean-Paul Sartre) के अनुसार, मृत्यु लोगों के लिए डर का स्रोत हो सकती है क्योंकि यह वही है जो “बाहर से हमारे पास आता है और हमें बाहर से बदल देता है।”[६] इसलिए मृत्यु की प्रक्रिया हमारे अंदर सबसे कट्टरपंथी अज्ञात काल्पनिक आयाम (या, एक अर्थ में, अकल्पनीय) का प्रतिनिधित्व करती है। जैसे कि सार्टे ने बताया, मृत्यु में हमारे जीवित निकायों को वापस उन्हीं गैर-मानव क्षेत्र में बदलने की क्षमता है, जिससे से वे शुरू में उभरे थे।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 आप जब भी...
    आप जब भी चिंतित या डरा हुआ महसूस करते हैं, उस समय को नोट कर लें: इसके बाद, ऐसे किसी भी समय को नोट करें, जब आपने बस मृत्यु के भय से किसी काम को ना करने का निर्णय लिया हो। उदाहरणों को लिखें, भले ही आप इस बारे में निश्चित नहीं हैं, कि वो भावनाएं मृत्यु या मरने से किसी भी तरीके से जुड़ी हैं या नहीं हैं।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 आपकी चिंता की तुलना, आपके मृत्यु के भय से करें:
    जब आपके पास में आपके मृत्यु के विचारों की एक लिस्ट आ जाए, और आपके द्वारा चिंता किये जाने वाले पलों की एक लिस्ट आ जाए, फिर दोनों के बीच में समानताओं को खोजने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपको ऐसा लगे, कि आप जब कभी भी एक विशेष तरह की कैंडी की ब्रांड को देखते हैं, तो आपको उसी तरह की चिंता सताने लगती है, लेकिन आपको इसके पीछे के कारण का पता नहीं है। फिर आपको ऐसा अहसास होता है कि आप ठीक इन्हीं परिस्थितियों में भी मृत्यु के बारे में सोचा करते हैं। फिर इसके बाद आपको याद आता है, कि आपके दादाजी की अंतिम विदाई के वक्त, इसी ब्रांड की कैंडी परोसी गई थी। फिर आपको भी कुछ डर का अहसास शुरू होने लगा, जो कि असल में मृत्यु का भय था।
    • इस तरह से किसी ऑब्जेक्ट, इमोशन, और परिस्थिति के बीच का कनेक्शन जरा जटिल भी हो सकता है, कभी-कभी तो ऊपर बताए हुए सिनेरियो से भी ज्यादा। लेकिन उनके बार में लिखना, उनके बारे में जानकारी पाने की एक अच्छी शुरुआत है। फिर आप बेहतर तरीके से समझ सकते हैं, कि आप इस तरह के पलों में जिस तरह से प्रभावित होते हैं उसे कैसे मैनेज किया जाए।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 चिंता और प्रत्याशा के बीच के लिंक को पहचानें:
    भय या डर एक ऐसी पावरफुल शक्ति है, जो आपके द्वारा की जाने वाली किसी भी चीज़ को संभावित रूप से प्रभावित कर सकती है। आप अगर अपने डर के आगे देखना शुरू कर सकें, तो आपको समझ आएगा कि आप जिसको लेकर इतना डर रहे थे, वो असल में इतना भी भयानक नहीं है। चिंता अक्सर ही क्या होगा, या क्या नहीं होगा, की प्रत्याशा में लिपटी रहती है। ये एक तरह का इमोशन होता है, जो भविष्य के बारे में सोचने का काम करता है। अपने आपको ये याद दिलाते रहें, कि मृत्यु का जो भय है, वो असल मृत्यु से भी ज्यादा खतरनाक होता है। किसे मालूम कि आपकी मृत्यु उतनी दर्दनाक ना हो, जितना आपके द्वारा सोची गई है।[७]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अपने साथ ईमानदार रहें:
