कैसे क्रिएटिव (रचनात्मक) बनें

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क्रिएटिविटी को सीखा तो जा सकता है, लेकिन इसे अपने अंदर बनाए रखना और इसे और बढ़ावा देते रहना काफी जरूरी होता है। हो सकता है कि आपके मन में अचानक से क्रिएटिव बनने का भूत सवार हो जाए, लेकिन क्रिएटिविटी को पाने के लिए बस एक-दो दिन ही काफी नहीं हैं, बल्कि इसे आपके अंदर बन पाने में काफी समय लगता है — इसे अपने अंदर बनाए रखा जा सकता है और यहाँ तक कि और भी ज्यादा बढ़ाया भी जा सकता है, और इसके लिए जरूरी है कि आपके पास एक उचित दृष्टिकोण हो, एक अनुकूल रूटीन बना हुआ हो, और आप खुद के ऊपर बहुत ज्यादा भी दबाव ना बनाते हों। यदि आप भी क्रिएटिव बनना चाहते हैं, तो दिए गए चरणों का अनुसरण करें।

विधि 1
विधि 1 का 4:

अपनी मानसिकता को सही रूप में ढालना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 लोगों से प्रतिक्रिया...
    लोगों से प्रतिक्रिया लें, लेकिन ये प्रतिक्रियाएँ आपके लिए सही हैं या गलत, आप ही निर्धारित करें: आप अपना रास्ता ना बदलें। किसी से प्रतिक्रिया लेने से बस यही एक समस्या होती है कि उस इंसान की प्रतिक्रिया एक-तरफ़ा होती है, और ऐसा लगने के पीछे का कारण ये है कि उनके विचार आपसे कहीं अलग होते हैं और आपको लगता है कि उनके ये विचार या सलाह आपके किसी काम की नहीं होगी। वहीं दूसरे लोग आपको किसी ऐसी दिशा में लेकर जाना चाहते होंगे, जो आपके नहीं बल्कि उनके लिए सही होती है। यद्यपि उनकी भावनाएँ गलत नहीं होती, वो सिर्फ आपको दबाना चाहते हैं और कुछ नहीं। आपको लोगों से उनके विचार जानने की पहल करना चाहिए, लेकिन उनके किसी भी विचार को आप पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
    • जब आप लोगों से उनके विचार जानना शुरू कर देंगे, तो आप ये भी जानने लगेंगे कि कौन सा इंसान आपके काम को समझता है और आपको सही सलाह दे सकता है, और ऐसे कौन से लोग हैं, जो आपके काम को समझने के लायक ही नहीं हैं।
    • जब आप अपने इस क्रिएटिव कार्य को पूरा कर चुके हों, फिर ये चाहे जो भी हो, आप इस पर लोगों की प्रतिक्रिया सुनना शुरू कर सकते हैं। लेकिन रचनात्मक प्रक्रिया के दौरान किसी की भी आलोचनाओं को, फिर भले ही वो क्रिएटिव ही क्यों ना हों, इन्हें आपकी क्रिएटिविटी को नहीं दबाने देना चाहिए।
    • एक बात याद रखें कि लोग हमेशा ही आपके विचारों के प्रति विरोध दिखाएंगे, क्योंकि एक अच्छा विचार हमेशा ही परिस्थितियों में बदलाव लाने की ताकत रखता है, ये अक्सर ही पहले से मौजूद चीज़ों को, लोगों को बहुत सारे मायनों में, जैसे कि उनके रवैये को भी बदल कर रख सकता है। जब कभी भी आप किसी ऐसे विचार को लोगों के सामने पेश करते हैं, जो बदलाव लाने के काबिल हो, तो लोग इससे डरने लग जाते हैं क्योंकि वे किसी भी चीज़ में बदलाव होता नहीं देखना चाहते।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपनी आलोचनाओं से भी ना डरें:
    असल में, आपको अपने आपको अंदर से दूसरे लोगों से कहीं ज्यादा मजबूत महसूस करना चाहिए। हमेशा खुद से पूछें, "मैं इसे किस तरह बेहतर बना सकता था?" या "इस परफेक्ट दुनिया के लिए, मुझे क्या अलग करना चाहिए था?" इसे स्वीकार करें, कि आप परफेक्ट नहीं हैं, और आप अपने आत्म-विश्वास के फलस्वरूप ही कुछ बेहतर करने के लिए हर संभावित प्रयास कर रहे हैं। यदि आपको अपने काम में कोई भी कमी नहीं नजर आ रही है, तो शायद आप सही ढंग से प्रयास नहीं कर रहे हैं।
    • खुद की समीक्षा करने का मतलब ये नहीं है, कि आपको खुद के लिए बहुत ही मुश्किल मानक तैयार कर लेना है, जिन पर खरा उतरने के लिए, आपको हमेशा ही ऐसा महसूस होता रहे कि आप कोई ना कोई गलती जरुर कर रहे हैं। आपको अपने काम की समीक्षा करने के साथ-साथ अपनी ताकत की भी सराहना करना सीखना होगा।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 परफेक्शनिस्ट ना बन जाएँ:
