कैसे चिड़िया के बच्चों को खिलाएं

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बसंत के मौसम में चिड़ियों के खोए हुए बच्चे नज़र आना एक आम बात है। इनकी चहचहाहट पत्थर से पत्थर दिल इंसान में ममता जगा सकती है। यह एक क़ुदरती बात है कि आप इस खोए हुए बच्चे को देखभाल के लिए अपने साथ ले जाना चाहेंगे। लेकिन यह सब करने से पहले आपको हालात को पूरी तरह समझना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि आप जो भी कर रहे हैं क्या यह उसके लिए सही रहेगा। क्या उसको सच में छोड़ दिया गया है? क्या आस-पास कोई पक्षियों का पुनर्वास केंद्र (rehabilitation center) है? जहां उसकी अच्छी देखभाल हो सके। लेकिन अगर आपने उसकी देखभाल का इरादा कर ही लिया है तो आपको यह जानना होगा कि आप कितनी बड़ी ज़िम्मेदारी ले रहे हैं, चिड़ियों के बच्चे बहुत नाज़ुक होते हैं और उनको हर थोड़ी देर में खाना खिलाने की ज़रुरत होती है। अगर आपको लगता है कि आप यह ज़िम्मेदारी उठाने के क़ाबिल हैं तो इस आर्टिकल में चिड़ियों के बच्चों के पालन पोषण से जुड़ी हुई हर बात बताई गई है।

विधि 1
विधि 1 का 3:

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 पहचानें की चिड़िया...
    पहचानें की चिड़िया का बच्चा अल्ट्रीशियल (Altricial) है या प्रीकोशियल (Precocial): सबसे पहली बात जिसको आपको जानने की ज़रूरत है वो ये है कि चिड़िया का बच्चा अल्ट्रीशियल (Altricial) है या प्रीकोशियल (Precocial)। अल्ट्रीशियल उन चिड़ियों को कहते हैं जिनके पैदा होते समय, पंख (feathers) नहीं होते और आँखें बंद होती हैं और यह गर्माहट पाने और खाने के लिए माता पिता पर पूरी तरह निर्भर होते हैं। पालतू और चहचहाने वाले ज़्यादातर पक्षी अल्ट्रीशियल होते हैं; जैसे रोबिन (Robin), कार्डिनाल (Cardinal), और नीलकंठ। प्रीकोशियल पक्षी वे होते हैं जो पैदा होते समय काफ़ी विकसित होते हैं, अंडे से निकलते समय इनकी आँखें खुली रहती हैं और शरीर पर नरम पंख मौजूद होते हैं। पैदा होने के फ़ौरन बाद ही यह चलने फिरने के क़ाबिल हो जाते हैं और अपनी माँ के पीछे जाकर चुगना शुरू कर देते हैं, जैसे किलडियर (Killdeer), बत्तख और हंस।
    • प्रीकोशियल पक्षियों की देखभाल करना अल्ट्रीशियल पक्षियों के मुक़ाबले बहुत आसान काम होता है, क्योंकि इनको हमें खु़द से खिलाना पिलाना नहीं पड़ता। प्रीकोशियल पक्षी आमतौर पर अपना घोंसला ज़मीन पर बनाते हैं जिसके कारण इनका घोंसले से गिर जाने का डर नहीं रहता। अगर आपको कभी भी खोये हुए प्रीकोशियल पक्षी के बच्चे मिल जाए तो उनको ले जाने से पहले अपनी माँ से मिलाने की ज़रूर कोशिश करें।
    • अंडे से निकले हुए अल्ट्रीशियल पक्षी पूरी तरह असहाय होते हैं और इनको देखभाल की ज़रूरत होती है। शहर के आसपास और देहाती इलाक़ो में अल्ट्रीशियल पक्षियों के बच्चे जो घोंसलों से गिर जाते हैं, इनका मिल जाना आम बात है। कुछ मौक़ों पर तो इन बच्चों को वापस घोंसलों में रखना संभव हो जाता है और कुछ मौक़ों पर इनकी परवरिश आपको करना पड़ सकती है। इनको क़ुदरत के हवाले करना भी उचित है ताकि क़ुदरत ख़ुद इनकी परवरिश कर सके।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 पहचाने की चिड़िया...