    एकदम ईमानदार रहें और अपनी खुद की मृत्यु के सच को पूरी तरह से स्वीकार करें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो ये पहले ही आपके ऊपर हावी हो जाएगा। आप जब इस बात को महसूस कर लेंगे, तब आपकी लाइफ और भी ज्यादा कीमती बन जाएगी। आपको मालूम है, कि आज नहीं तो कल, आपका सामना मृत्यु से होने ही वाला है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं, कि आप अपना आज डर-डर के जियें। आप जब अपने आप से ईमानदारी दिखाएँगे और आपके डर का सामना करेंगे, तब आप खुद ही इस फोबिया को खत्म करने के काबिल हो जाएँगे।
विधि 2
विधि 2 का 5:

आप जिस पर काबू नहीं कर सकते, उसे जाने देना (Letting Go of What You Can’t Control)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 आप जिसे काबू नहीं कर सकते, उस पर ही ध्यान लगाना:
    मृत्यु एक ऐसी चीज़ है, जिसके बारे में सोचकर कोई भी घबरा जाता है, मुख्य रूप से इसलिए क्योंकि ये हमारे जीवन की सीमाओं का और हमारी सोच का खुलासा करता है। जो आपके काबू में नहीं है, उसे काबू में करने की कोशिश करने के साथ ही आप अपना ध्यान उसी चीज़ पर लगाना सीखें, जिसे आप काबू कर सकते हैं।
    • उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपको अटैक से अपनी मृत्यु का डर सता रहा हो। दिल की बीमारी से जुड़े हुए ऐसे कुछ पहलू हैं, जैसे कि फैमिली हिस्ट्री, और उम्र जिन्हें आप काबू में नहीं कर सकते। आप अगर अपना ध्यान इस तरह की बातों में लगाएँगे, तो आप खुद को और भी ज्यादा चिंता में डाल देंगे। इसकी जगह पर, आपको ऐसी बातों पर ध्यान रखना चाहिए, जिन्हें आप काबू कर सकते हैं, जैसे कि स्मोकिंग छोड़ देना, नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करना, और अच्छा और हैल्दी खाना। दरअसल, जब आपकी लाइफस्टाइल अनहैल्दी होती है, तब आपको हार्ट अटैक का कुछ अनियंत्रित कारकों की तुलना में, कहीं ज्यादा खतरा होता है।[८]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपनी लाइफ को गाइड करें:
    हम जब अपनी लाइफ की डायरेक्शन को कंट्रोल करना चाहते हैं, तब अगर कोई चीज़ हमारी सोच के हिसाब से नहीं हो पाती, तब हम निराश, बेचैन और चिंतित हो जाते हैं। आप अपनी लाइफ के परिणामों को कितनी ज्यादा मजबूती से नियंत्रित करना चाहते हैं, उस पर अपनी पकड़ कम करना सीखें। बेशक, आप अभी भी प्लान्स तो जरुर तैयार कर सकते हैं। अपनी लाइफ के कोर्स को गाइड करें। लेकिन अनपेक्षित के लिए भी तैयार रहें।[९]
    • एक फिट होने वाली समरूपता एक नदी में बहने वाले पानी का विचार है। कभी-कभी नदी का किनारा बदल जाएगा, नदी वक्र होगी, और पानी धीमा हो जाएगा या तेज हो जाएगा। नदी अभी भी बह रही है, लेकिन आपको बस इसके साथ चलते जाना है, ये आपको चाहे जहाँ भी ले जाए।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 कुछ निरर्थक विचारों के पैटर्न को कम करें:
