कैसे गौरैया के बच्चे का पालन पोषण करें

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अगर आपको कहीं गौरैया का बच्चा मिल जाए, तो आप उसकी देखभाल करना सीख सकते हैं। लेकिन उसको घर लाने से पहले, आसपास नज़र दौड़ाकर इस बात को सुनिश्चित कर लें कि क्या वह सच में अनाथ है। इंसानों द्वारा पाले गये गौरैया के बच्चों की मरने की संभावना बहुत अधिक होती है, इसलिए उनको अगर माँ-बाप की देखभाल में वापस घोंसले में रख दिया जाए, तो उनकी बचने की संभावना बढ़ जाएगी।[१]

विधि 1
विधि 1 का 4:

ग़लतियाँ करने से बचें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 इस बात को...
    इस बात को सुनिश्चित करें कि क्या बच्चा सच में अनाथ है: अगर बच्चे के पंख आ चुके हैं, तो वह उड़ने लायक़ है और वह उड़ना सीख रहा होगा। ऐसे में उसको ज़मीन पर ही रहने दिया जाए और शिकारियों से ख़तरा होने की स्थिति में, या एक घंटे तक माँ-बाप के ना लौटने की स्थिति में ही उसको उठाया जाए। अगर बच्चे के शरीर पर पंख मौजूद नही हैं, तो वह अभी उड़ने लायक़ नहीं हुआ है, अगर हो सके, तो उसका घोंसला तलाश किया जाए और आराम से उठा कर उसको दोबारा घोंसले में रख दिया जाए।
    • गौरैया मूल रूप से यूरेशिया, उत्तरी अफ़्रीक़ा और खाड़ी के देशों का पक्षी है, पर अब यह पूरी दुनिया में पाया जाता है। क्योंकि दुनिया में इनकी बहुतायत है, इसलिए यह प्रजाति संरक्षित नहीं है।[२] जिसका मतलब यह है कि इनको पालना ग़ैरक़ानूनी नहीं है।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 वन्यजीवों की देखभाल...
    वन्यजीवों की देखभाल करते समय अपनी सुरक्षा का खास ध्यान रखें: गर्भवती महिलाओं और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) वाले व्यक्तियों को पक्षियों की देखभाल या संपर्क में आने से बचना चाहिए। इनके अंदर बीमारियाँ मौजूद हो सकती हैं; जैसे साल्मोनेला (Salmonella), जिसका संक्रमण इंसानों में भी हो सकता है।
    • पक्षियों की देखभाल करते समय सफ़ाई का ख़ास ध्यान रखें: पक्षियों को उठाने से पहले और रखने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं। सारे कचरे को सील्ड डिब्बे में ही फेकें।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 पक्षी का आपसे जुड़ाव, ना होने दें:
    अगर पक्षी का आप से ज़्यादा संपर्क रहेगा, तो हो सकता है कि वह आपको उसकी माँ समझने लगे और उसके दिल से आप का डर निकल जाए। जिसकी वजह से उसको दोबारा जंगल में आज़ाद करना मुश्किल हो जाएगा। अगर आपका मक़सद पक्षी को इतना बड़ा करना है कि उसको आज़ाद किया जा सके, तो उसकी देखभाल करते समय उसको पकड़ने से बचें, ख़ासतौर पर उसको खिलाते समय, ताकी उसके दिल में इंसानों के प्रती डर बना रहे।
    • गौरैया के बच्चे का आपसे जुड़ाव होने से रोकें। जुड़ाव होने की स्थिति में वह खुद को पक्षी की जगह इंसान समझ सकता है, जिसकी वजह से उसको दोबारा आज़ाद करना मुश्किल हो जाएगा।[३]
    • पूरी कोशिश करें कि पक्षी से बात ना की जाए। आपका मक़सद पक्षी की देखभाल और खिलाना होना चाहिए, कुछ इस तरह से जैसे कि आप कोई अदृश्य ताक़त हों।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 पक्षी को पानी देने से बचें:
    बिना पंख वाले और उड़ने लायक़ बच्चों को माँ-बाप कीड़े-मकोड़े खिलाते हैं, इस उम्र में वह पानी नहीं पीते। अगर आप ने उनको पानी पिलाने की कोशिश की, तो वह दम घुटने से मर भी सकते हैं।
विधि 2
विधि 2 का 4:

गौरैया के बच्चे की सेहत का ध्यान रखें:

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 बच्चे को गर्माहट दें:
    टिश्यू के डिब्बे को हीटिंग पैड (heating pad) पर रखें, जो कि कम तापमान पर सेट हो और उसके अंदर थोड़े टिश्यू बिछा दें। इसके अलावा आप एक छोटा बाउल भी ले सकते हैं और उसके अंदर थोड़े बहुत पेपर टाॅविल बिछा दें। आप इस बाउल को गर्म पानी की बोतल के ऊपर भी रख सकते हैं, या फिर बाउल के ऊपर हीट लैम्प (heat lamp) लगा दिया जाए। इनमें से कोई भी तरीक़ा इस्तेमाल करने के बाद बच्चे को संभाल कर डिब्बे में रखें।
    • डिब्बे का तापमान 29 से 32 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
    • रोएँदार कपड़े का इस्तेमाल ना किया जाए, क्योंकि यह बच्चे के पंजों और चोंच में उलझ सकता है।
    • डिब्बे को किसी शांत और अंधेरी जगह पर रखा जाए, जो कि बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर हो।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 पक्षी की चोंच को साफ़ किया जाए:
    खाने के बाद बच्चे की चोंच और पूरे चेहरे को टिश्यू या गीले ऊनी कपड़े से साफ किया जाए। गंदी चोंच पर कीटाणुओं की वजह से इंफेक्शन हो सकता है।[४]
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 पक्षी की बढ़त को नापें:
    डिजिटल तराज़ू (जो ग्राम माँप पर सेट हो) की मदद से पक्षी की बढ़त को नापा जा सकता है। रोज़ाना पक्षी को खिलाने से पहले, उसका वज़न नापें। एक सेहतमंद चिड़िया के बच्चे का वज़न रोज़ बढ़ना चाहिए।
    • अगर आपका मक़सद पक्षी को दोबारा जंगल में आज़ाद करना है, तो उसका वज़न ना नापा जाए, क्योंकि आप उससे जितना ज़्यादा संपर्क में आएंगे, उतना उसका आपसे जुड़ाव हो जाएगा और वह आप पर निर्भर हो जाएगा। लेकिन अगर आपका मक़सद उसको पालना है, तो आप उसका वज़न रोज़ नाप सकते हैं और बढ़त का जायज़ा ले सकते हैं।
विधि 3
विधि 3 का 4:

गौरैया के बच्चे को खिलाना

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 कुत्ते-बिल्ली के बच्चों...
    कुत्ते-बिल्ली के बच्चों के रेडीमेड खाने को पानी में भिगो कर गौरैया के बच्चे को खिलाया जाए: पानी में भिगोने से पहले, पानी में बेबी बर्ड फाॅर्मुला (baby bird formula) या प्रो-न्युट्रो (Pronutro) डालें, फिर कुत्ते-बिल्ली के बच्चों के रेडीमेड खाने को इसमें मिलाएं। व्यस्क कुत्ते के रेडीमेड खाने के मुक़ाबले, पपी के रेडीमेड खाने में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो पक्षी के बच्चों के प्राकृतिक आहार के जैसा ही होता है। फिर इस खाने को किसी उथले बर्तन में डाल कर मसलें।
    • अगर बच्चा ख़ुद से खाने के क़ाबिल नहीं है, तो खाने को उंगली के नाखुन के आधे हिस्से के बराबर टुकड़ो में तोड़ें और चिमटी की मदद से उसको खिलाएं।
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 कुत्ते-बिल्ली के बच्चों...
    कुत्ते-बिल्ली के बच्चों के खाने के साथ जितना हो सके कीटों को मिलाएं: गौरैया की प्राकृतिक ख़ुराक में कोपल, कलियाँ और बीज शामिल होते हैं, इसके साथ-साथ कीट; जैसे मकड़ी, घोंघे, ऐफिड (aphid), इल्लियाँ और दूसरे छोटे कीट शामिल होते हैं। चिड़िया के बच्चे सूखे खाने की बजाय ज़िन्दा कीटों को खाना ज़्यादा पसंद करते हैं।
    • इस बात का खास ध्यान रखें कि गौरैया के बच्चे को केंचुआ ना खिलाया जाए, इसमें कुछ ऐसा ज़हरीला पदार्थ होता है, जिससे गौरैया के बच्चे मर जाते हैं।[५] इसकी बजाय आप इनको झींगुर खाने को दे सकते हैं और यह आप ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं।
    • इसके अलावा आप इनको सफेद इल्लियाँ खाने को दे सकते हैं, पर ध्यान रखें कि इल्लियाँ तब ही खिलाई जाएं, जब इल्लियों के पेट में कुछ ना हो। इल्ली के शरीर के अंदर काली लकीर का नज़र आना, इस बात को दर्शाता है कि उसके पेट में अभी कुछ मौजूद है, ऐसे में उस लकीर के ग़ायब होने तक इंतज़ार किया जाए।
    • आप इनको सूखे कीट भी खिला सकते हैं, जो रेंगने वाले जीवों (साँप एंव गिरगट) को खिलाए जाते हैं। यह आप ऑनलाइन भी ख़रीद सकते हैं।
    • अगर अभी गौरैया का बच्चा उड़ने लायक़ नहीं हुआ है, तो उसको कीट ना खिलाए जाएं, बल्कि सिर्फ कुत्ते-बिल्ली के बच्चों वाला खाना ही खिलाया जाए। कीट; जैसे कि मक्खी से इनको जानलेवा क़ब्ज़ भी हो सकता है।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 खाने में विटामिन-मिनिरल सप्लीमेंट मिलाया जाए:
    आप इन सप्लीमेंट का उपयोग कर सकते हैं, न्यूटरोबल (Nutrobal) जो रेंगने वाले जानवरों के लिए मिलता है या क्रिकेट डाइट कैल्शियम पेस्ट (Cricket Diet Calcium Paste (IZUG)) जो स्थानिय पशु के सामान वाले स्टोर पर मिल जाएगा। अगर खाने में पोषण की कमी है, तो यह उसकी पूर्ती कर देगा।
  4. How.com.vn हिन्द: Step 4 पक्षी को समय-समय पर खिलाएं:
    पक्षी की उम्र के हिसाब से खाना या तो चिमटी की मदद से खिलाया जाए और अगर पक्षी खुद से खाने के लायक़ है, तो खाना किसी उथले बर्तन में रख दिया जाए। यह भी जान लें कि चिड़िया के बच्चे 2 हफ्ते में जाकर इतने बड़े होते हैं कि खुद से खाना खा सकें।[६]
    • अगर अभी बच्चा काफी छोटा है और उसके पंख पूरी तरह नहीं आए हैं, ऐसी सूरत में बच्चे को हर आधे घंटे में खाना खिलाया जाए। अगर बच्चा बड़ा है, तो हर एक से दो घंटे में खाना खिलाया जाए। भूखा होने पर बच्चा आवाज़ निकालेगा और चोंच खोलेगा और पेट भर जाने पर चोंच बंद करके खामोश हो जाएगा।
  5. How.com.vn हिन्द: Step 5 बड्जी सिपर बोतल (budgie sipper bottle) में पानी रखें:
    चिड़िया के बच्चे बर्तन से पानी पीने के आदि नहीं होते और इसमें इनके डूबने का भी ख़तरा रहता है।[७]
  6. How.com.vn हिन्द: Step 6 बच्चे के बड़े होने पर उसकी ख़ुराक बदलें:
    जब बच्चा बड़ा होने लगे, तो उसको कुत्ते-बिल्ली के बच्चों वाले खाने के साथ-साथ, दूसरी क़िस्म के खाने भी खाने को दिये जाएं। जब बच्चा अपनी चोंच से खुद चुगना शुरू कर दे, तब उसको अच्छी क्वालिटी का जंगली पक्षियों द्वारा खाए जाने वाला बीज, खाने को दें। बीजों को किसी बर्तन में रखा जाए, ताकि वह अपनी मर्ज़ी से जब चाहे चुग सके।
    • खाने को हमेशा चिड़िया की बीट से साफ रखें, इसलिए बर्तन को हर रोज़ एक बार ज़रूर धोया जाए।
विधि 4
विधि 4 का 4:

गौरैया के बच्चे को आज़ाद करें

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  1. How.com.vn हिन्द: Step 1 जब चिड़िया का...
    जब चिड़िया का बच्चा फुदकने लगे, तो उसको बाहर किसी पिंजरे में रखा जाए: पिंजरे को दिन भर बाहर रखा जाए, ताकि दूसरी गौरैया उससे मिल सकें। अगर आपने पिंजरे की मदद से इनके संपर्क को सीमित कर दिया है, लेकिन बच्चा फिर भी आज़ाद पक्षियों से संपर्क की पूरी कोशिश कर रहा है, तो बच्चे की आज़ाद रहकर ज़िंदगी गुज़ारने की अच्छी संभावना है।
    • अगर चिड़िया का बच्चा जंगली पक्षियों से कोई संपर्क और बातचीत नहीं कर रहा है, तो बच्चे को किसी और तरीक़े से, उसकी प्रजाति के पक्षियों की भाषा सिखाएं, ताकि वह आज़ाद होने पर दूसरे पक्षियों से बातचीत कर सके। आपको इसकी ऑडियो फाइल ऑनलाइन मिल जाएंगी, जिनको आप बच्चे के सामने चला कर, उसको उसके प्रजाति के परिंदों की भाषा सिखा सकते हैं।[८]
  2. How.com.vn हिन्द: Step 2 बच्चे को ज़्यादा से ज़्यादा समय बाहर रखा जाए:
    जब वह 7 से 10 दिन का हो जाए, तो उसको बाहर घास पर फुदकने दिया जाए। अगर आपका असल मक़सद उसको आज़ाद करना है, तो उसको खुली जगह में ही रखा जाए, जहां वह उड़ना सीख सके। उसकी प्रवृत्ति ख़ुद उसको उड़ना सिखा देगी और वह ख़ुद जान जाएगा कि पंख किस काम आते हैं।
    • उड़ने लायक़ पंख आने तक इंतेज़ार करें, अगर उसको अभी कुछ समझ ना आ रहा हो, तो इसका मतलब है कि वह अभी उड़ने के लिए तैयार नहीं है। इस बात को जाँचने के लिए कि क्या वह उड़ने को तैयार है, आप उसको किसी खुली जगह पर लेकर जाएं, जहां पर वह शिकारियों से महफ़ूज़ रह सके।
    • बच्चे को 20 मिनट के लिए खुद के बलबूते पर छोड़ दिया जाए, अगर वह उड़ ना सके, तो उसको वापस अंदर ले आएं और अगले दिन वापस बाहर लेकर जाएं।
  3. How.com.vn हिन्द: Step 3 इस बात को...
    इस बात को सुनिश्चित करें कि क्या बच्चा आज़ाद करने लायक़ है या नहीं: अगर अब आप उसको आज़ाद करने पर विचार कर रहें हैं, तो इस बात को सुनिश्चित करें कि क्या वह ख़ुद से खा पी सकता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि कहीं वह आप पर तो निर्भर नहीं हो गया या उसका आप से जुड़ाव तो नहीं हो गया।
    • अगर वह आप पर निर्भर हो गया है या उसका आप से जुड़ाव हो गया है, ऐसे में उसको आज़ाद ना किया जाए, बल्कि उसे पाल लिया जाए।[९]