    पहचाने की चिड़िया का बच्चा उड़ने लायक है या नहीं: अगर आपको कोई चिड़िया का बच्चा कहीं मिल जाए जिसके बारे में आपको शक है कि घोंसले में से गिर गया है या उसे छोड़ दिया गया है तो पहले आप पहचाने कि क्या वह उड़ने लायक़ है या अभी उसको और घोंसले में रहना है। चिड़िया के बच्चे जो अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुए हैं, जिनके पंख अभी पूरी तरह नही आए हैं या अभी आँखें नहीं खुली हैं, ऐसे बच्चों को अभी और घोंसले में रहना होता है। चिड़िया के बच्चे जिनके पंख पूरी तरह विकसित हो चुके हैं और उनमें उड़ने लायक पर्याप्त ताक़त आ चुकी है। ऐसे बच्चे ख़ुद भी घोंसला छोड़ देते हैं क्योंकि इनको खाना पीना और बसेरा करना आने लगता है।[१]
    • अगर आपको कोई चिड़िया का बच्चा मिला है जो अभी उड़ने लायक़ नहीं हुआ है इसका घोंसले से बाहर होने का मतलब है कि इसके साथ कुछ ना कुछ बुरा गठित हुआ है। या तो वह घोंसले में से गिर गया है या इसके दूसरे ताक़तवर भाइयों ने इसको घोंसले से धकेल दिया है। ऐसे बच्चों की ख़ुद से जीवित रहने की संभावना ना के बराबर होती है।
    • अगर आपको कोई चिड़िया का बच्चा मिल जाए जो उड़ने लायक़ हो चुका है, ऐसे मौक़े पर कुछ करने से पहले हालात को पूरी तरह समझ ले, हो सकता है कि वह घोंसले से गिर गया हो या उसे छोड़ दिया गया हो। जिसकी वजह से वे ज़मीन पर असहाय पड़ा चिल्ला रहा हो और यह भी मुमकिन है कि वह उड़ना सीख रहा हो। बच्चे पर नज़र बनाए रखें, अगर आप देखें कि उसके माँ-बाप थोड़ी-थोड़ी देर में उसको खाना खिलाने आ रहे हैं तो आप बच्चे को वही छोड़ दें और बीच में हस्तक्षेप ना करें।[२]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 अगर हो सके...
    अगर हो सके तो चिड़िया के बच्चे को वापस घोंसले में रख दें: अगर आपको यक़ीन है कि जो चिड़िया का बच्चा आपको मिला है वे अभी उड़ने लायक़ नहीं हुआ और असहाय ज़मीन पर पड़ा हुआ है तो ऐसे मौक़े पर उसको घोंसले में रखना सही रहेगा। पहले आसपास के पेड़ो और झाड़ियों में उसके घोंसले को तलाशने की कोशिश करें। यह कहीं छिपा हुआ होगा और यह भी मुमकिन है कि इस तक पहुँचना बहुत मुश्किल हो। इसको एक हाथ से उठाएं और दूसरे से इसको ढकें ताकि उसको गर्माहट मिल सके। फिर चिड़िया के बच्चे की अच्छे से जाँच करें कि कहीं वह ज़ख़्मी तो नहीं है अगर वह पूरी तरह स्वस्थ है तो उसको संभाल कर फिर से घोंसले में रख दें।[३]
    • इस बात की फ़िक्र ना करें कि माता-पिता आपके हाथों की गंध पाकर बच्चे को नकार देंगे। यह सब काल्पनिक बातें हैं। पक्षियों की सूंघने की क्षमता बहुत कम होती है, वे अपने बच्चों को देखकर या उनकी आवाज़ से उनको पहचानते हैं। ज़्यादातर तो यही देखने में आया है कि वह अपने गिरे हुए बच्चों को वापस अपना लेते हैं।