    कुछ अच्छा और हर चीज़ को सही बनाने के आपके स्वाभाविक विचार, हमेशा ही आपको कुछ अलग करने की ओर प्रेरित करेंगे। इस तरह से क्रिएटिव सफलता पाने के लिए ऐसे बहुत सारे असीमित रास्ते मौजूद हैं। गलतियाँ होना भी आम बात है, और कभी-कभी तो कुछ बेहद क्रिएटिव लोग भी काफी सारी गलतियाँ कर बैठते हैं। प्रकृति भी खूबसूरत गलतियाँ करती है। जबरदस्ती में परफेक्ट बनने की भी कोशिश ना करें, वरना आप उन सारी चीज़ों को ही बर्बाद कर देंगे, जो शायद आपके काम को अनूठा बना सकता थीं।[१]
    • यदि आप हर वक़्त सिर्फ हर चीज़ सही करने के ही बारे में सोचते रहेंगे, तो ऐसा करके आप अपने ही विचारों को दबा रहे होंगे। बेशक, हो सकता है, कि आप सच में काम की कुछ मात्रा को बेहद अच्छा किया होगा, लेकिन इस तरह से ये आपको उस परफेक्ट काम से अलग कुछ और शायद जो कुछ बेहद अलग हो सकता था, करने से रोककर भी रखेगा।
    • कुछ बुरे विचारों के साथ भी काम करें। फिर भले ही आपको लगता हो, कि आप सिर्फ कुछ गलत ही सोच रहे हैं, फिर भी आप रचनात्मक बन सकते हैं, तो इन्हें भी विकसित होने दें, और ये भी किसी बेहतर परिणाम में परिवर्तित हो सकते हैं!अपने अच्छे विचारों को परफेक्ट बनाने के बजाय, अपने बुरे विचारों को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 ऐसा ना सोच...
    ऐसा ना सोच लें कि आपके मन में सिर्फ कुछ रचनात्मक विचार ही आना चाहिए: एक इंसान के तौर पर आपकी अहमियत को परिभाषित करने के लिए और भी अलग-अलग चीज़ें मौजूद हैं: आप दूसरे लोगों के साथ किस तरह का व्यवहार रखते हैं, खुद की देखभाल कैसे करते हैं, आप के अंदर दुनिया के लिए कितना प्यार भरा पड़ा है, निस्वार्थ बनने की आपकी इच्छा, मुश्किल से मुश्किल चीज़ों को करने की ताकत। हम ऐसे ही बढ़ते जा सकते हैं और रचनात्मक भाव कुछ ऐसी चीज़ें होतीं हैं, जो मायने रखती हैं।[२]
    • लेकिन ये कोई एक अकेली चीज़ नहीं है, जो मायने रखती है। यदि आप अपने इन क्रिएटिव प्रयासों में असफल हो जाते हैं, तो कोशिश करें, कि ये आपके आत्म-विश्वास को ना प्रभावित कर पाए। इसे कुछ बेहतर करने के अवसर की तरह ही समझें।
    • और कभी भी अपने मन के विचारों की तुलना अपने किसी क्रिएटिव फ्रेंड के विचारों से ना करें। हर इंसान अपने तरीके से आगे बढ़ता है, और ये एक ऐसी चीज़ है, जो आपके अंदर अस्वस्थ मानसिकता को विकसित करता है, ना कि आपको प्रोत्साहित करती है।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 यदि आपको मालूम...
    यदि आपको मालूम हो, कि आप असफल होने वाले हैं, तो खुद को एक बार उस स्थिति में सोच सकने की कोशिश करें: ऐसा सोच पाना आपके लिए जरा सा मुश्किल लग सकता है, लेकिन ये बेहद जरूरी है। बहुत सारे लोग, जो परफेक्ट होते हैं, उन्हें असफल होने का डर सताता रहता है और बस इसलिए, वो सिर्फ वही चीज़ें करने लगते हैं, जिनमें उन्हें महारथ हासिल रहता है। इस धारणा के अधीन ना हो जाएँ। क्रिएटिविटी भी डेटिंग के ही जैसी होती है: यदि आप इसमें एक बार भी नहीं हारे, तो इसका मतलब आप अपनी पूरी जान लगाकर कोशिश नहीं कर रहे हैं। तो अपने अहम को निकाल बाहर करें, असफल होने को भी तैयार रहें (लेकिन इसकी उम्मीद ना करें), और किसी नई और चुनौतीपूर्ण परिस्थिति का सामना करने को तैयार हो जाएँ। यदि आप कभी एक लंबी छलांग नहीं लगाएँगे, तो ऐसे तो आप कभी भी क्रिएटिव नहीं बनने वाले। हो सकता है कि आपको गिरने का डर सता रहा हो, लेकिन यदि आप कोशिश करेंगे, तो खुद ही देख पाएँगे, कि आप तो इसे कितने अच्छे से करते जा रहे हैं और सफल भी हैं।
    • चलो मान लेते हैं, कि आप एक कवि हैं। तो जरा एक छोटी कहानी (लघु कथा) लिखने में अपना हाथ आजमा कर देखें, फिर भले ही ये आपके कार्यक्षेत्र से बिल्कुल अलग ही क्यों ना हो। और देखें कि आपको कुछ नया करके कितना सुकून मिलता है और इसे करते हुए आपको अपने मन से इसे ना कर पाने का डर भी भागता हुआ नजर आएगा।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 एक वयस्क इंसान...
