तिहरा दुहराव (शतरंज)

शतरंज नियम

तिहरा दुहराव (अंग्रेज़ी: Threefold repetition) शतरंज में प्रचलित नियम है जिसमें एक ही स्थान और चाल को तीन बार दुहराए जाने पर खेल के अनिर्णित होने का प्रावधान है। इसे स्थान दुहराव भी कहा जाता है। इसके पीछे की धारणा यह है कि यदि लगातार तीन बार समान स्थिति बनती है और समान चाल चला जाता है तो यह खेल में आए गतिरोध का संकेतक है। इसलिए ऐसा होने पर खिलाड़ी खेल को अनिर्णित घोषित करने की माँग कर सकता है।[1] अनुचित दावा करने पर धारा 12.6 के तहत खिलाड़ी को दंडित भी किया जा सकता है जो कि प्रतिद्वंद्वी का ध्यान भंग करने के लिए किए गए किसी भी प्रयास को रोकता है। अगर दावा गलत भी है तो ड्रॉ करने के प्रस्ताव को प्रतिद्वंद्वी के स्वीकार करने की स्थिति में मैच ड्रॉ घोषित किया जा सकता है।[2]

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इन्हें भी देखें

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