    • बच्चे को वापस घोंसले में रखने के बाद फ़ौरन वहां से वापस लौट जाएं और वहां यह देखने के लिए ना रुकें कि माता पिता वापस उसको खाना खिलाने लौटते हैं या नहीं? आपका ऐसा करना उनको डरा देगा। अगर आपको देखना ही है तो घर के अंदर दूरबीन की मदद से इनको देखें।
    • ध्यान रखें कि ज़्यादातर मामलों में इनको दोबारा घोंसले में रखने से इनका ज़िंदा रहना सुनिश्चित नहीं होता। अगर वह घोंसले का सबसे कमज़ोर बच्चा है तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि उसके भाई उसको दोबारा घोंसले के बाहर धकेल दें और इनका जीना और मरना खाना और गर्माहट मिलने पर निर्भर करता है।
    • अगर आपको घोंसले में कोई मरा हुआ बच्चा नज़र आए तो समझ जाएं कि घोंसले को छोड़ दिया गया है और अब बच्चे को घोंसले में दोबारा रखने से कोई फ़ायदा नहीं। ऐसे मौक़े पर इनका ज़िंदा रहना सुनिश्चित करने के लिए आपको ख़ुद इस बच्चे का और घोंसले में मौजूद दूसरे बच्चों का पालन पोषण करना होगा।[४]
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 ज़रूरत हो तो दूसरा घोंसला बनाएं:
    कभी कभी तेज़ हवाओं या पेड़ कटने या शिकारियों की वजह से पूरा का पूरा घोंसला गिर जाता है। ऐसे मौक़े पर या तो उस घोंसले को उठा लें या फिर दूसरा घोंसला बनाएं और फिर इसके अंदर बच्चों को रखें। अगर घोंसला अब भी ठीक-ठाक है तो इसको किसी डलिया या टब के अंदर रखकर इसके नीचे पानी की निकासी के लिए छेद करें और तार की मदद से इसे किसी डाली पर लटका दें। कोशिश करें कि घोंसले को दोबारा उसकी पुरानी जगह पर रख दिया जाए। अगर यह मुमकिन ना हो सके तो जो डाली क़रीब हो उस पर घोंसले को रख दें। इस बात का ख़ास तौर पर ध्यान रखें की घोंसले वाली जगह ढकी हुई हो जहां पर धूप न पहुंच सके।[५]
    • गिरे हुए बच्चे को घोंसले में रखने से पहले अपने हाथों की मदद से उसे गर्मी दें। घोंसले में रखने के बाद जल्द से जल्द वहां से चले जाएं लेकिन दूर से उसकी निगरानी करते रहें। नए घोंसले को देखकर माता पिता संदेह में पड़ सकते हैं लेकिन उनकी ममता आख़िर उन्हें बच्चों के पास आने पर मजबूर कर ही देगी।
    • अगर घोंसला पूरी तरह नष्ट हो चुका हो तो आप डलिया में पेपर टॉवल रखकर नया घोंसला बना सकते हैं। हालांकि घोंसला घास का बना हुआ होता है, लेकिन आपको कभी भी घोंसला घास का नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इसके अंदर नमी मौजूद होती है जो कि बच्चों के लिए नुक़सानदेह है।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 अगर आपको यक़ीन...