    एक वयस्क इंसान की तरह सोचें, लेकिन हरकतें बच्चों वाली ही रखें: एक वयस्क, जो क्रिएटिव बनने का प्रयास करता है, वो इस रास्ते पर चलते हुए ना जाने कितनी ही रुकावटों का सामना करता है: यहाँ पर आप क्या कर सकते हैं, क्या नहीं, हमसे किस तरह के व्यवहार की उम्मीद की जाती है और किस तरह की नहीं, हर एक चीज़ के लिए नियम मौजूद हैं। ये सारे ही नियम किसी कारण से ही होते हैं (हम नहीं बोल रहे, कि ये बेकार होते हैं), लेकिन ये आपकी क्रिएटिविटी को रोक सकते हैं। इसकी जगह पर, एक वयस्क बनकर आपने जितना भी ज्ञान हासिल किया है, उन सभी का इस्तेमाल करें और जहाँ तक हो सके एक बच्चे की तरह बर्ताव रखें। बच्चों के अंदर किसी भी चीज़ को देखकर किस तरह से आश्चर्य उत्पन्न होता है, उसे बनाए रखने की कोशिश करें और अपने सामने से गुजरने वाले हर एक इंसान को देखें या फिर हर उस पेड़ को देखें, जो आपको अद्भुत लगता है।
    • बच्चे इस दुनिया को समझने की कोशिश में हद से ज्यादा सवाल किया करते हैं। आप भी ऐसा करना कभी ना छोड़ें।
    • बच्चों में पहले से ही क्रिएटिविटी मौजूद होती है, जो लगातार विकसित होती रहती है, कुछ तो इसलिए क्योंकि वो दुनिया के बारे में सीखते रहते हैं और कुछ तो इसलिए क्योंकि उन्हें मालूम ही नहीं होता कि वो क्या करने जा रहे हैं।
    • किसी भी नियम का उल्लंघन करने से भी ना घबराएँ। हम सभी लोगों के अंदर मौजूद उस मासूमियत और चुलबुलेपन को बनाए रखें और इसी के साथ हर एक नई चीज़ की खोज करें।
विधि 2
विधि 2 का 4:

अपने व्यक्तिगत काम करना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 अपने हिसाब से एक रूटीन की तलाश कर लें:
    रूटीन भी आपको सकारात्मक लाभ दे सकते हैं, यदि ये एक स्वस्थ और क्रिएटिव धारणा को मजबूत बनाते हैं; लेकिन यदि ये आपको क्रिएटिविटी से दूर रख रहे हैं, तो ये आपके लिए हानिकारक भी हो सकते हैं। हालाँकि कभी-कभार अपने रूटीन को तोड़कर भी आप कुछ नया सोचने के लिए प्रेरित हो सकते हैं, क्या होता यदि आपके इस रूटीन में किसी नई चीज़ को बढाना/सीखना/अनुभव करना भी शामिल हो जाए? ऐसे लोग जो हमेशा ही रूटीन के खिलाफ उल्टा-सीधा बोलते हैं, उनका ऐसे बोलने के पीछे का कारण यही होता है, कि उन्होंने अपने लिए कभी रूटीन बनाया ही नहीं, जो उन्हें आंतरिक विकास की ओर ले जाने में मदद करता हो। इसका मकसद ही ऐसी क्रिएटिव धारणाओं की खोज करना है, जो आपको एक और भी बहत क्रिएटिव मानसिकता की ओर ले जा सके।[३]
    • यदि आप सच में क्रिएटिव बनना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको अपने क्रिएटिव विचारों को अपने काम की ही तरह देखना शुरू करना। आपको बैठना होगा, और बैठकर फिर भले ही आप खुद को प्रेरित भी ना महसूस कर रहे हों, लेकिन फिर भी आपको अपने द्वारा क्रिएटिव बनने के लिए निर्धारित किये हुए समय के अंदर ही कोई ना कोई परिणाम तो सामने लाकर देना होगा।
    • बहुत सारे लेखकों के लिए ना केवल एक दिन में लिखे जाने वाले शब्दों की सीमा निर्धारित होती है, बल्कि किसी विशेष परिस्थिति पर उनके लिखने के लिए न जाने कितनी ही अजीब सी जरूरतें भी होती हैं। जैसे कि आप भी जानते होंगे कि यदि किसी लेखक को किसी फिल्म की कहानी लिखनी होती है, तो उसे उसमें मसाला डालने के लिए ना जाने कितने ही अजीब और कुछ असमान कारनामे (यहाँ तक कि अंधविश्वास से संबंधित किस्से) भी जोड़ने पड़ते हैं।[४]
    • अपने वातावरण को भी अपने अनुकूल बनाने और नियंत्रित करने से भी ना घबराएं। कभी-कभी हमें ही नहीं मालूम होता कि हम कब क्या सोच सकते हैं, जैसे कि आपने भी बहुत सारे लेखकों को कहते हुए सुना होगा कि उन्होंने आपकी कोई सी किताब को लिखने की प्रेरणा किसी गाने को सुनकर पाई या फिर रास्ते में किसी इंसान को देखा, और ये कहानी लिख दी, या फिर नहाते वक़्त मेरे मन में इस कहानी की पहली सोच जगी।
