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यद्यपि ये सोचना आसान है कि वो वही है पर कैसे पता करें कि वो आपका प्यार है। ये जांचने के लिए कि आप उसको लेकर गंभीर है - और वो आपके प्यार के लायक है - पढ़िए ये कुछ चुनिंदा सुझाव और तरीके।
चरण
- क्या आप उसके साथ कुछ मैजिकल महसूस करती है: उसे आपको एक नायिका की तरह आभास कराना चाहिए। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप कुछ भी करने का हौसला रखती है। आपको ज़िन्दगी की मुश्किलों से डर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वो आपको विश्वास दिलाता है कि आप इन सब परेशानियों से लड़ने की हिम्मत रखती है। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप सारी दुनिया से लड़ सकती है और जीत सकती है।
- क्या आप उसके सामने खुद को सहज पाती हैं: इसका कतई ये अर्थ नहीं की बस आपके परिवार और खास दोस्तों को ही पता हो कि आप कितनी भोली है, उसे भी दिखना चाहिए कि आप कितनी नाजुक है, चाहे ये बिना मेक-अप के हो, या कसरत के बाद पसीने से तरबतर हो, या जब आप डरी हुई हो या रो रही हो।
- निश्चित करें कि आपको उसके साथ रहकर शर्म जैसी भावना न आती हो: क्या आपको उसके सामने कुछ चीज़े या भावनाएं छिपानी पड़ती है। अगर आपको लगता है कि आपको उससे अपने या अपनी ज़िन्दगी के बारे में कुछ बातें छिपानी पड़ रही है तो वो वह व्यक्ति आपका प्यार नहीं है। उसे आपसे बिना शर्तों के प्यार होना चाहिए, अगर आपको लगता है कि वो आपको आपके शरीर को देख कर आंकेगा जैसे कि सर्दी के दिनों में आपके पैरों पर बाल हो, तो वो व्यक्ति आपका प्यार नहीं है।
- देखें कि आप अपने भविष्य के बारे में कितनी बार सोचती है: कितना अक्सर आप भविष्य में अपने जन्मदिन या छुट्टियों में एक दूसरे के साथ आराम मनाते हुए सोचती है? क्या आप उसके साथ अपने मकान, पालतू पशु, या अपने बच्चों के बारें में कल्पना करती है?
- ध्यान दें जब वो आपसे कहे "मैं तुमसे प्यार करता हूँ ": यह अच्छी बात है कि वो जवाब में कहे मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ पर ध्यान रखे कि हमेशा पहला इजहार करने वाले सिर्फ आप ही न हो। कभी कभी उसे भी आपसे कहना चाहिए। इससे पता चलता है कि वो आपका ख्याल रखता है और इस बारे में सोचता है न की सिर्फ वो रिश्ते बनाने के कोई सूत्र अपना रहा हो और उम्मीद करता हो की सारी बात बन जाएगी।
- अगर वो न कहे तो बहुत ज़्यादा चिंता न करें। कुछ पुरुष अपनी भावनाएं जाहिर करने में बहुत शर्मीले होते है। उनसे पूछे कि वो क्यों कभी पहले इजहार नहीं करते, उन्हें बताये कि आप उनसे ये सुनना चाहती है। इससे उसे थोड़ा सहज महसूस होगा।
- निश्चित करें कि वो आप पर आपके राजी होने से पहले ही अंतरंग होने के लिए दबाव न डाल रहा हो: कोई अगर आपकी इच्छा से पहले ही आपके शरीर से आनंद लेना चाहता है इसका अर्थ है कि उसके दिमाग में आपकी जरूरतों के बारे में कोई खयाल नहीं है। (और अगर वो शारारिक संबंध की इच्छा को लेकर अपने आप पर काबू न रख पाये तो निश्चित ही वो पारिवारिक जीवन शुरू करने या उसमे समर्पित होने से पीछे हट जायेगा।)
- ध्यान दें कि क्या वो आपको काबू में रखने की कोशिश करता है: अगर वो बार बार आपको बताता है क्या करना चाहिए और क्या नहीं, आपकी ज़िन्दगी को अपने काबू में लेना चाहता है, या आपकी भावनाओं को बदलने की कोशिश करता है सिर्फ इसलिए कि आप उसकी मन मुताबिक चले तो सावधान हो जाइये। ये व्यक्ति रिश्तों को लेकर डाँवाडोल रहता है और रिश्ते में अपनी ताकत ज़्यादा मानता है। वो जो आपका प्यार है आपके साथ सुरक्षित रहेगा और आपको आपके वास्तविक रूप में स्वीकार करेगा।