    अगर आपको यक़ीन है कि इस चिड़िया के बच्चे को नकार दिया गया है तो पक्षी पुनर्वास केंद्र से संपर्क करें: लेकिन यह सब करने से पहले इस बात को ज़रूर सुनिश्चित कर लें कि क्या सचमुच उसको छोड़ दिया गया है। ऐसे हालात जिनमें चिड़िया और उसके बच्चों को मदद की ज़रूरत होती है कुछ इस प्रकार हैं: जब आपको चिड़िया का बच्चा घोंसले से गिरा हुआ मिले, लेकिन आप उसे घोंसले में दोबारा रखने में असमर्थ हों या घोंसला मिल नहीं रहा हो; जब गिरा हुआ बच्चा ज़ख़्मी कमज़ोर और गंदा हो, अगर आप 2 घंटे से दूसरे घोंसले के विकल्प की तलाश में हों, लेकिन इतना समय गुज़र जाने के बावजूद भी बच्चे के माता-पिता उसे खाना खिलाने ना लौटें।
    • पक्षी पुनर्वास केंद्र से संपर्क करना सबसे अच्छा काम है जो इस वक़्त किया जा सकता है। यहां पर मौजूद लोगों को चिड़ियों के बच्चों की देखभाल का काफ़ी अच्छा अनुभव होता है और यहां उसके बचने की संभावना भी काफ़ी बढ़ जाएगी।[६]
    • अगर आप पक्षी पुनर्वास केंद्र से संपर्क ना बना सकें तो किसी स्थानीय पशु चिकित्सक से संपर्क करें। वह आपको इस काम से जुड़ी हुई सारी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दे देगा। कई बार ऐसा भी होता है कि उस स्थान पर ना तो पक्षी पुनर्वास केंद्र होता है और ना ही वाइल्ड लाइफ़ सेंटर, ऐसे मौक़े पर किसी ऐसे व्यक्ति को तलाशें और संपर्क करें जिसको इस काम का अनुभव हो एवं उसके पास यह सब करने का लाइसेंस मौजूद हो।
    • अगर ऊपर मौजूद सारे विकल्पों में से किसी को भी करना मुमकिन ना हो और आप चिड़िया के बच्चे को पक्षी पुनर्वास केंद्र तक पहुंचाने में असमर्थ हों तो ऐसे समय पर ज़रूरी हो जाता है कि उस चिड़िया के बच्चे की ख़ुद देखभाल की जाए। इस बात को भी दिमाग़ में रखें कि ऐसा करना आपका बिल्कुल आख़िरी विकल्प होना चाहिए क्योंकि चिड़िया के बच्चे की देखभाल करना और उसको खिलाना पिलाना एक बहुत मुश्किल काम है और ऐसा करने पर उसके बचने की संभावना भी बहुत कम रह जाएगी।
    • साथ ही साथ किसी जंगली पक्षी को क़ैद में रखकर उसकी देखभाल करना क़ानून के ख़िलाफ़ है। ऐसा करने के लिए आपके पास इसका परमिट और लाइसेंस होना चाहिए।
विधि 2
विधि 2 का 3:

चिड़िया के बच्चे को खिलाना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 चिड़िया के बच्चों...
    चिड़िया के बच्चों को सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक हर 15 से 20 मिनट में खाना खिलाना पड़ता है: नन्हे चिड़िया के बच्चे शुरुआत में बहुत खाने की मांग करते हैं। जिसकी वजह से इनके माता-पिता इनको खिलाने के लिए दिन भर में कई सौ चक्कर लगाते हैं। इसलिए इनके मां बाप के काम को पूरा करने के लिए आप को सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक, हर 15 से 20 मिनट में इनको एक बार खाना खिलाना होगा।[७]
    • जब चिड़िया के बच्चे की आँखें खुल जाएं और उसके थोड़े बहुत पंख आना शुरू हो जाए तो आप अंतराल को बढ़ाकर 30 से 45 मिनट कर सकते हैं। फिर जैसे-जैसे यह बड़े होते जाएं तो खाने की मात्रा को धीरे धीरे बढ़ा दिया जाए और खाने के बीच के अंतराल को भी धीरे-धीरे बढ़ा दिया जाए।
    • जब चिड़िया का बच्चा घोंसले को छोड़ने के क़ाबिल होने लगे और आसपास उछल कूद करने लगे तो आप इसको 1 घंटे में एक बार खाना खिला सकते हैं। समय को धीरे धीरे और बड़ा कर 2 से 3 घंटे भी कर सकते हैं और कुछ खाना घोंसले में भी छोड़ दिया जाए ताकि वे ख़ुद से भी खाना सीखे।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 चिड़िया के बच्चे को क्या खिलाया जाए:
    चिड़िया के बच्चे को किस प्रकार का खाना खिलाया जाए, इस पर लोगों की अलग-अलग राय हैं। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक चिड़िया के बच्चे को पोषण पहुंचाने वाला कोई भी खाना खिलाया जा सकता है। हालांकि हर चिड़िया की प्रजाति के विकसित पक्षी अलग-अलग तरह का खाना खाते हैं। कुछ कीड़े मकोड़े खाते हैं, तो कुछ फल और बीज खाया करते हैं, लेकिन ज़्यादातर पक्षियों के बच्चों की ख़ुराक एक जैसी होती है। इन्हें ऐसे खाने की ज़रूरत होती है जिसमें प्रोटीन अधिक से अधिक मात्रा में हो।[८]
    • अल्ट्रीशियल पक्षियों के बच्चे जो अभी अभी पैदा हुए हों इनकी शुरुआती बेहतरीन ख़ुराक कुछ इस तरह बनाई जा सकती है। 60 फीसदी कुत्ते और बिल्लियों के बच्चों का रेडीमेड खाना लिया जाए, 20 फीसद ज़्यादा उबले हुए अंडे और 20 फीसदी इल्लियां (Mealworms) जिनको ऑनलाइन भी ख़रीदा जा सकता है।
    • कुत्ते बिल्ली के बच्चों के खाने को पानी में मिलाकर नम किया जाए, यहां तक कि वह स्पंज की तरह नरम हो जाए। इसमें पानी की मात्रा ज़्यादा ना की जाए, नहीं तो चिड़िया के बच्चे के शरीर में तरल की मात्रा बढ़ जाएगी। उबले हुए अंडे और इल्लियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लिया जाए, ताकि चिड़िया का बच्चा इसको आसानी से निगल सके।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 बच्चे के बड़े होने पर खाने में बदलाव किया जाए:
    जब चिड़िया का बच्चा विकसित होने लगे और इधर उधर उछल कूद करने लगे तो अब आप इस चिड़िया के बच्चे के खाने में बदलाव कर सकते हैं और इसको वह सब खिलाना शुरू कर सकते हैं जो इस चिड़िया के बच्चे की प्रजाति के विकसित पक्षी खाते हैं।[९]
    • कीट खाने वाले पक्षियों को आप केंचुए, टिड्डी और झींगुर छोटे टुकड़ों में काट कर खिला सकते हैं, इसके अलावा कीट मारने वाले यंत्र में जो कीट पकड़े जाएं, वह भी इनको खिलाए जा सकते हैं।
    • फल खाने वाले पक्षियों को जामुन, अंगूर और किशमिश को पानी में डुबोकर खिलाया जा सकता है।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 जानें किन प्रजातियों...
    जानें किन प्रजातियों के पक्षियों को ख़ास ख़ुराक की जरूरत होती है: ऊपर बताई गई ख़ुराक सारे पक्षियों को दी जा सकती है सिवाय कबूतर और हमिंग बर्ड्रस (Humming Birds), मछली खाने वाले पक्षी, शिकार करने वाले पक्षी और प्रीकोशियल पक्षियों के बच्चों को छोड़कर।
    • कबूतर, तोते अपने बच्चों को जो चीज़ खिलाते हैं, उसको आम भाषा में कबूतर का दूध कहा जाता है, यह एक तरल होता है जो माँ के शरीर में बनता है। इसकी पूर्ति करने के लिए इनके बच्चों को प्लास्टिक की सिरिंज जिस की सुई निकाल दी जाती है की मदद से आपको एक खास तरह का खाना खिलाना होगा जो कि पालतू जानवरों के सामान की दुकान पर मिल जाता है।
    • हालांकि इस बात की संभावना बहुत कम है कि इस तरह के पक्षियों की दूसरी प्रजाति के बच्चों से आप का सामना हो, लेकिन इनको किस प्रकार की ख़ुराक की ज़रूरत है यह भी जान ले: हमिंग बर्ड (Humming Bird) के खाने के लिए फूलों के रस का एक स्पेशल फार्मूला बनाया जाता है, मछली खाने वाले पक्षियों के लिए कटी हुई मछलियों के टुकड़े, जो कि मछली की दुकान पर मिल जाएंगे खिलाए जाते हैं, शिकार करने वाले पक्षियों को कीड़े मकोड़े खिलाए जा सकते हैं, जबकि प्रीकोशियल पक्षियों के बच्चे; जैसे मुर्गियों के बच्चे, इनको मुर्गा मुर्गियों का बना हुआ स्पेशल दाना खिलाया जा सकता है।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 चिड़ियों के बच्चों...