    • अपनी क्रिएटिविटी को प्रोत्साहन देने के लिए, दिन में से हर रोज़ थोड़ा-बहुत वक़्त जरुर निकाल लें। इस दौरान हर वो चीज़ करें जो आपके मन को क्रिएटिविटी की ओर खींच कर ले जाने में मदद कर सके। फिर भले ही आप मैडिटेशन कर रहे हों, बिना-सोचे समझे कुछ लिख रहे हों, किसी विशेष तरह के गाने को सुन रहे हों या फिर अपनी पसंदीदा किताब पढ़ रहे हों — ऐसा कुछ भी जो आपको उस ओर ले जाता हो वो सब कुछ करें और हर एक दिन के लिए एक लक्ष्य जरुर बना लें (जैसे कि एक दिन में एक स्केच बनाना, एक दिन में 1000 शब्द लिखना, एक दिन में कोई नई खोज करना या गाना बनाना)।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 चलन से प्रभावित ना हो जाएँ:
    हालंकि चलन में क्या चल रहा है, इससे अवगत होकर आपको अपनी संस्कृति के साथ आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं है कि आप चलन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के चक्कर में हर कोई जो कुछ कर रहा है आप भी बिल्कुल वैसा ही करने लगें और सोचें कि यही है जो आजकल चल रहा है। इसकी जगह पर, अपने रास्ते पर चलें और सिर्फ वही चीज़ें करें, जो आपको सबसे ज्यादा प्रेरणा देती हैं। यदि आपको केके को सुनना अच्छा लगता है, लेकिन चलन में तो अरिजीत चल रहा है, तो इससे किसी को क्या लेना देना? यदि आप अपने सामान को बेचने के लिए, एक ऑनलाइन एप लांच करने के बजाय अपनी खुद की शॉप खोलना चाहते हैं, तो ये भी सही है। आपके क्षेत्र में क्या चर्चित है और क्या चल रहा है, ये सब जानना अच्छी बात है, लेकिन इसे आपके काम पर कोई भी प्रभाव ना डालने दें, आप जो करना चाहते हैं, बस वही करें।[५]
    • चलन से प्रभावित ना होना और चलन को पूरी तरह से नजरअंदाज करना, इन दोनों में काफी अंतर है। यदि आप कुछ काल्पनिक लिखना चाह रहे हैं, तो ऐसे में पहले आपको जानना होगा कि आपके क्षेत्र में किस तरह के काल्पनिक कहानियाँ चर्चित हैं, ताकि आप भी ये जान सकेंगे कि आपको अपने क्षेत्र के लिए किस तरह की कहानियाँ लिखना चाहिए। आपको लोगों को अपने काम के बारे में अच्छी तरह से बता सकने के लिए उन सारी बातों की जानकारी रहना चाहिए, जिन पर आप काम करने वाले हैं।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 सबसे ज्यादा लोकप्रिय...
    सबसे ज्यादा लोकप्रिय चीज़ों के पीछे दीवाने ना बन जाएँ: बहुत ज्यादा टीवी ना देखें, बहुत ज्यादा रेडियो भी ना सुनें और इस चर्चित चलन को अपनी जिंदगी पर हावी ना होने दें। हालाँकि यदि संयम रखा जाए, तो इनमें से कोई भी चीज़ आपके लिए बुरी नहीं हैं, अपने चलन के पीछे बहुत ज्यादा दीवाना बनना, आपके लिए अपने खुद के असली विचारों को उत्पन्न कर पाने में मुश्किल पैदा कर सकते हैं। टीवी देखने की जगह पर, अपने दोस्तों के साथ में बातचीत करके कुछ अच्छे और असली विचारों को पाने की कोशिश करें; रेडियो पर लोकप्रिय म्यूजिक सुनने के बजाय, रिकॉर्ड स्टोर पर जाएँ और म्यूजिक के प्रति अपने लगाव की खोज करें।[६]
    • यदि आप ऐसा करते हैं, तो इस तरह से आप अपना सारा का सारा ध्यान टीवी या रेडियो की ओर लगाने लगेंगे — ज्यादातर लोग इन्हें एक बैकग्राउंड म्यूजिक से ज्यादा और कुछ नहीं समझते। यदि आप भी इसी तरह के इंसान हैं, तो जरा सा शांत रहने से भी ना घबराएँ, लेकिन इसकी जगह पर अपने इस विचलित मन से निकलने वाली आवाज को सुनें और देखें, कि क्या निकलकर आता है।
    • ऐसे लोगों से बात करके, जो भी आप ही की तरह चलन से अलग सोचते हैं, आपको क्रिएटिव सोचने के लिए प्रेरित कर सकता है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 खुद को किसी...
