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सामान्यतः गले की खराश किसी गंभीर बीमारी का चिन्ह नहीं है लेकिन यह जानते हुए भी कोई भी आसानी से इसे सहन नहीं कर सकता | अपने गले की खुरदुरी, खुजलीयुक्त और रुखी भावना से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा उपाय है तरल की सतत धारा पीना | पानी सबसे ज्यादा ज़रूरी है लेकिन पीढ़ानाशक मिश्रण या काढ़े जैसे शहद-कैयन (एक प्रकार की लाल मिर्च) की चाय, लहसुन का सूप या सोरबा और कैमोमाइल की चाय, इनमें दर्द को कम करने वाली और खराश को जल्दी ठीक करने में मदद करने वाली सामग्री होती है | गले के स्प्रे और लोज़ेंस (चूसने की मीठी गोली) अच्छे दर्द निवारक हैं और भाप उपचार से जलन कम होती है जिससे आप रात में अच्छी नींद ले सकते हैं अगर आप गले का खुरदुरापन दूर करने की कोशिश के लिए तैयार हैं, तो आगे पढ़ते रहिये |
चरण
- गर्म नमक के पानी से गरारे करें: यह गले की खराश के लिए उपयोग होने वाला सबसे पुराना इलाज़ है और बहुत अच्छा काम भी करता है | जब आपके गले में छाले हों, म्युकस मेम्ब्रेन सूजी हुई और संक्रमित हो तो इससे गले में खुरदुरापन और दर्द की अनुभूति होती है | नमक म्युकस मेम्ब्रेन की कोशिकाओं से पानी को खीँच लेता है जिससे सूजन कम हो जाती है और गला बेहतर अनुभव होता है | ½ छोटा चम्मच नमक को 1 कप गर्म पानी में घोलकर नमक का पानी बनायें और उससे कुल्ला करें |
- नमक के पानी से कुल्ला कर पानी बाहर न निकालें बल्कि गरारे करें | अपना सर पीछे की ओर करें और पानी को गले के सूजे हुए पिछले भाग पर लगने दें | पानी बाहर थूंकने से पहले लगभग 30 सेकंड तक गरारे करें |
- दिन में ज्यादा से ज्यादा 3 बार तक गरारे करें। अक्सर ज्यादा धोनें से म्युकस मेम्ब्रेन में रूखापन बढ़ जाता है जिससे दर्द बढ़ सकता है |
- हाइड्रोजन परॉक्साइड घोल से मुख धोंये: हाइड्रोजन पेपरॉक्साइड एक मृदु एंटीसेप्टिक है जो गले के दर्द में राहत दे सकता है | दवा की दुकानों पर इसकी बोतलें मिल जाती हैं | बोतल पर लिखे निर्देशों के अनुसार घोल बनायें जो सामान्यतः बताता है की एक कैप हाइड्रोजन परॉक्साइड को 1 कप पानी में घोलें | इस मिश्रण को अपने मुख में रखें और चारों ओर घुमाएँ जिससे ये आपके गले के पिछले भाग पर टकराए | एक मिनट के बाद थूंककर बाहर कर दें |
- 3 प्रतिशत हाइड्रोजन परॉक्साइड का उपयोग करें जो कि आपकी खरीदी गयी बोतल पर लगे लेबल पर लिखा होना चाहिए |
- हाइड्रोजन परॉक्साइड स्वाद में कढवा होता है | अगर आप चाहें तो आप इसके मिश्रण में थोड़ी सी शहद मिलाकर घोल को आसानी से उपयोग कर सकते हैं |[१]
- वेपर रब का प्रयोग करें: वेपर रब में सुगन्धित डिकोन्जेस्टेंट्स जैसे मेंथोल या पेपरमिंट होते हैं जो गले में शांति देते हैं और खांसी कम करने में मदद करते हैं | ये ऑइंटमेंट या मलहम के रूप में पेट्रोलियम जेली मिलाकर बनाये जाते हैं | ड्रगस्टोर से एक वेपर रब लें और इससे अपने गले और छाती पर रगड़ें, इससे आपको आसानी से सांस लेने में मदद मिलेगी और खांसी नहीं आएगी |[२] आप घर पर भी अपनी वेपर रब बना सकती हैं:
- 1 छोटी चम्मच बी-मोम को एक डबल बॉयलर में पिघलाएं |
- अब ½ कप नारियल तेल में डालकर हिलायें |