    आप जब अपने भविष्य की कल्पना या भविष्यवाणी करते हैं, तो आप खुद को स्वयं से ऐसे सवाल करते हुए पाएंगे, “ऐसा हो जाए, तो कैसा होगा?” इस तरह के निरर्थक विचारों को केटास्ट्रोफ़ाइज़िन्ग (catastrophizing) के नाम से जाना जाता है।[१०] निरर्थक विचारों का पैटर्न, आपको किसी भी स्थिति के बारे में कुछ इस तरह से सोचने पर मजबूर कर देता है, जिसकी वजह से आपको नेगेटिव इमोशंस आने लगते हैं। किसी भी परिस्थिति या घटना को हम किस तरह से समझते हैं, उसके परिणामस्वरूप हम उस भावना को महसूस करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप बस इसलिए परेशान हो रहे हैं, क्योंकि आप ऑफिस के लिए लेट हो गये हैं, तो हो सकता है कि आप खुद से ऐसा कुछ बोलें, “मैं अगर लेट हूँ, तो मेरे बॉस मुझे चिल्लाएँगे, और मैं अपनी जॉब खो दूंगा।” इस तरह के निरर्थक पैटर्न होने की वजह से आपके विचार किसी भी परिणाम को बड़ी ही मजबूती के साथ काबू करने के होने लगेंगे।
    • निरर्थक विचारों को पॉजिटिव विचारों से बदल डालें। अपने इन निरर्थक विचारों पर किसी तरह से रोक लगाएँ। उदाहरण के लिए, अपने आप से कहें, "मैं अगर लेट पहुँचा, तो मेरे बॉस मुझ से नाराज़ होंगे। लेकिन मैं उन्हें समझा तो सकता हूँ, कि आज नॉर्मल से ज्यादा ट्रैफिक था। मैं उनसे ये भी बोल सकता हूँ, कि आज मैं और देर तक काम कर लूँगा।"
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 चिंता करने के लिए एक समय तैयार करें:
    अपने दिन से पाँच मिनट निकाल लें, इन पाँच मिनट में सिर्फ किसी बात को लेकर चिंता करें। ऐसा हर दिन, ठीक एक ही समय पर किया करें। जहाँ तक हो सके, चिंता करने के इस समय को सोने के वक्त के लिए ना तैयार करें, आप भी बेड पर बस यूँ ही किसी बात की चिंता करते हुए नहीं लेटना चाहेंगे। अगर आपको दिन के किसी और वक्त पर चिंताजनक विचार आते हैं, तो इसे अपने चिंता के समय के लिए बचाकर रख लें।[११]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अपनी इन चिंता भरी भावनाओं को चैलेंज करें:
    आप अगर बस मृत्यु की चिंता को लेकर परेशान हो रहे हैं, तो खुद से किसी विशेष सिनेरियो पर मरने के चांस के बारे में पूछें। उदाहरण के लिए, खुद किसी प्लेन क्रेश में मरने की संभावना के बारे में सोचने लगें। आप खुद ही पायेंगे, कि आपकी ये चिंता तो एक ऐसी असलियत से परे है, जिसके होने की संभावना है।[१२]
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 आप दूसरों से...
    आप दूसरों से कितना प्रभावित होते हैं, विचार करें: जब दूसरे लोगों की चिंता, आपके मन में घर करने लगती है, तब आप भी किसी रिस्क के बारे में बहुत ज्यादा सोचने लगते हैं। शायद आपका कोई एक ऐसा फ्रेंड है, जो किसी बीमारी और रोग को लेकर एकदम नेगेटिव है। इसकी वजह से आप अपने बीमार होने के बारे में सोचकर परेशान या बेचैन महसूस करने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति के साथ में वक्त बिताना कम कर दें, ताकि इस तरह के विचार आपके मन में इतनी जल्दी आ ही ना पायें।[१३]
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 ऐसा कुछ करके...