    खुद को किसी एक ही शैली में काम करने लिए मजबूर ना करें: यद्यपि आपको अपने काम को लोगों के सामने प्रस्तुत कर सकने के लायक तो होना चाहिए, लेकिन आपको अपनी इस क्रिएटिव सोच को अपने अंदर ही दबाकर रखने की जरूरत नहीं है और इसे कोई एक ही तरह की चीज़ भी नहीं बनानी है। यदि आपका काम एक से ज्यादा शैली के लायक होगा, जैसे कि हॉरर, तहकीकात के साथ जवान वयस्कों के लिए लिखी नोवेल, इसे और भी ज्यादा रोचक बना सकती है। जब आप काम कर रहे हों, तो अपने काम को किसी एक क्षेत्र के लिए निर्धारित ना कर दें; जब आपका ये काम पूरा हो जाए, तो इसके बाद आप इसके बारे में सोचकर परेशान हो सकते हैं।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अपने अकेलेपन का भी फायदा उठाएँ:
    ऐसा नहीं है कि आपको लोगों से मिलना-जुलना ही बंद कर देना है, लेकिन बहुत सारे लोग ऐसा मानते हैं, कि जब वे अकेले होते हैं, तो उनके मन में ज्यादा क्रिएटिव विचार आने लगते हैं और इस तरह से अकेले रहकर वे अपना सारा ध्यान सिर्फ अपने काम पर ही लगाने में कामयाब हो जाते हैं। अपनी कला के प्रति अपने मन में विचारों का मंथन लाने के लिए कुछ वक़्त अकेले में रहने की कोशिश करें। सोने से एकदम पहले — और सुबह उठने के फौरन बाद कुछ वक़्त बिताने की कोशिश करें — ताकि कुछ अच्छे विचार आ सकें। बहुत सारे आर्टिस्ट कहते हैं, कि सुबह उठने के फौरन बाद इनके मन में काफी क्रिएटिव विचार आते हैं।
    • इसी समय पर, सहयोग के साथ काम करना भी सीखें। बहुत सारे आर्टिस्ट कहते हैं, कि जब वे किसी दूसरे इंसान के साथ में मिलकर काम करते हैं, तो वो दोनों जो कुछ भी सोचते हैं, वो एक नया इतिहास रचने के लायक बन जाता है और वे अपने हर विचार को संभव बनाने का प्रयास करते हैं। फिर भले ही वे जतिन-ललित हों, सलीम-सुलेमन हों या फिर विशाल-शेखर हों, हर कोई यही मानता है कि किसी भी चीज़ को बेहतर बनाने और एक महान रचना करने के लिए, सहयोग बहुत जरूरी भूमिका अदा करता है।
    • किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश करें, जिसके साथ आप अपने विचार बाँट सकें। उसे भी अपने साथ कुछ अलग सा और बेहतर बनाने की चुनौती दें। हो सकता है कि आप दोनों कि ही क्रिएटिविटी लोगों के बीच में चर्चित हो जाए।
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 अतीत को नजरअंदाज करें:
    यदि आप सच में अपनी खुद की असली चीज़ें करना चाहते हैं, तो बीते वक़्त को अपने सामने ना आने दें। ये जानना भी जरूरी है कि अभी तक दुनिया में कितना कुछ नया आ चुका है, लेकिन इसका ये मतलब भी नहीं है कि आप इनकी नकल करने का प्रयास करने लगें। आप अतीत में कुछ आर्टिस्ट से प्रभावित और प्रेरित हो सकते हैं, लेकिन इन्हें आपकी शैली और भावों पर हावी ना होने दें। अपने मन की क्रिएटिव स्थिति में, वक़्त कोई मायने नहीं रखता — कुछ घंटे ऐसे लगते हैं, मानो कि अभी कुछ सेकंड्स ही गुजरे हैं और आप पूरी तरह से वर्तमान में पूरी तरह से डूब सकेंगे।[७] Learn how to live in the moment.
    • बीते पलों से प्रेरणा हासिल करना ठीक है, लेकिन उसे पूरी तरह से अपने ऊपर हावी भी ना कर लें। हो सकता है कि पिछले समय में आपने ऐसा कुछ देखा हो जो आपको काफी पसंद आया हो, और कुछ ऐसा भी हो, जिसे आपने नापसंद किया हो। तो इन सभी चीज़ों को याद रख कर इनसे अपने लिए कोई प्रेरणा पाने की कोशिश करें और अपनी ओर से कुछ नया विकसित करने की कोशिश करें। किसी पुरानी कला को पाकर उसे एक अलग नजरिया और आधुनिकता देने की कोशिश करें। किसी पुराने गाने को सुनकर उससे एक अलग और नया गाना बनाने की कोशिश करें।
    • आप पुरानी चीज़ों के साथ में जो कुछ भी करना चाहते हैं (यदि आप उससे कोई प्रेरणा लेना चाहते हैं), तो कोशिश करें, कि उसे बिल्कुल उसी तरह से कॉपी करने से बेहतर है कि आप उससे कुछ और बेहतर बनाने का प्रयास करें।
विधि 3
विधि 3 का 4:

कुछ क्रिएटिव अभ्यास के जरिये अपने आपको चुनौती देना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 अपने आपको कुछ...