- गौर करें कि वो आपको उसके दोस्तों से मिलाता है या नहीं: अगर वो आपको उसकी सामाजिक योजनाओं में शामिल करने से मना करता है या पिछली रात को अपने दोस्तों के साथ क्या किया बताने से कतराता है तो इसका स्वाभाविक अर्थ है कि वो आपको अपनी ज़िन्दगी में शामिल करने का इच्छुक नहीं है। और हो सकता है कि वो कुछ बहुत भद्दा करने की फ़िराक में हो।
- ध्यान दें कि वो आपके भविष्य की ओर इशारा करता है या नहीं: अगर आप रिश्ते के उस चरण में नहीं है जहाँ आप दोनों भविष्य की संभावनाओं को लेकर खुल कर बात करते हो तो ध्यान दें कि क्या वो भविष्य को लेकर कभी कोई संकेत देता है या नहीं। चाहे हल्का सा ही सही, जैसे कि वो सोचता हो कि आने वाले किसी कार्यक्रम के लिए आप दोनों मिलकर क्या करना चाहते है तो यह एक अच्छा संकेत है।
- अगर वो आपके सामने बहुत जल्दी प्रस्ताव रख दे (उदारहण, १ साल पहले), तो कुछ समय सोचे कि वो इतनी जल्दी में क्यों है। और अगर आप भी हाँ कहना चाहती है तो उसे लम्बे समय तक एक दूसरे के साथ रहने का सुझाव दें।
- अगर बहुत लम्बे अरसे बाद भी (जैसे १ साल) वो आपके साथ भविष्य को लेकर कोई बात नहीं करता तो समझ लीजिये वो आपके साथ रहने की सोच भी नहीं रहा है।
- देखें कि क्या आप उसका जन्मदिन या आपकी सालगिरह या उससे जुड़ा कोई भी खास दिन याद रख पाती है या नहीं: ये जांचने का एक तरीका है कि क्या वो जब आपके पास नहीं रहता तब भी आपके ख्यालों में हावी रहता है या नहीं। ये किसी के द्वारा आपकी ज़िन्दगी में मुकाम बनाने का एक तरीका है, हाँ लेकिन आपके दिल-दिमाग में पूरी तरह घर करने के लिए कुछ और भी चाहिए।
- देखें कि क्या आप उसकी तब भी तारीफ करती है जब वो अपने बेस्ट रूप में न हो: क्या आप खुद को उसके प्रति आकर्षित पाती है जब उसके दातों में खाना लगा हो या हेलमेट से गिरा बाल लगा हो। या वो आपके लिए कैसा सजा-संवरा है देखकर आपका आकर्षण उतरता चढ़ता रहता है?
- देखें कि क्या आप उसे अपनी ज़िन्दगी में शामिल करने को लेकर उत्साहित है: उसे अपने दोस्तों से मिलाने की इच्छा या अपने परिवार में शामिल करना एक बहुत बड़ी विश्वास की बात है। इसके विपरीत, अगर आप अपने रिश्ते को लेकर डरी हुई है तो मन ही मन कोई या कोई बहाना ढूंढ ही लेगी ताकि आप उसे अपने दोस्तों से न मिला सको या उसके बारे में बात करने से बच सको।
- क्या आप उसे अपनी पारिवारिक योजनाओं में शामिल करती है या अपने पारिवारिक अवकाश के दिनों में साथ चलने के लिए आमंत्रित करती है (या मान लेती है कि उसे बिना बुलाये ही आ जाना चाहिए)?
- क्या आप उसे अपने परिवार को साथ लेकर चलने में मदद करती है, ये जरुरी है कि वो लोग भी आपको पसंद करें।
- क्या आप उसे सलाह देती है कि खाना बनाना, सफाई करना आदि विषयों पर सलाह के लिए आपकी माँ से बात करें।=== आप एक साथ कैसे काम करते हैं ===
- देखें कि आप दोनों एक दूसरे को कैसे बदलते है: जब हम किसी व्यक्ति के साथ बहुत वक़्त बिताते है (खासकर जब उस व्यक्ति का बहुत ख्याल रखते हो) तो हम अक्सर बदल जाते है। कभी कभी हम कुछ अच्छे के लिए एक दूसरे को बदलते है और कभी कभी हालत बिगड़ भी जाते है। आपको तय करने की जरुरत है कि क्या आप दोनों एक दूसरे पर सकारात्मक प्रभाव डालते है ?