    ऐसा कुछ करके देखें, जो आपने आज से पहले कभी न किया हो: हम अक्सर ही नई चीज़ें करने से और खुद को किसी नई परिस्थिति में ले जाने से रोक लिया करते हैं, ऐसा इसलिए, क्योंकि हमें इस बात का डर लगा रहता है, कि हमें तो इसके बारे में अभी कुछ भी पता नहीं है या फिर हम इसे समझ ही नहीं पाएँगे।[१४] किसी भी बात को अपने काबू से छोड़ने की प्रैक्टिस करने के लिए, आपको एक ऐसी एक्टिविटी चुनना होगी, जिसे आपने कभी सोचा भी न हो और इसे करने की कोशिश करना होगा। पहले ऑनलाइन जाकर इसके बारे में कुछ रिसर्च करके देखें। फिर ऐसे लोग, जिन्होंने इस एक्टिविटी को पहले करके देखा है, उनसे इसके बात करें। आप अगर इसे करने का नहीं सोचेंगे, या किसी चीज़ को करना ही नहीं चाहेंगे, तो फिर आप उसके साथ कैसे कम्फर्टेबल हो पाएँगे।
    • अपनी लाइफ के साथ इस तरह के नए-नए एक्सपेरिमेंट और नई एक्टिविटी करना, अपना सारा ख़ुशी की ओर ध्यान करने का सबसे अच्छा तरीका है, और इसकी वजह से आपके मन में मृत्यु और मरने के जैसे विचार आ ही नहीं पाएँगे।
    • आप जब किसी नई एक्टिविटी में शामिल होते हैं, तब आप भी देखेंगे कि आपको अपनी लाइफ के बारे में कितना कुछ नया सीखने को मिला, खासकर आप किसे काबू में कर सकते हैं, और किसे नहीं के बारे में।
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 अपनी फैमिली और...
    अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ मिलकर एक एंड-ऑफ़-लाइफ (end-of-life) प्लान बनाएँ: जब मृत्यु का समय आता है, तब आपको ऐसा महसूस होने लगता है, कि ऐसी बहुत सारी प्रोसेस हैं, जिन्हें आप कंट्रोल नहीं कर सकते। हम कब या कहाँ पर इस लाइफ को छोड़ने वाले हैं, इसे जानने का कोई पक्का तरीका मौजूद नहीं है, लेकिन हम इसके लिए तैयार होने के लिए कुछ स्टेप्स जरुर उठा सकते हैं।[१५]
    • मान लीजिये कि आप अगर कोमा में हैं, तो आप कितने समय तक लाइफ सपोर्ट पर रहना चाहेंगे? क्या आप अपने घर जाना चाहेंगे या फिर जब तक हो सके, तब तक बस हॉस्पिटल में ही रहना चाहेंगे?
    • हालाँकि, पहली बार अपने प्यारे लोगों के साथ इस तरह की बातें करना आपको जरा अनकम्फर्टेबल जरुर लग सकता है, लेकिन इस तरह की बातें, सच में ऐसे किसी वक्त पर आप दोनों के लिए काफी मददगार होती हैं, जब ऐसी कोई दुर्घटना घट जाती है, और आप उस वक्त पर अपने मन की बात भी नहीं कह पाते। इस तरह की बातें आपको अपनी मौत के बारे में जरा कम चिंता करने में भी मदद कर सकती हैं।
विधि 3
विधि 3 का 5:

अपनी लाइफ के बारे में विचार करना (Reflecting On Life)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 किस तरह से...
    किस तरह से जीवन और मृत्यु एक चक्र का हिस्सा हैं, इस पर विचार करें: इस बात को स्वीकारें कि आपकी जिन्दगी और मौत, साथ ही दूसरे जीवों की जिन्दगी और मौत, ये सभी एक ही चक्र या लाइफ प्रोसेस का हिस्सा होते हैं। जीवन और मृत्यु, ये दोनों ही एकदम अलग-अलग घटनाएँ होती हैं, ये असल में एक ही समय पर हो रही होती हैं। उदाहरण के लिए, हमारे शरीर में मौजूद सेल्स, पूरी लाइफटाइम में न जाने कितनी ही बार, कितने तरीकों से मरती और दोबारा बनती रहती हैं। इसकी मदद से हमें अपने शरीर को स्वीकारने में और अपने आसपास के माहौल में बढ़ते रहने में मदद मिलती है।[१६]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 आपका शरीर इस...
