आर्टिकल डाउनलोड करेंआर्टिकल डाउनलोड करें
X
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Luba Lee, FNP-BC, MS. ल्यूबा ली टेनेसी में एक बोर्ड सर्टिफाइड फैमिली नर्स प्रैक्टिशनर हैं। उसने 2006 में टेनेसी यूनिवर्सिटी से MSN डिग्री प्राप्त की।
यहाँ पर 8 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं।
यह आर्टिकल १०,९०० बार देखा गया है।
कॉर्न्स आपके टोज़ में फ्रिक्शन और प्रेशर की वजह से होते हैं | अपने टोज़ में से कॉर्न निकालने के लिए और स्थिति को और ख़राब होने से बचाने के लिए आप उन्हें धीरे धीरे ऊपर की डेड स्किन को नर्म बना कर और एक्सफॉलिएट कर सकते हैं। और जानने के लिए आगे पढ़ते रहें। (corn ka ilaj gharelu nuskhe, pair ke talwe me gokhru ka ilaj)
चरण
- आरामदायक जूतें पहनें: टोज़ पर बने कॉर्न प्रेशर और फ्रिक्शन की वजह से होते हैं, और उनके आने के पीछे टाइट और अनकम्फ़र्टेबल जूते एक कारण हो सकते हैं | कॉर्न्स को बनने देने से रोकने के लिए और मोजूदा कॉर्न्स की तीव्रता को कम करने के लिए बेहतर होगा की आप ऐसे जूतों से दूर रहें जो टोज़ पर प्रेशर डालें |
- कायदे से, आपको हमेशा ऐसे जूते पहनने चाहिए जिनके साथ आप सॉक्स पहन सकें | सॉक्स आपके टोज़ को कुशन कर सकते हैं, जिससे फ्रिक्शन कम होगी और कॉर्न्स का होना और मोजूदा कॉर्न्स की स्थिति ख़राब होना दोनों नियंत्रण में आ सकता है |
- जहाँ तक हो सके हाई हील्स से दूर रहें, खास कर वो जिनका आगे का हिस्सा पतला हो |
- ऐसे जूते चुनें जो नेचुरल मैटेरियल्स से बने हों, जैसे लेदर और फ्लीस (fleece) | उनसे पैरों को सांस लेने में भी आसानी होती है |
- अपने टोज़ के बीच में फोम वेजेस (Foam wedges) का इस्तेमाल कर के प्रेशर कम करें: एक बार आप घर पहुँच कर अपने जूते उतार दें, आप अपने टोज़ पर प्रेशर कम करने के लिए उनके बीच में एक फोम पेडीक्योर कोंब को वेज करें |
- आप फोम पेडीक्योर स्लिपर या सैंडलस को भी पहन कर देख सकते हैं | ये फुटवियर आपके टोज़ के बीच वेज रख देता है, जिससे वह एक दूसरे से दूर रहते और चलने पर आपस में घिसिटते नहीं हैं |
- अपने टोज़ के बीच में फुट पाउडर लगायें:[१] फुट पाउडर मोइस्चर अब्सोर्ब कर सकता है | इसका नतीजा ये होता है की आपके टोज़ के कॉर्न्स ज्यादा इर्रीटेट या इन्फ्लेम नहीं होते हैं |
- सुबह अपने सॉक्स और जूते पहनने से पहले अच्छे से फुट पाउडर को अपने टोज़ के ऊपर और आस पास छिड़क दें | इसके इलावा आपको दिन में जैसे ही लगे की आपके टोज़ में पसीना आ रहा है आप उसे दोबारा भी लगा सकते हैं |
- मोटी हुई स्किन को पुमिस स्टोन (Pumice Stone) से हलके से रगड़ें: अपने पैरों को गुनगुने साबुन से भरे पानी में करीब 20 मिनट के लिए भिगो कर अपनी स्किन को नर्म बना लें | उसके बाद, कॉर्न को पुमिस स्टोन से हलके से स्क्रब कर के कॉर्न के ऊपर मोजूद सबसे तकलीफ दायक स्किन को हटा दें |[२]
- इसके अलावा, पुमिस स्टोन के बजाय एक एमरी बोर्ड (Emery Board) का इस्तेमाल कर के देखें | [३] जब टोज़ के बीच में कॉर्न बन जाता है, तो उसे पुमिस स्टोन से हटा पाना मुश्किल हो सकता है | ऐसी स्थिति में नेल फाइल या एमरी बोर्ड उपयोग में लाया जा सकता है |
