कैसे किडनी को स्वस्थ रखें (kaise kare, swasth, naturally, kidney)

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इस तेज़ी से भागती-दौड़ती, तनाव से भरी हुई जिंदगी में हम कई तरह के टॉक्सिन के संपर्क में आते रहते हैं | फ़ास्ट फ़ूड के रूप में अस्वस्थकर चीज़ों को खाना, कैफीन जैसे उत्तेजक पेय पदार्थों को पीना और पार्टी करने की जीवनशैली को हम मनुष्यों ने अपने जीवन को जीने का तरीका बना लिया है | और हमारे सिस्टम में इस सभी चीज़ों से निकलने वाले टॉक्सिन को वास्तव में सहन कौन करता है ? एक जोड़ी बीन (bean) के आकार का अंग जो एब्डोमिन कैविटी (abdominal cavity) के एक-एक किनारे पर स्थिति होता है, जिन्हें किडनी कहते हैं। ये दिन-रात काम करती हैं, चौबीसों घंटे इन हानिकारक टॉक्सिन को फ़िल्टर करते रहते हैं | जब इन टॉक्सिन का लोड बहुत ज्यादा हो जाता है तो इसको सहन करने वाले इस अंग की अर्थात् किडनी की काम करने की क्षमता कम हो जाती है जिससे किडनी स्टोन, संक्रमण, सिस्ट, ट्यूमर होने की सम्भावना बढ़ जाती है और अंततः किडनी अपना काम करना बंद कर देती है | अपनी किडनी को साफ और स्वस्थ (detoxify) रखने के बारे में जानने के लिए यह लेख पड़ें |

विधि 1
विधि 1 का 3:

अपनी डाइट को डिटॉक्सिफ़ाय करें (diet detoxification, khan paan badle)