    आपका शरीर इस कॉम्प्लेक्स एकोसिस्टम का किस तरह से एक हिस्सा है, सोचें: हमारे शरीर में ऐसे न जाने कितने ही अनगिनत विभिन्न जीवन रूपों के लिए उपजाऊ एकोसिस्टम के रूप में कार्य करते हैं, खासकर तब, जब हमारा जीवन अंत हो जाता है।[१७] जबकि हमारे जीवित रहते हुए, हमारी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम (gastrointestinal system) लाखों सूक्ष्म जीवों का घर है। ये सभी हमारे शरीर को हैल्दी रखने के लिए, इम्यून सिस्टम को भरपूर सपोर्ट देते हैं, और भी कई तरीकों से, यहाँ तक कि कॉम्प्लेक्स कोगनिटिव प्रोसेसिंग (complex cognitive processing) में भी मदद करते हैं।[१८]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 चीजों की भव्य...
    चीजों की भव्य योजना में आपके शरीर की भूमिका निभाएं: बहुत बड़े, मैक्रो (macro) स्तर पर, हमारा जीवन समाज और स्थानीय समुदायों को बनाने के अनूठे तरीकों में एक साथ फिट होते हैं जो कुछ डिग्री संगठन बनाए रखने के लिए हमारे शरीर की ऊर्जा और कार्यों पर निर्भर करता है।[१९]
    • आपका अपना जीवन भी, आपके आसपास मौजूद जीवित समुदाय के ही तरह के मैकेनिज्म और मटेरियल से बना हुआ होता है। इस पॉइंट को समझने के बाद, आपको अपने बिना भी इस दुनिया के चलते रहने के विचार के साथ और भी कम्फर्टेबल होने में मदद मिलेगी।[२०]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 नेचर के साथ कुछ वक्त बिताएँ:
    नेचर में एक मेडिटेटिव वाल्क पर जाएँ। या फिर आप अगर चाहें तो अलग-अलग प्रकार के जीवित प्रकारों के साथ समय बिता सकते हैं। इस तरह की एक्टिविटी, आपके मन में इस बड़ी सी दुनिया का एक हिस्सा होने की भावना को महसूस कराने में काफी मदद करती है।[२१]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 जिंदगी के बाद...
    जिंदगी के बाद भी एक जिंदगी के बारे में विचार करें: ऐसा सोचकर देखें, कि आपकी मृत्यु के बाद, आप किसी ऐसी जगह पर होंगे, जहाँ पर आप खुश होंगे। बहुत सारे धर्म, इसी बात को माना करते हैं। आप अगर किसी एक धर्म को मानते हैं, तो आपको आपके धर्म की मान्यता के अनुसार बताये गये मृत्यु के बाद के जीवन को सोचने में कम्फर्टेबल महसूस होगा।
विधि 4
विधि 4 का 5:

जिंदगी जीना (Living Life)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 जिंदगी को भरपूर जियें:
    सच तो यही है, कि आपको अपना कीमती समय, बस अपनी मृत्यु के बारे में सोच-सोचकर बर्बाद नहीं करना चाहिए। इसकी जगह पर, हर एक दिन को जितना मुमकिन हो, उतना मजेदार बना दें। छोटी-छोटी बातों को अपने ऊपर हावी न होने दें। बाहर निकलें, फ्रेंड्स के साथ कुछ नौए स्पोर्ट्स खेलें। हर वो काम करें, जो आपका दिमाग मृत्यु की ओर से भटका सके। और इसकी बजाय आपका ध्यान सिर्फ जिन्दगी को जीने पर केंद्रित हो जाए।