    चिड़ियों के बच्चों को कभी भी दूध या ब्रेड ना खिलाएं: बहुत से लोग चिड़िया के बच्चों को दूध और ब्रेड खिलाने की ग़लती कर देते हैं। स्तनपाई जानवरों के विपरीत दूध चिड़ियों के खाने का हिस्सा नहीं होता और यह इनको हज़म भी नहीं कर सकते। ब्रेड के अंदर पर्याप्त कैलोरी नहीं होती और ना ही यह चिड़िया के बच्चों को पोषण दे पाता है, जो इनको ज़िंदा रहने के लिए चाहिए होता है। इस बात का भी ख़ास ध्यान रखें की चिड़िया के बच्चों को दिए जाने वाला खाना सामान्य तापमान पर हो।[१०]
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 खाना खिलाने के लिए सही तरीक़ा इस्तेमाल करें:
    चिड़िया के बच्चों को बहुत ध्यान से खाना खिलाना चाहिए। इनको खाना खिलाने के लिए सबसे बेहतरीन साधन छोटी चिमटी या प्लास्टिक की चुटकी (Plastic forceps) है। अगर आपके पास इन दोनों में से कुछ भी मौजूद ना हो तो आप चिड़िया के बच्चे के मुंह में फिट हो जाने वाली चॉपस्टिक (Chopstick) से काम चला सकते हैं। चिड़िया के बच्चे को खाना खिलाने के लिए चुटकी या चिमटी की मदद से खाने को पकड़ें या चॉपस्टिक पर लगा कर चिड़िया के बच्चे के मुंह में डालें।[११]
    • इस बात से ना डरें कि मुँह में खाना दूसरी जगह पर चला जाएगा, क्योंकि खाना खाते समय मुँह की दूसरी नालियाँ खुद-ब-खुद बंद हो जाती हैं।
    • अगर चिड़िया का बच्चा अपना मुँह नहीं खोल रहा है तो खाना खिलाने वाले साधन को हल्का सा उसकी चोंच पर टकराएं या खाने को चोंच के किनारे पर रगड़ें, यह इसको संकेत देगा की खाने का समय हो गया है। अगर ऐसा करने के बावजूद भी वह मुंह ना खोले तो इसकी चोंच को हल्के से पकड़ कर खोलें।
    • खाना खिलाते रहें यहां तक कि उसका पेट भर जाए और वह खाना खाना बंद कर दें। इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चे को ज़्यादा खाना ना खिलाया जाए।
  7. How.com.vn हिन्द: Step 7 चिड़िया के बच्चे को पानी देने से बचें:
    आमतौर पर चिड़िया के बच्चों को पानी नहीं पिलाया जाता, क्योंकि यह पानी जाकर उनके फेफड़ों में भर सकता है, जिसकी वजह से वह मर सकते हैं। इनको पानी इसी सूरत में दिया जाए जब वह ख़ूब बड़े हो जाएं और फुदकना शुरू कर दें। अब आप इन के डिब्बे में पानी का बर्तन रख सकते हैं जिसमें से वे ख़ुद पानी पी लेंगे।[१२]
    • आप पानी के बर्तन में पत्थर या कंकर डाल सकते हैं ताकि चिड़िया का बच्चा उसके अंदर खड़ा ना हो सके।