- आइस से होने वाली तकलीफ को कम करें: अगर सूजन और तकलीफ बनी रहेगी, तो आप एक कोल्ड पैक या आइस पैक को वहां कुछ मिनटों के लिए लगा कर तकलीफ और सूजन दोनों को कम कर सकेंगे |
- आइस से कॉर्न तो ठीक नहीं होगा, पर कॉर्न्स से होने वाला दर्द ज़रूर कम हो सकता है |
- ओवर द काउंटर ऑइंटमेंट या ड्रॉप्स इस्तेमाल कर के देखें: अधिकतर ओवर द काउंटर ट्रीटमेंटस में सैलिसिलिक एसिड का हल्का सा कोंसंट्रेशन होता है, जो की कॉर्न बनाने के लिए ज़िम्मेदार केराटिन प्रोटीन और उसके ऊपर मोजूद थिक क्रस्टी स्किन की लेयर को डिससोल्व कर देता है |[४]
- ओवर द काउंटर ट्रीटमेंटस का एक नुकसान ये भी है की एसिड ना सिर्फ कॉर्न्स से प्रभावित स्किन को बल्कि स्वस्थ स्किन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, तो अगर आप इस इलाज को ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप फायदे से ज्यादा नुकसान कर रहे हैं |
- एसिड्स का इस्तेमाल डायबिटिकस को, सेंसेशन महसूस करने में तकलीफ, और पतली स्किन वाले लोगों को नहीं करना चाहिए |
- कोई भी ऑइंटमेंट या अन्य टोपिकल ट्रीटमेंट लगाने से पहले निर्देशों का पालन करना ना भूलें |
- कॉर्न पैड या कॉर्न प्लास्टर का इस्तेमाल करें: ये इलाज एक अडेसिव बैंडेज की तरह चिपक जाते हैं, और इस तरह वो आपके टोज़ पर कुशन की तरह काम करते हैं, पर उनमें भी सैलिसिलिक एसिड की कोंसंट्रेशन होती है कॉर्न को वहीँ ठीक करने के लिए |
- सबसे अच्छे कॉर्न पैड और प्लास्टर रिंग की शेप में होते हैं | वह कॉर्न को कुशनिंग देते हैं और साथ ही इतना मोइस्चर रखते हैं की जिससे कॉर्न नर्म बना रहे, जिससे तकलीफ बढ़ती रहती है |
- क्योंकि इनमें से कई पैड्स में एसिड ट्रीटमेंट मोजूद होती है, आपको इनका इस्तेमाल किसी और ट्रीटमेंट के साथ नहीं करना चाहिए | अगर आपको आपको किसी और ट्रीटमेंट के बाद कॉर्न को कवर करना है, तो ये सुनिश्चित कर लें की आप ऐसे कॉर्न पैड या प्लास्टर का इस्तेमाल करें जिनमें सैलिसिलिक एसिड नहीं हो या फिर प्लेन अडेसिव बैंडेज लगा लें |
- कॉर्न को कैस्टर ऑयल की मदद से नर्म करें: अपने टोज़ पर मोजूद कॉर्न को सॉफ्ट कर के आप उसके साथ जुड़े किसी दर्द और तकलीफ को कम कर सकते हैं और उससे प्रभावित हिस्से को एक्स्फोलिएट करना आसान बना सकते हैं |
- एक कॉटन बॉल में थोड़ा सा कैस्टर ऑयल लगायें | अपने कॉर्न्स पर इस ऑयल को तीन से चार मिनट तक बने रहने दें और उसके बाद इसे धो कर फिर से एक्स्फोलिएट कर लें |
- एक दिन में इस को कम से कम तीन बार दोहराएं |
- एक एप्सम सॉल्ट सोक का इस्तेमाल करें: अपने टोज़ को साधारण पानी में भिगोने के बजाय उसमें थोड़ा सा एप्सम या कोर्स सॉल्ट मिलाने से वहां की स्किन का नर्म होना आसान हो जाता है |
- कोर्स साल्ट (Coarse salt) भी एक अब्रेसिव होता है, इसलिए अपने पैरों को नमक के पानी में भिगोने से आप ना सिर्फ स्किन को नर्म बना सकते हैं बल्कि कॉर्न्स पर मोजूद डेड ड्राई स्किन को एक्स्फोलिएट भी कर सकते हैं |
- एक बड़ी बकेट में 1/2 कप (125ml) एप्सम साल्ट को 2 गैलन (8 लीटर) गरम पानी में मिलाएं | इस पानी में अपने पैरों को 20 से 30 मिनट तक भिगोयें |