    • मृत्यु के डर से भयभीत, बहुत सारे लोग हर रोज इसके बारे में विचार करते हैं। इसका मतलब कि आपकी लाइफ में ऐसी बहुत सारी चीज़ें अभी बाकी हैं, जिन्हें आप करना चाहते हैं। डर को अपने तरीके से काम करने दें, और आप खुद से पूछें, “आज सबसे बुरा क्या होने वाला है?” आज तुम जिन्दा हो, तो जाओ और जाकर अपनी जिन्दगी को जियो।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपने प्यारे लोगों के साथ समय बिताएँ:
    अपने चारों ओर ऐसे लोग भर लें, जो आपको ख़ुशी देते हैं और जिन्हें आप से ख़ुशी मिलती है। आप जब दूसरे लोगों के साथ घुलेंगे-मिलेंगे – तब आपका समय बहुत अच्छी तरह से गुजरेगा – और बहुत यादगार भी रहेगा।
    • उदाहरण के लिए, आप अब कम से कम इतना तो सुनिश्चित कर सकते हैं, कि आपकी यादें, आपके ना होने के बाद भी जिन्दा रहेंगी और आपके नाती-पोते, आपके इन्हीं ख़ुशी के पलों को याद करेंगे।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 एक आभार वाली जर्नल (डायरी) तैयार करें:
    आभार वाली जर्नल, एक ऐसी डायरी होगी, जिसमें आप हर उन लोगों को और चीज़ों को लिखकर रखेंगे, आप जिनके आभारी हैं। ये आपका सारा ध्यान, आपकी जिन्दगी के सबसे अच्छे पलों और चीज़ों पर टिकाने में मदद भी करेगी।[२२] अपनी जिन्दगी में मौजूद अच्छाइयों के बारे में सोचें और उन्हें ही संजोकर रखें।
    • आपके हर दिन की किसी ऐसी बात या पल को लिखने के लिए समय निकालें, जिसके लिए आप आभारी हैं। उस पल के बारे में एकदम गहराई से लिखें, और इसकी वजह से आपको जो ख़ुशी मिली, उसकी सराहना करें।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपना ध्यान रखें:
    खुद को किसी भी ऐसी परिस्थिति में या किसी बुरी आदत में न फँसने दें, जिसकी वजह से आपके मरने की संभावना बढ़ जाए। स्मोकिंग, ड्रग्स, या अल्कोहल और ड्राइविंग करते वक्त फोन पे बात करने और मैसेज करने जैसी अनहैल्दी एक्टिविटीज को करने से बचें। हैल्दी रहकर मृत्यु से जुड़े हुए कुछ फैक्टर्स को कम जरुर किया जा सकता है।
विधि 5
विधि 5 का 5:

सपोर्ट की तलाश करना (Finding Support)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 पता करें, अगर...
    पता करें, अगर आपको मेंटल हैल्थ थेरेपिस्ट की हेल्प की जरूरत है: अगर आपका ये मृत्यु का डर इतना ज्यादा इंटेंस हो गया है, कि ये आपको आपकी जिन्दगी की नॉर्मल एक्टिविटीज को और जिन्दगी की खुशियों को ही प्रभावित करने लगा है, तो ऐसे में आपको एक लाइसेंस प्राप्त मेंटल हैल्थ थेरेपिस्ट की मदद ले लेनी चहिये। उदाहरण के लिए, आपने अगर कुछ एक्टिविटीज को बस इसलिए करना छोड़ दिया है, क्योंकि आपको मौत का डर सता रहा है, तो मदद लेने का टाइम आ गया है।[२३] ये कुछ और भी ऐसे और भी लक्षण दिए हुए हैं, जिनमें आपको मदद की तलाश कर लेना चाहिए:
    • अपने डर के कारण अयोग्य, घबराहट या निराश महसूस करना
    • ऐसा महसूस होना कि आपका डर अनुचित है
    • 6 महीनों से ज्यादा इस डर का अहसास होना
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 आप मेंटल हैल्थ...
