उत्पीड़न (Persecution) किसी व्यक्ति या समुदाय के साथ किसी अन्य व्यक्ति या समुदाय द्वारा किया गया नियोजित व हानिकारक दुर्व्यवहार होता है। यह दुर्व्यवहार जाति, धर्म, नस्ल, लिंग, राजनीति या अन्य किसी आधार पर हो सकता है।[1]

१३वीं शताब्दी में यमन में श्यामरंगी अफ़्रीकी लोग ज़बरदस्ती दासों के रूप में बेचे जा रहे हैं। यमन में दासप्रथा सन् १९६२ में जाकर ही बंद हुई।

इन्हें भी देखें

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  1. S. Rempell, Defining Persecution, http://ssrn.com/abstract=1941006
🔥 Top keywords: क्लियोपाट्रा ७मुखपृष्ठविशेष:खोजलोकसभा अध्यक्षभारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभर्तुहरी महताबकबीरसोनाक्षी सिन्हाॐ नमः शिवायतुलसीदासभारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डलप्रेमचंदभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीहिन्दी की गिनतीभारत का संविधानरानी दुर्गावतीशत्रुघन सिन्हाआईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०रासायनिक तत्वों की सूचीनालन्दा महाविहारसूरदासमहादेवी वर्मासंज्ञा और उसके भेदसुभाष चन्द्र बोसएकैकी फलनकामाख्या मन्दिरश्री संकटनाशनं गणेश स्तोत्रआपातकाल (भारत)भारतखाटूश्यामजीभीमराव आम्बेडकरजनसांख्यिकीविकिपीडिया:उद्धरण आवश्यकमानव भूगोलमिया खलीफ़ागुरु गोबिन्द सिंहमौसमलोक सभारोहित शर्मा