    अपने आपको कुछ महत्वपूर्ण साधनों का इस्तेमाल करने तक ही सीमित रखें: कुछ ऐसे सीमित साधनों का इस्तेमाल करना, जो आपको अपने पास मौजूद हर एक चीज़ का इस्तेमाल कर सकने के लायक बना सके और ये आपको अपने ज्ञान का इस्तेमाल करने और अपनी क्रिएटिविटी की सीमा को बढ़ाने के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं। इन कम साधनों का इस्तेमाल करके भी आप कुछ बहुत बेहतर बना सकते हैं,और बार-बार इन्हें ही इस्तेमाल करके आप इनसे ना जाने कितनी ही अलग-अलग चीज़ें, जो भी इनसे बन सकें, बना सकने के काबिल भी बन जाएँगे। इसके साथ ही आप उस व्यक्ति की तुलना में कहीं ज्यादा तीव्रता से भी सोच पाएँगे, जिसके पास ना जाने कितने ही साधन मौजूद हैं।[८] सीखें कि साधनों का किस तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
    • यदि आप एक पेंटर हैं, तो अपने आपको बस एक माध्यम और कुछ ही कलर सेट के साथ में सीमित करें। यदि आप ड्राइंग करते हैं, तो खुद को बस कुछ ही पेंसिल के साथ सीमित कर दें। खासकर शुरुआत में, कुछ कम साधनों से कुछ नया बना पाने का भाव ही, जब तक कि आपके पास में पर्याप्त साधन मौजूद नहीं हो जाते, आपमें सृजनात्मक सोच को बढ़ाने में मदद करेगा।
    • यदि आप मूवी बनाते हैं, तो पहले तो खुद को सिर्फ ब्लैक एंड वाइट फिल्म तक ही सीमित करें। यदि आप फोटोग्राफर हैं, तो भी ऐसा ही करें। ऐसा ना सोच लें, कि क्रिएटिविटी के लिए हमेशा एक ही तरह का विकल्प काम आता है; ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं। क्रिएटिविटी कितने ही नए विकल्पों को जन्म देती है, ना कि खुद इनसे बनती है।
    • यदि आप एक लेखक हैं, तो शुरुआत में सिर्फ ऐसे ही शब्द लिखना शुरू करें, जिसे 6th ग्रेड का बच्चा समझ सके, फिर भले ही आप किसी ऐसे विषय पर लिख रहे हों, जिसे वयस्क लोग भी अपने जहन में बसा पाने में मुश्किल का सामना कर रहे हों। यदि आप एक कोरिओग्राफर हैं, तो या तो अपनी परफॉरमेंस में या फिर अपनी किसी प्ले में बिना किसी प्रॉप्स का इस्तेमाल किये, आगे बढने कोशिश करें। और फिर देखें, क्या होता है!
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 किसी पिक्चर पर आधारित एक कहानी लिखें:
    पिक्चर के बारे में 100 (या 50) शब्द सोचें, फिर इन्हें लिख लें, इसके बाद उन सभी (या कुछ) शब्दों को मिलाकर कुछ मजेदार कहानी बनाने की कोशिश करें। आप चाहें तो किसी मैगजीन से, ऑनलाइन एक पिक्चर पाकर, या फिर अपने ही किसी पुराने फोटोग्राफ को भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 किसी भी एक...
    किसी भी एक विषय के बारे में हर दिन कम से कम आधे घंटे तक कुछ अलग तरीके से सोचें: शुरू-शुरू में ऐसा करना आपको बहुत मुश्किल लग सकता है। तो आप किसी एक विषय के बारे में दिन में सिर्फ 5 मिनट तक सोचना शुरू कर सकते हैं, फिर इसके बाद इस वक़्त को तब तक बढ़ते जाएँ, जब तक कि ये वक़्त आधे घंटे तक नहीं पहुँच जाता। शुरुआत में आप जब कभी भी अकेले हों, तब इसके बारे में सोचना शुरू कर दें, लेकिन धीरे-धीरे आप खुद ही इसे ढेर सारे विचलन में भी, जैसे कि यात्रा करते वक़्त और काम करते वक़्त भी सोचना शुरू कर देंगे।[९]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 मैं, मुझे, मेरे...
    मैं, मुझे, मेरे और मेरा जैसे शब्दों को इस्तेमाल किये बिना, 15 मिनट तक बोलने की कोशिश करें: इसे बहुत आसान बनाएँ और इसे बहुत रोचक भी बनाए रखें, ताकि यदि कोई पढ़ रहा हो या सुन रहा हो, तो उसे ये सब सुनकर कुछ भी अजीब ना महसूस हो। ये आपको अपने मन को खुलकर सोचने की ओर लेकर जाएगा और आपकी मानसिक व्यस्तता और आपकी अपनी जिंदगी के प्रति बोरियत को भी आपसे दूर लेकर जाएगा।[९]
    • यदि आपको ये खेल अच्छा लगा, तो फिर इस बार "और", "लेकिन" या "पर" शब्दों का इस्तेमाल किये बिना देखें आप कितनी देर तक बोल सकते हैं (और इसका कोई मतलब भी निकलना चाहिए!)।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 दो अलग-अलग विचारों को एक साथ मिला दें:
    दो अलग-अलग चीज़ों को चुन लें, और फिर दोनों का पूरी तरह से वर्णन करें। ये कैसा दिखता है? इसका क्या इस्तेमाल है? ये कैसे बना है? फिर एक वस्तु की जानकारी को दूसरी वस्तु की जानकारी से परिवर्तित कर दें। कैसे पहली वस्तु (A) को दूसरी वस्तु (B) की तरह बनाया जा सकता है? या फिर कैसे इसे (A को) दूसरी वस्तु (B) की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है?[१०]
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 एक मेटाफोर (कैसे...