- 10 बूँदें पिपरमेंट ऑइल की मिलायें |
- इस मिश्रण को एक कांच के बर्तन में निकल कर ठंडा होने पर प्रयोग करें |
- एक सरसों या मस्टर्ड का प्लास्टर बनायें: गले की खराश और कंजेशन (congestion) में प्लास्टर का प्रयोग एक पुराना इलाज़ है | अगर आपको गंभीर कफ़ है और दर्द छाती तक बढ़ गया हो तो ये विशेष रूप से लाभकारी है | ग्राउंड मस्टर्ड गर्मी लाने वाली और गले और छाती में उसे संचारित करने वाली कही जाती है |[३]
- 1/2 छोटा चम्मच सरसों का पाउडर और 1 बड़ा चम्मच आटा लेकर उपयुक्त पानी मिलकर एक गाढ़ा घोल बनायें |
- एक पेपर टॉवेल पर इस मिश्रण को फैलायें | इस पेपर टॉवेल को दो साफ़ कॉटन के टुकड़ों के बीच रखकर दबाएँ |
- इस प्लास्टर को अपने गले और छाती पर रखें | लेकिन ध्यान रखें, सरसों का मिश्रण आपकी त्वचा को न छुए |
- इसे 15 मिनट तक ऐसे ही रहनें दें या जब तक त्वचा गर्म और लाल न हो जाये तब तक ऐसे ही रहनें दें |
- गले के लिए स्प्रे या लोज़ेन्ज़ेस का प्रयोग करें: गले के स्प्रे या लोज़ेन्ज़ेस दोनों में ही प्रयुक्त सामग्री से गले में राहत पहुँचानें और नासिका मार्ग को खोलने में मदद मिलती है | शहद आधारित लोज़ेन्ज़ेस लें जिनमें मेंथोल या पेपरमिंट होता है | आप मेडिकेटिड स्प्रे या लोज़ेन्ज़ेस भी ले सकते हैं जिनमें मृदु निश्चेतक होते हैं जो गले के भाग को सुस्त कर देते हैं और दर्द में राहत देते हैं |[४]
- दर्दनिवारक औषधियाँ लें: नॉन-स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) जैसे इबुप्रोफेन (ibuprofen) या एसेटामिनोफेन (acetaminophen) सूजन को कम करने में मदद करती हैं जिससे गले का दर्द भी कम हो जाता है | ध्यान रहे पैकेट पर लिखे निर्धारित डोज़ से ज्यादा न लें |
- एस्पिरिन (aspirin) के कारण रिये सिंड्रोम (Reye”s syndrom) की स्थिति हो सकती है इसलिए इसे बच्चों और किशोरों को देते समय सावधानी बरतें |
- जो बच्चे और किशोर फ्लू या चिकन पॉक्स से ठीक हो रहे हों उन्हें एस्पिरिन नहीं देना चाहिए |
- हनी-केएन (cayenne) पेय बनायें: हनी या शहद गले की खराश होने पर बनाई जाने वाली चाय और अन्य पेयों की मुख्य सामग्री है | कई रिसर्च सदियों से चली आ रही लोगों की उन बातों का समर्थन करती हैं जो बताती हैं कि हनी गले पर एक परत चड़ा देती है और सूजन को कम कर देती है, साथ ही ख़ासी को दबा देती है |[५] केएन एक अन्य गले की खराश से लड़ने वाला पॉवरहाउस है, इसमें उपस्थित कैप्सैकिन (capsaicin) जो मिर्च में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक तत्व है दर्दनिवारक की तरह काम करता है |[६]
- 1 कप उबलते पानी में ½ छोटा चम्मच ग्राउंड केएन मिर्च और 1 छोटा चम्मच हनी मिलाकर एक आराम पहुँचाने वाला और स्वस्थ्प्रद पेय बनायें | इस मिश्रण को ठंडा होने पर धीरे-धीरे घूँट-घूँट करके पियें |
- अगर आप गर्म मिर्च के लिए बहुत संवेदनशील हैं तो केएन की मात्रा कम करके 1/8 छोटी चम्मच या उससे भी कम कर दें |
- 1 साल से छोटे बच्चों को हनी नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे बच्चों में होने वाला बॉटुलिज्म (babies botulism) हो सकता है |[७]
- यदि आप केएन मिर्च की जगह एक औंस व्हिस्की (whiskey) और थोडा ज्यादा नीम्बू मिला दें तो यह गर्म ताड़ी (hot toddy) बन जाएगी |
