कैसे पेनिस के यीस्ट इन्फेक्शन (penile yeast infection) को ठीक करें

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महिलाओं में यीस्ट इन्फेक्शन होना बहुत आम बात है लेकिन पुरुषों में भी जेनाईटल यीस्ट इन्फेक्शन होने की संभावना उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब वे विशेषरूप से पहले से इन्फेक्टेड पार्टनर के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाते हैं | यह इन्फेक्शन पुरुषों में आमतौर पर पेनिस के बाहर की स्किन में दिखाई देता है | पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन अधिकतर खतना (circumcised) किये गये पुरुषों की तुलना में खतना न किये गये पुरुषों को ज्यादा होता है क्योंकि पेनिस का खतना होने के बाद ग्लांस (glans) हवा में एक्सपोज हो जाता है और ड्राई और ठंडा रहने लगता है जबकि यीस्ट को पनपने और सर्वाइव करने के लिए हीट और नमी की जरूरत होती है |

विधि 1
विधि 1 का 2:

इन्फेक्शन का इलाज़ करें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 क्लोट्रीमेजोल क्रीम (clotrimazole cream) लगायें:
    यह एक स्थानीय एंटीफंगल क्रीम है जिसका इस्तेमाल फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है |[१] इसका इस्तेमाल यीस्ट इन्फेक्शन, दाद, खाज, खुजली और एथलिट फुट जैसे स्किन इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है | ये क्रीम आपको बाज़ार में मिल जाएगी लेकिन सीवियर या लम्बे समय तक बने रहने वाले इन्फेक्शन के लिए प्रिस्क्रिप्शन स्ट्रेंग्थ वाली क्रीम का इस्तेमाल करें |
    • पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन से ग्रसित पुरुष, जिनकी स्किन बहुत कठोर हो गयी हो, वे अपने पेनिस की प्रभावित स्किन पर 1% क्लोट्रीमोजोल क्रीम एक फुल एप्लीकेटर भरकर रात को सोते समय लगाएं | इस लगातार सात दिन तक दिन में एक बार लगाना चाहिए |
    • इसके साइड इफेक्ट्स के रूप में खुजली, जनरल स्किन इर्री टेशन, पपड़ी बनना, फफोले, सूजन और लाल चकत्ते हो सकते हैं |
    • इसके अलावा जिन एंटीफंगल क्रीम का इस्तेमाल इस इन्फेक्शन को ठीक करने में किया जाता है, उनमे शामिल हैं- miconazole और imidazole creams |[२]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 फ्लुकोनाज़ोल ( fluconazole (Diflucan))लें:
    हालाँकि स्थानीय एंटीफंगल ही पहली चॉइस होती हैं लेकिन लगातार बने रहने वाले या सीवियर इन्फेक्शन में ओरल एंटीफंगल मेडिकेशन भी लेने पड़ सकते हैं फ्लुकोनाजोल केवल डॉक्टर के पर्चे से ही मिलती है और इस कंडीशन के लिए डॉक्टर के द्वारा लिखी जाने वाली यह सबसे कॉमन ओरल एंटीफंगल मेडिसिन है |[३]
    • इसके कॉमन साइड इफेक्ट्स हैं- सिरदर्द, मितली और पेटदर्द | बहुत ही कम होने वाले साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं- डायरिया, रेशेस, ब्लड में पोटैशियम का लेवल कम होना, दौरे आना और श्वेतरक्त कणिकाओं (WBCs) या ब्लड प्लेटलेट की संख्या कम हो जाना |[४]
    • ओरल एंटीफंगल मेडिकेशन के रूप में निज़ोरल (Nizoral) का इस्तेमाल बहुत पॉपुलर है लेकिन इसके कारण सीवियर लिवर डैमेज हो सकते हैं इसलिए डॉक्टर इसे तभी देते हैं, जब दूसरी एंटीफंगल दवाएं उपलब्ध न हों या उनके कोई असर न हो रहा हो |[५]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 ऑर्गनिक कोकोनट ऑइल का इस्तेमाल करें:
    यह चिकित्सीय प्रयोगसिद्ध एंटीफंगल होता है जो कठोर स्किन पर यीस्ट सेल के न्यूक्लियस और प्लाज्मा दोनों को नष्ट कर देता है | इसे आप प्रभावित एरिया पर डायरेक्ट लगा सकते हैं |[६]
    • यह सेक्स के लिए एक बेहतरीन पर्सनल लुब्रिकेंट की तरह काम करता है और इसके अलावा एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर तक यीस्ट इन्फेक्शन को पहुँचने से भी रोकता है |
    • इसके अलावा, पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन से पीड़ित पुरुष इन्फेक्शन ख़त्म होने तक हर बार खाना खाने से पहले एक छोटी चम्मच इस ऑइल को पी भी सकते हैं |
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 ऑर्गनिक मेडिटरेनीयन ऑरेगैनो...
    ऑर्गनिक मेडिटरेनीयन ऑरेगैनो ऑइल का इस्तेमाल करें: यह पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन के लिए एक इफेक्टिव एंटीफंगल के रूप में काम करता है, विशेषरूप से जब स्किन भी हार्ड हो गयी हो |[७] इस ऑइल को डायरेक्टली इन्फेक्टेड पेनाइल स्किन पर लगाया जाता है जो कठोर स्किन के अंदर समा जाता है और यीस्ट सेल को नष्ट कर देता है |
    • ध्यान रखें कि ऑर्गनिक मेडिटरेनीयन ऑरेगैनो ऑइल को कोकोनट ऑइल या ऑलिव ऑइल में 2:1 के अनुपात में मिलाकर डायल्युट कर लेना चाहिए जिससे स्किन जल नहीं पाती |
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 पोटैशियम सोर्बेट का एक पेस्ट बनायें:
    यह एक ऐसा पदार्थ होता है जिसका इस्तेमाल बियर बनाते समय यीस्ट की ग्रोथ को रोकने के लिए किया जाता है और इसे यीस्ट इन्फेक्शन के कारण कठोर हुई स्किन पर भी लगाया जा सकता है |[८]
    • पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन का इलाज़ करने के लिए पोटैशियम सोर्बेट बहुत मददगार साबित होता है क्योंकि यह पेनिस में यीस्ट की ग्रोथ नहीं होने देता और उसे रोक देता है |
    • पेस्ट बनाने के लिए थोडा सा पानी इस्तेमाल करें और फिर इस पेस्ट को डायरेक्ट पेनिस की इन्फेक्टेड स्किन पर लगा लें |
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 लेमन जूस ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करें:
    लेमन जूस में विटामिन C की भरपूर मात्रा होती है जो स्किन की pH वैल्यू को रिस्टोर करने में मदद करता है | इसलिए इसका इस्तेमाल पेनाइल यीस्ट इन्फ़ीक्तिओन के इलाज़ में किया जा सकता है क्योंकि यह यीस्ट सेल को सर्वाइव करने के लिए उचित वातावरण नहीं देता |
    • पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन से प्रभावित पुरुष, एक चौथाई गैलन पानी मेड़ो बड़ी चम्मच लेमन जूस मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं | इसके लिए वे पेनिस के प्रभावित एरिया को गर्म पानी में भिगो सकते हैं |
    • यह इलाज़ पेनिस पूरी तरह से ठीक होने तक दिन में तीन बार करना चाहिए |
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 क्रैनबेरी जूस पियें:
    क्रैनबेरी जूस स्किन को कठोर बना देने वाले पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन की बेहतरीन रेमेडी है | यह यीस्ट इन्फेक्शन को ब्लैडर के इन्फेक्शन में बदलने से रोक देता है |[९] इसके अलावा, यह शरीर के लिए लाभकारी एसिडोफिलस बैक्टीरिया के लेवल को भी बढाता है |
    • पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन से पीड़ित पुरुष को लक्षण खत्म होने तक रोज़ दिन में दो बार क्रैनबेरी जूस पीना चाहिए |
  8. How.com.vn हिन्द: Step 8 स्किन को ड्राई रखें:
    नमी वाले वातावरण से यीस्ट की वृद्धि होती है इसीलिए पुरुषों को ध्यान रखना चाहिए कि अपने जेनाईटल एरिया को नहाने के बाद एक साफ़, ड्राई टॉवल से पोंछकर ड्राई और ठंडा रखें |[१०]
    • जेनाईटल एरिया के अतिरिक्त हेयर्स भी हटा लेना चाहिए क्योंकि ये उस एरिया को नम बनाये रखते हैं और पसीना और नमी वाली कंडीशन यीस्ट कॉलोनी के लिए सबसे बेहतर जगह बन जाती है |
विधि 2
विधि 2 का 2:

पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन को समझें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन के लक्षणों को पहचानें:
    इस इन्फेक्शन के मुख्य लक्षण हैं:[११]
    • पीड़ा और इर्रीटेशन: पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन से पीड़ित पुरुषों को पेनिस के हेड पर लाल रंग के रेशेस अनुभव होंगे | पेनिस की टिप पर खुजली और जलन होने लगती है जो काफी इर्रीटेटिंग होती है | यूरिन पास करते समय बहुत ज्यादा जलन भी हो सकती है |
    • डिस्चार्ज: इस इन्फेक्शन में पेनिस से एक सफ़ेद पदार्थ आता हुआ दिखाई देता है जो वेजाइनल इन्फेक्शन में होने वाले डिस्चार्ज के समान ही होता है | इस डिस्चार्ज से बदबू भी आ सकती है |
    • इंटरकोर्स के दौरान परेशानी होना: इस इन्फेक्शन से पीड़ित पुरुष को सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान पीड़ा, इर्रीटेशन और पेनिस की सूजन के कारण काफी परेशानी हो सकती है |
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 कारण और रिस्क फैक्टर्स जानें:
    इस इन्फेक्शन के सबसे कॉमन कारण और रिस्क फैक्टर्स हैं:[१२]
    • सेक्सुअल ट्रांसमिशन:सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज के समान ही यीस्ट इन्फेक्शन बी सेक्सुअल कांटेक्ट से ट्रांसमिट हो सकता है | किसी यीस्ट इन्फेक्शन से इन्फेक्टेड महिला के साथ असुरक्षित यौन समबन्ध बनाने से किसी भी पुरुष को पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन हो सकता है |
    • एंटीबायोटिक्स: हालाँकि इनका सेवन सेक्सुअल ट्रांसमिशन की तुलना में बहुत कम देखा जाता है लेकिन लम्बे समय तक एंटीबायोटिक्स के सेवन से पुरुषों में पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन हो सकता है |
    • डायबिटीज:यीस्ट ग्लूकोस से बहुत अच्छी तरह से वृद्धि करते हैं इसीलिए डायबिटिक पुरुषों को उनके ब्लड शुगर बढ़ने के कारण यीस्ट इन्फेक्शन होने की सम्भावना बहुत ज्यादा होती है |
    • फूड्स: टिपिकल इंडियन डाइट से पुरुषों में पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन होने के चांसेस बढ़ जाते हैं | गेहूं, बार्ली, ओट्स, मूंगफली, रेड एप्पल और कॉर्न अपने हाई ग्लूकोस कंटेंट के कारण शरीर में यीस्ट ग्रोथ को बढ़ा देते हैं जो यीस्ट के लिए भोजन का काम करता है |
    • नॉनोजायनोल-9 (Nonoxynol-9): यह एक स्पर्म किलर दवा है जो कंडोम लुब्रिकेंट में पाया जाता है | इस पदार्थ को पुरुषों में यीस्ट इन्फेक्शन से सम्बंधित माना जाता है |
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 डायग्नोसिस के लिए डॉक्टर को दिखाएँ:
    अगर आपको लगता है कि आपको पेनाइल यीस्ट इन्फेक्शन है तो खुद डायग्नोसिस करने और इलाज़ करने की बजाय डॉक्टर को दिखाना जरुरी होता है | भले ही कई घरेलू उपचार और बाज़ार में मिलने वाली दवाएं उपलब्ध हों, फिर भी डॉक्टर आपकी हेल्थ के लिए विशेषरूप से बेहतर ऑप्शन देते हैं और कुछ STDs जैसे समान लक्षणों वाली दूसरी कंडीशन से भिन्नता बता सकते हैं |[१३]
    • अगर इसका इलाज़ सही तरीके से न किया जाए तो स्कारिंग, ग्लैंड्स में सूजन और मूत्रत्याग में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं | अगर इस इन्फेक्शन को फैलने का समय मिल जाता है तो यीस्ट इन्फेक्शन ब्लडस्ट्रीम में भी पहुँच सकता है |[१४]