सलाह

  • चिड़िया के बच्चे को खाना खिलाते वक़्त, खाने को मुंह के बिल्कुल अंदर तक डाला जाए, ताकि उसका दम ना घुटे।
  • अगर हो सके तो पक्षी को वन्य जीव पुनर्वास केन्द्र (Wildlife Rehabilitation Centre) लेकर जाएं।
  • हमेशा दस्तानों का उपयोग करें और पक्षी को खाना खिलाने के बाद, या संपर्क में आने पर हाथों को धोएं। इनके शरीर पर बहुत छोटे-छोटे कीट मौजूद होते हैं, जो इंसानों को नुक़सान पहुंचा सकते हैं। अगर आप देखना चाहते हैं कि इनके शरीर पर मौजूद कीट कैसे दिखते हैं, तो इनको बिना दस्ताने पहनकर पकड़ें और फिर हाथों को ग़ौर से देखें, आपको हाथों पर बहुत बारीक-बारीक कीड़े रेंगते नज़र आ जाएंगे। अब हाथों को अच्छे से धोएं।
  • इस बात को सुनिश्चित करें कि बच्चे को सही समय पर खाना खिलाया जा रहा है।
  • गौरैया के बच्चों को जब भूख लगती है, तो वह अपनी चोंच खोल कर खाना मांगते हैं। इसलिए इनको कभी भी ज़बरदस्ती ना खिलाया जाए, ऐसा करने से यह घायल हो सकते हैं और मर भी सकते हैं।

चेतावनी

  • पक्षी को केंचुऐ ना खिलाए जाएं, इनमें बीमारियाँ मौजूद होती हैं।
  • कभी भी चिड़िया के बच्चे को दूध ना पिलाया जाए, ऐसा करने पर वह बदहज़मी और क़ब्ज़ से मर सकता है!
  • चिड़िया के बच्चे को पानी ना पिलाया जाए, नहीं तो वह दम घुट कर मर सकता है।

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • पिंजरा
  • हीटिंग पैड (Heating pad)
  • टिश्यू और टिश्यू का डिब्बा, या बाउल और पेपर टाॅविल
  • कुत्ते-बिल्ली का खाना
  • बेबी बर्ड फाॅरमुला (Baby bird formula)
  • कीड़े-मकोड़े
  • चिड़िया का दाना

रेफरेन्स

  1. Practical Wildlife Care. Lee Stocker. Publisher: Blackwell Science
  2. http://www.allaboutbirds.org/guide/House_Sparrow/lifehistory
  3. http://wildlifecenter.org/news_events/news/human-imprinting-birds-and-importance-surrogacy
  4. Practical Wildlife Care. Lee Stocker. Publisher: Blackwell Science
  5. Practical Wildlife Care. Lee Stocker. Publisher: Blackwell Science
  6. Practical Wildlife Care. Lee Stocker. Publisher: Blackwell Science
  7. Practical Wildlife Care. Lee Stocker. Publisher: Blackwell Science
  8. http://www.starlingtalk.com/babycare.htm
  9. http://www.starlingtalk.com/babycare.htm

विकीहाउ के बारे में

How.com.vn हिन्द: Pippa Elliott, MRCVS
सहयोगी लेखक द्वारा:
पशु चिकित्सक, रॉयल कॉलेज ऑफ़ वेटेरिनरी सर्जन
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Pippa Elliott, MRCVS. डॉ. इलियट एक पशुचिकित्सक हैं जिनके पास तीस से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने 1987 में ग्लासगो यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, और 7 साल तक एक पशुचिकित्सक सर्जन के रूप में काम किया। इसके बाद, डॉ. इलियट ने एक पशु चिकित्सालय में एक दशक तक पशु चिकित्सक के रूप में काम किया। यह आर्टिकल २१,६२२ बार देखा गया है।
श्रेणियाँ: पक्षी
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