- कैमोमाइल चाय (chamomile tea) बनायें: वैज्ञानिक शोध दर्शाते हैं कि कैमोमाइल एक खुशबूदार फूलों वाली जड़ी बूटी है जिसका प्रयोग लोग सदियों से गले की खराश और ज़ुकाम को ठीक करने के लिए करते आ रहे हैं, इसमें उपस्थित तत्व संक्रमण से लड़ने और मांसपेशियों को आराम देने का काम करते हैं |[८] गले की खराश होने पर प्रतिदिन कुछ कप कैमोमाइल चाय पकाकर पीने से गले के दर्द में आराम मिलेगा और आप अधिक राहत पाएंगे | विशेष रूप से सोने से पहले पीने से अच्छी नींद आती है |
- कैमोमाइल चाय आसानी से सुपरमार्केट में मिल जाती है | उस पर लिखे निर्देश पढ़कर चाय बनायें |
- इसमें एक चम्मच शहद डालें और नीम्बू (जो एक एस्ट्रेजेंट है और सूजे हुए ऊतकों को सिकोड़ने में मदद करता है) निचोड़ कर डाल सकते हैं[९] जो आपकी चाय को ज्यादा फ़ायदेमंद बनाता है।
- लहसुन का सोरबा या सूप प्रयोग करें: लहसुन में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जिससे संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है और प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत बनती है लेकिन अभी तक इसके चिकित्सीय गुणों का पर्याप्त वैज्ञानिक शोध नहीं किया गया है | कई स्थानीय स्वास्थ्यकर्ता गले की खराश में राहत और श्वसनतंत्र के संक्रमण से लड़ने के लिए इसे लेने की सलाह देते हैं|[१०]
- एक स्वादिष्ट लहसुन का सूप आपको गले की परेशानी से निजात दिला सकता है, इसे बनाने के लिए लहसुन की 2 कलियों को छीलकर कुचल लें और एक कप उबलते पानी में डाल दें, एक चुटकी नमक मिलाकर पीने से आपके गले को ज्यादा फायदा होगा |
- अगर आपको लहसुन का स्वाद पसंद है तो उसकी कलियों को छीलकर, कुचलकर और चूसकर खाकर भी इसके फ़ायदे ले सकते हैं |
- मुलैठी (licorice) और दालचीनी (cinnamon) की चाय पियें: ऐसा माना जाता है कि मुलैठी में पाए जाने वाले रसायन म्युकस मेम्ब्रेन को पतला करके और सूजन कम करके गले की खराश में आराम देते हैं | मुलैठी के स्वाद वाली कैंडी में ये रसायन उच्च सांद्रता में नहीं होते लेकिन सूखी मुलैठी की जड़ से बनाई गयी चाय में इनकी सांद्रता अधिक हो जाती है |[११] साथ इसका स्वाद बढ़ जाता है | दालचीनी में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और मुलहटी के साथ इसका स्वाद बढ़ जाता है |[१२]
- एक स्वादिष्ट पेय बनाने के लिए 1 बड़ी चम्मच मुलैठी की जड़ का चूर्ण और ½ बड़ी चम्मच दालचीनी का चूर्ण लेकर एक सॉस पैन में 2 कप ठन्डे पानी में डालें | इस मिश्रण में उबाल आने दें और 10 मिनट तक पकायें, अब एक कप में छान लें और इस पेय का मज़ा लें |
- इस पेय को और फ़ायदेमंद बनाने के लिए इसमें थोड़ी सी शहद या नीम्बू निचोड़कर डाल सकते हैं |
- अदरक का काढ़ा पीयें: आप जानते हैं कि अदरक पेट की खराबी में आराम पहुंचता है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये शक्तिशाली हर्ब गले की खराश में आराम देने के लिए भी प्रयोग की जाती है। ये आपके साइनस को खोलती है और आपके गले और नाक को साफ़ करने में मदद करती है, साथ ही एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी रखती है |[१३] ज्यादा लाभ पाने के लिए सूखे अदरक की जगह ताज़े अदरक का प्रयोग करें |