- क्या आपको ऐसा लगता है कि आप में से कोई भी हक़ जताने वाला, ईष्यालु, शंकालु या आलसी बनने लगा हो या लगातार तनाव में रहने लगा हो। शायद यह वो व्यक्ति नहीं है जिसके साथ आप रहना चाहती है। शायद वे आपके लिए नहीं है और आप उनके साथ रहकर जो व्यक्ति बन जाएँगी आप खुद को भी पसंद नहीं करेंगी
- क्या आपको ऐसा लगता है कि जब आप एक दूसरे के साथ रहते हैं तो एक दूसरे को बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करते हैं ?जब आप उसके साथ हों तो जीवन से ज्यादा पाने की उम्मीद करती हैं ? और वह भी ऐसा ही करता है ? क्या आप एक दूसरे को ज्यादा दयालू और सुखी इंसान बनाते हैं ? तो आपके एक दूसरे से अच्छे सम्बन्ध हैं और जीवन में आप एक दूसरे को सुखी रखेंगे।
- नज़र रखें की वो उसका जीवन कैसे जीता है: क्या ये आपके भविष्य की आशाओं से मेल खाता है? क्या वो भी आपके मूल्यों को अपनाता है। उदाहरण के लिए, आप चीज़ो को रीसाइकिल करती है और वो गाड़ी से बहार खुले में कचरा फेंक देता है, क्या ऐसे ज़िन्दगी चलने वाली है ?
- ध्यान दें किस तरह आप दोनों कहते हैं कि आप उनका ख्याल करते है: क्या वो अपना भावनात्मक या नाज़ुक पक्ष आपके सामने खोलता है। क्या आप खुलकर उससे कहती हैं कि आप उसे बहुत प्यार करती है या कभी कभी प्यारी सी नोकझोंक शुरू करती हैं - "नहीं, मैं तुमसे ज़्यादा प्यार करती हूँ।
- उसके कहने और करने में फर्क देखिये। अक्सर हम किसी की मखमली बातों में इतने पागल और अंधे हो जाते है कि उनकी कही हुई बातों को परखना ही भूल जाते है कि उन्होंने उसे साबित करने के लिए कुछ किया भी है या नहीं। और ऐसा भी हो सकता है कि हम किसी ऐसे व्यक्ति जो की प्यार भरी बातें न करता हो के साथ रहकर चिड़चिड़े हो जाये, और उसके द्वारा किये गए सारे गंभीर और प्यारे कामों को नज़रअंदाज कर दें। विचार करें कि क्या आप में से कोई इनमे से किसी श्रेणी में आता है।
- देखें कि आप एक दूसरे की निजी ज़िन्दगी से कितना आराम में है: अक्सर कहा जाता है कि साथ रहना अनुकूलता परखने की सबसे बड़ी कसौटी है। वो रिश्ते जो सिर्फ रेस्टोरेंट में बैठकर बनते है कुछ दिन के लिए सुहाने और खुशहाल हो सकते है लेकिन असली परीक्षा तो तभी होती है जब साथ रहे, एक ही थाली में खाना खाएं, दूसरे को शेविंग बनाते हुए देखे, जब गंदे कपड़ो को साफ करने के लिए हिचकिचाये,तो ये सारे भ्रम को कुछ ही पल में दूर कर देता है। अगर आप साथ रहते है तो व्यक्तिगत और साझा जिम्मेदारियों पर कितना जल्दी समझोता करते है। और अगर आपके पास जिम्मेदारी नहीं है तो क्या अपने कभी कुछ दिन एक दूसरे के घर रहने का फैसला किया है ?
- खुद से पूछे कि क्या आप खुद के लिए और उसके साथ समय बिताने के बीच आराम से संतुलन बना पाती है: अपने खुद के अलग अलग शौक रखने से आपका रिश्ता और भी दिलचस्प होगा और अपनी अपनी पहचान बनाये रखने में मदद करेगा। अगर आपका रिश्ता सही राह पर है तो आप उससे दूर होने पर भी सुकून और सुरक्षित महसूस करेंगी।
सलाह
- अगर वो अपने दोस्तों को आपके रिश्ते के बारे में बताता है तो ये एक अच्छा संकेत है। आमतौर पर इसका अर्थ होता है कि वो आपको लेकर शर्मिंदा नहीं है और हो सकता है वो आप पर गर्व करता है। अगर वो इसे राज़ बना कर रखता है तो शायद ये वो नहीं है।
- सबसे अहम, अपनी प्रकृति में भरोसा रखें। सोचें कि आप क्या महसूस करती है और क्यों। क्या आप किसी जल्दबाजी में है? या कोई चीज़ आपको रोके हुए है?
