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संवाद किसी भी कहानी का अनिवार्य भाग होते हैं तथा लेखक इसी प्रयास में लगे रहते हैं कि कहानी, पुस्तकों, नाटकों और मूवीस में संवाद उतने ही प्राकृतिक और प्रामाणिक लगें जितने कि वे वास्तविक जीवन में लगते हों। लेखक अक्सर संवादों का प्रयोग पाठकों को सूचना इस प्रकार पहुंचाने में करते हैं कि वह दिलचस्प और भावनात्मक रूप से आकर्षक हो जाये। अपने पात्रों को समझ कर, ऐसे संवाद लिखिए, जो सीधे सादे तथा ईमानदार हों और उनको यह सुनिश्चित करने के लिए ज़ोर से पढ़िये, कि वे असली लगें।

विधि 1
विधि 1 का 3:

अपने संवादों पर शोध करिए

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 वास्तविक संवादों पर ध्यान दीजिये:
    सुनिए कि लोग आपस में एक दूसरे से कैसे बातें करते हैं और अपने संवादों को प्रामाणिक बनाने के लिए उस बातचीत और पैटर्न का प्रयोग, अपने संवादों में करिए। आप पाएंगे कि लोग अलग अलग व्यक्तियों से, अलग अलग तरीके से बातें करते हैं, इसलिए जब आप संवाद लिख रहे हों, तब इस बात को उसमें सम्मिलित करें।
    • बातचीत के उस भाग पर ध्यान मत दीजिये, जो कि लिखने पर अच्छी न लगे। जैसे कि प्रत्येक “हैलो” या “गुड बाइ” लिखने की आवश्यकता नहीं है। आपके कुछ संवाद बातचीत के बीच से भी शुरू हो सकते हैं।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अच्छे संवाद पढ़िये:
    वास्तविक बातचीत और किताबी बातचीत के बीच में सही संतुलन बनाने के संबंध में ठीक समझदारी के लिए, आपको किताबों और मूवीस में अच्छे संवादों को पढ़ना चाहिए। किताबों और स्क्रिप्ट्स को देखिये और समझिए कि क्या काम करता और क्या नहीं और वह भी क्यों।[१]
    • डगलस एडम्स, टोनी मॉरिसन और जुडी ब्लूम ऐसे कुछ लेखक हैं जो अपने संवादों की जांच करते हैं (ये कुछ ही हैं; मगर ऐसे और भी बहुत हैं!) उनके संवाद वास्तविक, बहुअर्थी और विशद होते हैं।
    • रेडियो और पटकथाओं के लिए संवाद लेखन देखते रहना और उनका अभ्यास करना संवाद लेखन की प्रतिभा के विकास के लिए वास्तव में बहुत उपयोगी है, क्योंकि ये दोनों ही संवादों पर बहुत निर्भर होते हैं। ऊपर दिये गए लेखकों में डगलस एडम्स ने रेडियो नाटकों में लिखने से शुरुआत की थी, इसीलिए यह उनके उत्कृष्ट संवाद लेखन का एक कारण है।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपने चरित्रों को पूरी तरह से विकसित करिए:
    इससे पहले कि आप अपने चरित्रों से बातचीत करवाएँ, उनको समझना बहुत आवश्यक है। आपको यह जानने की आवश्यकता होगी कि वे लोग चुप्पे और एकाक्षरीय हैं अथवा उन्हें लोगों को प्रभावित करने के लिए बड़े बड़े शब्दों का प्रयोग पसंद है, आदि।[२]