    एक मेटाफोर (कैसे किसी चीज़ को किसी दूसरी चीज़ के साथ में स्थानांतरित किया जा सकता है) जर्नल लिखें: एक जर्नल में हर दिन, अपने द्वारा महसूस की हुई हर एक चीज़ और की गई हर चीज़ को लिखें, और इन चीज़ों को कैसे परिवर्तित किया जा सकता है, वो भी लिखें। (जैसे कि, कितने अलग-अलग तरीकों से आप अपने दांतों की सफाई कर सकते हैं?) मेटाफोर जर्नल लिखने से पहले, आप एक अच्छे स्थानांतरण के साथ लिखना शुरू कर सकते हैं। ये मेटाफोर किसी भी तरह की तुलना हो सकती है, जिसमें किसी एक वस्तु को कैसे किसी दूसरी वस्तु की तरह उपयोग में लाया जाना चाहिए, सोचना शामिल है, लेकिन जिसमें आप "की तरह" या "के रूप में" जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
    • यदि आपको ये स्थानांतरण समझ में नहीं आ रहा है, तो ऐसे में आप एकसमान (simile) चीज़ों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे कि — ये समानता एक ऐसी तुलना होती है, जिसमें "के जैसे" या "के रूप में" जैसे शब्दों का इस्तेमाल होता है।
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 गाने के बोल...
    गाने के बोल का इस्तेमाल करते हुए, कुछ आम सवालों का जवाब दें: पहले तो कुछ आम सवालों की एक लिस्ट बना लें, जैसे कि "आपका नाम क्या है?" या "आपने पिछले गुरुवार को क्या किया था?" इसी तरह के कम से कम 10 सवालों को लिख लें। आप जितना ज्यादा सवाल करेंगे, आपके लिए उतना ही बेहतर रहेगा! आपके मन में चाहे जो भी सवाल आते जाएँ, उन्हें लिख लें, फिर भले, ये आपको कितना बचकाना ही क्यों ना लग रहा हो। इस सवाल का जवाब किसी गाने के बोल के साथ दें, और किसी एक गाने को एक से ज्यादा बार ना दोहराने की कोशिश करें।
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 वर्ड एसोसिएशन गेम खेलें:
    यदि कोई आपके साथ इसे खेलना चाहता है, तो अच्छी बात है, वरना आप चाहें, तो इसे अकेले भी खेल सकते हैं। यदि आप इसे अकेले खेल रहे हैं, तो अपने शुरुआती शब्दों को लिख लें और मन में आने वाले अगले शब्द को बोलने से पहले 10 मिनट गुजरने दें। अब अपने शुरुआती शब्द और आखिरी शब्द की तुलना करें। इन्हें एक-दूसरे से जरा अलग होना चाहिए। इससे आपका मन अलग-अलग विचारों को लाने के काबिल बन जाएगा।
  9. How.com.vn हिन्द: Step 9 किसी एक कहानी...
    किसी एक कहानी को सिर्फ तीन किरदारों के दृष्टिकोण से लिखें: किसी एक कहानी को उसमें मौजूद तीन मुख्य किरदारों के दृष्टिकोण से सुनाने की कोशिश करें। आप ऐसा सोच सकते हैं, कि कहानी में मौजूद सभी किरदार सभी घटनाओं को एक ही नजरिये से देखते हैं, लेकिन जब आप उनके मन में झाँक कर देखेंगे, कोई भी दो लोग भी किसी भी परिस्थिति को एक ही नजरिये से नहीं देखते होंगे। ये आपके अंदर समीक्षक विचार उत्पन्न होने में मदद करेगी और इसके साथ ही इससे आपको आपकी कहानी की बेहतर समझ भी मिल सकेगी।
    • जब आप अपनी कहानी को तीनों किरदारों के नजरिये से लिख लें, तो इसके बाद खुद से पूछें, कि आखिर इनमें से कौन सी कहानी सबसे अच्छी है। ये इस तरह से क्यों बन गई?
विधि 4
विधि 4 का 4:

शांति के दायरे में प्रवेश करना

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    शांति के दायरे में प्रवेश करें: कोई भी क्रिएटिव विचार शांति या स्थिरता के वक़्त ही आता है। यही सारी रचनाओं का मुख्य स्त्रोत भी है। ये हर एक चीज़ से आजाद, एकदम अल्हड़ है। हालाँकि, बहुत से क्रिएटिव प्रवृत्ति के लोग भी इस बात से अवगत नहीं रहते कि उनके विचार उस वक़्त आते हैं, जब वो किसी भी बारे में नहीं सोचते और हर एकदम शांत रहते हैं। बहुत सारे लोगों का मन कभी शांत ही नहीं रहना और इसलिए वे कभी क्रिएटिव नहीं बन पाते। यदि आप किसी परेशानी का एक रचनात्मक समाधान ढूंढना चाह रहे हैं, तो फिर आपको कुछ वक़्त के लिए शांति के दायरे में रहकर सोचने की जरूरत है। इसके बाद आपको जो कुछ भी मिलेगा, वही आपकी अद्भुत रचना मानी जाएगी। अब इसे कैसे करना चाहिए?