    • अगर आपको लगे कि चिड़िया का बच्चा डिहाइड्रेशन (Dehydration) यानी पानी की कमी का शिकार हो गया है तो इसको पशु चिकित्सक के पास लेकर जाएं, जो इसके शरीर में इंजेक्शन की मदद से तरल डालेगा।
विधि 3
विधि 3 का 3:

चिड़िया के बच्चे की देखभाल

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 चिड़िया के बच्चे के लिए अस्थाई घोंसला बनाएं:
    चिड़िया के बच्चों के लिए घोंसले का सबसे बेहतरीन दूसरा विकल्प कार्ड बोर्ड का डिब्बा है; जैसे जूते का डिब्बा। बस आपको इसके तले में कुछ छेद करने होंगे। इसके अंदर एक प्लास्टिक या लकड़ी का बाउल रखें और बाउल में पेपर टॉवल बिछा दें। इस तरह आप चिड़िया के बच्चे के लिए एक आरामदायक घोंसला बना सकते हैं।[१३]
    • कभी भी घोंसले में बिछाने के लिए जालीदार या रेशेदार कपड़े का इस्तेमाल ना करें। बच्चे की गर्दन और बाज़ू इसमें उलझने का ख़तरा रहता है और ना ही कभी घास, तिनके और पत्तों का इस्तेमाल किया जाए क्योंकि इनमें नमी मौजूद हो सकती है और यह बहुत जल्दी गंदे भी हो जाते हैं।
    • गंदा या गीला हो जाने पर इसको बदलते रहें।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 चिड़िया के बच्चे को गर्मी पहुचाऐं:
    चिड़िया के बच्चे को ठंड लगने पर इसको बक्से में रखने से पहले जल्दी से जल्दी गर्मी पहुचाऐं। यह काम आप कई तरीक़ों से कर सकते हैं। अगर आपके पास हीटिंग पैड (Heating Pad) है, इसको आप कम तापमान पर सेट करके डिब्बे को इसके ऊपर रख दें। इसके अलावा आप एक ज़िपलोक बैग (Ziplock Bag) में कुनकुना पानी भर कर इसको डिब्बे में रख सकते हैं या फिर एक 40 वोल्ट का बल्ब डिब्बे के ऊपर टाँग दें।[१४]
    • घोंसले में सामान्य तापमान बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है, इसलिए एक थर्मामीटर को डिब्बे में लगा देना बहुत अच्छा रहेगा। अगर चिड़िया का बच्चा 1 हफ्ते से भी छोटा है यानी उसकी आँखें बंद हैं और शरीर पर, अभी पर नहीं आए हैं तो घोंसले का तापमान 95 °F (35 °C) होना चाहिए। तापमान को हर हफ्ते 5 डिग्री घटाया जा सकता है।
    • यह भी बहुत जरूरी है कि डिब्बे को सीधी धूप और हवा से दूर रखा जाए। क्योंकि अंडे से निकले हुए नए बच्चे सर्दी और गर्मी के प्रति बहुत ही संवेदनशील होते हैं और क्योंकि इनकी बदन की तुलना में इनके शरीर की सतह ज़्यादा होती है और सर्दी गर्मी से बचाने के लिए इनके पर भी, अभी विकसित नहीं हुए होते।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 चिड़िया के बच्चे...