- ताज़े अदरक की जड़ को छीलें और लगभग 1 इंच के टुकड़ों में काटें | अब इसे एक मग में रखें और एक कप उबलता हुआ पानी इस पर उड़ेल दें | 3 मिनट के बाद छान कर इस पेय का मज़ा लें | आप इसमें स्वादानुसार शहद, नीम्बू या केएन मिर्च डाल सकते हैं |
- चिकन सूप बनायें: अगर आप माँसाहारी है और गले की खराश में आराम पाने के लिए कोई और स्वाद ढूँढ रहे हैं तो पुराने ज़माने में बनाने वाला चिकन सूप प्रयोग कर सकते हैं | हाल ही में किये गये वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि चिकन सूप में पाए जाने वाले तत्व संक्रमण को ठीक करने और नासा मार्ग को खोलने का काम कर सकते हैं |[१४] ये पोषक तत्वों से भरपूर है | जब भूख लगी हो और खाना खाने का मन न हो तब चिकन सूप एक अच्छा विकल्प है |
- इस सूप को खुरचन से बनायें या ऐसे स्थान से खरीदें जहाँ इसे ताज़े चिकन से खुरच कर बनाया जाता है |
- अगर आप चाहें तो आप इसके ठोस को छानकर अलग कर दें और सोरबा पीयें |
- खूब पानी पीयें: पानी आपके शरीर को रोगमुक्त रखने में मदद करता है और आपके कुपित हुए गले को नम रखता है | गर्म पानी पियें जो गले की सूजन को कम करने में मदद करेगा | ठंडा पानी मदद करने के बजाय नुकसान पहुँचा सकता है |
- आराम करें: अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं और रात में अपने सभी कामों को पूरा करके देर से सोते हैं तो आपके शरीर को रोगमुक्त रहने का समय नहीं मिल पाता | यदि आप नहीं चाहते कि गले की ख़राश बढ़कर ज़ुकाम या फ्लू बने तो ज़रूरी है कि आप आराम करें और हर रात अच्छी नींद लें |
- अगर आपको लगता है की गले की खराश की पहली चुभन शुरू हो गयी है, तो घबराएँ नहीं बल्कि पूरे दिन आराम करें | खूब पानी पीयें, स्वास्थ्यवर्धक आहार करें, और रात में बाहर जाने की बजाय घर पर आराम करें |
- अपने शरीर को आराम देने के लिए आपको अपने काम से या स्कूल से छुट्टी ले लेना चाहिए | अगर यह न हो सके तो दिनभर में कोई ऐसा समय निकालिए जिसमे आप कम से कम 15 मिनट की झपकी ले सकें |
- गर्म पानी से नहायें या शावर लें: गर्म पानी की भाप आपके सूखे, कुपित गले को नम करेगी और पीड़ा और जमाव को दूर करने में मदद करेगी | भाप को अपनी नाक और मुँह से अंदर की ओर लें और गले और नासा मार्ग तक जानें दें |
- अगर आप गर्म पानी से नहा रहे हैं तो पानी के टब में कुछ जड़ी-बूटियाँ या एस्सेंसिअल ऑइल मिलायें | कुछ बूँदें पेपरमिंट या यूकेलिप्टस ऑइल के प्रयोग से वेपर रब की तरह गले में राहत मिलेगी |
- अगर आप तुरंत भाप लेना चाहते हैं पर नहाना नहीं चाहते तो अपने बाथरूम का दरवाज़ा बंद करके गर्म पानी तब तक भरनें दें जब तक कि भाप न बनने लगे | अब बाथरूम में 5 से 10 मिनट तक खड़े रहकर या बैठकर भाप लें |
- आप एक बर्तन में पानी भरकर उसे स्टोव पर रखकर उबालकर तुरंत चेहरे पर भी भाप ले सकते हैं | आंच बंद करके, एक टॉवेल से अपना सिर ढंकें और बर्तन के ऊपर अपना चेहरा ले जाएँ, भाप को अपनी नाक और गले तक जाने दें |