- जब हो जाये, कॉर्न्स को पुमिस स्टोन से रगड़ कर जितनी डेड स्किन को एक्स्फोलियेट कर सकें वो कर लें |
- क्रश्ड एस्पिरिन लगायें: एस्पिरिन में सैलिसिलिक एसिड मोजूद होता है | आप एस्पिरिन को पीस कर उसे कॉर्न के ऊपर लगा सकते हैं ताकि कॉर्न के ऊपर स्थित प्रोटीन और डेड स्किन की लेयर घुल जाए |
- एक एस्पिरिन को पीस लें और पानी की कुछ बूंदों के साथ ऐसे मिश्रित करें, की एक हल्का मोटा सा पेस्ट बन जाए |
- इस पेस्ट को अपने टोज़ के कॉर्न्स पर लगायें | इसे 5-10 मिनट तक बने रहने दें और फिर गरम पानी से धो कर सूखने दें |
- बेकिंग सोडा का पेस्ट बनाएं: बेकिंग सोडा, नींबू का रस और पानी का बना पेस्ट आपके टोज़ पर मोजूद कॉर्न के इलाज की गति को बढ़ा सकता है |[५]
- नींबू के रस की कुछ बूंदों को थोड़े पानी में और 1 टीस्पून (5ml ) बेकिंग सोडा के साथ मिलाएं | इसे तब तक मिश्रित करें जब तक पेस्ट नहीं बन जाए और उसके बाद उसे कॉर्न पर लगा दें | बैंडेज से कवर कर के इस पेस्ट को सुबह धो लें | 4-6 दिन में कॉर्न अपने आप चला जाना चाहिए |
- इसके बजाय, 2-3 टेबलस्पून (30 to 45ml) बेकिंग सोडा को गर्म पानी के टब में डालें | अपने पैरों को इस पानी में 15 -20 मिनट के लिए भिगोयें और उसके बाद कॉर्न्स को पुमिस स्टोन से रगड़ें |
- आप बेकिंग सोडा में कुछ बूँद पानी डाल कर पेस्ट बना सकते हैं | इस पेस्ट को कॉर्न पर लगायें, कॉर्न्स को बैंडेज से ढक दें और रात भर के लिए छोड़ दें | सुबह इस मिक्सचर को धो डालें |
- कॉर्न को केमोमाईल टी में भिगो कर देखें: केमोमाईल आप उस समय महसूस होने वाली तकलीफ को कम कर सकता है और साथ ही वह अपने स्किन के pH को कम करके, उसके ठीक होने की गति को बढ़ा सकता है |
- आप 1 से 3 घंटों के लिए एक गीला, गर्म केमोमाईल टी बैग अपने टोज़ पर मोजूद कॉर्न्स पर लगा सकते हैं |
- इसके बजाय, आप अपने पैरों को 15 से 20 मिनट के लिए एक छोटी बाल्टी डायिलुटेड केमोमाईल टी में रख सकते हैं |
- जब आप का हो जाए, आप एमरी बोर्ड या पुमिस स्टोन से कॉर्न को हटाने की कोशिश कर सकते हैं |
- थोड़ा सा डायिलुटेड विनेगर कॉर्न में लगायें: विनेगर एक ऐस्त्ट्रिन्जेंट होता है, तो उसे लगाने से आपकी ज्यादा से ज्यादा स्किन ड्राई हो कर डेड हो जाएगी और फिर आप को ये मौका मिल जाता है की आप उसे पुमिस स्टोन या एमरी बोर्ड से स्क्रब कर दें |
- विनेगर को 1 भाग विनेगर और 3 भाग पानी से डायिलूट करें |
- इस विनेगर सलूशन को कॉर्न्स पर लगायें और उसके ऊपर अडेसिव बैंडेज या पैड्स लगा लें | इसे रात भर के लिए बने रहने दें |
- सुबह, उस मोटी हुई स्किन को पुमिस स्टोन या एमरी बोर्ड से एक्स्फोलिएट कर लें |
- मेश्ड पपीता लगायें: पपीता कॉर्न्स से जुड़े किसी भी दर्द और तकलीफ को कम कर सकता है, और कई बार, वो कॉर्न को सूखने और गिरने में मदद भी करता है |
- एक पपीते को काट लें और फिर एक फोर्क से उस के गूदे को मैश कर लें | इस मेश्ड पपीते को सीधा अपने टोज़ पर लगायें, अडेसिव बैंडेज या बेंड से कवर करें, और रात के लिए छोड़ दें |