    • कोई चरित्र कैसे बात चीत करता है, उस पर आयु, लिंग, शिक्षा का स्तर, क्षेत्र – जहां के वे रहने वाले हैं, उच्चारण, इन सभी का फर्क पड़ता है। उदाहरण के लिए एक ग़रीब ग्रामीण लड़की, शहर की पढ़ी लिखी अंग्रेज़ीपरस्त लड़की से फर्क ढंग से बातचीत करेगी।
    • हर चरित्र को अलग स्वर प्रदान करिए। आपके सभी चरित्र एक जैसे शब्द, भाषा या बोलने के तरीके का प्रयोग नहीं करेंगे। सुनिश्चित करिए कि हर पात्र का स्वर अलग लगे।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अस्वाभाविक संवादों से बचना सीखिये:
    अस्वाभाविक संवाद शायद कहानी की हत्या तो नहीं कर देंगे, मगर निश्चय ही पाठक को झटके से कहानी से हटा अवश्य देंगे, जो कि, एक लेखक के नाते आप होने नहीं देना चाहते हैं। कभे कभी अस्वाभाविक संवाद काम भी कर जाते हैं, मगर केवल कुछ विशेष प्रकार की कहानियों में।[३]
    • अस्वाभाविक संवाद वे संवाद होते हैं जो केवल प्रत्यक्ष स्तर पर ही काम करते हैं और उनमें प्रयुक्त भाषा को वास्तविक जीवन में कोई भी प्रयोग नहीं करता है। जैसे मोहन कहता है कि, “हेलो सीता, तुम आज दुखी लग रही हो”। “हाँ मोहन, आज मैं दुखी हूँ। क्या तुम जानना चाहोगे, कि मैं क्यों दुखी हूँ?” “मैं इसलिए दुखी हूँ कि आज मेरे कुत्ते का निधन हो गया है और इससे मुझे अपने पिता की, दो साल पहले, रहस्यपूर्ण परिस्थितियों में हुई मृत्यु की याद आ रही है।“
    • यह संवाद कैसा होना चाहिए था: मोहन ने पूछा, “सीता, कुछ गड़बड़ है क्या?” सीता ने कंधे झटक कर, खिड़की से बाहर शून्य में नज़रें गड़ाए हुये जवाब दिया। “मेरा कुत्ता बीमार है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि, गड़बड़ क्या है।“ “यह तो बहुत बुरा है, मगर सीता ..., वह बूढ़ा भी तो हो गया है। शायद उसे, बस यही बीमारी हो।“ उसके हाथ खिड़की की देहली पर कस गए। “बस यही, बस यही, तुम्हें लगता है कि डॉक्टर को पता होगा।“ मोहन ने भौंहे चढ़ा कहा “तुम्हारा मतलब पशुचिकित्सक?” “हाँ, जो भी।“
    • दूसरा वाला इस कारण से बेहतर है, क्योंकि यहाँ पर स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा गया है कि सीता अपने मृत पिता के संबंध में सोच रही है, बल्कि स्थिति का विवेचन किया गया है, जैसा कि उसके द्वारा “पशुचिकित्सक” के स्थान पर “डॉक्टर” शब्द के प्रयोग से स्पष्ट है।
    • ”लॉर्ड ऑफ द रिंग्स” एक ऐसा उदाहरण, जहाँ पर अस्वाभाविक संवाद काम करते हैं। संवाद सभी जगहों पर अस्वाभाविक नहीं हैं, केवल वहीं हैं जहां होब्बिट्स बातें करते हैं, मगर वे बहुत भव्य और भावपूर्ण (और अवास्तविक) हो जाते हैं। मगर वे केवल इसलिए कारगर होते हैं (वैसे बहुत से लोग नहीं मानते हैं कि वे “कारगर” हैं), क्योंकि कहानी प्राचीन, रामायण – महाभारत जैसे महाकाव्यों की तरह की है।
विधि 2
विधि 2 का 3:

संवाद लेखन

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 सीधा सादा रखिए:
    “उसने प्रतिवाद किया” या “उसने चिल्ला कर कहा” के स्थान पर “उसने कहा” या “इसने कहा” का प्रयोग करें। आप पात्रों से उनके संवादों का अभिप्राय, विचित्र शब्दों के प्रयोग के द्वारा छीन तो नहीं लेना चाहते हैं। “कहा” एक ऐसा अदृश्य सा शब्द है जो पाठक को विकर्षित नहीं करेगा।[४]
    • कभी कभी, जहां पर उचित हो, वहाँ पर “कहा” के स्थान पर “उत्तर दिया” या “प्रत्युत्तर दिया” ठीक हो सकते हैं। जैसे कि, आप लिख सकते हैं “बात काटी” या “चिल्लाया” या “फुसफुसाया”, मगर केवल वहीं, जहां पर कहानी के अनुसार उचित हो और वह भी कभी कभी ही।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 कहानी को संवादों के जरिये से बढ़ाइए:
    इनसे, पाठक को, कहानी अथवा पात्रों के संबंध में जानकारी मिलनी चाहिए। संवाद आपके पाठकों को चरित्र के संबंध में या उसके विकास के संबंध में वह जानकारी देते हैं, जो कि उन्हें अन्यथा नहीं मिलती है।
    • मौसम के बारे में गपशप या हाल चाल के आदान प्रदान के संवाद लिखने से बचिए, चाहे वास्तव में बातचीत में इनका प्रयोग क्यों न होता हो। अब एक ऐसा उदाहरण, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे गपशप का इस्तेमाल, बढ़ते हुये तनाव को प्रदर्शित कर सकता है। जैसे कि, एक चरित्र को वास्तव में किसी दूसरे चरित्र से कुछ जानकारी चाहिए, मगर दूसरा चरित्र गपशप करने के दस्तूर का निभाव कर रहा है, तब आपके पाठक और पहला चरित्र बेसब्री से उस रुचिकर भाग की प्रतीक्षा में रहेंगे।
    • आपके सभी संवादों का कुछ प्रयोजन होना चाहिए। जब आप संवाद लिख रहे हों, तब स्वयं से पूछिये कि, ”क्या इससे कहानी आगे बढ़ती है?” “मैं अपने पाठक को इस चरित्र या कहानी के संबंध में क्या बताने का प्रयास कर रहा हूँ?” यदि आपके पास इन प्रश्नों का उत्तर नहीं है, तब उस संवाद को छोड़ दीजिये।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अपने संवाद में सूचना की भरमार मत कर दीजिये:
    यह महत्वपूर्ण बात है, जिसकी आदत बहुत से लोगों को होती है। आप सोचते हैं कि पाठकों को कुछ जानकारी देने का इससे बढ़िया तरीका क्या होगा, कि मेरे पात्रों में आपस में उस पर चर्चा हो? बस यहीं रुक जाइए! कहानी में, जगह जगह पर परिप्रेक्ष्य की जानकारी का छिड़काव किया जाना चाहिए।
    • जैसे कि, क्या नहीं करना चाहिए: सीता ने मोहन की ओर मुड़ कर कहा, “ओह मोहन, याद है कि जब मेरे पिता की रहस्यमय मृत्यु हुई थी और मेरी दुष्ट बुआ केतकी ने हमें हमारे ही घर से निकाल दिया था?” “मुझे बिलकुल याद है, सीता। तुम केवल 12 साल की थीं और तुम्हें अपने परिवार को सहारा देने के लिए स्कूल भी छोडना पड़ा था।“