- ह्यूमिडिफायर को चलायें: अगर आपके घर की हवा शुष्क है तो आपके गले पर कहर बरपा सकती है, विशेषरूप से जब पीड़ा हो तब | ह्यूमिडिफायर हवा में नमी लता है और आपके गले के नर्म ऊतकों और मेम्ब्रेन को स्वस्थ रखने के लिए जितनी नमी की ज़रूरत होती है उसके अनुकूल बनता है | सर्दियों के महीनों में जब हवा शुष्क हो जाती है, उस समय भी ह्यूमिडिफायर फ़ायदेमंद साबित होता हो |
- अपने गले के लिए एक गर्म सेंक बनायें: कभी-कभी थोड़ी सी गर्माहट भी अन्य इलाज़ की अपेक्षा दर्द में राहत दे देती है | एक कॉटन के कपड़े पर बहता हुआ गर्म पानी डालकर, इसे निचोड़कर तह करें और अपने गले पर तब तक रखें जब तक ये ठंडा न हो जाये | गर्माहट उस जगह रक्त संचरण बड़ा देगी जिससे सूजन कम होने लगेगी |
- ध्यान रखें कि आपकी त्वचा जले नहीं | पानी बहुत ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए अन्यथा कपड़े को गले पर रखते समय आपको नुक्सान पहुँच सकता है |
- लम्बे समय तक इस्तेमाल के लिए गर्म पानी की बोतल भी प्रयोग की जा सकतीं हैं |
- गले के उत्तेजक कारकों से दूर रहें: अपने घर के वातावरण को रसायनों से मुक्त रखें | तेज़ रसायनों में साँस लेने और सूंघने के कारण गला सूज सकता है और खुरदुरा बन सकता है | हवा के निम्नलिखित उत्तेजक या क्षोभक कारकों को साफ़ रखें:
- रासायनिक परफ्यूम, जो क्लीनिंग सप्लाईस, एयर फ्रेशनर, बॉडी स्प्रे, खुशबूदार मोमबत्तियों और घर के चारों ओर अन्य सुगन्धित सामानों में पाए जाते हैं |
- क्लीनिंग प्रोडक्ट्स जैसे ब्लीच, विंडो क्लीनर और डिटर्जेंट |
- सिगरेट और अन्य स्त्रोतों के धुंये |
- एलेर्जन जैसे धुल, बाल, मोल्ड, परागकण अन्य चीजें जिनसे आपको एलर्जी हो सकती हो |
- दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रखें: आपके गले का संक्रमण कन्टेजियस (contagious) हो सकता है, इसलिए हो सके तोह घर पर ही रहें जिससे आप इन्फेक्शन को दूसरों में फैलने से रोक सकें। पूरी क्लास में एक ही बच्चा काफी है पूरी क्लास को बीमार करने के लिए।
- अगर घर पर रहना संभव न हो तो अपने मुँह और नाक को कवर करता हुआ मास्क पहनें। दूसरों पर छींकने और खाँसने से बचें और किसी से बात करते हुए अगर खाँसी आ जाये तो अपना हाथ अपने मुँह पर रख कर उसे कवर करें।
- अगर आपको थोड़ा सा भी अंदेशा है कि आपको गले का संक्रमण है तो किस करना और गले लगाना टालें।
- जानें कि चिकित्सक को कब दिखाना है: अगर कुछ दिनों के बादभी गले की खराश ठीक न हो और नये लक्षण आने लगें और आप साधारण ज़ुकाम की अपेक्षा ज्यादा गंभीर लक्षण पा रहे हैं तो अपने चिकित्सक को दिखाएँ | आपको वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन स्ट्रेप थ्रोट, चिकनपोक्स, फ्लू या अन्य संक्रमण के रूप में हो सकता है जिसे बिना चिकित्सीय इलाज़ के ठीक नहीं किया जा सकता | अगर आपको निम्नलिखित लक्षण दिखें तो चिकित्सक को जल्द से जल्द दिखाएँ:[१५]
- साँस लेने में या निगलने में कठिनाई
- जोड़ों में दर्द
- कान में दर्द
- चकत्ते (Rash)
- गर्दन पर एक पिंड (lump)
- 101 डिग्री फेरनहाइट तक या उससे ज्यादा बुखार
- बलगम में रक्त
सलाह
- अगर आपका गला 5 दिन में ठीक न हो तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए, आपको गले का संक्रमण, टॉन्सिल्स की सूजन या अन्य संक्रमण हो सकते हैं |