चेतावनी

  • जब पेनिस की स्किन यीस्ट इन्फेक्शन से इन्फेक्टेड हो जाती है तो हार्ड हो जाती है क्योंकि इन्फेक्शन के विरुद्ध डिफेन्स के रूप में स्किन सेल्स मैक्रोफेज का भोजन बन जाती हैं | यह कठोर स्किन इरेक्शन के दौरान क्रैक हो सकती है जिससे बहुत ज्यादा दर्द होता है |
  • अगर इसे अनदेखा किया जाता है तो यीस्ट इन्फेक्शन यूरिथ्रा तक पहुँच सकता है और इस पॉइंट पर मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है क्योंकि इसके कारण लोअर या अपर यूरिनरी ट्रैक्ट ऑबस्ट्रक्शन (lower or upper tract obstruction) जैसे सीरियस कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं |

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Scott Tobis, MD
सहयोगी लेखक द्वारा:
बोर्ड सर्टिफाइड यूरोलॉजिस्ट
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Scott Tobis, MD. डॉ. स्कॉट टोबिस एक बोर्ड प्रमाणित यूरोलॉजिस्ट हैं। सात वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ, वह मूत्र संबंधी कैंसर, प्रोस्टेट वृद्धि, पुरुष नसबंदी, गुर्दे की पथरी, बार-बार/तत्काल पेशाब, स्तंभन दोष, असंयम और मूत्र में रक्त जैसी मूत्र संबंधी स्थितियों के रोगियों का इलाज करने में माहिर हैं। डॉ टोबिस ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता बारबरा से सेलुलर और विकासात्मक जीवविज्ञान में बीएस और डार्टमाउथ मेडिकल स्कूल से एमडी किया है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड डेंटिस्ट्री में यूरोलॉजिक सर्जरी में जनरल सर्जरी और रेजीडेंसी में अपनी इंटर्नशिप पूरी की और सिटी ऑफ होप नेशनल मेडिकल सेंटर में यूरोलॉजिक ऑन्कोलॉजी एंड रोबोटिक सर्जरी में फेलोशिप की। डॉ टोबिस अमेरिकन बोर्ड ऑफ यूरोलॉजी के राजनयिक हैं। यह आर्टिकल ६२,२२८ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: स्वास्थ्य
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