    चिड़िया के बच्चे के लिए कम तनाव वाला माहौल बनाएँ: आराम और सुकूनदेह माहौल के बगैर चिड़िया के बच्चे नहीं बच सकते। चिड़िया के बच्चे जब तनाव में आ जाते हैं तो उनके दिल की धड़कन बहुत बढ़ जाती है जो उनकी सेहत के लिए बहुत नुक़सानदेह है। इसलिए यह ज़रूरी है कि डिब्बे को शांत माहौल में रखा जाए, बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर। चिड़िया के बच्चे को ऐसे हालातों से भी बचा कर रखें:[१५]
    • अत्यधिक या गलत तरीक़े से पकड़ना, शोर शराबा, ग़लत तापमान, भीड़-भाड़ (अगर आपके पास एक से अधिक चिड़िया के बच्चे हैं), ग़लत ख़ुराक और अव्यवस्थित खिलाने का समय।
    • चिड़िया के बच्चे को हाथ में पकड़ते समय इनको हमारी आँख की सतह पर रखना चाहिए, क्योंकि यह ऊपर से देखे जाना पसंद नहीं करते। आँख की सतह पर रखने से यह आपको शिकारी नहीं समझेंगे।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 बच्चे की बढ़त का चार्ट बनाएँ:
    चिड़िया के बच्चे का रोज़ाना वज़न नाप कर आप इसके बढ़ने को सुनिश्चित कर सकते हैं। इस काम के लिए आप किचन का डिजिटल तराज़ू इस्तेमाल कर सकते हैं। अंडे से निकलने के 4 से 6 दिन बाद ही चिड़िया के बच्चे दुगने वज़न के हो जाते हैं। शुरुआत के 2 हफ्तों तक इनका वज़न बहुत तेजी से बढ़ता जाता है।[१६]
    • क्या चिड़िया का बच्चा अपनी प्रजाति के दूसरे पक्षियों की तरह नॉर्मल बढ़ रहा है? इस बात को सुनिश्चित करने के लिए आपको इसका चार्ट बनाना होगा।
    • अगर चिड़िया के बच्चे का वज़न बहुत धीमी गति से बढ़ रहा है या पूरी तरह बढ़ ही नहीं रहा तो समझ जाएं कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है। ऐसे मौक़े पर इसको पशु चिकित्सक या पक्षी पुनर्वास केंद्र ले जाएं, नहीं तो यह मर भी सकता है।[१७]
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 चिड़िया के बच्चे...
    चिड़िया के बच्चे को उड़ना सीखने दें और फिर इसको आज़ाद कर दें: जब आपका चिड़िया का बच्चा पूरी तरह विकसित हो जाए और यह उड़ने लायक़ हो जाए तो अब इसको किसी बड़े पिंजरे में या किसी ढकी हुई जगह पर ले जाएं, जहां यह अपने पंख खोल सके और उड़ना सीख सके। इस बात से परेशान ना हों कि यह उड़ना कैसे सीखेगा। उड़ना इनकी स्वाभाविक प्रवृत्ति है। कुछ नाकाम कोशिशों के बाद यह आख़िर उड़ने लग जाएगा। इसको पूरी तरह उड़ना सीखने में 5 से 15 दिन तक लग सकते हैं।
    • जब यह अच्छे से उड़ना सीख जाए और ऊंचाई तक उड़ने लगे तो अब वक़्त है कि इसे बाहर छोड़ दिया जाए। इसको ऐसी जगह पर ले जाकर छोड़ें जहां इसकी प्रजाति के अन्य पक्षी मौजूद हों और खाने पीने की भरमार हो।
    • अगर आपका इरादा इसको घर के आँगन या पिछवाड़े में छोड़ने का है तो आप इसके पिंजरे के दरवाज़े को खुला छोड़ दें और उसको ख़ुद जाने का फैसला करने दें।
    • जितना कम समय के लिए आप इसको अपने पास रखेंगे उतनी ज़्यादा इसकी क़ुदरत में बचे रहने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। इसलिए बहुत ज़रूरी होने के अलावा, बिना किसी कारण इसके आज़ाद करने के समय को ना बढ़ाएं।

चेतावनी

  • चिड़िया आपको चोंच मारकर काट भी सकती है। यह एक जंगली पक्षी है इसलिए इससे सावधानी बरतें।

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विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Natalie Punt, DVM
सहयोगी लेखक द्वारा:
पशु चिकित्सक
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Natalie Punt, DVM. डॉ. नताली पंट एक पशु चिकित्सक और mPet की संस्थापक और सीईओ हैं। ये छोटे पशु इमरजेंसी और सामान्य चिकित्सा और पशु चिकित्सा अभ्यास अर्थशास्त्र में माहिर हैं। डॉ. पंट ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, डेविस से बायोकेमिस्ट्री और मॉलिक्युलर बायोलॉजी में BS बफ़ेलो विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में MS और Western University of Health Sciences से DVM प्राप्त किया है। यह आर्टिकल १,२८,३९३ बार देखा गया है।
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