- सुबह, कॉर्न फिर से एक्स्फोलिएट हो सकता है | इस इलाज की मदद से हम कई बार कॉर्न को खुद गिरने के लये मजबूर कर देते हैं |
- ग्रीन फिग जूस और सरसों के तेल का इस्तेमाल करें: ग्रीन फिग जूस कॉर्न को नर्म बना सकता है, जिससे वो आसानी से हटाये जा सकते हैं, और सरसों का तेल किसी भी ऐसे बैक्टीरिया को मार सकता है जो इन्फेक्शन को जन्म दे सकते हैं |
- पहले ग्रीन फिग जूस लगायें | एक कॉटन बॉल पर थोड़ा सा लगा कर उसे अपनी स्किन पर सूखने दें |
- ग्रीन फिग जूस के सूखने के बाद, आप कॉटन बॉल से ही सरसों का तेल भी लगा सकते हैं | इससे वह सब बैक्टीरियल इन्फेक्शन रुक सकते है जो एक्स्फोलिएट प्रोसेस की वजह से स्किन के सूखने से होते हैं |
- हल्दी, एलो और ब्रोमेलैन का मिश्रण बनाएं: ये मिश्रण आपकी कॉर्न से प्रभावित टोज़ की स्किन को नर्म बना देगा, जिसका नतीजा ये होता है की आप कॉर्न को आसानी से निकाल पाते हैं |[६]
- हल्दी एक एंटी- इंफ्लेमेटरी पदार्थ होती है और वो तकलीफ कम कर सकती है, एलो हीलिंग को बेहतर बनाती है और ब्रोमेलैन अन्नानास से निकाला हुआ एक्सट्रेक्ट है और उसमें अस्त्रिन्जेंट की खूबियाँ होती हैं | अगर आपके पास ब्रोमेलैन नहीं है, तो उसकी जगह आप टी ट्री आयल का इस्तेमाल कर सकते हैं |
- पिसी हल्दी, एलो जेल और ब्रोमेलैन को मिला कर एक पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को अपने कॉर्न्स पर लगायें, उसे बैंडेज से ढक लें, और मिश्रण को रात भर के लिए छोड़ दें | सुबह, इस मिश्रण को साफ़ कर दें और कॉर्न्स पर पुमिस स्टोन का प्रयोग करें |
- कस्टमाइज्ड शू इन्सर्ट्स (customized shoe inserts) लायें: प्रोफेशनलली फिट किये शू इन्सर्ट्स आपके पैरों को सही प्रकार की कुशनिंग और सुरक्षा दे सकते हैं, जिससे आपके कॉर्न्स को जल्दी ठीक होने और दोबारा नहीं होने दोनों में मदद मिलती है |
- आप स्टोर से खरीद कर स्टैण्डर्ड जेल इन्सर्टस प्रयोग कर सकते हैं, पर कस्टमाइज्ड इन्सर्ट्स ज्यादा असरदार रहेंगे | एक पोडियाट्रिस्ट से बात करें और जानें की आप अपने पैरों के लिए प्रिस्क्रिप्शन शू इन्सर्ट्स कहाँ से ले सकते हैं |
- प्रिस्क्रिप्शन टोपिकल रेमेडी की मांग करें: प्रिस्क्रिप्शन रेमेडीज में अक्सर ओवर द काउंटर दवाईओं के देखे सैलिसिलिक एसिड हाई कोंसंट्रेशन में होता है और कुछ प्रिस्क्रिप्शन रेमेडीज तो उसी काम के लिए, अन्य, ज्यादा तीव्र एसिड का इस्तेमाल करती हैं |
- डायबिटिकस, पतली स्किन वालों और सेंसेशन से बाधित लोगों को एसिडस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |
- कॉर्न का इलाज करने के लिए जो और एसिड प्रयोग हो सकते हैं उनमें शामिल हैं, ट्राईक्लोरोएसिटिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड, लैक्टिक एसिड्स और कोलाइडयन का मिश्रण |[७]
- मेडिकेशन दिए जाने के बाद सारे निर्देशों का पालन सही से करें ताकि गलती से कॉर्न के पास की स्किन को कोई नुकसान नहीं पहुंचे |
- इन्फेक्टेड करने के लिए एंटीबायोटिक लायें: अगर आपके टोज़ के कॉर्न्स में इन्फेक्शन हो गया है, तो आपको डॉक्टर से कहकर एंटीबायोटिक माँगना पड़ेगा ताकि इन्फेक्शन ठीक हो जाये |