- एक लम्बा गर्म शावर लें जिससे मांसपेशियों का तनाव कम होगा, रक्त का प्रवाह बढेगा और नासगुहा और गले का म्युकस ढीला होगा |
- चीनी से दूर रहें, इससे गले की खराश बढ़ सकती है |
- एक बहुत गर्म हर्बल चाय बनायें और पीने से पहले उसकी भाप को अपने चेहरे पर तब तक लगने दें जब तक कि चाय पीने लायक ठंडी न हो जाये |
- नारियल तेल को गर्म पानी में डालकर गरारे करें, चाहें तो शहद, अदरक या नीम्बू भी मिला सकते हैं |
- अपने गले को आराम दें, बात न करें |
- गर्म ओटमील बनाकर खाएं, इससे राहत मिलेगी |
- अगर आपको बार-बार गले की खराश होती है तो अपना टूथब्रश बदलें, अन्यथा आप फिर से संक्रमित हो सकते हैं | जीवाणु टूथब्रश के ब्रिस्ल्स में जिंदा रह सकते हैं और फिर से संक्रमित कर सकते हैं |
- साइट्रस फ़ूड जैसे संतरे या अनार खाएं जो आपके शरीर को विटामिन सी देने में मदद करते हैं |
- उबलते पानी में शहद और नीम्बू का रस मिलायें | इसे पियें और आराम करें |
- चीखें नहीं | इससे गला और बदतर हो सकता है | अपने गले को आराम दें | नियमित रूप से गर्म पेय पीयें और लोज़ेन्ज़ेस लें |
चेतावनी
- अधिकांशतः गले की खराश होने वाली परेशानी सामान्य होती है जबकि लम्बे समय से या बार-बार होने वाली गले की खराश एक गंभीर परेशानी का चिन्ह हो सकता है | अगर आपको दर्द युक्त गले की खराश है जो कुछ दिनों में ठीक नहीं होती है तो अपने चिकित्सक की सलाह लें | वो एक थ्रोट कल्चर करवा सकते हैं |
- अगर आपको तो गले की खराश के साथ ही गर्दन में जकड़न और मांसपेशियों के दर्द की शिकायत भी है तो इंतज़ार न करें चिकित्सक को दिखाएँ, आपको फ्लू हो सकता है |
रेफरेन्स
- ↑ http://everydayroots.com/sore-throat-remedies
- ↑ http://www.nhs.uk/medicine-guides/pages/MedicineOverview.aspx?medicine=Vicks+Vaporub
- ↑ http://www.naturalremediescenter.com/4177/mustard-plaster-a-home-remedy-for-common-cold-with-runny-nose/
- ↑ http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/sore-throat/basics/lifestyle-home-remedies/con-20027360
- ↑ http://www.webmd.com/diet/features/medicinal-uses-of-honey?page=2
- ↑ http://www.webmd.com/vitamins-supplements/ingredientmono-945-Cayenne%20Pepper%20(CAPSICUM).aspx?activeIngredientId=945&activeIngredientName=Cayenne%20Pepper%20(CAPSICUM)
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- ↑ http://www.sciencedaily.com/releases/2005/01/050104112140.htm
- ↑ http://www.rd.com/slideshows/sore-throat-remedies-home-gargles/#slideshow=slide2
- ↑ http://healthcare.utah.edu/healthlibrary/related/doc.php?type=19&id=Garlic
- ↑ http://www.webmd.com/vitamins-supplements/ingredientmono-881-LICORIC E.aspx?activeIngredientId=881&activeIngredientName=LICORICE
- ↑ http://www.whfoods.com/genpage.php?tname=foodspice&dbid=68
- ↑ http://everydayroots.com/sore-throat-remedies
- ↑ http://well.blogs.nytimes.com/2007/10/12/the-science-of-chicken-soup/?_php=true&_type=blogs&_r=0
- ↑ http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/sore-throat/basics/lifestyle-home-remedies/con-20027360