    आप मेंटल हैल्थ थेरेपिस्ट से क्या उम्मीद रख सकते हैं, इसे समझना: आपकी थेरेपिस्ट, आपको अपने इस मृत्यु के डर को और भी बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगी और इसे कम करने और आशा है कि इसे पूरी तरह से खत्म करने में भी मदद करेगी। इस बात को समझिये, कि इस तरह के खतरनाक डर से जूझने में समय और प्रयास की जरूरत होती है। वैसे तो आपके इस डर को काबू में करने योग्य बनने में कुछ वक्त लग सकता है, लेकिन कुछ लोगों ने बस कुछ 8 से 10 थेरेपी सेशन में ही काफी बदलाव देखा है। ये कुछ, आपके थेरेपिस्ट के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली स्ट्रेटेजी में शामिल हैं:[२४]
    • कोगनिटिव बिहेवियरल थेरेपी (Cognitive Behavioral Therapy): अगर आप मरने के डर से भयभीत हैं, तो आपके अंदर कुछ ऐसे विचार होंगे, जो इस डर को और भी ज्यादा बढ़ाते जा रहे हैं। कोगनिटिव बिहेवियरल थेरेपी एक ऐसी विधि है, जिसका इस्तेमाल थेरेपिस्ट के द्वारा आपके विचारों को चैलेंज करने में और उन विचारों के साथ जुड़ी हुई भावनाओं को पहचानने में किया जाता है। उदाहरण के लिए, आप अपने लिए ऐसा सोच सकते हैं, “मुझे प्लेन में बैठने से इसलिए डर लगता है, क्योंकि वो क्रेश हो जाएगा और इसलिए मैं नहीं उड़ सकता।” आपके थेरेपिस्ट शायद आपको ये बताकर कि फ्लाइंग, ड्राइविंग से कहीं ज्यादा सेफ है, आपको ऐसा महसूस करने में मदद करेंगे, कि आपके ये विचार अनुचित हैं। फिर आपसे आपके ही विचारों पर फिर से कुछ ऐसे विचार करने का बोला जाएगा, ताकि अब ये ज्यादा उचित बन सकें, जैसे कि “बहुत सारे लोग हर रोज प्लेन से ही ट्रेवल किया करते हैं और वो सब एकदम ठीक हैं। मुझे विश्वास है, कि मैं भी ठीक रहूँगा।”[२५]
    • एक्सपोज़र थेरेपी (Exposure Therapy): आप अगर मरने से डर रहे हैं, तो आप किसी खास परिस्थिति, एक्टिविटी, और ऐसी किसी जगह को नजरअंदाज करना शुरू कर देंगे, जो आपके इस डर को बढ़ाती हैं। एक्सपोज़र थेरेपी, आपके इन्हीं विचारों का सामना करने पर मजबूर करेगी। इस तरह की थेरेपी में, आपका थेरेपिस्ट या तो आपको उसी एक परिस्थिति में होने की कल्पना करने को बोलेगा, जिसे आप नजरअंदाज कर रहे हैं, या फिर वो आपको सच में उस परिस्थिति में जाने को कह सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप अगर सिर्फ प्लेन के क्रेश हो जाने और आपके मर जाने के डर से, प्लेन में बैठना नजरअंदाज करते आ रहे हैं, तो आपके थेरेपिस्ट शायद आपको प्लेन में होने की कल्पना करने को कह सकते हैं, और आपको कैसा महसूस हो रहा है, उसे बताने को कह सकते हैं। इसके बाद, आपके थेरेपिस्ट आपको असली में प्लेन में बैठने का चैलेंज दे सकते हैं।[२६]
    • मेडिकेशन (Medications): अगर आपका ये मृत्यु का डर, कुछ इतना बढ़ गया है, जिसकी वजह से आपको तरह-तरह की चिंताएं सताने लगी हैं, तो आपके थेरेपिस्ट आपको किसी ऐसे साइकेट्रिस्ट के पास भेज सकते हैं, जो आपकी मदद के लिए कुछ दवाएँ बता सकें। इस बात को ध्यान में रखकर चलें, कि आपके डर से जुड़ी हुई चिंताओं के लिए ली जाने वाली दवाएँ, इसे बस कुछ अस्थायी रूप से कम कर सकेंगी। वो इसके असली कारण का इलाज नहीं करेंगी।[२७]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 मरने और मौत...