- याद रहे की ओरल या टोपिकल एंटीबायोटिक तभी बताया जाएगा जब कॉर्न में इन्फेक्शन हो जाए | एंटीबायोटिक का कॉर्न पर कोई प्रभाव नहीं होगा और वह सिर्फ इन्फेक्शन हटा सकता है |
- पोडियाट्रिस्ट से बात करें की वह हार्ड स्किन को हटा दे: अगर स्थिति ज्यादा ख़राब हो जाए तो आप कॉर्न को शेव, या कट कराने के लिए, किसी प्रोफेशनल फूट डॉक्टर, या पोडियाट्रिस्ट की मदद मांग सकते हैं लेकिन किसी भी सूरत में ऐसा खुद करने की नहीं सोचें |
- पोडियाट्रिस्ट उस हिस्से को ध्यान से सुन्न कर देगा और एक तेज़, पतले ब्लेड से कॉर्न के थिक हिस्से को काट देगा | ये इलाज अगर कोई प्रोफेशनल करे तो बेहद सुरक्षित है और इसमें दर्द भी नहीं होता, और ये इलाज की गति बढ़ा कर आपको जल्दी आराम दिला सकता है |[८]
- बिलकुल अंतिम इलाज के तौर पर सर्जरी के बारे में सोचें: अगर आपको अक्सर टोज़ पर कॉर्नस बनते हैं, तो एक पोडियाट्रिस्ट आपको सर्जरी कराने की सलाह दे सकता है और उससे टोज़ में हड्डियों की पोजीशन को ठीक किया जा सकता है | इससे, आपके टोज़ पर पड़ने वाला प्रेशर कम हो सकता है और कॉर्न के बनने की सम्भावना भी कम होती है |
- कॉर्न तब भी आपके टोज़ पर बन सकते हैं जब टोज़ में मोजूद हड्डियाँ ऐसे बढती हैं की टोज़ आपस में एक दूसरे से रब करें | सर्जरी से ये हड्डियाँ फिर से अलाइन और सीधी हो सकती हैं जिससे उनमें टकराव कम होगा |
चेतावनी
- अगर आपको डायबिटीज, अथेरोस्क्लेरोसिस, या कोई और सर्कुलेटरी बीमारी है तो घर पर कॉर्न्स का इलाज नहीं करें |
- कभी भी कॉर्न को कट या शेव करने की कोशिश नहीं करें | ऐसा करने से परेशानी का हल नहीं निकलेगा, उल्टा, आप एक ऐसा ज़ख्म बना लेंगे जिसमें बैक्टीरिया का इन्फेक्शन हो सकता है |
चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- आरामदायक जूते
- सॉक्स
- फोम पेडीक्योर कोंब या सैंडल
- फुट पाउडर
- पुमिस स्टोन
- एमरी बोर्ड
- आइस
- ओवर –द-काउंटर ऑइंटमेंट, ड्रॉप्स, पैड्स या प्लास्टरस
- कैस्टर आयल
- पानी
- एप्सम साल्ट
- एस्पिरिन
- बेकिंग सोडा
- कैमोमाईल टी
- विनेगर
- पपीता
- ग्रीन फिग जूस
- सरसों का तेल
- हल्दी
- एलो
- ब्रोमलेन या टी ट्री आयल
- प्रिस्क्रिप्शन टोपिकल ट्रीटमेंटस
- एंटीबायोटिक्स
रेफरेन्स
- ↑ http://www.webmd.com/skin-problems-and-treatments/blisters-corns-calluses
- ↑ http://my.clevelandclinic.org/orthopaedics-rheumatology/diseases-conditions/corns.aspx
- ↑ http://www.besthealthmag.ca/get-healthy/home-remedies/natural-home-remedies-calluses-and-corns
- ↑ http://www.medicinenet.com/corns/page3.htm#how_can_corns_and_calluses_be_treated
- ↑ http://www.speedcoverage.com/how-to-remove-corns-from-feet-naturally-at-home/
- ↑ http://omtimes.com/2012/09/natural-ways-to-remove-corns-and-calluses/
- ↑ http://www.healthcentral.com/encyclopedia/408/64.html?ic=506048#encyc_treatment
- ↑ http://www.nhs.uk/Conditions/CornsandCalluses/Pages/whatarecornsandcalluses.aspx
विकीहाउ के बारे में
सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १०,९०० बार पढ़ा गया है।