    • उपरिवर्णित का एक बेहतर प्रारूप यह हो सकता है: सीता मोहन की ओर मुड़ी, उसके होंठ सख्ती से भिंचे हुये थे। “आज मेरे केतकी बुआ से बात हुई।” मोहन अवाक रह गया। “मगर यह तो वही है, जिसने तुम्हारे परिवार को अपने ही घर से निकाल दिया था। क्या चाहती थी वह?” “क्या मालूम, मगर वह मुझे मेरे पिता की मृत्यु से संबन्धित चीजों की याद दिलाने लगी।“ “चीज़ें?” मोहन ने भौंहों को ऊपर की ओर उठाया। “उसे ऐसा लगा था कि उनकी मृत्यु प्राकृतिक नहीं थी।“
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 उपविषय  जोड़िए:
    बातचीत, विशेषकर कहानियों में, बहुअर्थी होती है। अक्सर उनके एक से अधिक मन्तव्य हो सकते हैं, और आप तो यही सुनिश्चित करना चाहेंगे कि आप हर परिस्थिति के उपविषय को प्रत्यक्ष कर पाएँ।
    • बातें कहने के अनेक तरीके हो सकते हैं। तो यदि आपके पास एक पात्र है, जिससे आप ऐसा कुछ कहलवाना चाहते हैं “मुझे आपकी आवश्यकता है” तब “बिना वास्तव में कहे हुये” उनसे वैसा ही कुछ कहलवाने का प्रयास करिए। जैसे कि, मोहन अपनी गाड़ी कि ओर बढ़ा। सीता ने अपना एक हाथ उसकी बांह पर रख दिया; वह अपने होंठ दांतों से चबा रही थी। “मोहन, मैं ..... क्या तुम्हें सच में इतनी जल्दी जाना है?” अपना हाथ पीछे खींचते हुये उसने पूछा। “हम अभी भी नहीं समझ पा रहे हैं कि हम क्या करें।”
    • अपने पात्रों के मुख से उनकी सभी भावनाओं और विचारों को कहलवा मत दीजिये। उससे बहुत कुछ पता चल जाएगा और न तो रहस्य रह जाएगा और न ही भेद।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 मिश्रण बनाइये:
    आप चाहते हैं कि आपके संवाद ऐसे हों जो कहानी को रोचक और पाठकों को उसमें संलग्न रखे। इसका अर्थ है कि आपको बस अड्डे पर लोगों के बीच में हो रही मौसम संबंधी गपशप को छोड़ देना है और सीता की, कपटी बुआ केतकी के साथ हो रही, सारगर्भित मुठभेड़ पर केन्द्रित होना है।
    • यदि यही उस चरित्र की विशेषता हो, तभी अपने चरित्रों को वाद विवाद में व्यस्त कर दीजिये या उन्हें अचंभित करने वाली बातें करने दीजिये। संवाद मनोरंजक होने चाहिए। यदि सभी लोग केवल हामी ही भर रहे हैं या मूल प्रश्न पूछ रहे हैं और उनके उत्तर दे रहे हैं, तब तो संवाद उबाऊ हो जाएँगे।
    • अपने संवादों के बीच बीच में क्रियाशीलता भी लाइये। जब लोग बातें कर रहे होते हैं, तब वे कुछ न कुछ करते रहते हैं, हँसते हैं, बर्तन साफ करते हैं, चीजों में फंस कर गिर जाते हैं वगैरह। इन चीजों को संवादों में मिला देने से वे जीवंत हो जाएँगे।
    • जैसे कि: “तुमको नहीं लगता कि तुम्हारे पिताजी जैसा हट्टा कट्टा व्यक्ति बस यूं ही बीमार पड़ेगा और मर जाएगा,” केतकी बुआ ने कुड़कुड़ाते हुये कहा। सीता ने किसी प्रकार से अपने क्रोध पर काबू रखते हुये उत्तर दिया, “कुछ लोग बीमार पड़ते हैं।“ “और कभी कभी उन्हें अपने मित्रों से सहायता भी नहीं मिलती है।“ केतकी बुआ इतनी संतुष्ट सुनाई पड़ रहीं थीं कि सीता चाहती थी कि फ़ोन से ही जा कर उनकी गर्दन मरोड़ दे। “यदि किसी ने उनकी हत्या की है, केतकी बुआ, तो क्या आपको पता है किसने?” “हाँ, मुझे कुछ अंदाज़ा तो है, मगर तुम्ही निर्णय करो।“
विधि 3
विधि 3 का 3:

संवादों का प्रूफशोधन

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 संवादों को ज़ोर से पढिए:
    इससे आपको यह जानने का अवसर मिलेगा कि सुनने में वह कैसा लगता है। आपने जो सुना है और जो लिखा है उसमें आप तदनुसार परिवर्तन कर सकते हैं। लिखने के कुछ समय बाद ही उनको पढ़ना शुरू करिए, अन्यथा आपका मस्तिष्क उसमें वह सब भर देगा जो कि वास्तव में लिखा तो नहीं हुआ है, मगर जिसे आप लिखना चाहते थे।
    • किसी विश्वासपात्र मित्र या परिवार के सदस्य को अपने संवाद पढ़वाइए। एक नई नज़र से उनको देखने से यह पता चल सकता है कि आपके संवाद प्राकृतिक लग रहे हैं अथवा अभी उनमें सुधार की आवश्यकता है।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 अपने संभाषण में विराम, उचित स्थलों पर दीजिये:
    पाठकों को (विशेषकर प्रकाशकों और एजेन्टों को) संवादों के बीच में विराम चिन्हों के गलत प्रयोग से सर्वाधिक चिढ़ होती है।
    • संवाद के अंत में और उद्धरण चिन्ह के बीच में अल्पविराम होना चाहिए। जैसे कि: “हेलो, मैं सीता हूँ,” सीता ने कहा।
    • यदि आप किसी संवाद के मध्य में क्रियाशीलता को लाते हैं तब आप संवाद के दूसरे हिस्से को लिखते समय विराम लगा भी सकते हैं और नहीं भी। जैसे कि: “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि उसने मेरे पिता की हत्या की है,” सीता ने कहा, उसकी आँखें आंसुओं से भर आईं थीं। “वह तो ऐसा कर ही नहीं सकता है।“ या “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि उसने मेरे पिता की हत्या की है,” सीता ने कहा, उसकी आँखें आंसुओं से भर आईं थीं, “क्योंकि वह तो ऐसा कर ही नहीं सकता है।“
    • यदि कुछ कथन न हो और केवल क्रियाशीलता हो, तब उद्धरण चिन्ह के पहले अल्प विराम के स्थान पर पूर्ण विराम होगा। जैसे कि: “गुड बाइ, केतकी बुआ।” सीता ने फ़ोन पटक दिया।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अनावश्यक शब्द और उक्तियों को हटा दीजिये:
    कभी कभी कम कहा गया ही काफी होता है। जब लोग बात करते हैं, तब वे बहुत वाचाल नहीं होते हैं। वे बातों को संक्षेप में, सीधे सादे तरीके से कहते हैं और शायद आप भी अपने संवादों में वैसा ही प्रतिबिम्बित करना चाहेंगे।
    • जैसे कि, यह कहने के स्थान पर “मुझे इतने सालों के बाद भी विश्वास नहीं हो रहा कि, वह गोपाल चाचा थे जिन्होंने मेरे पिता की चाय में जहर मिला कर उनकी हत्या की थी,” सीता ने कहा, शायद आप कह सकते हैं “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि गोपाल चाचा ने मेरे पिता की हत्या की थी!”
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 प्राकृत भाषा का प्रयोग ध्यान से करिए:
    प्रत्येक चरित्र की अपनी भाषा और बोली होनी चाहिए, परंतु उच्चारण या खींच कर बोलने की अति, पाठक को खिन्न कर सकती है। साथ ही ऐसी प्राकृत भाषा, जिसकी आपको जानकारी न हो, आपको घिसी पिटी भाषा के प्रयोग पर मजबूर कर देगी और यह उन पाठकों के लिए बहुत ही अपमानजनक होगा जो उस भाषा को स्वाभाविक रूप से इस्तेमाल करते हैं।[५]
    • अन्य विधियों से यह स्थापित करिए कि आपके पात्र कहाँ से आ रहे हैं। जैसे कि, यह बताने कि लिए कि कथानक कहाँ का है, स्थानीय शब्दावली का प्रयोग करिए। सुनिश्चित करिए कि यदि आप किसी स्थान विशेष के रहने वाले चरित्र का वर्णन कर रहे हों तब उचित अपभ्रंश और पारिभाषिक शब्दों का ही उपयोग करें।

सलाह

  • उन संसाधनों तक पहुंचिए जिनकी सहायता से आप अच्छा संवाद लिख सकते हों। लेखन की कक्षा में शामिल हो जाइए, या ऐसी पुस्तकें या वेबसाइट्स देखिये जिनसे लेखकों को, कहानी कहने की कला और संवाद लेखन के कौशल को विकसित करने में विशेष सहायता मिलती है।
  • अपने समाज में लेखकों के समूह और कक्षाओं, जिनमें पटकथा लेखन भी होता हो, का पता लगाइये। दूसरे लोगों के साथ काम करना और फीडबैक प्राप्त करना आपको सुधरने में बहुत मदद कर सकता है!

चेतावनी

  • जब आप पहला प्रारूप लिख रहे हों तब संवाद पर बहुत ध्यान मत केन्द्रित करिए। वह बहुत बढ़िया नहीं होगा, मगर यह ठीक है, क्योंकि आप तो प्रारूप पर वापस आ कर उसको ठीक करेंगे ही।

विकीहाउ के बारे में

विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को लिखने में और इसकी गुणवत्ता सुधारने में लेखकों ने अपनी स्वेच्छा से (volunteer authors) कार्य किया। यह आर्टिकल ५४,९६० बार देखा गया है।
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