आज़ाद हिन्द

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्थापित अंतरिम सरकार

आजाद हिन्द सरकार या आर्ज़ी हुक़ूमत-ए-आज़ाद हिन्द (उर्दू: عارضی حکومت‌ِ آزاد ہند; अंग्रेज़ी: Provisional Government of Free India) एक भारतीय अन्तःकालीन सरकार (अस्थाई सरकार) थी जिसे सिंगापुर में सन १९४३ में स्थापित किया गया था। यह अक्ष शक्तियों की सहायता से भारत को स्वाधीनता के लिए लड़ने वाले भारतीय राष्ट्रवादियों द्वारा बनाया गया था जिसका नेतृत्व सुभाष चंद्र बोस कर रहे थे। जर्मनी से एक 'यू बॉट' से दक्षिण एशिया आए, फिर वहाँ से जापान गये। जापान से वें सिंगापुर आये जहाँ आजा़द हिन्द की आस्थाई सरकार की नीव रखी गयी। जापानी साम्राज्य की सैनिक, आर्थिक और नैतिक सहायता से यह सारकार टिकी रही और जापान के १४ अगस्त १९४५ में आत्मसमर्पण करने के बावजूद आज़ाद हिन्द ने हार नहीं मानी और युद्ध जारी रखा। आज़ाद हिन्द मित्र देशों (एलॉयड पॉवर्स) से लड़ने वाली आखरी शक्ति था। सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु के दावे के बाद ही इस की सेना, आज़ाद हिन्द फ़ौज को पराजय मिली।

आर्ज़ी हुक़ूमत-ए-आज़ाद हिन्द
अंतःकालीन सरकार; साम्राज्यिआई जापान द्वारा समर्थित

१९४३–१९४५
ध्वजसैन्य बिल्ला
राष्ट्रगान
शुभ सुख चैन
आज़ाद हिन्द का मानचित्र में स्थान
हलके हरे रंग में: अधियाचित भूखंड.
गाढ़े हरे रंग में: नियंत्रणाधीन भूखण्ड (जापानी सहयोग के साथ).
राजधानीपोर्ट ब्लेयर (अंतःकालीन)
निर्वासित राजधानीरंगून
सिंगापुर
भाषाएँहिन्दुस्तानी भाषा
शासनअन्तःकालीन सरकार
राज्याध्यक्ष
 - १९४३–१९४५सुभाष चंद्र बोस
प्रधानमंत्री
 - १९४३–१९४५सुभाष चंद्र बोस
ऐतिहासिक युगद्वितीय विश्वयुद्ध
 - स्थापित२१ अकटूबर १९४३
 - अंत१८अगस्त १९४५
मुद्रारुपय
Warning: Value specified for "continent" does not comply

२१ अक्टूबर २०१८ को भारत सरकार ने आजाद हिन्द सरकार की स्थापना की ७५वीं जयन्ती मनायी और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से भारतीय ध्वज फहराया।[1]

आजाद हिन्द सरकार केवल नाम नहीं था बल्कि नेताजी के नेतृत्व में इस सरकार ने हर क्षेत्र में नई योजना बनाई थी। इस सरकार का अपना ध्वज था, अपना बैंक था, अपनी मुद्रा थी, अपना डाक टिकट था, अपनी गुप्तचर सेवा थी। नेताजी ने कम संसाधन में ऐसे शासक के विरुद्ध लोगों को एकजुट किया जिसका 'सूरज नहीं ढलता था'।[2]

आजाद हिन्द के डाक टिकट जो जारी नहीं हो पाए।
१६ नवम्बर १९४३ को बर्लिन के 'स्वतन्त्र भारत केन्द्र' में अस्थाई भारतीय राष्ट्रीय सरकार की स्थापना के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय उत्सव
  1. "आजाद हिंद की 75वीं वर्षगांठः PM बोले- हमारी सरकार में कठिन फैसले लेने का साहस है". मूल से 21 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अक्तूबर 2018.
  2. "आजाद हिंद फौज का 75वां साल: तिरंगा फहरा बोले मोदी- पटेल, नेताजी को भुलाने की कोशिश हुई". मूल से 21 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अक्तूबर 2018.

इन्हें भी देखें

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें
🔥 Top keywords: क्लियोपाट्रा ७विशेष:खोजमुखपृष्ठराज्य सभा के मनोनीत सदस्यों की सूचीकबीरभारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशश्यामाप्रसाद मुखर्जीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीप्रेमचंदतुलसीदासविद्यार्थीभारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डलनालन्दा महाविहारसोनाक्षी सिन्हामहादेवी वर्माविकिपीडिया:उद्धरण आवश्यकसूरदाससुभाष चन्द्र बोसकृष्णराव शंकर पण्डितकामाख्या मन्दिरहिन्दी की गिनतीखाटूश्यामजीनर्मदा नदीनालन्दा विश्वविद्यालयद्रौपदी मुर्मूरासायनिक तत्वों की सूचीमिया खलीफ़ाभारतहृदयभारत का संविधानभीमराव आम्बेडकरआईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०संज्ञा और उसके भेदमहात्मा गांधीइंस्टाग्राममौसमविकिपीडिया:IPA for Englishलोकसभा अध्यक्षॐ नमः शिवाय