    मरने और मौत से जुड़े हुए आपके विचारों को दूसरों के साथ शेयर करें: अपने डर और चिंताओं के बारे में किसी से बात करना, सच में बहुत अच्छा होता है। दूसरे लोग भी कुछ इसी तरह की चिंताएं शेयर कर सकते हैं। हो सकता है कि वो आपको कुछ ऐसी विधि भी बता दें, जिसकी मदद से उन्होंने अपने तनाव का इलाज किया।[२८]
    • किसी ऐसे इंसान को ढूंढें, जिस पर आपको भरोसा हो, फिर उसे मौत से जुड़े अपने विचारों और भावनाओं को बताएँ और उसे ये भी बताएँ कि आप कब से इसे महसूस कर रहे हैं।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 किसी एक डेथ कैफ़े जाएँ:
    मौत और मरने से सम्बन्धित मुद्दों के बारे में चर्चा कर पाना, किसी के लिए भी आसान नहीं होता। इसके लिए एक ऐसे सही ग्रुप की तलाश जरूरी है, जिसके साथ आप इन मुद्दों से जुड़े आपके विचारों को शेयर कर सकें।[२९] यहाँ पर “डेथ कैफ़े” मौजूद हैं, जहाँ पर ऐसे लोगों का ग्रुप होता है, जो मौत से जुड़े हुए विचारों को व्यक्त करने के लिए कैफ़े आया करते हैं। ये अक्सर ही उन लोगों के लिए सपोर्ट ग्रुप होते हैं, जो मौत से जुड़े हुए विचारों को हैंडल करने के लिए मदद की तलाश में होते हैं। ये ग्रुप मौत के सामने भी, अपनी लाइफ को किस तरह से बेहतर तरीके से जिए जाए, इस पर विचार करते हैं।
    • आपको अगर अपने आसपास इस तरह का कोई कैफ़े नहीं मिल रहा है, तो फिर आप खुद भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके एरिया में ऐसे और भी लोग मौजूद हों, जिनके पास भी मौत को लेकर कुछ विचार मौजूद हों, लेकिन उन्हें अपने विचारों को पेश करने का मौका ही न मिला हो।

सलाह

  • मौत का डर कभी-कभी डिप्रेशन या चिंता का कारण बन जाता है, जो एक ऐसी स्थिति है, जिसे किसी प्रोफेशनल की मदद से ही ट्रीट किया जा सकता है।
  • एक से ज्यादा काउंसलर की मदद लेने से भी न घबराएँ। आपको एक ऐसे काउंसलर की तलाश करना है, जो आपकी इस अनोखी समस्या को समझे और इनसे निपटने में आपकी मदद कर सके।
  • आप इस डर से निजात पा सकते हैं, बस यही भरोसा कायम रखें। ये आपके द्वारा की गई अपनी एक भविष्यवाणी है, जो सच होकर रहेगी।
  • अपनी ही मौत के बारे में बहुत ज्यादा भी न सोचें। आपकी जिन्दगी में हमेशा मजे करते रहें, ताकि मरते वक्त आपको किसी बात का गम या पछतावा ना रह जाए।
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विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Trudi Griffin, LPC, MS
सहयोगी लेखक द्वारा:
लाइसेंस्ड प्रोफेशनल कॉउंसलर
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Trudi Griffin, LPC, MS. ट्रूडी ग्रिफिन विस्कॉन्सिन में एक लाइसेंस प्राप्त पेशेवर परामर्शदाता है। उन्होंने 2011 में मार्क्वेट यूनिवर्सिटी से क्लीनिकल मेंटल हेल्थ काउंसलिंग में एमएस किया। यह आर्टिकल ३६,०१९ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: स्वास्थ्य
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