    • मैडीटेड करें। मैडिटेशन आपको हर एक विचार से दूर कर देता है और आपको मन की स्थिरता से जोड़े रखने में मदद भी करता है। अपने शरीर और अपनी साँसों से अवगत होना, भी एक अच्छा मैडिटेशन होता है। मैडिटेशन की नई-नई तकनीकों को सीखें।
    • कोई भी ऐसी गतिविधि करें, जिसे आप सच में पसंद करते हैं। क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है, कि अपना पसंदीदा काम करने के दौरान आपके मन में कोई भी विचार नहीं आते, आपका मन बाहरी हलचल से एकदम अलग हो जाता है? आप सारी चिंताओं, परेशानियों, अतीत और भविष्य से मुक्त हैं। आप सिर्फ अपने वर्तमान को महसूस कर रहे होंगे। इस गतिविधि को करने के बाद में अपने विचारों की ओर ध्यान दें। ये गतविधि कुछ भी हो सकती है, जैसे कि बाइकिंग, अपने पालतू जानवर के साथ वक्त बिताना, म्यूजिक सुनना या फिर अपने किसी करीबी इंसान से बात करना।
    • किसी भी चीज़ को सिर्फ स्वीकार या अस्वीकार ना कर दें, बल्कि इनका इस्तेमाल करें।

सलाह

  • दूसरे लोग आपके काम या विचारों के बारे में क्या बोलते हैं, उसकी ज्यादा परवाह ना करें। आप अपने आपको उनसे कहीं ज्यादा जानते हैं।
  • कुछ क्रिएटिव लोगों के साथ में ज्यादा वक़्त बिताएँ। और आपको अपने पास बच्चों से ज्यादा क्रिएटिव और कोई नहीं मिलेगा। उनकी कल्पना शक्ति एकदम खुली होती है, और यदि आप उनके साथ में रहेंगे, तो ये हमेशा आपको सीमा से परे सोचना सिखाएंगे।
  • यदि आपको क्रिएटिव बनने में परेशानी हो रही है, तो एक बार अपने अंदर झाँक कर देखें। हर कोई क्रिएटिव होता है, लेकिन यदि आपको लगता है, कि आप क्रिएटिव बनने के लायक नहीं हैं, तो संभावना है कि आप कभी भी क्रिएटिव नहीं बन सकेंगे। अपने ऊपर भरोसा बढाएं और आप खुद ही देखेंगे कि आपके लिए आप जैसे भी हैं, उसे ही सोच पाना कितना आसान लगेगा।
  • अपने सोचने के तरीके को बदल लें, किसी जगह जाने का अपना रास्ता बदल लें, टॉयलेट में जाकर कुछ पढ़ें, शहर में घूमते वक़्त नई-नई चीज़ों की तलाश करें।
  • अपने आसपास ज्यादातर नीला रंग रखें। हाल ही में किये हुए एक शोध के मुताबिक ऐसे लोग जिनके पीछे नीले रंग की दीवार या अन्य कोई बैकग्राउंड होता है, वो किसी भी क्रिएटिव काम को ज्यादा बेहतर ढंग से कर पाते हैं, जबकि ऐसे लोग जो लाल बैकग्राउंड के साथ काम करते हैं, वो किसी भी चीज़ के बारे में ज्यादा खोजबीन करते हैं।[११]
  • क्रिएटिविटी को अभ्यास की जरूरत होती है। यदि आप किसी चीज़ को क्रिएटिव तरीके से करना चाहते हैं, तो इसे बार-बार करते रहें। आप जितना ज्यादा ऐसा करेंगे, आप उतने ही ज्यादा क्रिएटिव भी बनते जाएँगे।
  • यहाँ पर एक और ऐसी चीज़ मौजूद है, जिस पर आपको क्रिएटिव बनने से पहले ध्यान देना होगा। अपने दिल की आवाज सुनें! अपने वातवरण को समझें! अपने मन से आने वाली आवाज को भी सुनें!
  • अपनी जिंदगी के अनुभवों के बारे में सोचें, और फिर इसे किसी और प्रकार से परिवर्तित कर दें, जैसे कि एक गाने की तरह, एक पेंटिंग बना दें, एक कोलाज़ बना दें या फिर एक छोटी सी फिल्म बना दें!
  • पेंटिंग या ड्राइंग करते वक़्त म्यूजिक सुनें।
  • सीमा से परे सोचें। किसी पेपर पर कुछ लाइन ड्रा करें और देखें, ये क्या बन जाता है!
  • आपकी जिंदगी कैसी होनी चाहिए, इस बारे में भी सोचें, आप क्या महसूस करना चाहते हैं। फिर इसे ड्रा कर लें, इसके बारे में कोई गाना या एक कहानी लिख दें, अपनी इन भावनाओं को दुनिया में मौजूद हर एक इंसान के सामने व्यक्त करें ताकि हर कोई आपकी आन्तरिक खूबसूरती को पहचान सके!

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श्रेणियाँ: स्वास्थ्य
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