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 ज्यादा से ज्यादा पानी पियें:
    किडनी को नियमित रूप से डिटॉक्स या साफ़ करने के लिए सबसे ज्यादा ज़रूरी है कि प्राकृतिक, साफ़ पानी ज्यादा से ज्यादा पियें | हर दिन 10-12 गिलास पानी पीने से जमा हुए टोक्सिंस को फ़िल्टर करके बाहर निकालने में मदद मिलती है | इसका सबसे अच्छा संकेत है, साफ़ मूत्र निकलना जिसमे बहुत तेज़ गंध न हो | अगर मूत्र का रंग हलके पीले से बहुत ज्यादा गहरा हो तो इसका मतलब यह है की मूत्र बहुत सान्द्र या गाढ़ा है | साफ़ मूत्र का निकलना साफ़ फ़िल्टरिंग सिस्टम को दर्शाता है |[१] कोला, कॉफ़ी और अन्य इसी प्रकार के पेय पदार्थों के रूप में पाए जाने वाले तरल, नेचुरल वॉटर के उम्दा विकल्प नहीं होते |
    • विभिन्न प्रकार की चाय और जूस के द्वारा किडनी के डिटॉक्सिफिकेशन का दावा किया जाता है, और यह बिलकुल सही भी है | परन्तु, मेडिकली, केवल शुद्ध जल ही किडनी की मदद को प्रमाणित करता है | यह सही है कि विभिन्न चाय और जूस में उपयोगी पदार्थ हो सकते हैं जैसे विटामिन और मिनरल्स | परन्तु, इनमे कैफीन और चीनी की उच्च सांद्रता भी होती है जो आपकी किडनी के लिए हानिकारक हो सकती है | याद रखें, पानी ही सर्वोत्तम है |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 खूब सारे फल खाएं:
    पोटैशियम से भरपूर फल और सब्जियां किडनी को साफ़ करने में मदद करते हैं | साइट्रस फल जैसे अंगूर, संतरे, केंटालोप (cantaloupe), केला, कीवी, अखरोट, खूबानी ये सभी पोटैशियम के उम्दा स्त्रोत हैं |[२] दूध और दही भी पोटैशियम के अच्छे स्त्रोत हैं |
    • इन फलों को अपनी रोज़ की डाइट में शामिल करने से रक्त में इलेक्ट्रोलाइट के लेवल को बनाये रखने में मदद मिलती है जिससे किडनी अच्छी तरह से काम कर पाती है | एक गिलास अंगूर का रस प्रतिदिन सुबह या दोपहर में पीना, अतिरिक्त यूरिक एसिड (किडनी का एक सह उत्पाद) के निर्माण को साफ़ करके बाहर निकालने के लिए जाना जाता है |
    • पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का अंतर्ग्रहण संतुलित होना चाहिए | पोटैशियम का अत्यधिक अंतर्ग्रहण हाइपरकेलेमिया (hyperkalemia) नामक स्थिति उत्पन्न कर सकता है जो घातक होती है और इसके कारण कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) हो सकता है | जिन लोगों को किडनी की परेशानी जैसे किडनी फेलियर हो, उन्हें बहुत अधिक पोटैशियम नहीं लेना चाहिए | एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन 4.7 ग्राम पोटैशियम ही लेना चाहिए |[३]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 बेरीज को न भूलें !
    बेरीज जैसे क्रैनबेरी, ब्लैकबेरी या जामुन किडनी को साफ़ करने में मदद करती हैं | क्रैनबेरी में क़ुइनाइन (quinine) नामक पोषक तत्व पाया जाता है जो लिवर में मेटाबोलिक बदलावों की सीरीज से खुद को हिप्पुरिक एसिड (hippuricacid) में बदल लेता है | हिप्पुरिक एसिड किडनी में यूरिया और यूरिक एसिड की अधिकता को साफ़ करता है | हर दिन एक कप क्रैनबेरी या जामुन का रस किडनी को साफ़ रखने के लिए काफी होता है |[४]
    • वैज्ञानिक अध्ययन प्रमाणित करते हैं कि अपने एंटीबैक्टीरियल गुण के कारण क्रैनबेरी, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को रोकने में बहुत उपयोगी होती है |[५]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 अपनी डाइट में जौ (barley) को शामिल करें:
    जौ या बार्ली एक बेहतरीन अनाज है जिसका उपयोग किडनी को साफ़ करने के साथ ही अनियंत्रित डायबिटीज के कारण किडनी में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए भी किया जाता है | याद रखें, बार्ली किडनी का इलाज़ नहीं करता बल्कि अन्य विधियों के समायोजन के साथ किडनी के कार्यों को सुचारू बनाये रखता है | बार्ली एक साबुत अनाज (whole grain) है और बार्ली को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए रिफाइंड आटे के स्थान पर बार्ली के आटे का उपयोग करना बेहतर होता है |
    • बार्ली के उपयोग को बढाने का एक और उपाय है, रात में एक मुट्ठी बार्ली को पानी में भिगो दें और सुबह सबसे पहले उसके पानी को पियें | यह किडनी के टोक्सिन के निर्माण को साफ़ करता है और किडनी की मरम्मत करता है |[६] ऐसा भी देखा गया है कि बार्ली का नियमित उपयोग क्रिएटिनिन (creatinine) लेवल को बनाये रखने में मदद करता है या डायबिटीज के केस में इसे सामान्य की अपेक्षा कम कर देता है |[७]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अल्कोहल, कैफीन और...
    अल्कोहल, कैफीन और चॉकलेट जैसी चीज़ों से दूर रहें: हालाँकि वैज्ञानिक में आज भी इस बारे में मतभिन्नता है, लेकिन जो चीज़ें नहीं लेना चाहिए उनकी संभावित लिस्ट में अल्कोहल, कैफीन, चॉकलेट, नट्स और प्रोसेस्ड फूड्स शामिल हैं |[८] इन्हें लेने की बहुत अधिक सिफारिश नहीं की जाती क्योंकि ये आपकी किडनी के लिए अच्छे नहीं होते और आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं | आप चाहे डेटोक्स हों या नहीं, इस बात की परवाह किये बगैर इन चीज़ों के अंतर्ग्रहण को सीमित करना ही सबसे अच्छा होता है |
    • हालाँकि, किडनी के लिए कोई भी अध्ययन इन दावों के समर्थन में कोई निश्चित परिणाम युक्त प्रमाण नहीं देते कि इन चीज़ों को नहीं लेना चाहिए | आज तक इस विषय पर कोई अंतिम परिणाम प्राप्त नहीं किया गया है |
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 प्रोटीन लेने से बचें:
    केवल एक प्रकार के खाद्य पदार्थ हैं जो किडनी के लिए उचित नहीं है और वे हैं हाई-प्रोटीन फूड्स | आपने ऐसा पहले नहीं सुना होगा, है न! लेकिन ये हानिकारक होते हैं क्योंकि इनके पाचन और मेटाबोलिज्म से अत्यधिक मात्रा में बेकार के सह-उत्पाद निकलते हैं | ये बेकार के सह-उत्पाद क्रिएटिनिन (creatinine) कहलाते हैं और इसीलिए मुख्य रूप से किडनी के रोगियों में क्रिएटिनिन लेवल को चेक किया जाता है | अगर क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ता है तो फिर किडनी के फ़िल्टर करने और उत्सर्जन करने वाले कामों में परेशानी आने लगती है | इस कारण क्रिएटिनिन लेवल को कम बनाये रखने के लिए कम प्रोटीन खाएं |
    • किडनी के रोग जैसे रीनल फेलियर (renal failure) वाले वयस्कों के लिए, प्रोटीन को सीमित मात्रा में केवल 0.8 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट प्रतिदिन ही लेने की सिफारिश की जाती है | यह मात्रा KDOQI (National Kidney Foundation Kidney Disease Outcomes Quality Initiative) क्लिनिकल प्रैक्टिस गाइडलाइन्स एंड क्लिनिकल प्रैक्टिस रिकमेन्डेशन फॉर डायबिटीज एंड क्रोनिक किडनी डिसीज के अनुसार निर्धारित की गयी है | इसलिए आमतौर पर 60 किलोग्राम के पुरुष को केवल 48 ग्राम प्रोटीन ही प्रतिदिन लेना चाहिए | मौटे तौर पर कहें तो दिन में एक बार एक चीज़ स्लाइस लेनी चाहिए |
    • कुछ भी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें | प्रोटीन आपकी डाइट का बहुत आवश्यक तत्व होता है लेकिन फिर भी किडनी सम्बंधित मरीजों को इसे नहीं लेना चाहिए |
विधि 2
विधि 2 का 3:

नेचुरल आयुर्वेद विकल्पों को बढ़ावा दें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 सिंहपर्णी या डंडेलिओन (dandelion) को आजमायें:
    डंडेलिओन एक ऐसी हर्ब है जिसका उपयोग खाद्य पदार्थ संयोजक के रूप में विभिन्न प्रिपरेशन जैसे सलाद, सजाने के लिए, चाय, कॉफ़ी और चॉकलेट में किया जाता है | डंडेलिओन पोटैशियम से भरपूर होता है और यह डाइयुरेटिक के समान काम करती है अर्थात् यह शरीर से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में मदद करती है |
    • क्लीनजिंग एजेंट के रूप में, डंडेलिओन मदर टिंचर की लगभग 10-15 बूँद दिन में तीन बार लेना किडनी को डेटोक्स करने में लाभकारी होता है और इसे सुरक्षित रूप से लगातार छह महीने तक उपयोग किया जा सकता है |[९]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 उवा उर्सी (uva...
    उवा उर्सी (uva ursi), बियर बेरी (bear berry) या बेयर्स ग्रेप (bear’s grape) का प्रयोग करें: यह किडनी को डेटोक्स करने के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक सप्लीमेंट है | यह सूजन को ठीक करने और संक्रमण या स्टोन में कारण किडनी के ऊतकों में लगने वाली चोट की मरम्मत करने में मदद करता है | इसमें अर्बुटिन (arbutin) नामक ग्लायकोसाइड पाया जाता है जिसमे एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं और इसीलिए यह यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण के इलाज़ में मदद करता है | आजकल यह ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध है।
    • इसके और भी फायदे हैं, यह मसल्स रेलेक्सेंट की तरह काम करती हैं जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट की सूजन को कम करने में मदद मिल जाती है | यह मूत्र के अम्लीय पदार्थों को उदासीन कर देता है जिससे संक्रमण के कारण होने वाली जलन में राहत मिल जाती है |
    • इस सप्लीमेंट का प्रयोग सुरक्षित होता है परन्तु, लिथियम जैसी एंटीसायकोटिक ड्रग्स (anti-psychotic drugs) लेने वाले लोगों को सावधानी रखनी चाहिए | उवा उर्सी (uva ursi) लिथियम को शरीर से बाहर निकालने वाले मार्ग को बाधित कर सकता है और इससे रक्त में लिथियम का लेवल बढ़ सकता है जो जहरीला या घातक साबित होता है |[१०] इसलिए, अन्य दवाएं लेने वाले लोगों को किडनी को डेटोक्स करने के लिए उवा उर्सी के प्रयोग करते समय सावधानी रखनी चाहिए |
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 गोक्षुर (gokshura) के उपयोग के बारे में सोचें:
    यह एक आयुर्वेदिक सप्लीमेंट है जो किडनी को स्वस्थ रखता है और बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण वाले लोगों और बार-बार किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी होता है | यह मूत्र के प्रवाह को बनाये रखने में मदद करता है और यूरिनरी मेम्ब्रेन को शांत और ठंडा रखता है जिससे दर्द में राहत मिलती है | इसके अलावा, इसमें एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जिससे यह मूत्राशय या ब्लैडर को संक्रमण से बचाता है |
    • गोक्षुर (gokshura) का एक कैप्सूल दिन में एक या दो बार खाने से किडनी की कार्यों को सुचारू रूप से बनाये रखने में मदद मिलती है |[११]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 यूरोपियन बर्बेर्री (european barberry) का उपयोग करें:
    यह किडनी के स्टोन को निकालने के लिए विख्यात एक बहुत पुराना सप्लीमेंट है | होमियोपैथी में, इस हर्ब से मदर टिंचर तैयार किया जाता है जिसे बेर्बेरिस वल्गेरिस (berberis vulgaris) कहा जाता है, यह किडनी स्टोन के दर्द से पीड़ित लोगों को राहत देता है और सर्जरी से बचाता है | परन्तु, स्टोन का साइज़ मूत्रमार्ग के व्यास से छोटा होना चाहिए अन्यथा बड़ा स्टोन बाहर निकलते समय मूत्रमार्ग की एपिथेलियम लेयर को नुकसान पहुंचा सकता है |[१२]
    • 10-15 बूँद मदर टिंचर को थोड़े से पानी में मिलाकर दिन में तीन बार पीने से अक्सर कुछ ही सप्ताह में स्टोन निकल जाता है |
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 वैकल्पिक दवाएं लेने...
    वैकल्पिक दवाएं लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से बात करें: यह डिटॉक्स कमज़ोर स्वास्थ्य वाले लोगों के लिए नहीं है, और न ही यह दवायें किसी बैलेंस्ड डाइट का हिस्सा हैं। इनसे होने वाले फायदे भी तभी होते हैं जब आप इन्हें सही तरह से एक विशेषज्ञ की देखरेख में इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही, यह जरूरी नहीं की कोई दवा विशेष अगर आपके मित्र के लिए फायदेमंद थी तो आपके लिए भी होगी। इसलिए इन्हें प्रयोग करने से पूर्व एक हेल्थ प्रोफेशनल से सलाह लें |
    • ब्लड प्रेशर या डायबिटीज के लिए ली जाने वाली विशेष दवाएं इन डाइट से प्रतिक्रिया कर सकती हैं | इसलिए विशेष प्रकार की दवाओं को लेते समय सावधानी बरतना चाहिए | उदाहरण के लिए, एंटी-हाइपरटेंसिव ग्रुप की दवाएं जैसे ACE इन्हिबिटर्स जो रेमिप्रिल (ramipril), लिसिनोप्रिल (lisinopril), बेन्जेप्रिल (benzepril ) जैसे ट्रेड नाम से मिलती हैं, रक्त में पोटैशियम के लेवल को बढ़ा देती हैं | इसके साथ ही, अगर अगर आप हाई पोटैशियम वाली डाइट लेते हों तो विशेषरूप से रक्त में पोटैशियम लेवल बढ़ सकता है जो घातक हो सकता है | असामान्य क्रिएटिनिन लेवल वाले रोगियों को प्रोटीन की उच्च मात्रा वाली डाइट लेने से बचना चाहिए |
    • इस प्रकार, किडनी डेटोक्स प्रोग्राम का लाभ केवल स्वस्थ लोगों को ही नहीं मिलता बल्कि इसका लाभ बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण या किडनी स्टोन होने वाले लोगों को भी मिल सकता है |
विधि 3
विधि 3 का 3:

गंभीर केस को संभालें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 किडनी की गंभीर...
    किडनी की गंभीर समस्याओं के लिए चिकित्सीय उपचार लें: प्राकृतिक डिटॉक्सीफिकेशन आपके शरीर को शक्ति देने और किडनी की छोटी-मोटी क्षति को ठीक करने के लिए प्रभावशाली हो सकती है | परन्तु, किडनी स्टोन, संक्रमण, ट्यूमर या सिस्ट जैसी गंभीर स्थितियों से पीड़ित होने पर प्राकृतिक उपचारों से कोई लाभ नहीं मिल पाता | विशेषरूप से गंभीर केसेस में किडनी के ठीक तरह से काम न करने पर अंग काम करना बंद कर सकते हैं और सिस्टम बंद हो सकते हैं | सचेत रहें और स्थिति को जल्दी पहचानें |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 किडनी में होने वाले संक्रमण को डायग्नोज़ करें:
    किडनी के संक्रमित होने पर होने वाले सामान्य लक्षण हैं- बुखार और कंपकपी; थकान, भ्रम और भूख कम होना; पीठ और पार्श्वों में दर्द जहाँ आपकी किडनी होती है; रक्त युक्त, धुंधली या दुर्गन्ध युक्त पेशाब; और पीड़ादायक, बार-बार होने वाला मूत्रत्याग |[१३] अगर आपको इनमे से अधिकतर लक्षण अनुभव हों या आपको चिंता हो कि आपको किडनी का संक्रमण न हो जाए तो डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें | अगर इन लक्षणों के साथ ही मूत्र में खून आये, मिलती या उल्टियाँ हों तो तुरंत चिकित्सीय मदद लें |[१४]
    • किडनी के गंभीर संक्रमण के कारण जीवन को खतरे में डालने वाले जोखिम हो सकते हैं | इसे हलके में न लें!
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 किडनी स्टोन के लक्षणों को जानें:
    हर 20 में से एक व्यक्ति को अपने जीवन के किसी न किसी बिंदु पर किडनी स्टोन का सामना करता है और इसकी सम्भावना आपको भी हो सकती है |[१५] अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण अनुभव हों तो तुरंत जल्दी से जल्दी डॉक्टर को दिखाएँ या आपातकाल कक्ष के प्रमुख को दिखाएँ:
    • पेट के निचले हिस्से और पीठ में, पसलियों के नीचे की ओर दर्द होना | यह दर्द पेट के निचले हिस्से और दोनों जांघों के बीच के हिस्से तक फ़ैल सकता है | इसमें दर्द एक लहर की तरह और तेज़ी के साथ होता है |
    • पीड़ादायक मूत्रत्याग, जिसमे सामान्य की अपेक्षा ज्यादा मूत्र त्यागने की ज़रूरत होती है और मूत्र कम मात्रा में आता है |
    • गुलाबी, लाल या ब्राउन रंग का मूत्र, जो धुंधला और दुर्गन्ध युक्त होता है |
    • मितली, उल्टियाँ और कंपकपी |[१६]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 प्राकृतिक उपचारों की सीमा को समझें:
    किडनी डिटॉक्स करना अन्य रिकवरी प्रोग्रामों के लिए सप्लीमेंट बन सकता है और यह सामान्य स्वास्थ्य को बनाये रखने का एक बेहतरीन उपाय है | परन्तु, किडनी की गंभीर समस्याओं में सर्जरी, प्रिस्क्रिप्शन, या डायलिसिस की ज़रूरत हो सकती है | अगर आप एक पीड़ादायक या गंभीर स्थिति के उपचार के लिए किडनी को डिटॉक्स करने की कोशिश कर रहे हों तो किसी भी रेडिकल डाइट या सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ले लें |

सलाह

  • जब आप अपनी किडनी को डिटॉक्सिफाय करें तब दो बातों का ध्यान रखें: हाई प्रोटीन डाइट लेने से बचें और खूब सारा पानी पियें |

विकीहाउ के बारे में

विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को पूरा करने में और इसकी गुणवत्ता को सुधारने में समय समय पर, 13 लोगों ने और कुछ गुमनाम लोगों ने कार्य किया। यह आर्टिकल ६३,३५७ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: स्वास्थ्य

मेडिकल डिस्क्लेमर

इस आर्टिकल में दिया गया कॉन्टेंट किसी भी तरह की प्रोफेशनल मेडिकल एडवाइस, एग्जामिनेशन, डॉयग्नोसिस या ट्रीटमेंट की तरह यूज़ करने के लिए नहीं है या उसकी जगह नहीं ले सकता। अपने किसी भी तरह के हेल्थ ट्रीटमेंट को शुरू करने, रोकने, या बदलने से पहले अपने डॉक्टर या किसी क्वालिफाइड हेल्थ केयर प्रोफेशनल से सलाह जरूर लें।

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ६३,३५७ बार पढ़ा गया है।

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