- धीरज रखिये। उसे आपके शरीर पर हक़ न जमाने दें। अगर अभी वो ये बात नहीं समझता तो आगे बात बिगड़ सकती है।
- जब वो अपने माता-पिता या भाई बहन या बुजुर्गों से मिलता हो तो नज़र रखें। क्या वो उन्हें आदर देता है, क्या वो उनसे प्यार करता है? क्या वो अपने पिता की इच्छाओं का सम्मान और प्यार करता है? क्या औरतों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करता है ?
*उसके बारे में जाने। साधारण सवाल पूछने की कोशिश करें। देखें कि क्या आपके बीच कुछ एक जैसा है ? * उस पर अपना सारा ध्यान न दें। अगर वो आपका पूरा ध्यान चाहता है, और अगर आप उसका ख्याल नहीं कर पाती तो क्या वो परेशान हो जाता है या आपके पीछे पड़ जाता है, इसे अपने रिश्ते के लिए लाल बत्ती समझें।
- दोस्त बन कर रहना एक अच्छे रिश्ते की निशानी है। ये जरुरी है कि आप एक दूसरे को सुने और समझें और बिना ज़्यादा बहस किये चीज़ों पर समझौता कर लें।
- अपने साथी को जानने के लिए कुछ वक़्त दें। देखे की उसे क्या पसंद है और क्या नापसंद। उसे ऐसा महसूस करवाये कि वो आपकी प्राथमिकता है।
- उसके सबसे ख़राब हाल में उसे जानने की कोशिश करें। अगर आप उसे इस रूप में स्वीकार कर सकती है तो शायद वो आपके लिए सही पसंद हो सकता है। परन्तु उसके कुछ पहलुओं को बदल देने की इच्छा के साथ रिश्ते में न जाएं, इससे रिश्ते में सिर्फ तनाव और तकरार ही पैदा होगी।
- उसे बताये की आप उसे प्यार या पसंद करती है। हमेशा वफ़ादार रहे।
चेतावनी
- अगर वो अपनी पूर्व प्रेमिका से रिश्ता बनाये रखता है और आपकी हदों और भावनाओं को सम्मान करने से मना करता है तो इसका अर्थ है वो अपनी पहली प्रेमिका के साथ रिश्ते को बदलने में आपकी भूमिका को अहम नहीं मानता। (याद रखें अंतिम चेतावनी देना इस मामले का हल नहीं है! अगर उसके अपनी पहली प्रेमिका से दोस्ताना रिश्ते है और आप अकारण मांग करेंगी जैसे की उससे कितनी देर बात करना है, आप बस उसे इतना समझने की कोशिश करें की वो गलत व्यक्ति के साथ है।)
* अगर वो ऐसा कुछ करता है जो आप अपनी दोस्तों को नहीं बता सकती तो आपको खुद से ईमानदारी से पूछना चाहिए कि क्या आप सही व्यक्ति के साथ है। अगर आपकी कोई घनिष्ट सहेली बताये की उसके प्रेमी ने भी ऐसा कुछ किया है तो आप उसे क्या जवाब या मशविरा देंगी? उसे छोड़ दो? उससे बात करके देखो? या शांत हो जाओ, धीरज रखो? अपने आप से ईमानदार रहे। खुद को अपना एक अच्छा दोस्त समझें। * अगर वो बड़े बड़े फैसले खुद अपनी मर्जी से ले लेता है (जैसे नौकरी बदलना या रहने के लिए नए शहर चले जाना) तो इसका अर्थ है की वो आपको उसकी ज़िन्दगी का स्थायी हिस्सा नहीं मनाता। * जब आप उससे कहती है कि मैं तुमसे बहुत बहुत बहुत प्यार करती हूँ और वो हिचकिचाते हुए उत्तर देता है- हाँ, मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ, तो इसका अर्थ है - वो आप को उतनी शिद्दत से नहीं चाहता जितना आप उसे चाहती हैं।